Museum Of Legacies Jaipur In Hindi, भारत के गुलाबी शहर के किशनपोल बाजार में लगभग 200 साल पुरानी इमारत में स्थित म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी जयपुर के प्रसिद्ध म्यूज़ियमो में से एक है। बता दे इस म्यूज़ियम को 9 दिसंबर, 2017 को खोला गया था, जिसका उद्देश्य वस्त्र, आभूषण, पत्थर के पात्र और जड़ना कार्य, पेंटिंग, मिट्टी के बर्तन जैसी कलाकृतियों को प्रस्तुत करना है वर्तमान में म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी को आठ सक्रिय दीर्घाओं में बिभाजित किया गया है,जो विशेष रूप से राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को विविध रूप से प्रदर्शित करती है।
इसके अलावा यहाँ भारत के विभिन्न हिस्सों की स्वदेशी कला को भी प्रस्तुत किया जाता है, जो भारत की कला और संस्कृति के दृश्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जो कला प्रेमियों के साथ भारतीय और विदेशी सभी पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण केंद्र बना हुआ है। तो आइये जानते है म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी जयपुर के बारे में –
म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी 18 वीं शताब्दी के तत्कालीन शासक सवाई राम सिंह के प्रधानमंत्री पंडित शिवदेने के निवास के रूप में बनाई गई थी। राम सिंह बहादुर कला और विज्ञान के प्रेमी थे, इसीलिए उन्होंने 1857 ई में राजपुताना क्षेत्र का पहला कला और शिल्प केंद्र का निर्माण करबाया था जिसे ‘मदरसा-ए-हुनरी’ के नाम से जाना जाता था जहाँ 40 अलग-अलग कला पाठ्यक्रम प्रस्तुत किए गए थे। बाद में 1886 ई में इस संस्थान का नाम बदलकर महाराजा स्कूल ऑफ आर्ट्स कर दिया गया। और स्कूल को 2016 में जेएलएन मार्ग पर स्थानांतरित कर दिया गया था। इस प्रकार इस ऐतिहासिक स्मारक को 7 दिसंबर 2017 को म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी के रूप में स्थापित कर दिया गया था।
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200 साल पुरानी इमारत में स्थित म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी राजपूत शैली की वास्तुकला में निर्मित है। जो पर्यटकों का एक विशाल प्रवेश द्वार के साथ स्वागत करती है बीच में एक खुला क्षेत्र कई अन्य राजपूत शैली के अन्य स्मारकों के समान है। और अगर हवेली के हॉल और कमरों की बात करें तो हवेली में 64 छोटे और बड़े कमरे और 2 बड़े हॉल हैं। इन हॉलों में घर के बरामदों से घिरी हुई ऊँची छतें हैं। इनका इस्तेमाल महिलाओं ने सामाजिक समारोहों या कार्यवाही को देखने के लिए किया जाता था।
म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी पर्यटकों के लिए प्रतिदिन दोपहर 12.00 बजे से रात 8.00 बजे तक खुला रहता है। अगर आप जयपुर में म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी घूमने का प्लान बना रहे है तो आपको बता दे की म्यूज़ियम की विस्तृत यात्रा के लिए 1 से 2 घंटे का समय अवश्य दे।
म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी भारतीय और विदेशी सभी पर्यटकों के घूमने के लिए फ्री है यहाँ म्यूज़ियम में प्रवेश के लिए आपको किसी भी प्रकार की एंट्री फीस नही देनी होगी।
जयपुर खाने के शौकीन लोगों के लिए बेहद लोकप्रिय स्थलों में से एक है। यहां के कई पारंपरिक व्यंजन और मिठाईयां पूरे भारत में मशहूर हैं। दाल बाटी चूरमा, इमरती और घेवर जैसी मिठाइयों और निश्चित रूप से प्रसिद्ध चाट जैसे भव्य व्यंजनों का स्वाद लिए बिना जयपुर की यात्रा अधूरी है। राजस्थानी व्यंजन राजस्थान की सुंदरता, गरिमा और समृद्धि का प्रतीक है। कुछ व्यंजनों का स्वाद आप जयपुर में ही ले सकते हैं, उनमें दाल बाटी चूरमा, मिस्सी रोटी, बाजरे की रोटी, मिर्ची बड़ा, गट्टे की सब्जी और कढ़ी ,घेवर, इमरती, हलवा, चोइर्मा, गजक, मूंग थाल और बहुत कुछ शामिल हैं। हालांकि जयपुर में लजीज व्यंजनों के लिए कई विकल्प है, फिर भी अगर आप जयपुर की यात्रा पर हैं, तो यहां के स्ट्रीट फूड का स्वाद लेना ना भूलें। यहां के जौहरी बाजार की लेन स्ट्रीट फूड के लिए मशहूर है।
अगर आप जयपुर घूमने का प्लान बना रहे है तो बता दे कि जयपुर घूमने के लिए नवंबर से फरवरी सर्दियों का समय सबसे अच्छा समय होता हैं। क्योंकि इस समय आपको शहर की यात्रा करने का एक आदर्श माहोल प्रदान करता है। मार्च से शुरू होने वाली ग्रीष्मकाल के दौरान जयपुर की यात्रा से बचें क्योंकि इस समय तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच जाता है। जो आपकी यात्रा को हतोत्साहित कर सकता है।
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यदि आप जयपुर में म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी घूमने का प्लान बना रहे है तो आपको बता दे की जयपुर में म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी के अलावा भी अन्य आकर्षक पर्यटक स्थल है जिन्हें आप अपनी जयपुर की यात्रा के दोरान घूमने जा सकते हैं –
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अगर आप जयपुर में म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी घूमने का प्लान बना रहे है तो आप हवाई, ट्रेन या सड़क मार्ग में से किसी से भी यात्रा करके म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी पहुंच सकते हैं।
अगर आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ फ्लाइट से यात्रा करके म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी जयपुर जाने का प्लान बना रहे है तो आपको बता दे की म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी जयपुर का सबसे निकटतम हवाई अड्डा सांगानेर हवाई अड्डा है जो म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी से 13 किलोमीटर की दूरी पर है। तो आप भारत के प्रमुख शहरो से फ्लाइट से यात्रा करके सांगानेर हवाई अड्डा जयपुर पहुंच सकते है और सांगानेर हवाई अड्डा से टैक्सी ,केब या बस से यात्रा करके म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी जयपुर पहुंच सकते हैं।
आपको बता दे की म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी जयपुर का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन मेड़ता रोड जंक्सन रेलवे स्टेशन जयपुर है। आप ट्रेन से यात्रा करके मेड़ता रोड जंक्शन रेलवे स्टेशन जयपुर पहुंच सकते है और वहा से टैक्सी या केब से म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी जयपुर पहुंच सकते है।
अगर आप म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी जयपुर की सड़क मार्ग से यात्रा करने की योजना बना रहे है तो बता दे कि जयपुर, राष्ट्रीय राजमार्ग 8, 11 और 12 के नेटवर्क के माध्यम से भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। जहा राजस्थान राज्य सड़क परिवहन निगम (आरएसआरटीसी) द्वारा जयपुर और दिल्ली के बीच एक बहुत अच्छी बस सेवा भी उपलब्ध है। तो यहाँ आप बस, केब, टैक्सी या कार से यात्रा करके म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी जयपुर पहुंच सकते है।
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इस आर्टिकल में आपने म्यूज़ियम ऑफ लिगेसी जयपुर के बारे में विस्तार से जाना है आपको यह आर्टिकल केसा लगा हमे कमेन्ट करके जरूर बतायें।
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