Sattal In Hindi : सत्ताल भारत के राज्य उत्तराखंड का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो सात ताजे पानी की झीलों के समूह के लिए काफी प्रसिद्ध है। बता दें कि इस जगह को सत्ताल नाम इन सात झीलों की वजह से ही मिला है। सत्ताल उत्तराखंड में घूमने की सबसे अच्छी जगहों में से एक है। पर्यटक इस जगह पर कई प्रवासी पक्षियों के झुंड को देख सकते हैं और यहाँ के प्राकृतिक नजारों का आनंद ले सकते हैं। सत्ताल पर्यटन स्थल प्रकृति और पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग के सामान है। सत्ताल कुमाऊँ क्षेत्र में समुद्र तल से 1370 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है, जहां पर्यटक यह क्षेत्र सात परस्पर जुड़ी झीलों पन्ना, नलद्यमंती ताल, राम, सीता, लक्ष्मण, भरत और सुक्खा ताल का दौरा कर सकते हैं और यहां ओक के साथ हरे भरे वातावरण को देख सकते हैं।
सत्ताल भारत का एक ऐसा पर्यटन स्थल है जहाँ पर पूरे साल मौसम अच्छा रहता है, इसलिए यहाँ पर पर्यटक गम्रियों के मौसम में भी यात्रा कर सकते हैं। अगर आप सत्ताल की यात्रा करने की योजना बना रहें हैं तो हमारे इस लेख को जरुर पढ़ें, यहाँ हम आपको सत्ताल जाने और इसके पर्यटन स्थलों की पूरी जानकारी देने जा रहें हैं।
सत्ताल उत्तरखंड का एक ऐसा स्थल है जहाँ के सुखद वातावरण की वजह से यहाँ पर साल भर लाखों पर्यटक आते हैं। देश के अन्य पर्यटन स्थलों से बिलकुल अलग सत्ताल आज भी बहुत अधिक प्राकृतिक है। उत्तराखंड के कुमाऊँ जिले स्थित सत्ताल कई बड़े पर्वतों से घिरा हुआ है। यहां से जैव विविधता सच में देखने लायक है क्योंकि यह कई प्रवासी पक्षियों का निवास स्थान है और विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों को आश्रय देता है। बता दें कि इस स्थान पर कई जड़ी-बूटियाँ, फर्न, झाड़ियाँ और बाग़ काफी मात्र में पाए जाते हैं। इसके अलावा यहाँ पर कई आकर्षक पक्षी जैसे बारबेट्स, हिमालयी किंगफिशर, बेबीब्लर्स, हिमालयन ग्रिफन, डॉलर बर्ड आदि भी देखे जा सकते हैं। जब ये रंगीन पक्षी सत्ताल में आते हैं तो वो दृश्य सचमुच देखने लायक होता है।
इसके साथ ही यहाँ पर महसी और कैटला जैसी बहुत सारी मछलियाँ यहाँ पाई जाती हैं। सत्ताल बहुत बड़ी मात्रा में बहुत खूबसूरत तितलियों को भी देखा जा सकता है जिनमें मोर, पैंज़ी और रेड लासविंग (Red Lacewing) के नाम शामिल है। वास्तव में सत्ताल उन लोगों के लिए स्वर्ग के सामान है जो लोग विभिन्न प्रजातियों को सह-अस्तित्व में देखना चाहते हैं।
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सत्ताल उत्तराखंड का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, अगर आप यहां की यात्रा करने जा रहें हैं तो नीचे दिए गए पर्यटक आकर्षणों की यात्रा कर सकते हैं।
जैसा की सत्ताल के नाम से ही पता चलता है कि यह सात परस्पर जुड़े झीलों का एक आकर्षक समूह है जो समुद्र तल से 1370 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। बता दें कि इन झीलों के पानी के स्रोत भूमिगत स्प्रिंग्स हैं और इनके नाम हिंदू धर्म से जुड़े हुए हैं। इन सात अकर्षक झीलों में राम ताल, लक्ष्मण ताल, सीता ताल, नल दमयंती ताल, पन्ना ताल, पूर्ण ताल और सुख ताल के नाम शामिल हैं।
भीमताल उत्तराखंड में नैनीताल से 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह पर्यटन स्थल अपनी खूबसूरत भीमताल झील और द्वीप लिए जाना जाता है। भीमताल समुद्र तल से 1370 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और यह सड़क मार्गों अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। पर्यटक देश की राजधानी से भीमताल आसानी से पहुंच सकते हैं।
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सत्ताल से नैनीताल 44 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। नैनीताल एक आकर्षक हिल स्टेशन है जो हिमालय में कुमाऊं पर्वतमाला की हरी-भरी तलहटी बड़ा हुआ है। लगभग 1938 मीटर की ऊँचाई पर स्थित नैनीताल देश का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहाँ पर पर्यटक शहर के केंद्र में स्थित एक आकर्षक नैनी झील को भी देख सकते हैं जिससे नैनीताल को अपना नाम मिला। नैनीताल देश की राजधानी दिल्ली से बेहद करीब है। यहाँ पर्यटक नैनी झील या झीलों में बोटिंग कर सकते हैं और कुछ स्थानीय व्यंजनों का आनंद सकते हैं।
इसके अलावा यहां के आकर्षक तिब्बती मार्केट और मॉल रोड पर खरीदारी कर सकते हैं। स्नो व्यू प्वाइंट से हिमालय की सुंदरता को देखने के लिए रोपवे की सवारी करना एक शानदार अनुभव देता है। जो भी पर्यटक नैनीताल की यात्रा करना है वो इस जगह को जीवनभर नहीं भूल पाता।
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सुभाष धारा एक ताजा पानी का प्राकृतिक झरना है जो भीमताल के पास ओक के घने जंगल में बहता है। यह झरना बड़ी संख्या में पर्यटकों को पानी तरफ आकर्षित करता है। इस झरने के साफ पानी निहारने और फोटो क्लिक करने के लिए यहाँ भारी संख्या में पर्यटक जाते हैं।
बटरफ्लाई फार्म संग्रहालय जॉन एस्टेट में स्थित एक ऐसी जगह है जो आपको प्रकृति के करीब महसूस कराएगी। तितली संग्रहालय में कीटों की लगभग 110 प्रजातियों और तितलियों की 2500 से अधिक विभिन्न प्रजातियों का आवास है। यह जगह प्रकृति प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग के सामान है, जो सत्ताल के प्रमुख आकर्षण में से एक है। अगर आप सत्ताल की यात्रा पर जा रहें हैं तो बटरफ्लाई फार्म या संग्रहालय को अपनी लिस्ट में अवश्य शामिल करें।
मेथोडिस्ट आश्रम एक ऐसा स्थान है जो शहर के ऐतिहासिक महत्व के साथ-साथ औपनिवेशिक वास्तुशिल्प आश्चर्य को प्रदर्शित करता है। यह आश्रम महात्मा गाँधी के एक दोस्त स्टेनली जोन्स के द्वारा वर्ष 1930 में बनाया गया था। बता दें कि एक सेंट जॉन्स चर्च आश्रम के परिसर में स्थित है, जो इस स्थान को एकांत और शांति का अनुभव देता है।
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पहले दिन आप सत्ताल पहुँच कर आस-पास के स्थानों की सैर कर सकते हैं। इसके साथ ही सात झीलों के पास कैम्पिंग कर सकते हैं और वहां पर मछली पकड़ना और बोटिंग जैसे मज़ेदार गतिविधियों में भाग ले सकते हैं।
दूसरे दिन आप यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थलों की सैर कर सकते हैं और फिर सुभाषधारा तथा मेथोडिस्ट आश्रम जैसी जगहों पर जा सकते हैं। सत्ताल के बटरफ्लाई संग्रहालय (Butterfly Museum) में आप तितलियों की विभिन्न किस्मों को देख सकते हैं।
गर्मियों के दौरान सत्ताल की यात्रा काफी सुखद होती है क्योंकि इस दौरान जहाँ देश में सब जगह गर्मी होती है वहीँ सत्ताल में सुखद मौसम होता है। सर्दियों के समय यहाँ कड़ाके की ठंड पड़ती है, लेकिन इस दौरान यहाँ का दृश्य बेहद लुहावना होता है। अगर आप सर्दियां के दौरान यात्रा करते हैं तो ऊनी कपड़े पहन सकते हैं। बारिश के मोसम में यहाँ की यात्रा करने की सलाह नहीं दी जाती। मार्च-जून और सितंबर-दिसंबर के महीनों के दौरान सत्ताल की यात्रा करना सबसे अच्छा है।
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सत्ताल में कोई अपना हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड नहीं है, लेकिन यह उत्तराखंड के कुछ प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। इसलिए पर्यटकों को देश के किसी भी कोने से सत्ताल की यात्रा करना आसान है। सत्ताल का निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर और रेलवे स्टेशन काठगोदाम में है। सत्ताल तक पहुँचने के लिए कैब सेवाएं भी आसानी से उपलब्ध हैं।
अगर आप हवाई मार्ग द्वारा सत्ताल की यात्रा करने जा रहें हैं तो बता दें कि यहाँ पर अपना हवाई अड्डा नहीं है, इसलिए पर्यटकों को निकटतम हवाई अड्डे के लिए फ्लाइट लेनी होगी जो कि पंतनगर में है। यह हवाई अड्डा सत्ताल से 61 किमी की दूरी पर है। सत्ताल पहुँचने के लिए आप हवाई अड्डे से टैक्सी ले सकते हैं।
अगर आप सड़क मार्ग से सत्ताल की यात्रा करना चाहते हैं तो बता दें कि यह सड़कों के माध्यम से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है लेकिन इसका कोई निजी बस स्टैंड नहीं है। अगर आप बस से यात्रा करना चाहते हैं, तो आपको या तो नैनीताल या किसी अन्य प्रमुख कुमाऊं शहर के लिए बस लेना होगा। बस स्टैंड से सत्ताल तक जाने के लिए आप लिए कैब किराए पर ले सकते हैं।
सत्ताल में कोई रेलवे स्टेशन नहीं है, लेकिन अगर आप ट्रेन से यात्रा करना चाहते हैं, तो काठगोदाम रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन पकड़ सकते हैं। रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद आप सत्ताल के लिए टैक्सी ले सकते हैं।
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इस आर्टिकल में आपने सत्ताल घूमने की पूरी जानकारी को जाना है आपको हमारा यह आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
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