Neelkanth Temple In Hindi, नीलकंठ मंदिर भारत में स्थित हिंदू धर्म के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। आपको बता दें कि यह मंदिर भारत के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल हरिद्वार में स्वर्ग आश्रम के ऊपर एक पहाड़ी पर स्थित है। भक्त ऋषिकेश से भी इस मंदिर के लिए यात्रा कर सकते हैं। आपको बता दें कि मंदिर का रास्ता हरे-भरे पहाड़ियों और नदियों से घिरा हुआ है, जो कुछ सबसे खूबसूरत दृश्य प्रदान करता है। आपको बता दें कि बहुत से श्रद्धालु ट्रेकिंग करके इस मंदिर में आते हैं, जिसमें ऋषिकेश से जाने में लगभग 4 घंटे लगते हैं। नीलकंठ महादेव मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जिन्हें हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख और शक्तिशाली देवता माना जाता है। इस मंदिर के पीछे एक पुरानी कथा भी है जिसके बारे में जानने में लोग बेहद दिलचस्पी रखते हैं।
अगर आप हरिद्वार के नीलकंठ मंदिर के बारे में ओर जानना चाहते हैं या फिर इसके मंदिर के दर्शन करने की योजना बना रहें हैं तो इस लेख को अवश्य पढ़ें, जिसमे हम आपको नीलकंठ मंदिर के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहें हैं –
हरिद्वार के नीलकंठ महादेव मंदिर का इतिहास – Neelkanth Mahadev Temple History In Hindi
जैसा कि हम आपको बता चुकें हैं कि नीलकंठ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर की स्थापना के पीछे एक पौराणिक कथा है। पौराणिक कथा की माने तो एक बार भगवान शिव ने ‘सागर मंथन’ (समुद्र मंथन) से प्रकट हुए विष को पी लिया था। बताया जाता है कि यह वही जगह है जहां पर भगवान शिव ने विष पिया था। जब शिव ने विष पीने पर उसका गला नीला पड़ गया और उसी समय से भगवान शिव को ‘नीलकंठ’ (नीला कंठ वाला) कहा जाने लगा। मणिकूट, विष्णुकूट और ब्रह्मकूट की पहाड़ियों से घिरा, नीलकंठ मंदिर 1330 मीटर की ऊंचाई स्थित है। यह रास्ता बेहद रोमांचकारी और पर्यटकों बेहद शानदार अनुभव देता है। यहां पहाड़ी के ऊपर खड़ी और संकरी सड़कें है जहां नदी बहती है। नीलकंठ मंदिर उत्तरांचल की सुरम्य पहाड़ियों के बीच मधुमती और पंकजा नदियों के संगम पर स्थित है।
नीलकंठ मंदिर का धार्मिक महत्व – Religious Importance Of Neelkanth Temple In Hindi
नीलकंठ मंदिर मधुमती और पंकजा नदियों से घिरा हुआ है। मंदिर परिसर को एक प्राकृतिक झरना भी मिला है जहाँ श्रद्धालु पवित्र स्नान करते हैं। मंदिर के मुख्य मंदिर में एक शिव लिंगम है। मंदिर की आध्यात्मिक आभा लोगों के दिलों में एक भक्ति भावना पैदा करती है। यहां पर आने वाले भक्त भगवान नारियल, फूल, दूध, शहद, फल और जल का चढ़ावा चढ़ाते हैं। नीलकंठ मंदिर हिंदू धर्म का एक बेहद प्रसिद्ध मंदिर है ऋषिकेश से इस मंदिर तक पहुंचने के लिए आप ट्रेकिंग कर सकते हैं और आसपास के आकर्षक दृश्यों का मजा ले सकते हैं। नीलकंठ मंदिर एक बेहद खास धार्मिक स्थल है क्योंकि इस मंदिर का निर्माण उस समय किया गया था जब किसी भी संरचना का निर्माण करने के लिए कोई तकनीक उपलब्ध नहीं थी, जिससे सही अनुपात का पता लगाया जा सके।
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नीलकंठ महादेव मंदिर दर्शन का समय- Neelkanth Mahadev Temple Darshan Timing In Hindi
नीलकंठ महादेव मंदिर के दर्शन सुबहे सूर्योदय से सूर्यास्त किये जा सकते है और दर्शन करने के लिए 30 मिनट से 1 घंटे का समय लग सकता है।
नीलकंठ मंदिर हरिद्वार में मेला और उत्सव – Fair At Neelkanth Temple In Hindi
नीलकंठ मंदिर में शिवरात्रि (फरवरी-मार्च) और श्रावण (जुलाई-अगस्त) के शिवरात्रि के अवसर पर प्रतिवर्ष दो मेलों का आयोजित होता है। इस दौरान हजारों तीर्थयात्री द्वारा मंदिर का दौरा किया जाता है। पर्यटक भी इस दौरान मंदिर के दर्शन करने के लिए आ सकते हैं। नीलकंठ मंदिर एक पवित्र स्थान है जो भक्तों को एक शानदार अनुभव देता है।
नीलकंठ महादेव मंदिर के बारे में रोचक तथ्य – Interesting Facts About Neelkanth Temple In Hindi
- कई पौराणिक कथाओं की माने तो यह वही मंदिर है जहां पर भगवान शिव ने समुद्र मंथन के बाद उस विष का सेवन किया था, जिसकी वजह से उनका कंठ नीला हो गया था।
- संसार की भलाई के लिए देवों के देव महादेव द्वारा किए गए बलिदान का सम्मान करते हुए इस नीलकंठ मंदिर की दीवारों पर समुद्र मंथन की कहानी पर प्रकाश डाला गया है।
- मंदिर के अंदर एक शिवलिंग स्थपित है जिसे भक्तों द्वारा पूजा जाता है।
- मंदिर परिसर में एक पवित्र पीपल का पेड़ लगा हुआ है। जिसके बारे में यह माना जाता है कि यदि तीर्थयात्री पवित्र पीपल के पेड़ के तने के चारों ओर एक धागा बांधते हैं और सच्चे दिल से यहां प्रार्थना करते हैं तो उनकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है।
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नीलकंठ महादेव मंदिर हरिद्वार के आसपास के पर्यटन स्थल – Best Places To Visit Near Neelkanth Mahadev Temple Haridwar In Hindi
- राम झूला
- लक्ष्मण झूला
- तेरा मंज़िल मंदिर
- राजाजी नेशनल पार्क
- त्रिवेणी घाट
- गीता भवन
- मनसा देवी मंदिर
- हर की पौड़ी
- शिवानंद आश्रम
- लक्ष्मण मंदिर
- भारत माता मंदिर
- बीटल्स आश्रम
- भूतनाथ मंदिर
नीलकंठ महादेव मंदिर घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit The Neelkanth Temple In Hindi
अगर आप नीलकंठ महादेव मंदिर जाने की योजना बना रहें हैं और यहां की यात्रा करने के अच्छे समय के बारे में जानना चाहते हैं तो बता दें कि यह मंदिर तीर्थयात्रियों के लिए पूरे वर्ष खुला रहता है। लेकिन आप अपनी यात्रा को खास बनाना चाहते हैं तो आप शिवरात्रि के त्योहार के दौरान मंदिर की यात्रा कर सकते हैं और आंखें आनंद देने वाले उत्सव का हिस्सा बन सकते हैं जो आपको मंत्रमुग्ध कर देगा।
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नीलकंठ महादेव मंदिर कैसे पहुंचें – How To Reach Neelkanth Mahadev Temple Haridwar In Hindi
जो भी यात्री नीलकंठ महादेव मंदिर के दर्शन करने के लिए जाना चाहते हैं उनके लिए बता दें कि यह मंदिर ऋषिकेश के मुख्य बस टर्मिनल से 32 किमी की दूरी पर स्थित है। ऋषिकेश के भक्त निजी या साझा टैक्सी बुक करके मंदिर के लिए यात्रा कर सकते हैं। इसके अलावा भक्त मंदिर के लिए सार्वजनिक बस में भी सफर कर सकते हैं जो मंदिर के करीब छोड़ देगी। अगर आप अपनी यात्रा में रोमांच भरना चाहते हैं तो प्रसिद्ध राम झूला से मंदिर तक 22 किलोमीटर की यात्रा कर सकते हैं।
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इस लेख में आपने नीलकंठ महादेव मंदिर के दर्शन और यात्रा से जुडी पूरी जानकारी को जाना है, आपको हमारा ये आर्टिकल केसा लगा हमे कमेन्ट करके जरूर बतायें।
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नीलकंठ महादेव मंदिर हरिद्वार का नक्शा – Neelkanth Mahadev Temple Haridwar Map
नीलकंठ महादेव मंदिर की फोटो गैलरी – Neelkanth Mahadev Temple Images
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