Manipur Tourism In Hindi, मणिपुर राज्य भारत के पड़ौसी देश म्यांमार की सीमा से लगा हुआ भारत का एक आकर्षित उत्तर-पूर्वी राज्य है। मणिपुर की राजधानी इम्फाल है और मणिपुर को साउथ एशिया का प्रवेश द्वार भी माना जाता है। पंडित जवाहरलाल नेहरु जी द्वारा मणिपुर को “भारत का गहना” नाम दिया गया था। मणिपुर ही वह स्थान हैं जहां से ही पोलो नामक खेल की शुरुआत हुई थी। मणिपुर के लोग पोलो को “सगोल कांजेई” कहते है। भारत देश के सबसे खूबसूरत स्थानों के रूप में मणिपुर को भी गिना जाता है और यह आकर्षित स्थान पर्यटकों को अपने यहाँ आने के लिए सदेव आमंत्रित करता हैं। मणिपुर का खाना, मणिपुर पहनावा और मणिपुर के दर्शिनीय स्थल यहाँ आने वाले पर्यटकों के दिलों को छू जाते हैं।
व्यापारिक द्रष्टि से भी मणिपुर का एक अलग ही स्थान है। मणिपुर में सुन्दर आभूषण बनाये जाते है जोकि अपनी हस्तकला का शानदार उदहारण हैं। मणिपुर स्टेट और मणिपुर के शहर पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही आकर्षक है। यहाँ की शांत जलवायु, हरे भरे लहलहाते घने वन और यहाँ की सुन्दर झीलें इस पर्वतीय क्षेत्र की सुन्दरता में चार चाँद लगा देते है। यदि आप मणिपुर के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े –
मणिपुर का इतिहास हमें वर्ष 1891 में ले जाता हैं जहां से हमें पता चलता हैं कि ब्रिटिश शासन के अधीन आने वाले स्वतंत्र राज्यों की सूची में शामिल होने वाले राज्यों में मणिपुर अंतिम राज्य था। जोकि वर्ष 1956 में एक केंद्र शासित प्रदेश के रूप में जाना गया और फिर बाद में मणिपुर को सन 1972 के दौरान एक पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया था। मणिपुर के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में मारी बम कोइरेंग सिंह ने शपथ ग्रहण की।
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मणिपुर राज्य से ही रासलीला की उत्पत्ति हुई है। मणिपुर के लोग नृत्य गायन में बहुत रूचि रखते है। मणिपुर को त्यौहारों की भूमि के नाम से जाना जाता है। मणिपुर में कई त्यौहार मनाये जाते है। मणिपुर के लोग बहुत ही ज्यादा आनंद और उल्लास से हर त्यौहार मनाते है। मणिपुर के खास त्यौहारों में से कुछ प्रमुख त्यौहार इस प्रकार है – डोल यात्रा, रथ यात्रा, कुट, लाइ हरोबा, चुमफा तथा दशहरा आदि है। पर्यटकों के लिए भी यह त्यौहार बहुत ही अलग अनुभव देने वाले है।
मणिपुर की वेशभूषा मणिपुर की संस्कृति को स्पष्ट करती है। मणिपुर के लोग बहुत ही आकर्षक ड्रेस पेहनते है जोकि बहुत ही साधारण पर आकर्षक होती है। मणिपुर में पुरुषों की पोशाक में मुख्य रूप से सफ़ेद कलर की धोती कुरता और सफ़ेद पगड़ी होती है। महिलाए एक विशेष प्रकार की ड्रेस पहनती है जिसे इंनाफी के नाम से जाना जाता है और यह एक शोल की तरह होता है। जिसमे चारो तरफ आकर्षक रंग की बॉर्डर और बहुत ही सुन्दर डिजाइन होती है। इसके अलावा एक फेनक और स्कर्ट भी महिलाओं की पोशाक में शामिल है। मणिपुर का पहनावा पारंपरिक होता है।
मणिपुर के लोग बहुत ही धार्मिक प्रवृत्ति के होते है। मणिपुर में शास्त्रीय तथा लोक नृत्य सिर्फ भगवान के मंदिरों में ही किये जाते है। मणिपुर के लोग राधा-कृष्ण के प्रति अनन्य भक्ति रखते है। इसी बजह से मणिपुरी नृत्य भी राधा-कृष्ण को ही समर्पित होते है। मणिपुर से ही रासलीला की उत्पत्ति हुई थी। मणिपुरी नृत्यों में मुख्य रूप से पुंग चोलम नृत्य, माई नृत्य, खम्बा थाबी नृत्य और नूपा नृत्य शामिल है।
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मणिपुर स्टेट बहुत ही खूबसूरत पर्यटन स्थल है। मणिपुर में आपको घूमने के लिए कई ऐसे पर्यटक स्थल मिलेंगे जहां घूमकर आप अनूठे आनंद का अनुभव करेंगे। प्रकृति की गोद में स्थित मणिपुर अपने घने जंगलो, ऊँची पहाड़ियों और झीलों के लिए जाना जाता है। मणिपुर में आने वाले पर्यटक इन स्थानों की यात्रा जरूर करते है। हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से उन सभी जगहों की जानकारी प्रदान कर रहे है जहां घूम कर आप की यात्रा बहुत यादगार बन जाएगी।
मणिपुर के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में से मणिपुर की राजधानी इम्फाल सबसे ज्यादा खास है। इम्फाल मणिपुर का सबसे बड़ा शहर है। इम्फाल बहुत ही आकर्षक स्थान है जोकि अपनी हरी-भरी वादियों और आकर्षित प्राकृतिक वातावरण के साथ इस शहर की ख़ूबसूरती में चार चाँद लगा देता हैं। इम्फाल में कई झील है जहां घूम कर आपको बहुत अच्छा लगेगा। इम्फाल मणिपुर का संग्रहालय के रूप में भी जाना जाता है। इम्फाल में कई ऐसी जगह है जहां पर आप यात्रा का आनंद ले सकते है।
मणिपुर के प्रमुख पर्यटन स्थालो में चंदेल जिला भी शामिल है। चंदेल जिला भारत और म्यांमार की सीमा के बीच स्थित है। चंदेल जिले को ‘लामका’ और ‘गेटवे टू म्यांमार‘ के नाम से भी जाना जाता है। चंदेल जिला मणिपुर की राजधानी इम्फाल से लगभग 64 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। चंदेल जिला अपनी खूबसूरती के साथ-साथ अपनी संस्कृति के लिए भी प्रसिद्ध हैं। चंदेल आने वाले पर्यटकों को चंदेल के नृत्य और संगीत इतने ज्यादा पसंद आते है की वो इस अनोखे दृश्य को भूल नही पाते है।
मणिपुर के दार्शनिक स्थलों में शामिल थौबल एक ऐसी जगह है जहाँ पिकनिक का असली मजा आता है। थौबल में पर्यटक ट्रेकिंग करने का आनंद उठा सकते है और इसके साथ ही यहाँ की एक पैदल लम्बी यात्रा होती है, जिसका अपना ही अलग मजा होता है। पर्यटन की दृष्टि से थौबल बहुत ही शानदार जगह है। थौबल शहर में कई मंदिर है और जल निकाय भी है, जिनके लिए यह बहुत ही ज्यादा फेमस है। थौबल में प्रसिद्ध बाजार निंगम्बाम लक्ष्मी बाजार और अथोकपाम बाजार बहुत ही ज्यादा ख़ास है। पर्यटकों को यह स्थान बहुत ही आकर्षक और मनमोहक लगता है।
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मणिपुर के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक तामेंगलोंग शहर है जो की संतरों की खेती के लिए बहुत फेमस है। तामेंगलोंग में आने वाले पर्यटकों को कई प्रकार की वनस्पति और अनोखे जीवो की प्रजातियों की जानकारी प्राप्त करने का मौका मिलता है। तामेंगलोंग में जानवरों के लिए चिड़ियाँ घर भी है जो पर्यटकों को अपनी और खीचते है। तामेंगलोंग बहुत ही सुन्दर जगह है और यहाँ कि खूबसूरत पहाड़ी क्षेत्र के साथ-साथ यहाँ बहुत ही खूबसूरत झरने भी दर्शनीय है।
सेनापति जिला मणिपुर स्टेट में घूमने लायक जगहों में से एक प्रमुख जगह है, जो 80 प्रतिशत वनों से घिरा हुआ है। सेनापति ग्रामीण क्षेत्र है जो की पर्यटकों को गाँव से जुडी जानकारी जुटाने के लिए बहुत ही शानदार जगह है। सेनापति के लोग पर्यटकों की यात्रा को और भी सुहाना बना देते है। आप यहाँ के लोगो के साथ समय बिताने के बाद उन लम्हों को कभी नही भूल पायेंगे।
मणिपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एंड्रो एक बहुत ही अलौकिक जगह है। एंड्रो अपनी कला के कारण प्रसिद्ध है। एंड्रो के लोग मिट्टी के बर्तनों का निर्माण करते है जो कि बहुत ही आकर्षक होते है। इन मिट्टी के बर्तनों का एक संग्रहालय है जो पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही शानदार है। इसके अलावा एंड्रो में कई ऐसे स्थान है जहां आप यात्रा करके सुकून पा सकते है। एंड्रो के पार्क और मंदिर बाकइ देखने लायक है।
खोंगजोम मणिपुर की सबसे अच्छी जगहों में से एक है। भारत के इतिहास में रूचि रखने वाले पर्यटकों के लिए यह जगह बहुत ही ज्यादा शानदार है। खोंगजोम में वीर बहादुर शहीद शैनिकों की याद में बहुत बड़ा स्मारक बना हुआ है जो की देखने योग्य है। यहाँ पर सेनानियों को श्रधांजलि प्रदान की जाती है। प्राचीन काल में हुए युद्धों के साक्ष्य खोंगजोम में देखने को मिलते है।
मणिपुर में घूमने के लिए चुराचांदपुर भी बहुत ख़ास जगह है। बैसे तो चुराचांदपुर आदिवासियों के शहर के रूप में जाना जाता है परन्तु अब इस शहर में बहुत तेजी से विकास हो गया है। चुराचांदपुर के अन्दर भी कई आकर्षक पर्यटन स्थल है जिनमे से टिपिमुख, टोंगलेन गुफा, तुईबोंग आदिवासी संग्रहालय, नगालोई फॉल्स और टिपिमुख बहुत फेमस है।
मणिपुर में पर्यटन स्थलों में उखरुल एक मात्र ऐसी जगह है जहां आप सबसे अधिक समय एकांत में बिता सकते है। मन को सुकून देने वाली यह जगह चाय के बागानों के लिए जानी जाती है। उखरुल में निलय टी एस्टेट, काचौ फुंग लेक, शिरुई काशोंग पीक, खंगखुई गुफा और ख्यांग पीक ये सभी जगह बहुत ही फेमस है।
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मणिपुर के स्थानीय भोजन में मुख्य रूप से चावल तथा मछली प्रसिद्ध है। मणिपुर के लोग मछली की करी जिसे नगा थोंगबा के नाम से जाना जाता है लोगो को बहुत अधिक पसंद हैं। शाकाहारी खाने के रूप में मणिपुर का प्रसिद्ध ऊटी खाना है। चामथोंग जो सब्जियों के साथ बनाया जाता है मणिपुर का सबसे खास व्यंजन है। मणिपुर के लोग बिना तेल का पकाया हुआ खाना बहुत ज्यादा पसंद करते है। इसके साथ ही यहाँ चाइनीस खाना भी बहुत अच्छा मिलता है। मणिपुर घूमने के दौरान आप यहाँ के तरह-तरह के व्यंजनों का स्वाद चखने का लाभ भी उठा सकते है।
मणिपुर घूमने जाने के लिए सर्दियों का समय सबसे अच्छा माना जाता हैं। सर्दियों के समय आप मणिपुर की ख़ूबसूरत वादियों का भरपूर आनंद ले सकते है। हालाकि साल के किसी भी महीने में जाना चाहे तो आप जा सकते है। परन्तु गर्मियों में मौसम थोडा सा गर्म हो जाता है तो आपको उतना आनंद नही मिल पाता है। इसलिए आप गर्मी की शुरुआत से पहले किसी भी मौसम में मणिपुर की यात्रा का मजा ले सकते है। पहाड़ी घाटी की सुन्दरता का सबसे ज्यादा आनंद हल्की-हल्की बारिश में मिलता है।
मणिपुर और इसके पर्यटन स्थलों की यात्रा करने के बाद यदि आप किसी आवास स्थान की तलाश में हैं, तो हम आपको बता दें कि मणिपुर में कई होटल उपलब्ध हैं। जोकि आपको लो-बजट से लेकर हाई-बजट की रेंज में मिल जायेंगे।
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यदि आपने मणिपुर की यात्रा का प्लान बनाया है तो हम आपको बता दे की आप मणिपुर जाने के लिए फ्लाइट, ट्रेन और बस का चुनाव कर सकते है। मणिपुर भारत के विभिन्न शहरों से स्थाई रूप से जुड़ा हुआ है। आपको मणिपुर जाने में किसी भी प्रकार की कोई समस्या का सामना नही करना पड़ेगा। आप आसानी से मणिपुर पहुँच सकते है।
यदि आपने मणिपुर की यात्रा का प्लान फ्लाइट के माध्यम से जाने का बनाया है, तो हम आपको बता दे की आप मणिपुर हवाई मार्ग से आसानी से पहुँच सकते है। मणिपुर में एक मात्र (Tulihal Airport In Changangei) तुलिहल हवाई अड्डा हैं जोकि मणिपुर के केंद्र में स्थित है। यह हवाई अड्डा मणिपुर का मुख्य हवाई अड्डा है। इम्फाल तुलिहल हवाई अड्डा भारत के कई मुख्य शहरों से जुड़ा हुआ है।
मणिपुर जाने के लिए यदि आपने रेलवे मार्ग का चुनाव किया हैं तो हम आपको बता दें कि मणिपुर रेल्वे मार्ग से सीधे संपर्क में नही हैं। लेकिन इम्फाल से लगभग 215 किमी की दूरी पर नागालैंड के दीमापुर में रेलवे स्टेशन हैं। जहां से आप सड़क मार्ग द्वारा आसानी से मणिपुर पहुँच सकते है।
मणिपुर अपने आसपास के शहरों से सड़क मार्ग के द्वारा विभिन्न शहरों गुवाहाटी, सिलचर, दीमापुर और कोहिमा से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यदि आपने सड़क मार्ग से मणिपुर जाने का प्लान बनाया है, तो हम आपको बता दे की आपको नियमित रूप से बसे उपलब्ध हो जाएँगी आप आसानी से मणिपुर पहुँच सकते है।
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इस आर्टिकल में आपने मणिपुर के इतिहास, संस्कृति और प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों के बारे में जाना है आपको हमारा यह लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
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