तुंगनाथ की चंद्रशिला शिखर घूमने की पूरी जानकारी – Chandrashila Trek Information In Hindi

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Chandrashila In Hindi : चन्द्रशिला उत्तराखंड के रूद्र प्रयाग जिले में तुंगनाथ गाँव का शिखर बिंदु है। चंद्रशिला को “मून रॉक” मतलब चन्द्रमाँ की चट्टान के नाम से भी जाना जाता है। चन्द्रशिला मुख्य रूप से पांच चोटियों के शिखर के रूप में भी जाना जाता हैं जोकि नंदादेवी, त्रिशूल, केदार, बंदरपंच और चौखम्बा के नाम से जानी जाती है। समुद्र तल से लगभग 4000 मीटर की उंचाई पर स्थित चंद्रशिला एक आकर्षित पर्यटन स्थल है। चंद्रशिला पर्यटन स्थल हिमालय की तरह दिखाई देता हैं। चन्द्रशिला और तुंगनाथ पर्यटन के बीच की दूरी लगभग 3-4 किलोमीटर है।

तुंगनाथ से चंद्रशिला के बीच की दूरी पर होने वाली ट्रेकिंग पर्यटकों को बहुत पसंद हैं और पर्यटक इसका लुत्फ़ उठाते हुए नजर आते हैं। यदि आप भी चंद्रशिला तुंगनाथ पर्यटन स्थल के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो हमारे इस लेख को पूरा जरूर पढ़े –

1. चन्द्रशिला शिखर का इतिहास – Chandrashila Peak History In Hindi

चन्द्रशिला शिखर का इतिहास

चंद्रशिला शिखर के साथ कुछ पौराणिक कथाएं भी जुडी हुई है। ऐसा कहा जाता है कि श्री राम चन्द्र शंकर भगवान जी के उपासक थे। माना जाता है कि लंकापति रावन का वध करने के बाद भगवान श्री राम ने अपने मन की अशांति को दूर करने के लिए तुंगनाथ से करीब 2 किलोमीटर दूर पर स्थित पर्वत चोटी पर भगवान शिव की आराधना की और उस समय से आज तक इस चोटी को चन्द्रशिला नाम से जाना जाता हैं।

2. चन्द्रशिला शिखर ट्रेक – Chandrashila Trek In Hindi

चंद्रशिला ट्रेक भारतीय ट्रेकिंग के प्रति उत्साही लोगों के लिए सबसे लोकप्रिय ट्रेक में से एक है। चोटी तक जाने के लिए ट्रेक 5 किमी है। चोपता से शुरू होने वाला ट्रेक रूट तुंगनाथ (विश्व का सबसे ऊँचा शिव मंदिर) तक जाता है, यहाँ से एक किलोमीटर लंबा ट्रेक है। खड़ी चढ़ाई इस ट्रेक को कठोर बनाती है।

यह ट्रेक पूरे वर्ष में पूरा किया जाता है, हालांकि सर्दियों के मौसम में बर्फबारी के कारण यह ट्रेक कठिन हो जाता है क्योंकि चोपता के लिए रास्ता बंद हो जाता है। ट्रेकर्स इस अवधि के दौरान एक अलग मार्ग का उपयोग करते हैं।

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3. चन्द्रशिला शिखर की यात्रा के लिए टिप्स – Tips For Visiting Chandrashila Trek In Hindi

चन्द्रशिला शिखर की यात्रा के लिए टिप्स

  • अगर आप चंद्रशिला शिखरकी यात्रा का प्लान बना रहे है तो आपको बता दे कि यहाँ एटीएम, पेट्रोल पंप जैसी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं. इसीलिए पेट्रोल और पेसे प्रयाप्त मात्रा में ले कर चले.
  • चंद्रशिला शिखर कि यात्रा के दोरान आप ट्रैकिंग जूते, सर्दियों की जैकेट, सनस्क्रीन, पानी और नियमित दवाईयां अवश्य साथ ले कर चले।
  • चंद्रशिला शिखर कि यात्रा के दोरान बर्फ पर फिसलने की उच्च संभावना रहती है इसीलिये वाटरप्रूफ ट्रेकिंग जूते साथ ले और आप ट्रेक के दौरान अतिरिक्त सहायता के लिए एक छड़ी भी साथ ले जा सकते हैं।
  • अगर आप यहाँ विंटर्स के दौरान आते है तो एक गाइड को साथ ले सकते हैं क्योंकि इस समय चंद्रशिला के लिए ट्रेक पूरी तरह से बर्फ से ढंके होते है।
  • ट्रेक रूट पर कोई चार्जिंग पॉइंट उपलब्ध नहीं हैं। इसीलिए आप अपने मोबाइल फोन को चार्ज करने के लिए अपने साथ पावर बैंक ले जा सकते हैं।
  • यहां ट्रेक रूट पर सीमित नेटवर्क कनेक्टिविटी ही उपलब्ध है इंटरनेट कनेक्शन 2G तक सीमित है।
  • चंद्रशिला शिखर कि यात्रा के दोरान बारिश होने पर अपने आप को बचाने के लिए रेनकोट अपने जरूर साथ रखें। मार्ग पर कोई प्रमुख कवरिंग हॉल्टिंग पॉइंट नहीं हैं।

4. चन्द्रशिला शिखर घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Chandrashila Trek In Hindi

चन्द्रशिला शिखर घूमने जाने का सबसे अच्छा समय

चन्द्रशिला शिखर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अप्रैल से नवंबर के बीच का माना जाता हैं क्योंकि सर्दियों के दौरान बर्फबारी के कारण तुंगनाथ मंदिर और चन्द्रशिला शिखर दिसंबर से मार्च तक बर्फ से ढके रहते हैं।

5. चन्द्रशिला शिखर के आसपास घूमने लायक जगह – Tourist Attractions Near Chandrashila In Hindi

चन्द्रशिला शिखर के पास में कई पर्यटन स्थल है जहाँ घूम कर आप अध्यात्मिक और धार्मिक रूप से शांति प्राप्त करने के अलावा तुंगनाथ की चोटियों पर ट्रेकिंग का आनंद ले सकते है। आपकी सुविधा के लिए हमने चन्द्रशिला शिखर के नजदीक के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों की जानकारी नीचे दी हुई है।

5.1 तुंगनाथ मंदिर – Tungnath Temple In Hindi

तुंगनाथ मंदिर

रूद्रप्रयाग जिले में स्थित तुंगनाथ मंदिर पहाड़ों की चोटी के बीच बसा हुआ मंदिर है। शिवजी को समर्पित यह मंदिर 1000 साल पुराना है। समुद्र तल से 3680 मीटर की उंचाई पर स्थित इस मंदिर का निर्माण पांडवो ने करवाया था। यह मंदिर बहुत ही सुन्दर वास्तुकला से निर्मित है और इसके आसपास अनेकों मंदिर है जोकि बहुत ही अद्भुत है। बरसात के दिनों में इस मंदिर से शिवजी की मूर्ति को हटा कर तुंगनाथ मंदिर चोपता में स्थापित किया जाता है और बरसात समाप्त होने पर पुनः ढोल और बाजों के साथ तुंगनाथ मंदिर में शिवजी की मूर्ति स्थापित कर दी जाती है। तुंगनाथ मंदिर अप्रैल-मई में खोले जाते है और दिवाली के बाद बंद कर दिए जाते है।

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5.2 देवरियाताल चोपता – Deoria Tal Chopta In Hindi

देवरियाताल चोपता

चंद्रशिला तुंगनाथ उत्तराखंड के आकर्षण में शामिल रूद्रप्रयाग जिले में स्थित देवरिया ताल नामक गाँव है। देवरिया ताल उखीमठ मार्ग पर स्थित सारी गाँव से 2 किलोमीटर दूर स्थित है। चोपता की यह झील बहुत ही आकर्षित है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देवरिया ताल की झील से चौखंबा की चोटियों को आसानी से देखा जा सकता है। पर्यटक इस स्थान के सुन्दर नजारों को अपने कैमरे में कैद कर सकते है। इस गाँव के लोगो से बात करने का अनुभव हर पर्यटक को बहुत आनंदित करेगा। देवरिया ताल झील देवदारों के पेड़ों से सुशोभित है।

5.3 चोपता उत्तराखंड – Chopta In Hindi

चोपता उत्तराखंड

उत्तराखंड में स्थित चोपता एक छोटा गाँव है जोकि एक बहुत ही आकर्षक पर्यटन स्थल है। पर्यटक इस शानदार स्थान पर ट्रेकिंग के लिए आते है। चोपता अल्पाइन और देवदार के वृक्षो से सजा हुआ गाँव है। त्रिशूल, नंदा देवी और चौखम्भा की बर्फ से ढंकी चोटियाँ इस स्थान के आकर्षण का केंद्र बिंदु बने हुए है।

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5.4 कंचुला खरक कस्तूरी मृग अभयारण्य चोपता – Kanchula Korak Musk Deer Sanctuary Chopta In Hindi

कंचुला खरक कस्तूरी मृग अभयारण्य चोपता

कंचुला खरक कस्तूरी मृग अभ्यारण्य चोपता का प्रमुख दर्शनीय स्थल है जोकि चंद्रशिला तुंगनाथ पर्यटन के प्रमुख आकर्षण में शामिल हैं। कस्तूरी मृग उत्तराखंड का राष्ट्रीय पशु है जो भी पर्यटक वन्य जीवों में रूचि रखते है यह अभ्यारण्य उनके लिए बहुत ही आकर्षित स्थान है। इस अभ्यारण्य में बहुत प्रकार की वनस्पतियाँ पाई जाती है। कंचुला खरक कस्तूरी मृग अभ्यारण्य में इतने प्रकार के हिरण की प्रजाति पाई जाती है कि वैज्ञानिक भी अभी तक उन सारी प्रजातियों का पता नही लगा पाए है। लगभग 5 वर्ग किलोमीटर में फैला यह क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से लोकप्रिय बनता जा रहा है।

5.5 उखीमठ चोपता – Ukhimath Chopta In Hindi

उखीमठ चोपता

उखीमठ उत्तराखंड के चोपता का बहुत ही धार्मिक पर्यटन स्थल है। भगवान शिव और माता पार्वती के कई सारे पुराने मंदिर इस स्थान पर आज भी स्थित है। इसके साथ ही वाणासुर, उषा और अनिरुद्ध की कहानियों की जानकारी भी इसी स्थान पर छुपी हुई है। उखीमठ में भगवान केदारनाथ का मंदिर है जो बर्फ से बनी हुई शिवलिंग के कारण हिन्दू अनुयाइयों को अपनी और आकर्षित करता है। धार्मिक स्थल होने के साथ-साथ यह पर्यटक स्थल भी हैं।

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6. तुंगनाथ का प्रसिद्ध स्थानीय भोजन – Famous Food Of Tungnath In Hindi

तुंगनाथ में खाने के लिए प्रसिद्ध स्थानीय भोजन

तुंगनाथ पर्यटन स्थल बहुत ही छोटा सा क्षेत्र है और आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यहाँ ज्यादा होटल नही है। लेकिन फिर भी तुंगनाथ उत्तराखंड के प्रसिद्ध पकवानों में गेंहूँ और मंडुआ के आटे में दाल भरकर बनाया गया फिंगर मिल्ट बहुत लौकप्रिय है। जोकि भांग की चटनी के साथ परोसा जाता है। पर्यटकों को तुंगनाथ में बहुत अनौखे व्यंजन चखने का मौका मिलता है। तुंगनाथ बहुत ही धार्मिक स्थान है इसलिए यहाँ आपको सिर्फ शुद्ध शाकाहारी व्यंजन ही मिलते हैं।

7. तुंगनाथ में कहाँ रुके – Where To Stay Near Chandrashila In Hindi

तुंगनाथ में कहाँ रुके

तुंगनाथ घूमने और यहाँ के प्रमुख आकर्षक स्थानों के दर्शन के बाद आप यहाँ रुकना चाहते है तो हम आपको बता दे कि उत्तराखंड के इस खूबसूरत स्थान के आसपास आपको कम कीमत से अधिक कीमत तक की होटल तथा लॉज उपलब्ध है। आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी होटल का चयन कर सकते है।

  • द मीडोस चोपता रिसोर्ट एंड कैंप (The Meadows Chopta Resort And Camp)
  • श्रृष्टि लॉज होटल (Shrishti Lodge Hotel)
  • मोक्ष होटल (Moksha Hotel)
  • फारेस्ट इको रिसोर्ट(Forest Eco Resort)
  • गुरु कृपा पैलेस एंड अंशु होटल (Guru Kripa Palace And Anshu Hotel)
  • हॉलिडे पार्क होटल (Holiday Park Hotel)

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8. चन्द्रशिला शिखर तुंगनाथ कैसे पंहुचा जाये – How To Reach Chandrashila Tungnath In Hindi

अगर आपने चन्द्रशिला शिखर की यात्रा करने की योजना बनाई है तो हम आपको बता दे कि आप फ्लाइट, रेल और सड़क मार्ग में से किसी एक का भी चुनाव करके आसानी से चन्द्रशिला शिखर तुंगनाथ पहुँच सकते है।

8.1 हवाई जहाज से चन्द्रशिला शिखर कैसे पहुँचे – How To Reach Chandrashila By Flight In Hindi

हवाई जहाज से चन्द्रशिला शिखर कैसे पहुँचे

अगर आपने चन्द्रशिला शिखर जाने के लिए हवाई मार्ग का चुनाव किया है तो हम आपको बता दें कि चोपता का सबसे नजदीक हवाई अड्डा जॉली ग्रांट हवाई अड्डा देहरादून हैं। आप इस हवाई अड्डे के माध्यम से तुंगनाथ, चोपता, ऋषिकेश, रुद्रप्रयाग, और ऊखीमठ के लिए टैक्सी ले सकते हैं। तुंगनाथ पर्यटन स्थल और जॉली ग्रांट हवाई के बीच की दूरी लगभग 227 किलोमीटर हैं।

8.2 रेल मार्ग से चन्द्रशिला शिखर कैसे जाये – How To Reach Chandrashila By Train In Hindi

रेल मार्ग से चन्द्रशिला शिखर कैसे जाये

अगर आपने उत्तराखंड के चन्द्रशिला शिखर की यात्रा की योजना रेलवे मार्ग से जाने की बनाई है। तो हम आपको बता दे कि सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है जोकि लगभग 209 किलोमीटर की दूरी पर है। ऋषिकेश से आपको आसानी से बस या टैक्सी मिल जाएँगी जिनके माध्यम से आप चन्द्रशिला शिखर तुंगनाथ का सफ़र आराम से तय कर सकते है।

8.3 कैसे जाये चन्द्रशिला शिखर सड़क मार्ग से – How To Reach Chandrashila By Road In Hindi

कैसे जाये चन्द्रशिला शिखर सड़क मार्ग से

अगर आपने चन्द्रशिला शिखर तुंगनाथ की यात्रा का प्लान बस से जाने का बनाया है तो हम आपको बता दे की उत्तराखंड सड़क मार्ग के माध्यम से अपने आसपास सभी प्रमुख शहरो से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप अपने निजी साधन या राज्य परिवहन के साधनों की मदद से आसानी से तुंगनाथ की यात्रा कर सकते हैं।

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इस लेख में आपने चन्द्रशिला शिखर तुंगनाथ की के बारे में जाना है आपको हमारा ये लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।

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9. चन्द्रशिला शिखर तुंगनाथ का नक्शा – Chandrashila Tungnath Map

10. चन्द्रशिला शिखर की फोटो गैलरी – Chandrashila Images

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