Chaainsheel Bugyal Trek In Hindi, चांईशील बुग्याल ट्रैकिंग उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित बहुत ऊँची घाटी है। चांईशील समुद्र तल से 11700 फीट की उंचाई पर स्थित है। पहले चांईशील लोगो के बीच फेमस नही था लेकिन वर्ष 2017 में इसे “ट्रैक ऑफ़ द ईयर” की उपाधि दी गई है। इसके बाद से चांईशील ट्रैकिंग के लिए पर्यटक अधिक संख्या में जाने लगे और चांईशील पर्यटकों के बीच लोकप्रिय और आकर्षक पर्यटन स्थल बन गया है। चांईशील में पर्यटक 7 दिन की शानदार ट्रैकिंग करके यहाँ से जुड़े रहस्यों को जान सकते है। चांईशील तक जाने के लिए ट्रैकिंग यात्रा बालावत से शुरू होती है और आसपास की पहाड़ियों पर घूमने के बाद देहरादून में ख़त्म होती है।
चाइंशील बुग्याल ट्रेक में सुन्दर वन और घास के मैदानों की एक विस्तृत श्रृंखला देखने को मिलती है। यदि आप भी चांईशील ट्रैकिंग के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को पूरा अवश्य पढ़े –
चांईशील बुग्याल में 7 दिन की ट्रैकिंग में आप सबसे पहले बालवत में आवास स्थान बना सकते है। बालावत गाँव के लोग अपनी संस्कृति और स्वभाव को उजागर करते हुए आपका स्वागत करते हुए नजर आएंगे। यहाँ के निवासी अतिथि देवो भाव का पालन करते है। बालवत में रहने से आप यहाँ के लोगों के जीवन यापन के तरीकों को करीब से जान सकते है। बता दें कि 350 से भी अधिक लोगों के इस गाँव में आपको अपने घर की याद नही आएगी। ये लोग बहुत ही अच्छे व्यवहार वाले होते है। चलिए हम आपको चांईशील की सात दिन की ट्रैकिंग के बारे में विस्तार से बताते हैं।
और पढ़े: उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल और घूमने की जानकारी
पहले दिन की चांईशील बुग्याल ट्रैकिंग में आपका दिन बहुत ही चुनौतियों से भरा हुआ होगा। बालवत से धौलचा तक की ट्रैकिंग में पूरे मार्ग में बहुत सी कठिन चढ़ाई का सामना करना पड़ेगा। पहले दिन की ट्रैकिंग में आप मार्ग में हरे-भरे जंगल और घास के मैदानो के दिलचस्प नजारों से रूबरू होंगे। जैसे जैसे आपकी यात्रा आगे बढती जाएगी आपको रास्ते में जामुन, मशरूम, फूल, चाय की पत्ती आदि की एक विस्तृत श्रृंखला देखने को मिलेगी। बता दें कि यह सफ़र लगभग 10 घंटे का होगा इसलिए आप अपने साथ जरूरी चीजे लेकर चले जिससे मार्ग में आने वाली परेशानियों से निपटा जा सके।
दूसरे दिन की ट्रैकिंग में आप धौलचा से अखौटी के बीच की दूरी तय करेंगे। सुबह के नास्ता के बाद आप अखोटी के लिए निकलेंगे जोकि 8350 फिट की ऊंचाई पर स्थित हैं और लगभग 6 घंटे का मार्ग हैं। रास्ते के लिए लंच पैक करके आपने साथ रख ले और इस्तरी गाद नदी के निशानों का पालन करते हुए आगे बढे। आपकी ट्रैकिंग में 10 किलोमीटर लम्बी बॉर्डर देखने के लिए अखोटी पड़ाव डाले और हड़वारी गाँव में भी घूम सकते हैं। यहाँ आप अँधेरे जंगलो में देवदार के पेड़, सिल्वर बर्च और रोडोडेंड्रोन पाइन ट्री झाड़ियों से भी गुजरते हैं।
तीसरे दिन की ट्रैकिंग में आप अखोटी से चन्गशील के लिए रवाना होंगे जोकि 11730 फिट की ऊंचाई पर स्थित हैं। आज भी आप नास्ता करने और अपने जरूरत की चीजो को साथ में रखने के बाद 6 घंटे की यात्रा पर निकलेंगे। गढ़वाल हिमालय के शानदार नज़ारो को देखते हुए आपकी यात्रा आगे बढती हैं। घास के मैदानों से बाहर होने के बाद आपको लगातार चलना होता हैं। यहाँ आपको पहाड़ियों पर लगातार ट्रेकिंग करते हुए आगे बढ़ना होता हैं। जोकि थोला शीर, बन्दरपूंच पहाड़ की ढलान के आकर्षित नज़ारे, स्वर्गारोहिणी चोटी, काली चोटी आदि इसमें शामिल है। अंत में टेंट लगाकर आप रात बिता सकते हैं।
चांईशील बुग्याल उत्तरकाशी के मोरी बुग्याल जिले में स्थित हैं और यहाँ घास के सुन्दर मैदान देखने को मिलेंगे। यहाँ आप रात्रि शिविर में आराम कर सकते हैं। हल्की धुंध, तापमान मध्यम और हल्की फुहारों का दृश्य आपको खुशनुमा बना देता हैं। बता दें कि बुग्याल का आँगन रंग-बिरंगे फूलो से भरा हुआ हैं। चांईशील की ऊंचाई 11638 फीट जोकि खूबसूरत दृश्य प्रस्तुत करती हैं। चांईशील बुग्याल पहुँच कर आप ऐसा महसूस करेंगे जैसे आप बहुत ऊंचाई पर आ पहुंचे और दुनिया आपसे बहुत निचे रह गई हैं।
पांचवे दिन आप बलावत वापसी के लिए निकल सकते हैं जोकि 6,283 फीट पर स्थित हैं। चांईशील में ब्रेकफास्ट करने के बाद आप अखोटी थाच के लिए निकल सकते हैं। यह सफ़र आपका लगभग 6 घंटे का हो सकता हैं। हम कह सकते हैं कि 4700 फिट तक नीचे आना एक साहसिक यात्रा का हिस्सा साबित होता हैं। पर्यटक बालावत पहुँच कर एक रात्रि विश्राम कर सकते हैं।
चांईशील बुग्याल यात्रा के छटवें दिन कि सुबह आप बलाबत को अलविदा कह कर आपनी यात्रा को आगे बड़ा सकते हैं। बलाबत में यहाँ के स्थानीय निवासियों द्वारा आपका स्वागत शानदार ढंग से किया जाएगा आपको ऐसा लगेगा जैसे आप अपने घर में ही हैं। चाय, भोजन और आराम करने की सारी सुविधा आपको दी जाएगी। बालाबात से आप मसूरी के लिए रुख कर सकते है। या अखोटी थच में नास्ता करने के बाद आप (8350 फीट) से धौला कैंप के लिए यात्रा को आगे बढ़ा सकते हैं।
और पढ़े: केम्पटी फॉल्स मसूरी घूमने की जानकारी और इसके पर्यटन स्थल
चांईशील बुग्याल ट्रैकिंग के सातवे दिन आप मसूरी पहुँच सकते हैं और मसूरी में ढेर सारी गतिविधियों का हिस्सा बन सकते हैं। मसूरी से आप देहरादून के लिए निकल सकते हैं। या फिर आप धौला कैंप से देहरादून के लिए भी जा सकते हैं।
और पढ़े : भारत में 17 सर्वश्रेष्ठ और रोमांचक ट्रेक्स
चांईशील बुग्याल उत्तराखंड घूमने जाने की योजना बनाई है तो हम आपको बता दे कि आप अप्रैल से नवम्वर माह के बीच किसी भी महीने में चांईशील की यात्रा कर सकते है। यह समय ट्रैकिंग के लिए बहुत अच्छा माना जाता है, नवम्बर के महीने से इधर से बर्फ़बारी शुरू हो जाती है।
और पढ़े: केरल के मशहूर हिल स्टेशन मुन्नार के पर्यटन स्थल
चांईशील आप हवाई मार्ग, रेलवे मार्ग और सड़क मार्ग से आसानी से पहुँच सकते है।
चांईशील फ्लाइट से जाने की योजना बनाई है तो हम आपको बता दे कि चांईशील बुग्याल से 245 किलोमीटर की दूरी पर स्थित देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है जोकि भारत के प्रमुख हवाई अड्डो से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं। यहाँ से आप किसी टैक्सी या बस के माध्यम से आसानी से चांईशील पहुँच सकते है।
चांईशील की यात्रा के लिए यदि आपने रेलवे मार्ग का चुनाव किया है तो बता दे की चांईशील बुग्याल से 220 किलोमीटर की दूरी पर देहरादून रेलवे स्टेशन है। इस रेलवे स्टेशन से आप कार या टैक्सी लेकर आसानी से चांईशील पहुँच सकते है।
चांईशील बुग्याल जाने के लिए आपने सड़क मार्ग का चुनाव किया हैं। तो बता दे कि उत्तरकाशी भारत के विभिन्न शहरो से सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप बस या अपने निजी साधन के माध्यम से आसानी से चांईशील पहुँच जाएंगे है।
और पढ़े: हरसिल घाटी के टॉप पर्यटन स्थल की जानकारी
इस आर्टिकल में आपने चांईशील बुग्याल ट्रेक के बारे में जाना है आपको हमारा यह आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
और पढ़े:
Hills Station of Tamil Nadu In Hindi : तमिलनाडु भारत का एक खूबसूरत पर्यटक राज्य…
Ghaziabad in Hindi : गाजियाबाद उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख शहर है जो राष्ट्रीय…
Mumbai Zoo in Hindi : मुंबई जू मुंबई शहर के केंद्र में स्थित है जो…
Famous Forts Of Maharashtra in Hindi : महाराष्ट्र एक समृद्ध इतिहास वाला राज्य है जो…
Famous Lakes of Himachal Pradesh in Hindi : हिमाचल प्रदेश भारत का एक प्रमुख और…
Chintapurni Devi Temple in Hindi : चिन्तपूर्णी देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश राज्य के छोटे से…