Dausa Tourism In Hindi, दौसा भारत की राजधानी दिल्ली से 250 किलोमीटर की दूरी पर एक छोटा सा शहर है। जो राजस्थान का एक प्रमुख जिला और पर्यटन स्थल भी है। राजस्थान में अलवर और भरतपुर जैसे प्रसिद्ध जिलों के पास स्थित दौसा शहर अपने कई पर्यटन स्थलों के लिए जाना जाता है। अगर आप कम समय में राजस्थान का अनुभव लेना चाहते हैं तो आपको दौसा की यात्रा एक बार जरुर करना चाहिए।
यहां आने वाले पर्यटक किलों को देखने के लिए जा सकते हैं और ऊंट की सवारी का मजा भी ले सकते हैं। इस लेख में हमने दौसा के पर्यटन स्थलों की एक सूची तैयार की है, जहां घूम कर आप अपनी दौसा यात्रा का पूरा मजा ले सकते हैं। अगर आप दौसा की यात्रा करने जा रहें हैं तो हमारे इस लेख को जरुर पढ़ें जिसमे हम आपको दौसा जाने के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहें हैं।
दौसा को 10 अप्रैल 1991 में जयपुर की तार तहसीलों सिकराय बसवा लालसोट से अलग करके जिला बनाया गया था, उसके बाद 15 अगस्त सन 1992 में सवाई माधोपुर की तहसील महुआ को भी दौसा जिले में जोड़ दिया गया। दौसा राजस्थान का एक ऐसा शहर है, जो अपने विभिन्न ऐतिहासक स्थलों के लिए जाना जाता है। आपको बता दें कि यहां पर लंबे समय तक बड़गुर्जरों का शासन रहा है, जिस दौरान उन्होंने कई के किलों और चंद बावड़ी जैसे आकर्षण का निर्माण करवाया है। बताया जाता है कि दौसा दुल्हेराय को दहेज में मिला था और इसका नाम इसे देव गिरी की पहाड़ी से प्राप्त हुआ है।
दौसा कभी राजपूतों की पहली राजधानी थी और इसके बाद उन्होंने आमेर और फिर जयपुर को अपना मुख्यालय बनाया। जब 1562 में सम्राट अकबर मोइनुद्दीन चिश्ती की जियारत को गए थे, तो वह दौसा में कुछ समय बिताया है। दौसा में ऐसे कई स्थल हैं, जो कई राजाओं के शासन की याद दिलाते हैं। आपको बता दें कि जो पहला झंडा लाल किले पर लहराया गया था वह दौसा के पास एक गांव में बनाया गया था, जिसका नाम आलूदा है और यह दौसा शहर से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
दौसा राजस्थान का एक प्रमुख पर्यटन और ऐतिहासिक स्थल है। अगर आप दौसा घूमने की योजना बना रहें हैं और इसके पास स्थित पर्यटन स्थलों की सैर करना चाहते हैं तो नीचे हम दौसा के पर्यटन स्थलों की जानकारी दे रहे हैं, जहां आपको अपनी यात्रा के दौरान जरुर जाना चाहिए।
और पढ़े: टोंक जिले में घूमने लायक पर्यटन स्थल की पूरी जानकारी
चाँद बावरी दौसा जिले में स्थित स्टेप वेल्स हैं, जिसका निर्माण चौहान राजवंश के राजाओं द्वारा लगभग 1900 वर्ष पहले किया गया था। चाँद बावरी एशिया महाद्वीप में सबसे पुराना स्टेप वेल्स है। चाँद बावरी एक ऐसा कुआ है जो यहां आने वाले पर्यटकों को अपनी तरफ बेहद आकर्षित करता है। अगर आप एक वास्तुशिल्प प्रेमी हैं तो आपको इस जगह की यात्रा करने के लिए जरुर जाना चाहिए। चाँद बावरी में एक सामान कई सारी सीढ़ियां बनी हैं जो यहां आने वाले पर्यटकों को भ्रमित कर देती हैं।
हर्षत माता मंदिर स्टेप वेल्स के बगल में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर हैं जो पर्यटकों और भक्तों को अपनी तरफ बेहद आकर्षित करता है। आपको बता दें कि यह मंदिर स्थानीय देवी हर्षत को समर्पित है। आपको बता दें कि पुराने समय में इस मंदिर ने का प्रकोपों का सामना किया है। इस मंदिर को इस्लामिक शासकों द्वारा नष्ट कर दिया गया था। अब यहां पर सिर्फ खंडर ही बचें हुए हैं। यहाँ पर आप एक भव्य खुले आंगन में स्तंभों और दीवारों पर नक्काशी के साथ अदभुद मूर्तियों को देख सकते हैं।
इस मंदिर की वर्तमान सुंदरता देख कर कोई भी पुराने समय में मंदिर की महिमा का अंदाजा लगा सकता है। आपको बता दें कि यह मंदिर यहां आने वाले पर्यटकों को बिलकुल निराश नहीं करता। मंदिर और इसके आसपास की प्राकृतिक सुंदरता देखकर कोई भी मंत्रमुग्ध हो सकता है। अगर आप दौसा की यात्रा करने के लिए जा रहें हैं तो आपको हर्षत माता मंदिर के दर्शन करने के लिए अवश्य जाना चाहिए।
माधोगढ़ का किला दौसा के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। इस किले का निर्माण जयपुर के राजा- माधव सिंह द्वारा करवाया गया था। यह किला सुंदर फूलों के खेतों की पृष्ठभूमि में एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। जो इसे एक बहुत ही सुंदर और आकर्षक किला बनाते हैं। आपको बता दें कि इस प्राचीन किले को अब एक शाही होटल में बदल दिया गया है। यह होटल यहां आने वाले पर्यटकों को एक सुंदर आवास प्रदान करता है। यह किला अपने अपने भव्य केंद्रीय प्रांगण के साथ एक प्रमुख आकर्षण है।
इसके अलावा इस किले की छतें भी बहुत ही आकर्षक नज़र आती हैं और सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचती हैं। माधोगढ़ किला का एक ऐसा स्थल है जहां की यात्रा आप अपने दोस्तों और अपने परिवार के लोगों के साथ कर सकते हैं और यहां शाम को एक शानदार चाय का मजा ले सकते हैं।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर भारत के राजस्थान राज्य के दौसा जिले में स्थित एक हिंदू मंदिर है। जो हनुमान जी को समर्पित है। यह मंदिर भारत में इतना लोकप्रिय कि हर साल दूर-दूर से इस मंदिर में तीर्थ यात्रियों का आना जाना लगा रहता है। हनुमान जी को ही बालाजी के रूप में भी जाना जाता है और उनके मंदिर के सामने सियाराम को समर्पित एक मंदिर भी स्थित है जिसमें सियाराम की एक सुंदर मूर्ति है। मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के बारे में ऐसा माना जाता है कि भगवान अपने भक्तों को बुरी आत्माओं और परेशानी से मुक्ति दिलाते हैं।
मंदिर में आने वाले भक्त बालाजी को बूंदी के लड्डू का भोग लगाते हैं और भैरव बाबा को उड़द की दाल और चावल चढ़ाते हैं जो बुरी आत्माओं से मुक्ति पाने में उनकी मदद करते हैं। मंदिर में शनिवार और मंगलवार को भीड़ काफी ज्यादा होती है क्योंकि यह बालाजी के सबसे खास दिन होते हैं। अगर आप दौसा घूमने के लिए जा रहें हैं तो कुछ समय मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के दर्शन करने के लिए भी निकाल लें। क्योंकि बालाजी मंदिर के दर्शन करना सौभाग्य माना जाता है।
और पढ़े: मेहंदीपुर बालाजी का इतिहास और दर्शन की पूरी जानकारी
भंडारेज,दौसा जिले का एक प्रमुख आकर्षण स्थल है जो जयपुर से लगभग 65 किमी दूर, जयपुर-आगरा राजमार्ग पर स्थित है। आपको बता दें कि यह भंडारेज दौसा से लगभग 10 किमी दूर। भंडारेज को महाभारत काल के दौरान भद्रमती के नाम से जाना जाता था। बता दें कि यहां पर खुदाई के दौरान मिली दीवारें, मूर्तियां, सजावटी जाली का काम जालियाँ, टेराकोटा के बर्तन इत्यादि से इस जगह की प्राचीनता का पता चलता है। भंडारेज बाउरी और भद्रावती पैलेस यहां के लोकप्रिय स्थल है। एक क्षेत्र इतिहास प्रेमियों के स्वर्ग के समान है। यहां का इतिहास आपको 11 वीं शताब्दी में ले जायेगा। अगर आप दौसा की यात्रा करने जा रहें हैं। तो भंडारेज को अपनी सूचि में जरुर शामिल करें।
झझिरमपुरा दौसा का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो प्राकृतिक पानी की टंकी के साथ-साथ रुद्र (शिव), बालाजी (हनुमान जी) और अन्य देवी-देवताओं के मंदिरों के लिए भी काफी लोकप्रिय है। झझिरमपुरा जिला मुख्यालय से लगभग 45 किमी दूर बसवा (बांदीकुई) की ओर स्थित है। पहाड़ियों और जल संसाधनों से घिरे इस स्थान पर आने के बाद कोई भी पर्यटक बेहद हल्का महसूस करता है। अगर आप अपनी दौसा यात्रा के दौरान किसी प्राकृतिक और आध्यात्मिक जगह की यात्रा करना चाहते हैं तो आपको एक झझिरमपुरा को अपनी सूची में अवश्य शामिल करना चाहिए।
लोटवारा गाँव जयपुर से 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस गांव का प्रमुख आकर्षण लोटवारा गढ़ (किला) है। जिसे 17 वीं शताब्दी में ठाकुर गंगा सिंह ने बनवाया था। आभानेरी से सिर्फ 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस गांव की यात्रा पर्यटक गाँव तक सड़क मार्ग द्वारा कर सकते हैं। अगर आप किसी ऐतिहासक जगह को एक्स्प्लोर करना चाहते हैं तो लोटवारा की यात्रा अवश्य करें।
बांदीकुई, दौसा से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्रोटेस्टेंट ईसाइयों के लिए रोमन शैली चर्च एक लोकप्रिय आकर्षण है।
और पढ़े: करौली जिले का इतिहास और आकर्षण स्थल की जानकारी
दौसा की यात्रा साल में कभी भी की जा सकती है लेकिन यहां गर्मियों के मौसम में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पहुँच जाता है। अगर आप एक सुखद यात्रा का अनुभव लेना चाहते हैं तो आपको सर्दियों के मौसम में दौसा की यात्रा करना चाहिए क्योंकि सर्दियों का मौसम शहर की यात्रा करने के लिए अच्छा है। इस मौसम में यहां का औसत तापमान तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहता है और रात के समय 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। दौसा की यात्रा करने के लिए सबसे अच्छे महीने अक्टूबर से मार्च तक के होंगे।
और पढ़े: चित्तौड़गढ़ जिला के आकर्षण स्थल और घूमने की जानकारी
दौसा राजस्थान राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। जो जयपुर से 99 किमी दूर है। दौसा के लिए आप सड़क, हवाई और रेल मार्ग द्वारा यात्रा कर सकते हैं जिसकी पूरी जानकारी नीचे दी गई है। अगर आप दौसा जाने के लिए परिवहन के अलग- अलग माध्यमों के बारे में जानना चाहते हैं। तो नीचे दी गई जानकारी को पढ़ें।
जो भी पर्यटक दौसा की यात्रा हवाई मार्ग द्वारा करना चाहते हैं। उनके लिए बता दें कि दौसा का निकटतम हवाई अड्डा जयपुर हवाई अड्डा है जो दिल्ली और आगरा हवाई अड्डे से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। जयपुर हवाई अड्डे से दौसा तक जाने के लिए आपको कार या बस द्वारा यात्रा करनी होगी।
अगर आप दौसा की यात्रा रेल द्वारा करना चाहते हैं तो बता दें कि इसका निकटतम रेलवे स्टेशन जयपुर है। जयपुर देश के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप बस या टैक्सी की मदद से रेलवे से दौसा पहुंच सकते हैं।
अगर आप सड़क मार्ग द्वारा दौसा की यात्रा करने की योजना बना रहें हैं। तो बता दें कि यह जयपुर, आगरा और दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। मंदिर के लिए नियमित बस सेवा उपलब्ध है, जो इसे रेलवे स्टेशनों से जोड़ती है। अलवर – महवा या मथुरा – भरतपुर-महवा राजमार्ग से आप कार से दौसा तक पहुंच सकते हैं।
और पढ़े: सिटी पैलेस जयपुर के बारे में जानकारी
इस आर्टिकल में आपने दौसा के प्रमुख पर्यटक स्थलों को जाना है आपको हमारा ये आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
और पढ़े:
Hills Station of Tamil Nadu In Hindi : तमिलनाडु भारत का एक खूबसूरत पर्यटक राज्य…
Ghaziabad in Hindi : गाजियाबाद उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख शहर है जो राष्ट्रीय…
Mumbai Zoo in Hindi : मुंबई जू मुंबई शहर के केंद्र में स्थित है जो…
Famous Forts Of Maharashtra in Hindi : महाराष्ट्र एक समृद्ध इतिहास वाला राज्य है जो…
Famous Lakes of Himachal Pradesh in Hindi : हिमाचल प्रदेश भारत का एक प्रमुख और…
Chintapurni Devi Temple in Hindi : चिन्तपूर्णी देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश राज्य के छोटे से…