Nageshwarnath Temple Ayodhya In Hindi, नागेश्वरनाथ मंदिर अयोध्या का एक प्रमुख मंदिर है जिसे देखने के लिए आपको अवश्य जाना चाहिए। एक पौराणिक कथा की माने तो इस मंदिर को भगवान राम के पुत्र कुश द्वारा बनाया गया था। मंदिर की संरचना अर्ध-दिव्य नागों को भगवान शिव की पूजा करते हुए दिखाती है। नागेश्वरनाथ मंदिर अयोध्या के प्रमुख आस्था केन्द्रों में से एक है जहाँ स्थानीय लोगो के साथ साथ बड़ी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु इस पवित्र मंदिर का दौरा करते है। नागेश्वरनाथ मंदिर महाशिवरात्रि और त्रयोदशी के दौरान भक्तों को आकर्षित करता है, जिसे दक्षिणी भारत में प्रदोष व्रत या प्रदोष व्रतम के नाम से भी जाना जाता है। शिव बारात या भगवान शिव की बारात यहाँ एक महत्वपूर्ण आकर्षण है। यदि आप श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या की यात्रा पर जाने की योजना बना रहे है तो आपको नागेश्वरनाथ मंदिर की यात्रा अवश्य करनी चाहिये
तो आइये आज इसी पर चर्चा करते हुए हमारे इस लेख में हम अयोध्या के प्रमुख तीर्थ स्थल नागेश्वरनाथ मंदिर के तथ्य और यात्रा से जुड़ी जानकारी को जानते है-
किंवदंतीयों के अनुसार माने तो इस मंदिर के पीछे एक दिलचस्प कहानी जुड़ी हुई है एक समय श्री राम के पुत्र कुश सरयू में स्नान कर रहे थे और स्नान करते समय उन्होंने अपना कवच खो दिया था। जिसे एक नाग-कन्या ने उठा लिया था और उसके बाद उन दोनों को एक दूसरे से प्रेम हो गया था। चूंकि वह नाग कन्या एक शिव की भक्त थीं, इसीलिए कुश ने उनके लिए नागेश्वरनाथ मंदिर का निर्माण करबाया गया था।
इस मंदिर का इतिहास कई सौ साल नही बल्कि युगों पुराना माना जाता है जो कुश और नाग कन्या की प्रेम कहानी को भी अपने अन्दर समेटे हुए है। तथ्यों के अनुसार नागेश्वरनाथ मंदिर का निर्माण राम जी के पुत्र कुश ने करबाया था। यह मंदिर विक्रमादित्य के समय तक मंदिर अच्छी स्थिति में था लेकिन धीरे धीरे मंदिर की स्थित ख़राब होने लगी। इसी वजह सन 1750 में सफदर जंग के मंत्री नवल राय द्वारा नागेश्वरनाथ मंदिर का पुनिर्माण करबाया गया था और यह मंदिर वर्तमान में भी उसी स्थिति में खड़ा हुआ है।
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बता दे नागेश्वरनाथ मंदिर श्रद्धालुयों और पर्यटकों के घूमने के लिए प्रतिदिन सुबह 5.00 बजे से शाम की आरती होने तक खुला रहता है, यदि आप नागेश्वरनाथ मंदिर की यात्रा पर जा रहे है तो याद रखे मंदिर की सुखद यात्रा के लिए 1-2 घंटे का समय अवश्य अपनी यात्रा को प्रदान करें।
मंदिर में सुबह की आरती 5.00 बजे से 6.00 बजे तक और संध्या की आरती 8.00 बजे से 8.30 बजे तक की जाती है।
आपकी जानकारी के लिए हम आपको अवगत करा दे नागेश्वरनाथ मंदिर में श्रद्धालुयों को प्रवेश और भगवान के दर्शन के लिए कोई शुल्क नही देना होता है।
यदि आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ अयोध्या के पवित्र धार्मिक स्थल नागेश्वरनाथ मंदिर घूमने जा रहे है, तो आपकी जानकरी के लिए बता दे अयोध्या में नागेश्वरनाथ मंदिर के अलावा भी अन्य प्रसिद्ध मंदिर और लोकप्रिय स्थल मौजूद है, जिन्हें आप अपनी अयोध्या की यात्रा के लिए अपने पर्यटक स्थलों के सूची में शामिल कर सकते है जो वास्तव में देखने लायक है –
अगर आप भगवान राम के जन्म स्थान अयोध्या घूमने जाने की योजना बना रहें हैं तो बता दें कि वैसे तो यहां पूरे साल मौसम बहुत सुहावना रहता है। लेकिन फिर भी नागेश्वरनाथ मंदिर अयोध्या की यात्रा का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से दिसंबर के बीच है, क्योंकि इस समय मौसम काफी ठंडा होता है और ज्यादातर उत्सव भी इन्ही महीनों में पड़ते हैं।
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अयोध्या भारत का प्रमुख आस्था केंद्र है इसीलिए यहाँ केवल शाकाहारी उपलब्ध है यहाँ भोजन के विकल्प काफी सीमित हो सकते हैं, और यहाँ आने वाले श्रद्धालुयों के लिए शुद्ध भारतीय भोजन की पेशकश की जाती है। अयोध्या अपने चाट के रंग और स्वाद के लिए जाना जाता है, जिसमें आलू टिक्की, पानी पुरी, कचौरी, पापड़ी चाट, समोसा और बहुत कुछ शामिल है।
यदि आप अपनी फैमली या दोस्तों के साथ नागेश्वरनाथ मंदिर अयोध्या घूमने जाने का प्लान बना रहे है। और अयोध्या में किसी होटल की तलाश में हैं, तो हम आपको बता दें अयोध्या में सीता की रसोई के आसपास आपको लो बजट से लेकर हाई बजट तक सभी प्रकार के होटल मिल जायेगे, जिनकी आप अपनी सुविधानुसार चुनाव कर सकते हैं।
अगर आप अयोध्या जाने की योजना बना रहें हैं तो बता दें कि अयोध्या सीधे मार्ग से देश के प्रमुख शहरों से काफी कम जुड़ा है। लेकिन आप अगर उत्तर प्रदेश में हैं तो आसानी से अयोध्या की यात्रा कर सकते हैं। अयोध्या में अपना कोई हवाई अड्डा नहीं है। लेकिन, यहां पर रेलवे स्टेशन उपलब्ध है साथ ही उत्तर प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों से अयोध्या के लिए बसें भी आसानी से उपलब्ध हैं।
अगर आप नागेश्वरनाथ मंदिर अयोध्या की यात्रा हवाई मार्ग द्वारा करना चाहते हैं तो बता दें कि अयोध्या का निकटतम हवाई अड्डा फैजाबाद हवाई अड्डा है, जो 9 किमी की दूरी पर है। इसके अलावा अन्य विकल्प के रूप में लखनऊ हवाई अड्डा है, जो अयोध्या से लगभग 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। लखनऊ हवाई अड्डा भारत के अधिकांश प्रमुख शहरों से हवाई मार्ग द्वाराअच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। लखनऊ हवाई अड्डा पहुचने के बाद आप नागेश्वरनाथ मंदिर अयोध्या के लिए कैब या टैक्सी किराये पर ले सकते हैं।
अगर आप सड़क मार्ग से नागेश्वरनाथ मंदिर की यात्रा करने के लिए जा रहें हैं तो बता दें कि राज्य में अयोध्या के लिए नियमित रूप से सरकारी और निजी बसें चलती हैं। उत्तर प्रदेश के अन्य स्थलों और अयोध्या के बीच चलने वाली बसें इसे राज्य के अन्य प्रमुख शहरों से भी जोडती हैं। इसके अलावा आप टेक्सी किराये पर लेकर या अपनी कार से यात्रा करके भी अपने गंतव्य तक पहुंच सकते है ।
ट्रेन से नागेश्वरनाथ मंदिर अयोध्या की यात्रा करना काफी सुविधाजनक है क्योंकि अयोध्या रेलवे स्टेशन पूरे उत्तर भारत में नजदीकी रेलवे स्टेशनों और प्रमुख स्टेशनों से जुड़ा हुआ है। जिसकी वजह से ट्रेन द्वारा यहां की यात्रा काफी आसानी की जा सकती है। अयोध्या रेलवे स्टेशन से नागेश्वरनाथ मंदिर की दूरी लगभग 3 किलोमीटर है और रेलवे स्टेशन पहुचने के बाद स्थानीय साधनों की मदद से नागेश्वरनाथ मंदिर पहुंच सकते हैं।
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नागेश्वरनाथ मंदिर का नक्शा – Nageshwarnath Temple Map In Hindi
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Featured Image Credit : Navneel_Neeraj_
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