Famous Museums of India in Hindi : भारत समृद्ध वास्तुकला सुंदरता, संस्कृति, परंपराओं और ऐतिहासिक अतीत से भरा हुआ देश है जिसने कई हजारों साल पुराने अवशेषों और कलाकृतियों को बखूबी ढंग से संभाल कर रखा है। हजारों साल पहले से भारत पर कई वंशो ने राज किया है जिनकी अपनी अपनी मुद्रा, पहनावा, औजार, और अन्य कलाकृतियां होती थी जिनके बारे में जानने के लिए आज हर कोई उत्साहित होता है। इसी वजह से भारत के लगभग सभी हिस्सों में भारत के प्रमुख संग्रहालय को स्थापित किया गया है ताकि पर्यटक और इतिहास प्रेमी भारत के ऐतिहासिक महत्व के बारे में जान सकें।
यदि आप इस बार अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ घूमने के लिए ऐसी जगह को सर्च कर रहे है जहाँ आप प्राचीन भारत की संस्कृति और इतिहास को जान सकें तो इसके लिए आप हमारे इस लेख को पूरा जरूर पढ़े जिसमे आपको इंडिया के टॉप म्यूजियम के बारे में बताने वाले है, भारत में कई लोकप्रिय संग्रहालय हैं जो बहुत से अनकहे युगों के अनसुने सच को उजागर करते हैं इसीलिए इस लेख को पूरा जरू पढ़े –
दिल्ली में जनपथ और मौलाना आज़ाद रोड के कोने पर स्थित नेशनल म्यूज़ियम भारत के सबसे बड़े संग्रहालयों में से एक है। आपको बता दे नेशनल म्यूज़ियम में 2,00,000 कलाकृतियों होने का दावा किया जाता है जो अपने आप में एक आकर्षण है। यह संग्रहालय प्रागैतिहासिक काल से लेकर आधुनिक कार्यों तक उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला को प्रस्तुत करता है, जहाँ दुनिया भर के देशों की लगभग 5000 बर्ष पूर्व की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का पता लगाया जा सकता है।
इसका पुरातत्व संग्रह भी उल्लेखनीय है, क्योंकि यह मौर्य, शुंग, सातवाहन, गुप्त और मध्यकालीन काल के दौरान भारतीय इतिहास पर प्रकाश डालता है। इसका एक अन्य भाग भारत के विभिन्न हिस्सों के लोगों के अनुष्ठान और दैनिक जीवन को प्रदर्शित करता है। इन सबके अलावा संग्रहालय में हथियारों, सजावटी कलाओं, आभूषणों, पांडुलिपियों, सिक्कों, चित्रों और पूर्व-ऐतिहासिक कलाकृतियों का भी प्रदर्शन किया जाता है, जो बड़ी संख्या में पर्यटकों और इतिहास प्रेमियों को अपनी और आकर्षित करता है।
नेशनल म्यूज़ियम दिल्ली की टाइमिंग
नेशनल म्यूज़ियम दिल्ली की एंट्री फीस
भारतीय संग्रहालय या इंडियन म्यूजियम “सिटी ऑफ़ जॉय” के नाम से प्रसिद्ध कोलकाता में स्थित है जिसकी गिनती इंडिया के टॉप म्यूजियम में की जाती है। यह संग्रहालय दुनिया का नौवाँ सबसे पुराना संग्रहालय है जिसकी नीव वर्ष 1814 में रखी गई थी और तब से यह बहु-विषयक गतिविधियों का केंद्र रहा है। ‘जादुगर’ के नाम से मशहूर भारतीय संग्रहालय समकालीन चित्रों, बुद्ध के पवित्र अवशेष, मिस्र की ममियों और प्राचीन मूर्तियाँ, आभूषणों, जीवाश्मों, कंकालों, प्राचीन वस्तुओं, बाजूबंदों और तेजस्वी मुगल चित्रों के कुछ अति उत्तम संग्रह हैं। यदि आप भारत के अतीत के बारे में जानने की दिलचस्पी रखते है तो यक़ीनन इंडियन म्यूजियम कोलकाता परफेक्ट जगह है।
इतिहास के बारे में जिज्ञासु लोगों के लिए, संग्रहालय परिसर के भीतर एक पुस्तकालय और किताबों की दुकान भी मौजूद है जहाँ से आप अपनी पसंद की किताबे खरीद सकते है। यदि आप इस बार की यात्रा के लिए पश्चिम बंगाल में भारत के प्रमुख संग्रहालय को सर्च कर है तो यक़ीनन इंडियन म्यूजियम या भारतीय संग्रहालय आपके लिए बिलकुल परफेक्ट जगह है।
इंडियन म्यूज़ियम की टाइमिंग
इंडियन म्यूज़ियम की एंट्री फीस
भारत के प्राचीन संग्रहालय में से एक चेन्नई का गवर्मेंट म्यूजियम या मद्रास संग्रहालय भारत का दूसरा सबसे पुराना संग्रहालय है जिसे 1851 में स्थापित किया गया था। चेन्नई के सबसे व्यस्त स्थानों में से एक एग्मोर में स्थित यह म्यूजियम 16.25 एकड़ भूमि पर फैला हुआ है। यह संग्रहालय भूविज्ञान, प्राणी विज्ञान और नृविज्ञान और वनस्पति विज्ञान से संबंधित विभिन्न किस्मों को प्रदर्शित करता है। साथ ही संग्रहालय में उत्कृष्ट दक्षिण भारतीय समय के साथ-साथ, चुलकिया, चोल और विजयनगर के उत्कृष्ट खंड भी है जिसमे उनसे संबंधित कई कलाकृतियों,पेंटिंग, और अन्य चीजों को देखा जा सकता है। शहर के सबसे प्रतिष्ठित पुस्तकालयों में से एक कोनीमारा पब्लिक लाइब्रेरी भी इस संग्रहालय का एक हिस्सा है। बता दे रिकॉर्ड के अनुसार यह म्यूजियम 1000 से भी अधिक भारतीय और विदेशी पर्यटकों की मेजबानी करता है जो इसे इंडिया के टॉप म्यूजियम में से एक बनाता है।
गवर्मेंट म्यूज़ियम की टाइमिंग
गवर्मेंट म्यूज़ियम की एंट्री फीस
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अल्बर्ट हॉल संग्रहालय जयपुर – Albert Hall Museum Jaipur In Hindi
जयपुर के राम निवास उद्यान में स्थित, अल्बर्ट हॉल संग्रहालय राजस्थान का सबसे पुराना संग्रहालय है। इंडो-सरैसेनिक वास्तुकला के एक आदर्श प्रतीक के रूप में खड़े, इस इमारत का नाम प्रिंस ऑफ व्हेल्स, अल्बर्ट एडवर्ड के नाम पर रखा गया है। जिसे सरकारी केंद्रीय संग्रहालयय भी कहा जाता है, जो दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों से लाये गए कलाकृतियों का एक व्यापक संग्रह है। हरे भरे बागानों से सुसज्जित, अल्बर्ट हॉल की नींव 6 फरवरी 1876 को रखी गई थी जब अल्बर्ट एडवर्ड भारत आए थे। संग्रहालयय की दीर्घाओं में अतीत से प्राचीन वस्तुओं और कलाकृतियों का एक संग्रह है जो आपको हैरान कर देगा। प्राचीन सिक्के, संगमरमर की कला, मिट्टी के बर्तनों, कालीनों और विशेष रूप से मिस्र की ममी रखी गई है जो इतिहास शौकीनों और पर्यटकों के घूमने के लिए भारत के प्रसिद्ध संग्रहालय में से एक है।
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय की टाइमिंग
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय की एंट्री फीस इंडियन टूरिस्ट्स के लिए : 40 रूपये
छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय या “द प्रिंस ऑफ़ वेल्स संग्रहालय”मुंबई में स्थित एक शानदार संरचना है जिसे भारत के प्रमुख संग्रहालय के रूप में मान्यता प्राप्त है। यह म्यूजियम भारत के समृद्ध और विविध इतिहास से संबंधित रखने वाली लगभग 50,000 कलाकृतियों का अद्भुद संग्रह है। यह परिसर देश के प्राचीन कलाकृतियों और मूर्तिकारों के असंख्य संग्रह को प्रदर्शित करता है जो हमारे अतीत की अद्वितीय अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं।
इस भवन की आधारशिला 11 नवंबर 1905 को वेल्स के राजकुमार द्वारा रखी गई थी, जबकि 10 जनवरी 1922 को इसे एक संग्रहालय के रूप में स्थापित किया गया था। आश्चर्यजनक पत्थर और जाली के काम से सुसज्जित, प्रिंस ऑफ वेल्स संग्रहालय की वास्तुकला भारतीय, मुगल और ब्रिटिश इंजीनियरिंग शैलियों का मिश्रण है जो इसे कला प्रेमियों के लिए बेहद खास जगह बनाती है। बता दे प्रिंस ऑफ वेल्स संग्रहालय को अब अब ‘छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय’ के नाम से भी जाना जाता है।
‘छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय की टाइमिंग
‘छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय की एंट्री फीस
5000 वर्ग फीट के क्षेत्र में फैला हुआ शंकर अंतर्राष्ट्रीय डॉल म्यूजियम इंडिया के टॉप म्यूजियम में से एक है। डॉल म्यूजियम बच्चों के लिए एक स्वप्निल स्वप्नभूमि है जिसमे दुनिया भर से एकत्रित की गई गुड़ियों की 160 से अधिक अलमारियां हैं। यह म्यूजियम बच्चो के साथ साथ पर्यटकों को भी अपनी और आकर्षित करती है और हर साल बड़ी मात्रा में भारतीय पर्यटकों के साथ साथ विदेशी पर्यटक भी इस संग्रहालय का दौरा करते है। आपको बता दे शंकर अंतर्राष्ट्रीय डॉल म्यूजियम में दो खंड है जिसके एक खंड में पश्चिमी देशों की डॉलो को प्रदर्शित किया जाता है जबकि दुसरे खंड में भारत और एशियाई देशों से एकत्रित की गयी डॉलो को देखा जा सकता है। साथ ही शंकर अंतर्राष्ट्रीय डॉल म्यूजियम में कार्यशाला क्षेत्र भी है जहाँ पर्यटक गुड़िया बनाने की कला सीख सकते हैं।
शंकर अंतर्राष्ट्रीय डॉल म्यूजियम की टाइमिंग
शंकर अंतर्राष्ट्रीय डॉल म्यूजियम की एंट्री फीस
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एयरपोर्ट रोड पर रिट्रीट में स्थित कैलिको टेक्सटाइल संग्रहालय, अहमदाबाद का सबसे पुराना कपड़ा संग्रहालय है। प्रसिद्ध औद्योगिक व्यक्तित्व, गौतम साराभाई और उनकी बहन गीता साराभाई द्वारा 1949 में स्थापित किए गए, इस संग्रहालय को भारत के पूर्व प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा खोला गया था। इस संग्रहालय में विभिन्न बुनाई सामग्री, देश के विभिन्न हिस्सों से डिजाइनर और रंगीन कपड़े की एक सरणी को संरक्षित किया गया है। संग्रहालय वर्तमान में साराभाई फाउंडेशन द्वारा प्रबंधित किया गया है; वस्त्रों के अलावा, संग्रहालय में दक्षिण भारतीय कांस्य कला, मंदिर के लटकने, फर्नीचर, लघु कलाकृतियों और जैन कलाकृतियों को भी दिखाया गया है। कैलिको टेक्सटाइल म्यूजियम में गैलरी सेक्शन के साथ एक लाइब्रेरी भी है।
कैलिको टेक्सटाइल म्यूजियम की टाइमिंग
कैलिको टेक्सटाइल म्यूजियम की एंट्री फीस
पुराने हैदराबाद शहर में स्थित, सालार जंग भारत में तीसरा सबसे बड़ा राष्ट्रीय संग्रहालय है। यह भारत के प्रमुख संग्रहालयों में से एक है, जिसमें तीन इमारतों में फैली 38 दीर्घाएँ हैं। इसमें दुनिया में प्राचीन वस्तुओं के सबसे बड़े संग्रह का संग्रह है। हैदराबाद के सातवें निजाम के पूर्व प्रधान मंत्री, नवाब मीर यूसुफ अली खान सालार जंग III, 35 से अधिक वर्षों के लिए अपनी आय का एक बड़ा हिस्सा अनमोल प्राचीन वस्तुओं के अधिग्रहण के लिए खर्च किया।
यहां आप 2 वीं शताब्दी ईसा पूर्व से 20 वीं शताब्दी ईस्वी तक मानव विकास को प्रदर्शित करने वाली कलाकृतियां देख सकते हैं। इसके कुछ डिस्प्ले में औरंगजेब की तलवार, टीपू सुल्तान की अलमारी, कुरान की कई अलग-अलग हस्तलिखित प्रतियां, मिस्र से फर्नीचर, पेंटिंग, मूर्तियां आदि संग्रह का एक बड़ा हिस्सा हैं। निश्चित रूप से सलार जंग म्यूजियम संग्रहालय प्रेमियों के लिए हैदराबाद में सबसे महत्वपूर्ण स्मारक है।
सालारजंग म्यूजियम की टाइमिंग
सालारजंग म्यूजियम की एंट्री फीस
भारत की राजधानी दिल्ली में 10 एकड़ के विशाल झेत्र में हरे भरे बागानों के बीच में स्थित रेल म्यूजियम इंडिया के टॉप म्यूजियम में से एक है जो रेलवे की समृद्ध प्राचीन विरासत को प्रस्तुत करता है। बता दे 1 फरवरी, 1977 को स्थापित, रेल संग्रहालय को प्रमुख रूप से भारत की 163 वर्ष पुरानी रेलवे विरासत को संरक्षित करने के उदेश्य से स्थापित किया गया था, जिसमे भारतीय रेलवे की प्राचीन वस्तुएँ, फर्नीचर सहित 100 से भी अधिक वस्तुयों को देखा जा सकता है। रेल म्यूजियम दिल्ली अपने पर्यटकों के लिए 3 डी वर्चुअल ट्रेन की सवारी, स्टीम लोको सिम्युलेटर, टॉय ट्रेन और एक इनडोर गैलरी की सुविधा भी प्रदान करता है।
दिल्ली के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों और भारत के प्रमुख संग्रहालय की लिस्ट में शुमार यह म्यूजियम प्रतिबर्ष बड़ी मात्रा में पर्यटकों और बच्चो को अपनी और आकर्षित करती है। इनके अलावा म्यूजियम में 200 लोगों के बैठने की क्षमता वाला एक सभागार भी है, जहाँ कभी-कभार कार्यशालाएँ आयोजित की जाती हैं और वृत्तचित्रों का प्रदर्शन किया जाता है।
रेल म्यूजियम दिल्ली की टाइमिंग – Timing of Rail Museum, Delhi In Hindi
रेल म्यूजियम दिल्ली की एंट्री फीस – Entry fees of Rail Museum, Delhi In Hindi
नेवल एविएशन म्यूजियम संग्रहालय भारत के गोवा राज्य में वास्को डी गामा से 6 किलोमीटर की दूरी पर बोगमालो में स्थित एक सैन्य संग्रहालय हैं। नेवल एविएशन म्यूजियम में कुछ ऐसे संग्रहालय हैं, जोकि भारतीय वायु सेना के विकास को प्रदर्शित करते हैं। नौसेना उड्डयन संग्रहालय को दो भागो में विभाजित किया गया हैं। इसमें से एक बाहरी प्रदर्शनी है और एक दो मंजिला इनडोर गैलरी है। गोवा नेवल एविएशन म्यूजियम का उद्घाटन अक्टूबर 1998 में किया गया था। गोवा में स्थित नौसेना उड्डयन संग्रहालय भारत में अपनी तरह का दूसरा संग्रहालय हैं। इसके अलवा एक अन्य संग्रहालय दिल्ली के पालम में हैं। यदि आप भारत के कुछ फाइटर विमानों और उनसे जुडी जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आपको एक बार नेवल एविएशन म्यूजियम गोवा की यात्रा पर जरूर जाना चाहिए।
.नेवल एविएशन म्यूजियम की टाइमिंग
नेवल एविएशन म्यूजियम की एंट्री फीस
मूर्तियों, चित्रों और संगीत वाद्ययंत्रों के बेहतरीन संग्रह के लिए प्रसिद्ध, नेपियर संग्रहालय भारत के संग्रहालय प्रमुख संग्रहालय में से एक है। 19 वीं शताब्दी में निर्मित, नेपियर संग्रहालय केरल के राजधानी तिरुवनंतपुरम में स्थित सबसे पुराना संग्रहालय है। इसमें कथकली कठपुतलियों के मॉडल, संगीत वाद्ययंत्र, केरल रथ और देवी-देवताओं की कांस्य मूर्तियों जैसे ऐतिहासिक कलाकृतियों का एक बड़ा संग्रह है। इनके अलवा नेपियर संग्रहालय का दौरा करने से केरल की समृद्ध संस्कृति और इतिहास की झलक भी देखने को मिलती है। इस संग्रहालय की एक और खास बात यह है की यह संग्रहालय वास्तुकला की इंडो-सारासेनिक शैलियों पर आधारित है जो इसे पर्यटकों और इतिहास प्रेमियों के लिए बेहद खास जगह बनाते है।
नेपियर संग्रहालय तिरुवनंतपुरम की टाइमिंग
नेपियर संग्रहालय तिरुवनंतपुरम की एंट्री फीस
भारत के मशहुर म्यूजियम में से एक क्राफ्ट म्यूजियम दिल्ली में प्रगति मैदान के सुदूर कोने में स्थित है। बता दे इस संग्रहालय को प्रमुख वास्तुकार चार्ल्स कोरेया द्वारा डिज़ाइन किया गया था जो वर्तमान में यह कपड़ा मंत्रालय, भारत सरकार के प्रबंधन के अधीन है। क्राफ्ट म्यूजियम कपड़ा और स्थानीय सजावट के विभिन्न नमूनों को प्रदर्शित करने और स्थानीय हस्तशिल्प की परंपरा को संरक्षित रखने का कार्य करता है।
संग्रहालय में भारत के विभिन्न राज्यों से पिछले 60 वर्षों में एकत्र किए गए विभिन्न शिल्पों के तैंतीस हजार से अधिक मिश्रित संग्रह देखे जा सकते हैं, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण के केंद्र बने हुए है। संग्रहालय के अंदर विविध संग्रह में संपूर्ण वस्त्र और कपड़े, कांस्य, धातु के दीपक, मूर्तियां, लकड़ी की नक्काशी, बांस शिल्प, टेराकोटा मूर्तियां, आदिवासी चित्र आदि शामिल हैं। इनके अलावा, संग्रहालय में एक पुस्तकालय, एक सभागार, एक अनुसंधान केंद्र और एक प्रयोगशाला भी है। यदि दिल्ली में घूमने के लिए इंडिया के फेमस म्यूजियम सर्च कर रहे है तो आपको क्राफ्ट म्यूजियम दिल्ली जरूर घूमने आना चाहिए।
क्राफ्ट म्यूजियम की टाइमिंग – Timing of Crafts Museum In Hindi
क्राफ्ट म्यूजियम की एंट्री फीस – Entry fees of Crafts Museum In Hindi
चंडीगढ़ में स्थित गवर्मेंट म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी भारत के सबसे प्रमुख संग्रहालयों में से एक है जो भारतीय इतिहास और विभाजन पर प्रकाश डालता है। अगस्त 1947 में स्थापित इस म्यूजियम का उद्घाटन 6 मई 1968 को, लाहौर के तत्कालीन मुख्य आयुक्त डॉ। एमएस रंधावा ने किया था। यह संग्रहालय अपने चित्रों, कलाकृतियों और मूर्तियों के समृद्ध संग्रह के लिए पुरे भारत में जाना जाता है जिससे इसकी प्रसिद्धी का अनुमान लगाया जा सकता है। इस संग्रहालय में प्राचीन और ऐतिहासिक समय से लेकर कई तरह के चित्रों और सिक्कों तक सिंधु घाटी सभ्यता के पुरावशेष भी मौजूद हैं।
गवर्मेंट म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी की टाइमिंग
गवर्मेंट म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी की एंट्री फीस
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बिहार की राजधानी में पटना शहर में स्थित, पटना संग्रहालय, जिसे स्थानीय रूप से जादूघर के नाम से जाना जाता है। यह म्यूजियम इंडिया के फेमस म्यूजियम में से एक है जिसमें 50,000 से अधिक दुर्लभ कला वस्तुएँ हैं जो इसे इतिहास प्रेमियों के लिए बेहद खास बनाती है। 1917 में निर्मित इस संग्रहालय में प्राचीन मध्य युग और ब्रिटिश औपनिवेशिक युग की कलाकृतियाँ शामिल हैं। अगर आप इस संग्रहालय को देखने के लिए जाते हैं तो बता दें कि इसका समृद्ध संग्रह आपको भारतीय इतिहास और गौरव की याद दिलाने के लिए अतीत में ले जायेगा। मुगल और राजपूत वास्तुकला की शैली में निर्मित इस संग्रहालय में पवित्र अवशेष कास्केट, भगवान बुद्ध की पवित्र राख और सुंदर प्रतिमा, यक्षानी भी यहाँ देखे जा सकते है।
पटना संग्रहालय की टाइमिंग
सुबह 10.00 बजे से शाम 5.00 जबकि प्रत्येक सोमबार को बंद रहता है।
पटना संग्रहालय की एंट्री फीस
सुकेती जीवाश्म पार्क भारत में हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में स्थित एक ऐसा पार्क और म्यूजियम है जहाँ कशेरुकी जीवाश्मों और कंकालों का एक अद्भुद संग्रह है। सुकेती जीवाश्म पार्क एशिया का सबसे बड़ा जीवाश्म पार्क म्यूजियम है जो विलुप्त स्तनधारियों के छह जीवन-आकार वाले फाइबरग्लास मॉडल की प्रदर्शनी के लिए प्रसिद्ध है, जिनके कंकाल और जीवाश्म इस स्थान पर पाए गए थे। सुकेती फॉसिल पार्क विभिन्न स्तनधारियों की खोपड़ी और अंगों के विभिन्न प्रकार के कंकालों को प्रदर्शित करता है, जिनमें दरियाई घोड़ा, कछुआ, घड़ियाल और मगरमच्छ की खोपड़ी शामिल हैं। इसके अलावा हाथियों की 22 प्रजातियों के टस्क भी प्रदर्शित किए गए हैं। यहाँ पर कई रॉक, चार्ट्स और चित्र भी देखे जा सकते हैं जो पौधों और जानवरों के साथ-साथ विलुप्त प्रजातियों के जीवन से संबंधित हैं।
इस म्यूजियम में रखी गई विभिन्न प्रदर्शनी दुनिया भर से लोगों को वैज्ञानिक रूप से आकर्षित करती है और आम जनता में भी उत्सुकता पैदा करती है। पार्क अनुसंधान के विद्वानों को इस क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय अध्ययन की सुविधा भी प्रदान करता है जिसके लिए दुनिया भर से लोग आते हैं।
सुकेती जीवाश्म पार्क म्यूजियम की टाइमिंग
सुकेती जीवाश्म पार्क म्यूजियम की एंट्री फीस
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इस आर्टिकल में आपने इंडिया के टॉप म्यूजियम (Famous Museums of India In Hindi) को जाना है आपको हमारा यह आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में बताना ना भूलें।
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