Pondicherry In Hindi, पांडिचेरी भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है जो दक्षिण भारत के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है और बंगाल की खाड़ी के कोरोमंडल तट के साथ स्थित है। एक पौराणिक कथा के अनुसार पांडिचेरी को वेदपुरी नाम से जाना जाता था और इस स्थान को पूज्य ऋषि संत अगस्त्य का निवास भी माना जाता है। पांडिचेरी अपने आकर्षक पर्यटन स्थलों से हर साल बड़ी संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। पांडिचेरी चेन्नई के दक्षिण में 160 किलोमीटर दूर स्थित है और छोटा होने की वजह से यहां की यात्रा करना बेहद आसान है।
पांडिचेरी की यात्रा के दौरान पर्यटक यहां कई पर्यटन स्थलों की सैर कर सकते हैं और समुद्र तट के किनारे समय बिता सकते हैं। अगर आप पांडिचेरी की यात्रा करने की योजना बना रहें हैं तो इस लेख को अवश्य पढ़ें जिसमे हम आपको इसके प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहें हैं।
पांडिचेरी साल 1954 तक एक फ्रांसीसी उपनिवेश था। इसलिए इसे भारत में फ्रांस के मिनी वर्जन के रूप में जाना जाता है। पांडिचेरी अपनी फ्रांसीसी सभ्यताओं के माध्यम से औपनिवेशिक, बोहेमियन अनुभव देता है। आपको बता दें कि यहां की सड़कें बेहद साफ है और पेड़ों से लगी हुई है। यहां के लोग फ्रांसीसी संस्कृतियों का भी पालन करते और फ्रेंच में भी बात करते हैं। आपको बता दें कि पहली शताब्दी ईस्वी के दौरान पांडिचेरी के रोम के साथ व्यापारिक संबंध थे।
पांडिचेरी के पास अरीकेमेडु में खुदाई के दौरान मिले रोमन मिट्टी के बर्तन पहली शताब्दी ईस्वी पूर्व के हैं। पांडिचेरी पर 4 वीं शताब्दी ईस्वी में पल्लव वंश का शासन था, उसके बाद अलग-अलग दक्षिणी राजवंशों जैसे चोल, पांड्य, विजयनगर राजा और बाद में मदुरै सल्तनत का भी यहां पर शासन रहा। पॉन्डिचेरी ने पुर्तगाली, डच, अंग्रेजी और फ्रेंच का ध्यान भी अपनी ओर आकर्षित किया। 1673 में पांडिचेरी, फ्रांसीसियों के शासन में आया और इसके बाद यह अंग्रेजों और फ्रांसीसियों के बीच लड़ाई का स्थल बन गया। बता दें कि यहां 1954 में अपनी स्वतंत्रत होने से पहले लगभग 300 वर्षों तक फ्रांसीसी भारत की राजधानी के रूप में रहा। साल 2006 में पांडिचेरी का नाम बदलकर पुदुचेरी कर दिया गया, जिसका अर्थ तमिल भाषा में ‘नया गांव’ है।
पांडिचेरी भारत का एक शानदार पर्यटन स्थल है जो अपने अछूते समुद्र तटों के लिए जाना जाता है। यहां की यात्रा के दौरान पर्यटक सूर्यास्त और सूर्योदय के आकर्षक दृश्यों को देख सकते हैं। यहां पर बंगाल की खाड़ी के गहरे नीले पानी पर सूरज को उगते देखना एक ऐसा शानदार अनुभव है जिसका हिस्सा हर किसी को बनना चाहिए। यहां की फ़्रांसिसी इतिहास और संस्कृति में डूबी हुई यह जगह अपने फ्रांसीसी औपनिवेशिक इमारतों और स्मारकों से हर किसी को आकर्षित करती है।
पांडिचेरी की यात्रा के दौरान पर्यटक कई आकर्षक स्थलों की यात्रा कर सकते हैं और यहाँ के समुद्र तटों पर क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकते हैं। यह भले ही एक छोटा सा शहर है लेकिन यहां पर करने के लिए बहुत कुछ है। पर्यटक यहां कराईकल बीच और पैराडाइज बीच पर कई वॉटरस्पोर्ट्स का मजा ले सकते हैं, जिनमें कयाकिंग, जेट स्कीइंग, कैनोइंग, स्कूबा डाइविंग और बैकवाटर बोटिंग के नाम शामिल हैं। अगर आप प्राचीन इतिहास और संस्कृति का सबसे अच्छा अनुभव करना पांडिचेरी यात्रा करने के लिए एक दम परफेक्ट जगह है।
और पढ़े : केरल में घूमने की जगहों की जानकारी
पैराडाइज बीच, पांडिचेरी का प्रमुख आकर्षण हैं जो शहर के पास चुन्नमबार में स्थित है। सुनहरी रेत सजा हुआ यह तट पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है। यह बीच पांडिचेरी में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली जगहों में से एक है जहां पर पर्यटक ठंडी समुद्री हवा का आनंद ले सकते हैं। पैराडाइज बीच की रेत बहुत ही नरम और दानेदार है। यहां समुद्र तट पर टहलना पर्यटकों को एक शानदार अनुभव देता है। इस बीज के पास आप कई तरह के पक्षियों को देख सकते हैं और फोटोग्राफी के शौकीन लोग यहाँ कुछ शानदार तस्वीरें क्लिक कर सकते हैं। इस बीच पर पानी की धाराएँ बहुत तेज होती हैं इसलिए यहां पर पानी में गहराई से न जाने की सलाह दी जाती है। इस समुद्र तट की यात्रा के दौरान पर्यटक ताजे नारियल पानी और कुछ साधारण स्नैक्स प्राप्त कर सकते हैं। पैराडाइज बीच से सूर्योदय का दृश्य देखने के लिए एक शानदार स्थान है। आप समुद्र तट पर बैठकर लहरों का आनंद ले सकते हैं और विभिन्न प्रकार के वॉटर स्पोर्ट्स का मजा भी ले सकते हैं।
पैराडाइज बीच पर करने के लिए चीजें
और पढ़े : भारत के 7 एडवेंचर स्पोर्ट्स जो आपको उत्साह से भर देंगे
पांडिचेरी के व्हाइट टाउन में स्थित अरबिंदो आश्रम एक प्रसिद्ध स्थल है जिसका नाम इसके इसके निर्माता श्री अरबिंदो घोष के नाम पर रखा गया है। बता दें कि इस आश्रम की नींव वर्ष 1926 में 24 नवंबर को रखी गई थी, जब वे राजनीति से सेवानिवृत्त होने के बाद पांडिचेरी में बस गए थे। मिर अल्फसा अरबिंदो के अनुयायियों में से एक था, जिसने इस आश्रम की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 1950 में श्री अरबिंदो घोष की मृत्यु के तुरंत इस देखभाल की। बता दें कि उन्हें आश्रम की ‘माँ’ के रूप में जाना जाता था। वर्तमान में, आश्रम में पाँच सौ से अधिक भक्त, पांच सौ छात्र और तेरह सौ रोगी शामिल है।
यह आश्रम लोगों को मोक्ष और आंतरिक शांति प्राप्त करने में मदद करने के लिए स्थापित किया गया था। अपने मन को शांति प्रदान करने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आश्रम में आते हैं। अगर आप पांडिचेरी की यात्रा करने जा रहें हैं और आध्यात्मिक ज्ञान का अनुभव प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको इस आश्रम का दौरा जरुर करना चाहिए।
प्रोमेनेड बीच भारत के पुदुचेरी शहर में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो गौबर्ट एवेन्यू पर वॉर मेमोरियल से डुप्लेक्स पार्क तक 1.2 किमी तक फैला हुआ है। प्रोमेनेड बीच एक प्रसिद्ध स्थल है जहां पर अक्सर वॉलीबॉल खेलने वाले लोगों के समूह की काफी भीड़ होती है। इस समुद्र तट पर पर्यटक शाम के समय टहलना, चलना, स्केटिंग, योग और तैराकी जैसे काम कर सकते हैं। यहां प्रोमेनेड बीच आसपास के पास कई आकर्षक स्थल वार मेमोरियल, जोन ऑफ आर्क की प्रतिमा (Statue Of Joan Of Arc), हेरिटेज टाउन हॉल, पुराने लाइटहाउस, महात्मा गांधी की मूर्ति स्थित हैं जहां की यात्रा पर्यटकों को अवश्य करना चाहिए। इस शांत तट पर पर्यटक चट्टानों और बोल्डर को देख सकता है। इसके अलावा बीच पर कई प्रसिद्ध रेस्तरां भी स्थित हैं जो पारंपरिक भोजन की सेवा करता है।
सेरेनिटी समुद्र तट कोट्टाकुप्पम में पुदुचेरी के बाहरी इलाके में 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जिसे अपना नाम स्पा-रिज़ॉर्ट-इन से मिलता है। इस बीच को मूल रूप से इस समुद्र तट को थंथीरयन कुप्पम बीच या सादे कोट्टाकुपम बीच के रूप में जाना जाता है। अगर आप पॉन्डिचेरी की यात्रा करने जा रहें हैं तो आपको इस सेरेनिटी समुद्र तट की यात्रा कर सकते हैं। यह बीच हनीमून वाले लोगों को बेहद पसंद आता है। अगर आप समुद्र तट पर रेत पर लेटकर शांतिपूर्ण तरीके धूप सेंकना चाहते हैं तो आपके लिए यह बीच स्वर्ग के समान है। चूँकि यह बीच शहर से काफी दूर स्थित है इसलिए यहां पर स्थानीय पर्यटकों की ज्यादा भीड़ नहीं रहती।
और पढ़े : बेनौलिम बीच गोवा घूमने की जानकारी
ऑरोविले को एक ‘यूनिवर्सल टाउन’ भी कहा जाता है क्योंकि यहां पर सभी संस्कृतियों और परंपराओं के दुनिया भर से लोग शांति से रहते हैं। ऑरोविले पांडिचेरी शहर से लगभग 15 किमी दूर तमिलनाडु में स्थित है जिसे 1968 में अरबिंदो की शिष्या मिर्रा अलफासा द्वारा स्थापित किया गया था। इस सार्वभौमिक टाउनशिप का उद्घाटन 28 फरवरी 1968 को इस एजेंडे के साथ किया गया था कि यह एक ऐसा स्थान होगा जहां पर लोग अपनी जाति, सम्प्रदाय, राष्ट्रीयता को भूल कर निर्बाध शिक्षा और प्रगति का केंद्र बनाने के लिए पर्याप्त रूप से तैयार होंगे। आपको बता दें कि वर्तमान में 195 से अधिक देशों के 2,800 से अधिक लोग इस टाउनशिप के आधिकारिक निवासी हैं।
एरीकेमेडु, फ्रांसीसी औपनिवेशिक पांडिचेरी शहर से आधे घंटे की ड्राइव के भीतर स्थित एक प्राचीन रोमन व्यापार केंद्र और आकर्षक ऐतिहासिक स्थल है। इस बंदरगाह शहर पर 1 शताब्दी ईसा पूर्व से दूसरी शताब्दी ईस्वी तक एक प्रसिद्ध समुद्री केंद्र के रूप में रोम, चोल और फ्रांसीसी लोगों ने कब्जा कर लिया था। अरीकेमेडु के कांच के मनके निर्माण कारखाने को पूरी में सबसे प्रसिद्ध है। अरीकेमेडु में पहली खुदाई 1940 के दशक में शुरू हुई थी और तब से यहां पर लगातार खुदाई चल रही है।
राज निवास पांडिचेरी के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है जिसे पहले पालिस डू सरकार के रूप में जाना जाता है। बता दें कि राज निवास अठारहवीं शताब्दी में निर्मित एक इमारत है जो वर्तमान में पांडिचेरी के उपराज्यपाल के निवास के रूप में सेवा कर रही है। यह संरचना आम जनता के लिए खुली नहीं है, लेकिन इसके बाद भी यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में जानी जाती है। इस भवन के अंदर एक परिसर के भीतर पुरानी अदालत भी देखी जा सकती है। राज निवास का मुख्य आकर्षण अखंड स्तंभ हैं, जो वर्ष 1751 में गिंगी किले से यहां लाए गए थे। इसके अलावा गिंगी किले के कुछ स्तंभ प्रोमेनेड बीच पर गांधी मंडपम को घेरे हुए हैं।
बॉटनिकल गार्डन पांडिचेरी का लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है जिसे सी.एस. पेरोटेट द्वारा वर्ष 1862 में स्थापित किया गया था। आपको बता दें कि यह गार्डन कई तरह विदेशी पौधों के साथ के मछली घर है। यहां पर पर्यटक पौधों की विस्तृत श्रृंखला को देख सकते जिन्हें भारत के विभिन्न हिस्सों और दुनिया भर से एकत्र किया गया है। यह एक्वेरियम एक शानदार जगह है जहां पर विभिन्न प्रकार के जलीय जीवों के साथ कुछ आकर्षक मछलियाँ भी देखी जा सकती हैं। अगर आप पांडिचेरी के पर्यटन स्थलों की यात्रा करने की योजना बना रहें हैं तो आपको बॉटनिकल गार्डन को अपनी सूची में अवश्य शामिल करना चाहिए।
और पढ़े : पिंजौर गार्डन से जुड़ी जानकारी और इतिहास
गोकिलमबल थिरुक्मेश्वर मंदिर पांडिचेरी से 11 किमी की दूरी पर स्थित विलियनुर के छोटे से शहर में स्थित एक बहुत ही सुंदर मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है। पर्यटक इस मंदिर पर फ्रांसीसी प्रभाव को स्पष्ट रूप से देख सकते हैं। मंदिर में आयोजित होने वाला एक कार महोत्सव (Festival) में स्पष्ट रूप से फ्रांसीसी विरासत के संबंध को दर्शाता है। इस उत्सव में शहर की सड़कों पर भक्तों द्वारा 15 मीटर ऊंचा रथ खींचा जाता है।
पांडिचेरी में लाइटहाउस एक आकर्षक जगह है जहां पर पर्यटक कई तरह से अद्भुत पक्षियों को देख सकते हैं। बता दें कि यहां पर दो लाइटहाउस-एक पुराना और एक नया है। यहां स्थित पुराने लाइटहाउस को अब सार्वजनिक रूप से बंद कर दिया गया है। समुद्र से आगंतुकों को सही दृष्टि प्रदान करने के लिए फ्रांसीसीयों ने एक लाइटहाउस बनाने की योजना बनाई। इसके बाद मार्च 1836 में ए गुएरे के मार्गदर्शन में पुराने लाइटहाउस का निर्माण किया गया था। कई सालों तक अस्तित्व में रहने के बाद 1979 इसे बंद कर दिया गया। इसके बाद उसी वर्ष एक अन्य लाइटहाउस का निर्माण किया गया जो पॉन्डिचेरी में सबसे अधिक देखे जाने वाले आकर्षणों में से एक है। यह लाइटहाउस 157 फुट ऊंचा है, जो सांस्कृतिक कार्यक्रमों, संगीत कार्यक्रमों और व्यावसायिक गतिविधियों की मेजबानी करता है।
यह चर्च पॉन्डिचेरी के सबसे पवित्र और धार्मिक स्थलों में से एक है जो शहर में दक्षिण बुलेवार्ड पर पांडिचेरी बस स्टेशन से 2.5 किमी दूर स्थित है। भारत में 21 बेसिलिका में एक पांडिचेरी में स्थित यह चर्च 1908 में फ्रांसीसी मिशनरियों द्वारा स्थापित किया गया था, जिसे बाद में 2011 में बेसिलिका का दर्जा दिया गया था। अगर आप शहर की यात्रा करने आ रहें हैं तो आपको इस आकर्षक चर्च को देखने के लिए जरुर आना चाहिए। चर्च में नए साल, क्रिसमस और ईस्टर दिवस जैसे अवसरों को बेहद भव्य तरीके से मनाया जाता है।
फ्रेंच वॉर मेमोरियल गोबर्ट एवेन्यू में स्थित एक आकर्षक संरचना है जिसे उन सैनिको की याद में बनाया गया था जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध में अपनी जान गंवा दी थी। आपको बता दें कि यह स्मारक हर साल 14 जुलाई को, एक वार्षिक स्मारक समारोह आयोजित करता है, जिस दौरान इसे बहुत ही खूबसूरती के साथ सजाया जाता है। अगर आप पांडिचेरी की यात्रा करने जा रहें हैं तो इस फ्रांसीसी युद्ध स्मारक को देखने के लिए भी जा सकते हैं।
श्री मनाकुला विनयगर मंदिर पांडिचेरी में स्थित एक प्राचीन मंदिर है जो भगवान गणेश को समर्पित है। मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसे लगभग 5 शताब्दी पहले स्थापित किया गया था। इस मंदिर में ब्रह्मोत्सवम के 18 वें दिन बड़ी संख्या में भक्त आते हैं। विनायक चतुर्थी, श्री मनाकुला विनयगर मंदिर का एक प्रमुख त्योहार है जिसे यहां पर बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। मंदिर के बारे में कहा जाता है कि एक फ्रांसीसी व्यक्ति ने मंदिर से गणेश की मूर्ति हटाने की कोशिश की थी लेकिन मूर्ति हट जाने के बाद फिर से वहां प्रकट हो जाती थी। मूर्ति की शक्ति से प्रेरित होकर भगवान के भक्त के रूप में बदल गया। अगर आप पांडिचेरी की यात्रा कर रहें हैं तो इस मंदिर के दर्शन करने के लिए सुबह 5:45 बजे से 12:30 बजे और शाम: 4:00 बजे से 9:30 बजे तक जा सकते हैं।
और पढ़े : तमिलनाडु के सबसे 30 प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में
चिदंबरम पांडिचेरी से 63 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक सुंदर मंदिर शहर है जो भगवान नटराज मंदिर और प्रसिद्ध रथ त्योहार के लिए प्रसिद्ध है। चिदंबरम चेन्नई शहर से 250 किलोमीटर दूर स्थित है जिसका धार्मिक महत्व पुरातन काल से है।
बता दें कि इस स्थान पर चोल, पांड्य, विजयनगर शासकों, मराठों और अंग्रेजों समेतकई राजवंशों पर शासन किया। विभिन्न सांस्कृतिक प्रभावों के कारण यह शहर समृद्ध विरासत और परंपराओं का दावा करता है। चिदंबरम अपने कई मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है अगर आप पांडिचेरी की यात्रा के लिए जा रहें हैं तो चिदंबरम में स्थित मंदिरों के दर्शन करने के लिए जा सकते हैं।
और पढ़े : रामेश्वरम मंदिर के इतिहास, दर्शन पूजन और यात्रा के बारे में संपूर्ण जानकारी
वरदराजा पेरुमल मंदिर एक प्राचीन मंदिर है जो 12 वीं शताब्दी का है, जिसका अपना एक अलग धार्मिक महत्व है। वरदराजा पेरुमल एक ऐसा मंदिर है जिसकी संरचना हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है।
यानम बीच उन लोगों के लिए एक आदर्श जगह है जो शहर की भीड़ भाड़ से शांति भरे पल बिताना चाहते हैं। यह एक बहुत ही शानदार बीच है जहां पर्यटक नाव की सवारी, फेरी रोड पर, टहलना और समुद्र तट के शांत नज़ारों को देखना जैसे काम कर सकते हैं।
पांडिचेरी बीच लवर्स के लिए स्वर्ग के समान है। यहां के आकर्षक समुद्र तट पर्यटकों को अपनी ओर बेहद आकर्षित करते हैं। यहां समुद्र तटों पर लेट कर धूप सेंकना हर किसी को एक शानदार अनुभव देता है। पांडिचेरी के समुद्र तट वॉटर स्पोर्ट्स के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। पर्यटक यहां पर स्कूबा डाइविंग, पैरासेलिंग, केला बोट राइड्स जैसे पानी के खेलों का मजा ले सकते हैं।
अगर आप पांडिचेरी जाने की योजना बना रहें हैं तो बता दें कि यहां की यात्रा का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के महीनों के दौरान होता है। इस दौरान शहर का तापमान 15 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। यहां पर ग्रीष्मकाल (अप्रैल-जून) काफी गर्म होता है और इस समय तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को छू लेता है। मॉनसून (जुलाई-सितंबर) का मौसम भी यहां की यात्रा के लिए अच्छा समय हैं। हालांकि पांडिचेरी की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग होता है। क्योंकि यह शहर हर मौसम में बदल जाता है और कई तरह से त्योहरों का आयोजन करता है जो पर्यटकों को बेहद पसंद आते हैं।
और पढ़े : तमिलनाडु के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल घूमने की पूरी जानकारी
पांडिचेरी भारत की एक ऐसा है जहां के भोजन में फ्रांसीसी भोजन का प्रभाव देखने को मिलता है। यहां पर बहुत सारे ऐसे रेस्तरां हैं जो फ्रांसीसी भोजन परोसते है। यहां के कुछ लोकप्रिय भोजन में Baguettes, Croissants, इटालियन बेक्ड बीन्स, भरवां गोभी और कई अन्य व्यंजन शामिल हैं। इसके अलावा इस केंद्र शासित प्रदेश में अन्य दक्षिण भारतीय राज्यों की डिश का स्वाद भी लिया जा सकता है। पांडिचेरी के कुछ लोकप्रिय रेस्तरां में ला मैसन रोज (La Maison Rose), कैफे कार्टे ब्लैंच (Cafe Carte Blanche), सत्संग (Satsanga), वेल कैफे (Well Cafe), कैफे डे फ्लोर (Cafe De Flore), ले कैफे (Le Café) के नाम शामिल हैं।
पांडिचेरी दक्षिण भारत में स्थित है जो देश के बाकी हिस्सों और दुनिया के अधिकांश प्रमुख शहरों से फ्लाइट द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा यह भारत के सभी प्रमुख शहरों से रेल और सड़क नेटवर्क के माध्यम से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
अगर आप हवाई जहाज से पांडिचेरी की यात्रा करने जा रहें हैं तो बता दें कि पांडिचेरी हवाई अड्डा यहां का प्रमुख हवाई अड्डा है। अन्य विकल्प के रूप में यहां कराइकल हवाई अड्डा है जहां के लिए आप फ्लाइट ले सकते हैं। हवाई अड्डे से शहर तक पहुचंने के लिए आप कैब या टैक्सी की मदद ले सकते हैं।
पांडिचेरी की सड़क यात्रा करना आपको एक शानदार अनुभव दे सकता है। यहां आने के लिए कई बड़े उपलब्ध हैं जो चेन्नई, त्रिची, बैंगलोर, कोयम्बटूर आदि को इससे जोड़ती हैं।
विल्लुपुरम रेलवे जंक्शन पांडिचेरी का प्रमुख रेलवे स्टेशन है जो इसे भारत के प्रमुख शहरों से जोड़ता है।
पांडिचेरी की यात्रा करने के लिए बहुत से लोग मोटरसाइकिल और कार किराए पर लेना पसंद करते हैं, क्योंकि यहां के कुछ आकर्षण ऑरोविले और पैराडाइज बीच मुख्य शहर थोड़े दूर हैं। अगर आप खुद ड्राइव नहीं करना चाहते हैं यहां पर बहुत सारी टैक्सी और शेयर्ड ऑटो उपलब्ध हैं, जिन्हें आप किराये पर ले सकते हैं।
और पढ़े : पांडिचेरी की यात्रा में करने के लिए एक्टिविटीज
इस लेख में आपने पांडिचेरी घूमने की पूरी जानकारी को जाना है आपको हमारा यह लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
और पढ़े :
Hills Station of Tamil Nadu In Hindi : तमिलनाडु भारत का एक खूबसूरत पर्यटक राज्य…
Ghaziabad in Hindi : गाजियाबाद उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख शहर है जो राष्ट्रीय…
Mumbai Zoo in Hindi : मुंबई जू मुंबई शहर के केंद्र में स्थित है जो…
Famous Forts Of Maharashtra in Hindi : महाराष्ट्र एक समृद्ध इतिहास वाला राज्य है जो…
Famous Lakes of Himachal Pradesh in Hindi : हिमाचल प्रदेश भारत का एक प्रमुख और…
Chintapurni Devi Temple in Hindi : चिन्तपूर्णी देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश राज्य के छोटे से…