Alleppey In Hindi : अल्लेप्पी पर्यटन स्थल भारत के केरल राज्य में स्थित एक खूबसूरत शहर है जिसेअलाप्पुझा के नाम से भी जाना जाता हैं। अल्लेप्पी को अपने सुन्दर बैकवाटर, समुद्री बीच और लैगून की वजह से पूर्व का वेनिस भी कहा जाता हैं। शांत बैकवाटर से गुजरने वाले हाउस बोट परिभ्रमण के लिए भी एलेप्पी को जाना जाता हैं। अल्लेप्पी की यात्रा में पर्यटक हरे भरे धान के खेतों की झलक देख सकते हैं, आकर्षित एविफ़ुना और केरल राज्य के स्थानीय लोगों की जीवन शैली से अवगत हो सकते हैं। अगस्त और सितंबर के महीनों के दौरान होने वाली पारंपरिक नाव दौड़ यहाँ का प्रमुख आकर्षण हैं।
नेहरु बोट रेस ट्राफी के दौरान अल्लेप्पी में भीड़ देखने लायक होती है जोकि पर्यटकों को बेहद ही रोमांचित करती है। यदि आप अल्लेप्पी के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को पूरा अवश्य पढ़े।
आलप्पुषा़ शहर का इतिहास बहुत प्राचीन हैं जोकि हमें पहली शताब्दी में ले जाता हैं। अल्लेप्पी के इतिहास के बारे में जानकारी उस समय से लगती हैं जब सेंट थॉमस जोकि ईसा मसीह के 12 शिष्यों में से एक थे जो अल्लेप्पी पहुंचे थे। उन्होंने दक्षिण भारत में ईसाई धर्म का प्रचार किया। पुर्तगालियों और डच सेनाओं द्वारा ईसाई धर्म को मजबूती प्रदान की गई थी। बता दें कि 17 वीं शताब्दी के दौरान पुर्तगालियों के द्वारा प्रसिद्ध सेंट एंड्रयूज बेसिलिका का निर्माण किया गया था। इस समय आलप्पुषा़ के महाराजा मार्तंडा वर्मा थे और उन्हें आधुनिक त्रावणकोर के निर्माता के रूप में पहचान मिली थी।
अल्लेप्पी पर्यटन स्थल की यात्रा में आप केरल राज्य के आलप्पुझा जिले के खूबसूरत स्थानों पर घूमने के लिए जा सकते हैं। बता दें कि अल्लेप्पी (आलप्पुषा़) पर्यटन स्थल पर आपको कई आकर्षित बीच, मंदिर, ऐतिहासिक स्थान और प्राकृतिक सुन्दरता के नज़ारे देखने को मिलेंगे। यदि आप अल्लेप्पी की यात्रा पर आए हुए हैं तो इन स्थानों पर घूमने के अवसर न गवाए।
अल्लेप्पी के प्रमुख आकर्षण में शामिल हाउसबोट्स पर्यटको की सबसे पसंदीदा गतिविधियों में से एक हैं। अल्लेप्पी (Alleppey) की यात्रा में हाउसबोट्स पर क्रूज़िंग (Cruising On Houseboats In Alleppey) करना नवीनतम माना जाता हैं। बता दें कि 120 फुट लंबे ऐलप्पी पर हाउसबोट्स का आनंद लेते हुए आप धान के खूबसूरत खेत, नारियल के पेड़, घनी हरियाली और प्राकृतिक सुन्दरता पर्यटकों को मोहित करती हैं। हाउसबोट पर कम से कम 3 लोग (कुक, गाइड और ओर्शमैन) ऐसे होते हैं जोकि पर्यटकों के की सुविधा का ध्यान रखते हैं।
और पढ़े : गोवा के सबसे खुबसूरत बीच और समुद्र तटों की जानकारी
अलाप्पुझा बीच जोकि अल्लेप्पी बीच के नाम से भी जाना जाता हैं, समुद्र तट के किनारे ताड़ के पेड़ों के नीचे पर्यटकों के विश्राम करने का शानदार विकल्प हैं। बता दें कि यह बीच 150 साल से भी अधिक पुराना है और अपनी सुन्दरता के लिए पर्यटकों का पसंदीदा गंतव्य हैं। एलेप्पी बीच अपने सैंड आर्ट फेस्टिवल और अलाप्पुझा बीच फेस्टिवल के लिए जाना जाता हैं। अल्लेप्पी बीच पर प्रतिवर्ष अगस्त माह के दौरान नेहरू बोट रेस ट्रॉफी का आयोजन किया जाता हैं जोकि केरला राज्य का प्रमुख आकर्षण हैं। इसके अलावा अल्लेप्पी बीच कुछ अन्य रोमांचक गतिविधियों, विजया बीच पार्क में होने वाली मस्ती और एक प्राचीन प्रकाश स्तंभ के लिए भी प्रसिद्ध हैं।
एलेप्पी बैकवाटर्स को झीलों के स्थान के रूप में जाना जाता हैं। बता दें कि अपने आकर्षित दृश्यों, खारे लैगून और झीलों की भूलभुलैया की वजह से अल्लेप्पी को पूर्व का वेनिस भी कहा जाता हैं। एलेप्पी प्राकृतिक हरियाली और बैकवाटर के साथ प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नही है। नाव किराए पर लेकर बैकवाटर का आनंद ले सकते हैं। यहाँ पर्यटकों को रात्रि नाव सहित अलग अलग तरह की नाव किराए पर मिल जाएगी। बता दें कि शुरूआती दौर में यह स्थान परिवहन, मछली पकड़ने और कृषि के करने के लिए जाना जाता था लेकिन वर्तमान में एक दिलचस्प पर्यटन स्थल बन चुका हैं।
अल्लेप्पी में देखने वाली प्रमुख जगहों में शामिल कुमारकोम पक्षी अभ्यारण पर्यटकों की पहली पसंद हो सकती हैं। बता दें कि इसे विंबानड पक्षी अभयारण्य के नाम से भी जाना जाता हैं और यह एक लुभावना और सुंदर पक्षी अभयारण्य है, जोकि केरल राज्य के कोट्टायम जिले के कुमारकोम नामक स्थान पर स्थित हैं। कुमारकोम पक्षी अभयारण्य अपनी सुन्दरता और आकर्षित पक्षियों की आबादी के लिए जाना जाता हैं। कव्नर नदी (Kavanar River) के दक्षिणी छोर पर स्थित यह अभ्यारण लगभग 14 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। अभ्यारण में दुर्लभ और उत्तम पक्षियों की प्रजाति देखने को मिलती हैं। यहाँ के कुछ प्रमुख पक्षी उल्लू, कोयल, जलपक्षी और बगुले आदि हैं। जोकि इसे पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान बना देते हैं।
कुट्टनाद पर्यटन स्थल अलाप्पुझा और कोट्टायम जिले में स्थित हैं। कुट्टनाड केरल के बैकवाटर के लिए शानदार दृश्य प्रदान करता हैं। कुट्टनाड को केरल के चावल के कटोरे के रूप में भी जाना जाता हैं। चावल की खेती के साथ साथ यह अपनी प्राकृतिक सुन्दरता और एकांत वातावरण के लिए जाना जाता हैं। कुट्टनाद में आप नाव की सवारी भी कर सकते हैं।
अल्लेप्पी में स्थित वेम्बानाड झील दक्षिण भारत के प्रमुख आकर्षण में से एक हैं। वेम्बनाड झील केरल राज्य की सबसे बड़ी झील है और यह पर्यटकों को अपनी ओर सहज ही आकर्षित करती हैं। बता दें कि इस झील को केरल राज्य में अलग अलग नाम से संबोधित किया जाता हैं। जैसे – कोच्चि में कोच्चि झील, कोट्टायम में वेम्बनाड और कुट्टनद में पुन्नमदा झील आदि। नौका विहार का आनंद भी पर्यटक इस झील में ले सकते हैं।
नेहरू ट्रॉफी स्नेक बोट रेस न केवल एलेप्पी बल्कि केरल राज्य का भी प्रमुख आकर्षण हैं। यह रेस एलेप्पी लेक में होने वाली सबसे रोमांचित गतिविधियों में से एक हैं। बता दें कि इस रेस का आयोजन प्रतिवर्ष अगस्त माह के दूसरे शनिवार को ओणम त्योहार के अवसर पर किया जाता हैं। इस नौका रेस में 100 से 120 फीट लंबी डोंगी जैसी नाव का उपयोग किया जाता हैं। इसके अलावा नौकाओं की अन्य श्रेणियां की दौड़ इरुटुकुथि वल्लम, ओडी वल्लम, चुरुलेन वल्लम, वप्पू वल्लम, वडक्कानोडी वल्लम और कोचू वल्लम भी आयोजित की जाती हैं।
और पढ़े : गोवा के वाटर स्पोर्ट्स जो बनायेगें आपकी यात्रा को खास
अल्लेप्पी के दर्शनीय स्थलों में अम्बालापुझा श्री कृष्ण मंदिर एक प्रमुख तीर्थ स्थल है और यह भक्तो की आस्था का प्रमुख केद्र बना हुआ हैं। अम्बलप्पुझा जिले में स्थित यह दक्षिण भारत का प्रमुख धार्मिक स्थान है जोकि हिन्दू धर्म से संबधित हैं और भगवान श्री कृष्ण को समर्पित हैं। केरल राज्य की वास्तुशिल्प शैली में निर्मित यह मंदिर मीठे दूध से बने चावल के हलवे के लिए प्रसिद्ध हैं। दक्षिण की द्वारिका के रूप में प्रसिद्ध है यह मंदिर 15-17 वीं ईसवी में निर्मित किया गया था।
आलप्पुषा़ का प्रसिद्ध मन्नारसाला श्री नागराजा मंदिर नाग देवता को समर्पित हैं। बता दें कि नागराज को भगवन श्री हरि विष्णु और भगवान शंकर का रूप में माना जाता हैं। यह मंदिर हरिपद के पास एक वन में स्थित हैं। नाग देव की पूजा अर्चना में आस्था रखने वाले तीर्थयात्री और भक्त यहाँ आते हैं। यहाँ 30 हजार से भी अधिक चित्र बने हुए जोकि पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। बता दें कि मंदिर के आसपास सांपो को रेंगते हुए देखा जा सकता हैं।
एलेप्पी का आकर्षण रेवी करुणाकरण संग्रहालय एक स्मारक संग्रहालय है। जिसका निर्माण बेट्टी करुणाकरण ने अपने पति और केरल के प्रमुख उद्योगपति रेवी करुणाकरण की स्मृति में बनबाया था। वर्ष 2003 निर्मित किया गया यह निजी स्वामित वाला संग्रहालय है और यह हाथी के दांत, चीनी मिट्टी के बर्तन, आकर्षित मूर्तियां, मुरानो ग्लासवर्क और तंजौर पेंटिंग आदि के लिए जाना जाता हैं। रेवी करुणाकरण संग्रहालय तीन मंजिला ईमारत हैं और इसे चार विभिन्न वर्गों में चार प्रमुख धर्मों हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, इस्लाम और ईसाई धर्म के लिए समर्पित किया गया हैं। रेवी करुणाकरण संग्रहालय लगभग 28,000 वर्ग फुट में फैला हैं।
एलेप्पी के पर्यटन स्थल में पाथिरमानल केरल के बैकवाटर में एक छोटा सा द्वीप है। बता दें कि पथिरमनल 10 एकड़ भूमि के क्षेत्र में फैला हुआ हैं जो कई दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियों के पक्षियों घर हैं। पथिरमनल में आप रात की रेत’ घने जंगल, शांत झीलों और सुरम्य परिदृश्य का अनुभव कर सकते हैं। पाथिरमानल एक आदर्श पिकनिक स्थल के रूप में जाना है और प्राकृति प्रेमियों के लिए यह किसी स्वर्ग से कम नही हैं।
और पढ़े : केरल के मशहूर हिल स्टेशन मुन्नार के पर्यटन स्थल
अल्लेप्पी का पर्यटन स्थल करुमादिक्कुट्टन पर्यटकों को अपनी ओर बहुत अधिक आकर्षित करता हैं। बता दें कि यह केरल के अलाप्पुझा से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर करुमदी नामक गाँव में स्थित है। पुन्नमदा झील के तट पर स्थित मंदिर में भगवान बौद्ध की 3 फिट ऊँची प्रतिमा स्थित हैं। माना जाता हैं कि यह प्रतिमा 10 वीं शताब्दी की है। जिसे बाद में सन 1930 के दशक में सर रॉबर्ट ब्रिस्टो नामक एक ब्रिटिश अधिकारी ने इसे प्राप्त किया था।
एलेप्पी में देखने वाली प्रमुख जगह एडथुआ चर्च पम्पा नदी के तट पर स्थित हैं। बता दें कि एडथुआ चर्च सेंट जॉर्ज फोरेन चर्च के नाम से भी जाना जाता है। एडथुआ चर्च का निर्माण सन 1810 में हुआ था। एडथुआ चर्च मध्ययुगीन यूरोपीय वास्तुकला को उजागर करती हैं और इसके प्रमुख आकर्षण में राजसी मेहराब और विशाल स्तंभ शामिल हैं। ईसाई धर्म से सम्बंधित इस चर्च में हिन्दू धर्म के अनुयाई भी आते हैं।
विजय बीच पार्क अलाप्पुझा बैकवाटर के दक्षिणी छोर पर स्थित हैं। पिकनिक मनाने के लिए यह पार्क बच्चों और वयस्कों के लिए एक शानदार डेस्टिनेशन साबित हो सकता हैं। बच्चों के खेलने के लिए पार्क ओम्पटीन झूले, स्लाइड और कई रोमांचक सवारी भी हैं। राउंड बोट्स, पैडल बोट्स, बाइक की सवारी और नौका विहार का आनंद भी पर्यटक पार्क में ले सकते हैं। इसके साथ ही पार्क से कुछ ही दूरी पर एक प्रकाश स्तंभ भी है जोकि पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बना हुआ हैं।
और पढ़े : ऊटी के पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी
अल्लेप्पी में होने वाली प्रमुख गतिविधियों में कयाकिंग पर्यटकों को बेहद रास आती हैं। कयाकिंग एक पानी का खेल हैं जिसमे कस्ती का उपयोग किया जाता हैं। बता दें कि कैनोइंग और कयाकिंग विपरीत हैं। कायाकिंग के कई प्रकार देखे जा सकते हैं जिनमे मुख्य रूप मनोरंजक कयाकिंग, समुद्री कयाकिंग और सफेद पानी की कयाकिंग आदि शामिल हैं। इस खेल का आयोजन केरल में विशेष रूप से अल्लेप्पी (अलाप्पुझा) के लैकाडिव सागर होता हैं।
अल्लेप्पी के प्रसिद्ध स्थानों में शामिल चम्पाकुलम कल्लोर्कडू मार्थ मरियम बेसिलिका ईसाई धर्म के अनुयाइयों के लिए परम तीर्थ स्थल हैं जोकि सेंट मैरी फोरेन चर्च के नाम से भी जाना जाता हैं। इस चर्च का निर्माण 427 ईस्वी में किया गया था और यह भारत में स्थित सबसे पुराने सीरियाई कैथोलिक चर्चों में से एक है। बता दें कि चर्च की आकर्षित वास्तुकला, विस्तृत शिलालेख और साथ ही प्राचीन कलाकृतियां पुर्तगाली वैभव को उजागर करती हैं। यह शानदार वास्तुकला बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।
अल्लेप्पी के दर्शनीय स्थलों में शामिल मुल्लाक्कल राजेश्वरी मंदिर भक्तो आस्था का प्रतीक हैं। इस मंदिर को मुलक्कल भगवती मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। केरल राज्य के अलाप्पुझा जिले में मुल्क्कल थेरुवु नामक स्थान की मुख्य सड़क पर स्थित यह मंदिर भक्तो की बड़ी भीड़ को एकत्रित करता हैं। यह मंदरी सभी धर्मो और जातियों के लोगो के लिए खुला रहता हैं। मंदिर के प्रमुख देवता देवी राजेश्वरी (दुर्गा माँ) हैं। इनके साथ ही मंदिर में भगवान श्री कृष्ण, नाग, अयप्पा और पवन पुत्र हनुमान सहित अन्य देवताओं की मूर्तियाँ भी स्थापित हैं।
और पढ़े : केरल के 30 सबसे प्रसिद्ध मंदिर
थोटापल्ली बीच एलेप्पी के प्रमुख आकर्षण में से एक है और शांति प्रिय एक छोटे से गाँव के निकट हैं। ऐसे पर्यटक जो मछली पकड़ने के शौकीन हैं वह इस स्थान का दौरा कर सकते हैं। थोट्टापल्ली झील अपने मीठे पानी और नदी के मुहाने के लिए भी जाना जाता हैं। यहाँ से खारा पानी अलग होकार अरब सागर में मिल जाता हैं।
एलेप्पी में घूमने लायक स्थान पुननप्रा बीच एक शांतनुमा स्थान हैं और भीडभाड से दूर हैं। बीच की सुन्दर रेत और आकर्षित पानी पर्यटकों को मन्त्र मुग्ध करता हैं। हालाकि यहाँ अधिक पर्यटक घूमने के लिए नहीं आते हैं लेकिन एकांत की तलाश करने वाले पर्यटकों के लिए यह किसी स्वर्ग से कम नही हैं। बीच की प्रमुख गतिविधियों में समुद्र तट पर होने वाली आयुर्वेदिक मालिश सबसे अधिक प्रसिद्ध हैं।
अल्लेप्पी में घूमने लायक स्थान थम्पोली बीच पर्यटकों को बेहद ही रास आता हैं। पर्यटक इस बीच की सुन्दरता और स्वच्छता से बहुत अधिक प्रभावित होते हैं। थम्पोली बीच और अल्लेप्पी पर्यटन स्थल के बीच की दूरी लगभग 6 किलोमीटर हैं। थम्पोली समुद्री बीच केरल राज्य का एक खूबसूरत हीरा हैं और यह अरब सागर की ओर जाने वाली कई नहरों और नदियों के लिए जाना जाता हैं। समुद्र तट के निकट कुछ खूबसूरत गाँव बसे हुए है जहां आप मछली पकड़ने का अनुभव ले सकते हैं। थम्पोली एक तटीय स्थान है जो एक ओर सागर और दूसरी ओर सुन्दर झीलों से घिरा हुआ हैं।
और पढ़े : बेनौलिम बीच गोवा घूमने की जानकारी
अल्लेप्पी की प्रसिद्ध पुन्नमदा झील पर्यटकों के लिए पिकनिक मनाने वाली प्रमुख जगहों में से एक हैं। बता दें कि पुन्नमदा झील यहाँ वाली प्रसिद्ध नेहरू ट्रॉफी बोट रेस के लिए जानी जाती हैं। इस रेस का आयोजन ओणम त्योहार अवसर पर किया जाता हैं और इस दौरान झील पर पर्यटकों का झमघट देखने लायक होता हैं।
एलेप्पी की दिलचस्प बातो में शामिल स्पा और मसाज इसके आकर्षण को ओर अधिक बढ़ा देता हैं। अल्लेप्पी अपने शांतिपूर्ण माहौल और खुशनुमा वातावरण के साथ साथ मसाज की सुविधा भी पर्यटकों को प्रदान करता हैं। अल्लेप्पी के शानदार दृश्यों को देखने के अलावा आप यहाँ के अधिकतर रिसॉर्ट्स और होटलों में आरामदायक स्पा और मालिश का अनुभव भी प्राप्त कर सकते हैं। मालिश के लिए आपको हर्बल तेल, भाप स्नान आदि का उपयोग कर तरोताजा किया जाता हैं।
अल्लेप्पी का ऐतिहासिक कृष्णापुरम पैलेस को एक संग्रहालय के रूप में भी जाना जाता है। कृष्णापुरम पैलेस आपके पर्यटन स्थल अल्लेप्पी (आलप्पुझा) से लगभग 48 किलोमीटर की दूरी पर कायमकुलम नामक स्थान पर स्थित है। बता दें कि महल एक छोटी पहाड़ी की एक आकर्षित चोटी पर स्थित है जोकि एक सीढ़ीदार उद्यान से घिरा हुआ है। महल में आपको सुन्दर फव्वारे, तालाब और लॉन देखने को मिल जायेंगे हैं। महल के बगीचे में कई तरह की वनस्पतियां, बुद्ध मंडपम और भगवान बुद्ध की आकर्षित प्रतिमा आदि हैं। कृष्णापुरम पैलेस को वैज्ञानिक तकनीकों के द्वारा दुबारा पुनर्निर्मित किया गया हैं।
और पढ़े : द रिज शिमला घूमने की जानकारी और पर्यटन स्थल
अल्लेप्पी का प्रसिद्ध पल्लिपुरम गाँव वेम्बनाड झील में स्थित द्वीपों में से एक हैं और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने में कामयाब होता हैं। बता दें कि पल्लिपुरम पर्यटन स्थल की सफेद रेत पर्यटकों को बेहद रोमांचित करती हैं। यदि आप अलप्पुझा जिले में किसी उत्साहित स्थान की तलाश कर रहे हैं तो पल्लिपुरम गाँव के लिए एक आदर्श डेस्टिनेशन साबित हो सकता हैं।
अल्लेप्पी के तीर्थ स्थलों शामिल चेट्टीकुलंगरा देवी मंदिर न केवल केरल का अपितु दक्षिण भारत का भी एक दर्शनीय स्थान हैं। चेट्टीकुलंगरा देवी मंदिर हिन्दू धर्मं से संबधित हैं और मंदिर में देवी भद्रकाली को महा लक्ष्मी, महा सरस्वती और महा काली तीन अलग अलग रूपों में पूजा जाता हैं। मंदिर की महिमा इतनी अद्भुत हैं कि भक्त अपने आप ही खिचे चले आते हैं। माना जाता हैं चेट्टीकुलंगरा देवी मंदिर लगभग 1200 साल पुराना है। चेट्टीकुलंगरा देवी मंदिर में महीने के पहले दिन महा भद्रकाली को अर्पण के रूप में 1001 दीपक जलाए जाते हैं।
एलेप्पी पर्यटन स्थल से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मारारी बीच मालाबार तट के खूबसूरत दृश्यों के लिए जाना जाता हैं। मारारी बीच पर छुट्टी मनाने के लिए पर्यटक भारी संख्या में जाते हैं। मारारी समुद्र तट की सुन्दर रेत, नारियल के पेड़, मछली पकड़ने से संबंधित गतिविधि आदि के लिए यह जाना जाता हैं। मारारीकुलम नामक गाँव से इस बीच को अपना नाम प्राप्त हुआ हैं। मारारी बीच पर पर्यटक तैराकी, पैरासेलिंग, वाटर-स्कीइंग, सर्फिंग, स्नेक बोट दौड़ आदि का लुत्फ़ उठा सकते हैं।
और पढ़े : केरल बैक वाटर घूमने की जानकारी
एलेप्पी पर्यटन स्थल की यात्रा के दौरान आप यहाँ कि स्थानीय वस्तुओं की खरीदारी कर सकते हैं। अल्लेप्पी के स्थानीय बाजारो और सडको के किनारो पर लगे स्टॉल से पर्यटक स्मृति चिन्ह, मसाले, हस्तशिल्प, दक्षिण भारतीय आभूषण, आकर्षित वस्त्र, कालीन कॉयर उत्पाद और ट्रिंकेट आदि खरीद सकते हैं। साथ ही साथ एलेप्पी पर्यटन में आपको कुछ शोपिंग मॉल भी मिलेंगे जहां से आप ब्रांडेड वस्तुओं की खरीदारी कर सकते हैं।
अल्लेप्पी की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से फरवरी माह के बीच का माना जाता हैं, क्योंकि इस समय के दौरान तापमान मध्यम (लगभग 33 डिग्री सेल्सियस) होता है। एलेप्पी में जून और सितंबर के दौरान का समय मानसून का होता हैं जोकि पर्यटन के लिहाज से सही नही हैं। लेकिन मानसून प्रेमी और ऑफबीट यात्री इस समय भी अल्लेप्पी घूमने का मन बना सकते हैं।
और पढ़े : केरल में घूमने की जगह की जानकारी
अल्लेप्पी और इसके प्रमुख पर्यटन स्थलों की यात्रा करने के बाद यदि आप अल्लेप्पी के आसपास किसी अच्छे निवास स्थान की तलाश कर रहे हैं। तो हम आपको बता दें कि अल्लेप्पी में आपको लो-बजट से लेकर हाई-बजट तक होटल मिल जाएंगे। आप अपनी सुविधा और बजट के अनुसार होटल का चुनाव कर सकते हैं।
अल्लेप्पी अपने खूबसूरत पर्यटन स्थलों और आकर्षित वातावरण के लिए तो प्रसिद्ध है ही लेकिन साथ ही अपने स्वादिष्ट भोजन के लिए भी जाना जाता हैं। अल्लेप्पी के लजीज भोजन का स्वाद आपको उंगलिया चाटने पर मजबूर कर देगा। अल्लेप्पी के स्थानीय व्यंजनों में आपको शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के व्यंजन मिल जाएंगे। यहाँ के कुछ प्रसिद्ध भोजन में पुट्टू कडाला, अप्पम, वड़ा, करी के अलावा केरल के अन्य पारंपरिक भोजन का स्वाद आप ले सकते हैं। साथ ही आप घर के बने हुए मछली और समुद्री भोजन भी आज़मा सकते हैं। अल्लेप्पी टूरिज्म में आप उत्तर भारतीय और दक्षिण-भारतीय व्यंजनो को चख सकते हैं।
और पढ़े : केरल का प्रसिद्ध खाना और व्यंजन जिनके बारे में जानकर आपके मुह में पानी आ जायेगा
अल्लेप्पी पर्यटन स्थल की यात्रा के लिए आप फ्लाइट, ट्रेन और बस में से किसी का भी चुनाव कर सकते हैं।
अल्लेप्पी पर्यटन स्थल की यात्रा के लिए यदि आपने हवाई मार्ग का चुनाव किया हैं। तो हम आपको बता दें कि एलेप्पी जाने के लिए कोई सीधी उड़ान कनेक्टिविटी नहीं है। अल्लेप्पी का सबसे निकटतम हवाई अड्डा कोच्चि में है जोकि अल्लेप्पी से (Distance From Cochin International Airport To Alleppey) लगभग 82 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कोच्ची एअरपोर्ट से आप टैक्सी का उपयोग कर आसानी से अल्लेप्पी पहुँच जायेंगे।
अल्लेप्पी की यात्रा के लिए अगर आपने रेल मार्ग का चुनाव किया हैं। बता दें कि अलाप्पुझा रेलवे स्टेशन (Alappuzha Railway Station) अपने आसपास के प्रमुख शहरो से रेलवे कनेक्टिविटी के माध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं। ट्रेन के माध्यम से अल्लेप्पी की यात्रा करना सबसे अच्छा माना जाता हैं।
अल्लेप्पी जाने के लिए अगर आपने बस का चुनाव किया हैं। तो हम आपको बता दें कि अल्लेप्पी (अलाप्पुझा) सड़क मार्ग के माध्यम से अपने आसपास के सभी शहरो से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं और यात्रा के लिए तिरुवनंतपुरम और कोच्ची जैसे शहरो से बसे नियमित रूप से चलती हैं।
और पढ़े : जम्मू कश्मीर में देखने वाली जगहें
इस लेख में आपने अल्लेप्पी में घूमने की जगहें को जाना है आपको हमारा ये लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
और पढ़े :
Hills Station of Tamil Nadu In Hindi : तमिलनाडु भारत का एक खूबसूरत पर्यटक राज्य…
Ghaziabad in Hindi : गाजियाबाद उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख शहर है जो राष्ट्रीय…
Mumbai Zoo in Hindi : मुंबई जू मुंबई शहर के केंद्र में स्थित है जो…
Famous Forts Of Maharashtra in Hindi : महाराष्ट्र एक समृद्ध इतिहास वाला राज्य है जो…
Famous Lakes of Himachal Pradesh in Hindi : हिमाचल प्रदेश भारत का एक प्रमुख और…
Chintapurni Devi Temple in Hindi : चिन्तपूर्णी देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश राज्य के छोटे से…