नीलकंठ मंदिर अलवर के दर्शन की जानकारी – Neelkanth Mahadev Temple Alwar In Hindi

5/5 - (1 vote)

Neelkanth Temple Alwar In Hindi, अलवर जिले के राजगढ़ तहसील में स्थित नीलकंठ मंदिर भगवान शिव के निवास के लिए प्रसिद्ध है, जो उनके नीलकंठ अवतार को समर्पित है। बता दे की मंदिर का निर्माण 6 वीं और 9 वीं शताब्दी ई. के बीच महाराजा धिराज मथानदेव द्वारा किया गया था, जिसकी संरचना समय के साथ-साथ जीर्ण-शीर्ण हो गई है, जिसमे मंदिर का एक बड़ा हिस्सा अब क्षतिग्रस्त हो गया है जबकि थोड़ा हिस्सा अभी भी बरकरार है। फिर भी यह भगवान शिव के भक्तों के बीच एक अत्यधिक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बना हुआ है। मंदिर की दीवारें मूर्तियों से सुशोभित हैं जो मिनी खजुराहो कामुक शैली में निर्मित हैं।

मंदिर के अंदर एक शिवलिंग भी मौजूद है जहाँ भक्त अपना सिर झुकाते हैं और प्रार्थना करते हैं। और आपको बात दे नीलकंठ मंदिर अपने धामिक महत्त्व, उत्कृष्ट पत्थर की नक्काशी और यहां के हरे-भरे जंगलों के साथ अलवर के आकर्षक तीर्थ स्थलों में से एक है। इस लेख में हम आपको नीलकंठ महादेव मंदिर की यात्रा और इससे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातों के बारे में बात करने वाले है इसीलिए इस लेख को पूरा जरूर पढ़े –

Table of Contents

अलवर के नीलकंठ मंदिर का इतिहास – Neelkanth Temple Alwar History In Hindi

अलवर के नीलकंठ मंदिर का इतिहास
Image Credit: Smit Sandhir

नीलकंठ मंदिर का इतिहास कई सौ साल पुराना माना जाता है जिसके बारे में हमे कोई ठोस प्रमाण तो नही मिले है लेकिन माना जाता है की नीलकंठ महादेव मंदिर का निर्माण 6 वीं और 9 वीं शताब्दी ई के बीच महाराजा धिराज मथानदेव द्वारा किया गया था और जिसे ग्रामीणों द्वारा 1950 के दशक में खोजा गया था।

और पढ़ें: अलवर का इतिहास और 10 प्रमुख पर्यटन स्थल 

नीलकंठ मंदिर अलवर की वास्तुकला – Neelkanth Mandir Alwar Architecture In Hindi

नीलकंठ मंदिर अलवर की वास्तुकला
Image Credit: Giwarn Sakshi

अगर हम नीलकंठ मंदिर की वास्तुकला की बात करे, तो मंदिर के चार स्तंभों पर एक रंगमंडप खड़ा है, जिसमें मूल रूप से तीन पंचतत्व (तीन देवता) का निवास था। जहाँ इन तीन पंचतत्व में से दो को नष्ट कर दिया गया है, जबकि बीच में तीसरा अपने शिखर के साथ बरकरार है। जहाँ मंदिर की जंघा के पूर्व में हरिहर के, दक्षिण में नरसिंह और दक्षिण में ही त्रिपुरंतक की मूर्तियों से सजाया गया है। इसके अलावा, रंगमंडप की छत को पद्माशिला ,सुंदरियों और गंधर्वों की मूर्तियों के साथ बनाया गया है।

नीलकंठ महादेव मंदिर अलवर के दर्शन का समय – Neelkanth Mahadev Temple Alwar Timing In Hindi

Neelkanth Mahadev Temple Alwar Timing In Hindi
Image Credit: Posinasetti Nageswara Rao

नीलकंठ महादेव मंदिर श्रद्धालुओं के लिए प्रतिदिन सुबह 6.00 बजे से रात 9.00 बजे तक खुला रहता है। और आपको बात दे की नीलकंठ महादेव मंदिर की पूर्ण यात्रा के लिए 1-2 घंटा का समय निकालकर यात्रा सुनिश्चित करे।

नीलकंठ महादेव मंदिर की एंट्री फीस – Alwar Neelkanth Temple Entry Fees In Hindi

नीलकंठ महादेव मंदिर की एंट्री फीस
Image Credit: Prakash Kumar

अगर आप अलवर में नीलकंठ महादेव मंदिर की यात्रा की योजना बना रहे है तो हम आपको बता दे की नीलकंठ महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए कोई एंट्री फीस नही ली जाती है।

नीलकंठ मंदिर अलवर घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Neelkanth Temple Alwar In Hindi

Best Time To Visit Neelkanth Temple Alwar In Hindi

अगर आप अलवर में नीलकंठ महादेव मंदिर घूमने जाने का प्लान बना रहे है तो हम आपको बता दे नवंबर से मार्च नीलकंठ महादेव मंदिर व यहाँ के अन्य भागों की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय होता है क्योंकि रात में मौसम के दौरान तापमान 8 डिग्री और जबकि दिन का 32 डिग्री सेल्यियस होता है जो अलवर की यात्रा के लिए सबसे अनुकूल समय होता है।

और पढ़ें: राजस्थान के 20 सबसे प्रमुख मंदिर 

नीलकंठ मंदिर अलवर के आसपास में घूमने लायक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल – Famous Tourist Places Nearby Neelkanth Temple Alwar In Hindi

अगर आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ अलवर में नीलकंठ महादेव मंदिर घूमने का प्लान बना रहे है तो आपको बता दे कि यहाँ अलवर में नीलकंठ महादेव  मंदिर के अलावा भी अन्य आकर्षक पर्यटक स्थल है, जिन्हें आप आपकी यात्रा की सूची में अवश्य शामिल कर सकते है।

बाला किला अलवर – Bala Qila Alwar In Hindi

बाला किला अलवर
Image Credit: Aashish Kumar

बाला किला या अलवर किला अलवर शहर के ऊपर अरावली रेंज में स्थित है। यह किला अलवर शहर के प्रमुख पर्यटन शहरों में से एक है जिसका निर्माण 15 वीं शताब्दी में हसन खान मेवाती द्वारा किया गया था।

और पढ़ें: अलवर जिले के बाला किला पर्यटन की जानकारी 

भानगढ़ का किला अलवर –  Bhangarh Fort Alwar In Hindi

भानगढ़ किला
भानगढ़ का किला अलवर जिले की अरावली पर्वतमाला में सरिस्का अभ्यारण्य पर स्थित है। यह किला ढलान वाले इलाके में पहाड़ियों के तल पर बसा हुआ है जो देखने में बेहद भयानक लगता है। भानगढ़ किला अलवर शहर का एक बेहद प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जो अपनी भुतिया किस्सों की वजह से सबसे ज्यादा चर्चा में बना रहता है।

और पढ़े : भारत के 8 सबसे रहस्यमयी और डरावने किले जिनके बारे में जानकार में रोंगटे खड़े हो जायेंगे

सिलीसेढ़ झील – Siliserh Lake In Hindi

सिलिसर लेक पैलेस

सिलीसेढ़  झील राजस्थान की खूबसूरत झीलो में से एक है जो अलवर कि  लोकप्रिय जगहों में से एक है। जहा शहर के भीड़-भाड़ से दूर शांति, शुकून और मनोरंजन के लिए सिलीसेढ़ झील पर्यटकों के लिए प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट बना हुआ है। तो यदि आप नीलकंठ महादेव  मंदिर की यात्रा की योजना बना रहे है तो अपना कुछ समय सिलीसेढ़ झील में अवश्य व्यतीत करना चाहिए।

और पढ़ें: अलवर सिलीसेढ़ झील घूमने की जानकरी 

सरिस्का नेशनल पार्क – Sariska National Park In Hindi

सरिस्का वन्यजीव अभयारण्य

अरावली पहाड़ियों में बसा सरिस्का नेशनल पार्क लगभग 800 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फेला हुआ है जो अलवर  में देखने के लिए शीर्ष स्थानों में से एक है। घास के मैदान, शुष्क पर्णपाती वन, चट्टानों और चट्टानी परिदृश्य को कवर करते हुए, सरिस्का वन्यजीव अभयारण्य अब सरिस्का रिजर्व टाइगर के रूप में जाना जाता है। रिजर्व अपने राजसी रॉयल बंगाल टाइगर्स के लिए प्रसिद्ध है,जो बाघों (रणथंभौर से) को सफलतापूर्वक स्थानांतरित करने वाला पहला बाघ अभयारण्य है।

और पढ़ें: अलवर में प्रसिद्ध सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान घूमने की जानकारी

सरिस्का पैलेस अलवर  – Sariska Palace Alwar In Hindi

सरिस्का पैलेस
Image Credit: Himank Suiwala

सरिस्का पैलेस का निर्माण अलवर के महामहिम महाराजा सवाई जय सिंह द्वारा 1892 ने करवाया था। भव्य सरिस्का पैलेस अलवर शहर में देखने की सबसे अच्छी जगह है। इस खूबसूरत महल का हर कौना बेहद आकर्षित है। यह भव्य महल 20 एकड़ के हरे भरे परिदृश्य में फैला है जो पर्यटकों को अपनी भव्यता में डूबने पर मजबूर कर देता है।

और पढ़ें: सिटी पैलेस अलवर घूमने और इसके दर्शनीय स्थल की जानकारी

केसरोली अलवर – Kesroli Alwar In Hindi

केसरोली

केसरोली अलवर के दुर्लभ होटलों में से एक है जो 14 वीं शताब्दी से अस्तित्व में है। हिल फोर्ट-केसरोली उन लोगों के लिए बहुत अच्छी जगह है जो अपने शहर से दूर हफ्ते भर की छुट्टी मानाने के लिए किसी जगह की तलाश में हैं। नीमराना का हिल फोर्ट-केस्रोली एक शानदार प्राचीन विरासत महल है जो किसी को भी इतिहास में वापस ले जाता है। इस होटल में एक बड़ा स्विमिंग पूल और एक सुंदर बगीचे के साथ कई शानदार सुविधाएं भी हैं। इस होटल के कमरों को पूरी तरह से राजस्थानी शैली में सजाया गया है जो पर्यटकों को रॉयल्टी का अहसास कराते हैं। अगर आप अलवर शहर की यात्रा करने के लिए आ रहे हैं तो केसरोली को देखने जरुर जाएँ।

विनय विलास महल या सिटी पैलेस – Vinay Vilas Mahal Or City Palace In Hindi

सिटी पैलेस

विनय विलास महल अलवर के आकर्षक स्थलों में से एक है। यह एक वास्तुशिल्प चमत्कार है जिसमे शाही जीवन शैली की एक झलक देखने को मिलती है। इसके भूतल के अलावा, अन्य सभी मंजिलें एक संग्रहालय के रूप में हैं, जो आपको पुराने ऐतिहासिक समय के मधुर रहस्यों और संस्मरणों और राजाओं की दृष्टि से परिचित कराती है। तो आपको अलवर की यात्रा में नीलकंठ महादेव मंदिर के साथ साथ विनय विलास महल को भी अपनी सूची में अवश्य शामिल करना चाहिय।

विजय मंदिर महल अलवर  – Vijay Mandir Palace Alwar In Hindi

विजय मंदिर महल

विजय मंदिर महल अलवर शहर के केंद्र से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और अलवर के सबसे खास पर्यटन स्थलों में से एक है। बताया जाता है कि विजय मंदिर पैलेस को जुनूनी राजा जय सिंह ने अपनी जुनून के परिणामस्वरूप बनाया था। जय सिंह वास्तुकला के संरक्षक थे, और उन्हें खूबसूरत महल बनाने का जूनून था। विजय मंदिर महल झील के पास शानदार उद्यानों के बीच में स्थित है और इस महल में 105 कमरे हैं जो अच्छी तरह से सजे हुए हैं।

पांडुपोल मंदिर अलवर –  Pandupol Temple Alwar In Hindi

पांडुपोल
Image Credit: Hariom Meena

पांडुपोल एक हनुमान मंदिर है, जो अलवर के प्रमुख मंदिरों में से एक है। यह मंदिर सरिस्का के जंगलों के अंदर स्थित है। एक पौराणिक कथा के अनुसार इस मंदिर में पांडवों ने अपना गुप्त समय बिताया था। अन्य मंदिरों से बिलकुल अलग यहां पर हनुमान की मूर्ति एक वैराग्य की स्थिति में है।

और पढ़ें: पांडुपोल के हनुमानजी के मंदिर के दर्शन की जानकारी 

मूसी महारानी की छतरी अलवर – Moosi Maharani Ki Chhatri, Alwar In Hindi

मूसी महारानी की छतरी

राजस्थान के राजपूत वास्तुकला में गर्व और सम्मान का चित्रण करने के लिए आमतौर पर छत्रियों का उपयोग किया जाता है। महाराजा बख्तावर सिंह और उनकी रानी मूसी (Queen Rani Moosi) की शाही समाधि (Cenotaph), को इस स्मारक के मुख्य महल की इमारत के बाहर रखा गया है। यह अलवर के शासकों का एक सुंदर लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर का स्मारक है।

और पढ़ें: मेहंदीपुर बालाजी का इतिहास और दर्शन की पूरी जानकारी 

अलवर में खाने के लिए प्रसिद्ध स्थानीय भोजन – Alwar Famous Food In Hindi

अलवर में खाने के लिए प्रसिद्ध स्थानीय भोजन

अलवर शहर अलवर का मावा (दूध का केक) और कलाकंद का घर है। यह मिठाइयाँ शहर की परिभाषा है जिनका स्वाद लिए बिना आपकी यात्रा पूरी नहीं होगी। अलवर आपको लोकप्रिय राजस्थानी व्यंजन और नाश्ते की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। यहां शहर के रेस्टोरेंट के मेनू में पुरी, दाल बाटी चोइर्मा, रबड़ी, लस्सी, गट्टे की सब्जी जैसे व्यंजन शामिल होते हैं।

और पढ़े : राजस्थान का प्रसिद्ध खाना जिनके बारे में जानकार ही आ जायेगा आपके मुह में पानी

नीलकंठ मंदिर अलवर कैसे पंहुचा जाये – How To Reach Neelkanth Temple Alwar Rajasthan In Hindi

अगर आप नीलकंठ मंदिर अलवर घूमने का प्लान बना रहे है तो बता दे कि आप आप ट्रेन, सड़क या हवाई मार्ग में से किसी से भी यात्रा करके नीलकंठ महादेव मंदिर अलवर पहुच सकते हैं।

फ्लाइट से नीलकंठ मंदिर अलवर कैसे पहुँचे –  How To Reach Neelkanth Temple By Flight In Hindi

फ्लाइट से नीलकंठ मंदिर अलवर कैसे पहुँचे

अलवर के लिए कोई सीधी फ्लाइट कनेक्टिविटी नहीं है। अलवर का निकटतम हवाई अड्डा दिल्ली में है जो अलवर से 165 किमी दूर स्थित है। तो आप भारत के किसी भी प्रमुख शहर से यात्रा करके दिल्ली हवाई अड्डा पहुंच सकते है और वहा से अलवर पहुंचने के लिए आप बस या टैक्सी किराए पर लेकर पहुंच सकते हैं, और फिर अलवर से टैक्सी या बस से नीलकंठ महादेव  मंदिर पहुच सकते हैं।

सड़क मार्ग से नीलकंठ महादेव मंदिर अलवर कैसे जाये – How To Reach Neelkanth Temple By Road In Hindi

सड़क मार्ग से नीलकंठ महादेव मंदिर अलवर कैसे जाये

अगर आप सड़क मार्ग से यात्रा करके अलवर की यात्रा की योजना बना रहे है तो आपको बता दे की राज्य के विभिन्न शहरों से अलवर के लिए नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं। चाहे दिन हो या रात इस रूट पर नियमित बसे उपलब्ध रहती हैं। जयपुर, जोधपुर आदि स्थानों से आप अलवर के लिए टैक्सी या कैब किराए पर या अपनी कार से यात्रा करके नीलकंठ महादेव  मंदिर अलवर पहुच सकते हैं।

ट्रेन से नीलकंठ महादेव मंदिर अलवर कैसे पहुँचे – How To Reach Neelkanth Temple By Train In Hindi

ट्रेन से नीलकंठ महादेव मंदिर अलवर कैसे पहुँचे

नीलकंठ मंदिर का सबसे निकटम रेलवे स्टेशन अलवर जंक्शन है, जो शहर का प्रमुख रेलवे स्टेशन है जहां के लिए भारत और राज्य के कई प्रमुख शहरों से नियमित ट्रेन संचालित हैं। तो आप ट्रेन से यात्रा करके अलवर पहुंच सकते है और वहा से बस से या टैक्सी किराये पर ले कर नीलकंठ महादेव मंदिर पहुंच सकते हैं।

और पढ़ें: पाली जिले में घुमने लायक टॉप 5 पर्यटन स्थल की जानकारी 

इस लेख में आपने नीलकंठ महादेव मंदिर अलवर के बारे में जाना है आपको हमारा ये लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।

इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।

नीलकंठ मंदिर अलवर का नक्शा – Neelkanth Temple Alwar Rajasthan Map

नीलकंठ मंदिर अलवर की फोटो गैलरी – Neelkanth Temple Alwar Images

और पढ़ें:

Leave a Comment