Gurudongmar Lake Information in Hindi, सिक्किम में समुद्र तल से 17,100 फीट की ऊंचाई पर स्थित गुरुडोंगमार झील, दुनिया की पंद्रह सबसे ऊँची झीलों में से एक है। 18,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित चोलमू झील के बाद यह सिक्किम की दूसरी सबसे ऊंची झील भी है। यह प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण है जो दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करती है इसी वजह से यह झील सिक्किम के सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में से मानी जाती है।
बर्फ से ढके पहाड़ों और क्रिस्टल के बर्फीले पानी से घिरे, गुरुडोंगमार झील को एक बहुत ही पवित्र झील माना जाता है। यह झील तीस्ता नदी के स्रोतों में से एक है, जो सिक्किम, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश से होकर बहती हुई अंत में बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। पास में ही एक ‘सर्व धर्म स्थली’ है, जो सभी धर्मों के लिए बहुत ही लोकप्रिय पूजा स्थल है। इसके अलावा माना जाता है कि गुरुडोंगमार झील के पानी में हीलिंग पॉवर है, और कई पर्यटक पानी को अपने साथ वापस ले जाते हैं।
यदि आप भी गुरुडोंगमार झील घूमने जाने का प्लान बना रहे है और इस झील की अद्भुद सुन्दरता को जानने और महूसस करने के लिए उत्सुक है तो आप हमारे इस लेख को पूरा अवश्य पढ़े-
चीन और तिब्बत सीमा से निकटता के कारण सिक्किम के इस हिस्से की यात्रा के लिए इनर लाइन परमिट की आवश्यकता होती है। जबकि विदेशियों को केवल युमथांग और चोपता घाटी तक ही जाने की अनुमति दी जाती है, सिर्फ भारतीय पर्यटक ही भव्य गुरुडोंगमार झील की यात्रा कर सकते हैं। झील की यात्रा शुरू करने से एक दिन पहले गंगटोक में परमिट प्राप्त किया जा सकता है। गुरुडोंगमार झील के इनर लाइन परमिट के लिए आपको पर्यटन कार्यालय में दो फोटो के साथ फोटो आईडी की प्रतियां जमा करनी होंगी। यदि आपने अपनी यात्रा के लिए ट्रेवल एजेंट बुक किया है तो उसे भी परमिट प्राप्त करने के लिए भी कह सकते हैं।
सिक्किम की लोकप्रिय झील गुरुडोंगमार झील का नजारा आंखों के लिए एक दृश्य उपचार है और यह झील देखने वाले सभी लोगों को खुश करने का दावा करती है। लेकिन पर्यटक गुरुडोंगमार झील की यात्रा इस झील घूमने के अलावा भी बहुत सी गतिविधियां है जिन्हें पर्यटक अपनी गुरुडोंगमार झील की यात्रा में एन्जॉय कर सकते है-
यदि आप अपनी फैमली या दोस्तों के साथ सिक्किम की जान के रूप में जाने जानी वाली गुरुडोंगमार झील घूमने जा रहे है तो आइये हम गुरुडोंगमार झील की यात्रा कार्यक्रम को संझेप में जानने का प्रयास करते है-
स्थानीय लोगों का मानना है कि जब गुरु पद्मसम्भवा तिब्बत की यात्रा में थे तब उन्होंने इस झील को ही अपनी उपासना के लिए सबसे सही जगह के रूप में चुना था। जैसा कि यह झील साल के ज़्यादातर समय जमा रहता है, लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा था। इसीलिए गुरु पद्मसम्भवा ने उनकी मदद के लिए झील के एक हिस्से में अपने हाथों को रखा जिसके बाद उस हिस्से का पानी कभी नहीं जमता चाहे कितनी भी ठंड हो। इसी घटना के बाद से गुरुडोंगमार झील को पवित्र झील माना जाता है, और अक्सर पर्यटक और तीर्थ यात्री गुरुडोंगमार झील के पानी को अपने साथ ले जाते हैं क्योंकि माना जाता है इस पानी में रोग व कष्टों को दूर करने के गुण होते हैं।
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अक्सर हम किसी पर्यटक स्थल घूमने जाने से पहले उस स्थान के आसपास भी घूमने के लिए अच्छी जगहों की तलाश करते है, यदि आप भी इसी तलाश में है ? तो हम आपको बता दे नार्थ सिक्किम में गुरुडोंगमार झील के आसपास भी एक से बढ़कर एक पर्यटक स्थल मौजूद है जिन्हें आप अपनी गुरुडोंगमार झील की यात्रा में घूम सकते है जो वास्तव में देखने लायक है-
यदि आप सिक्किम में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक गुरुडोंगमार झील घूमने जाने के लिए सबसे अच्छे समय की तलाश में है। तो हम आपको बता दे अप्रैल से जून के महीनों को इस जगह की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है। इस समय मौसम काफी सुहावना होता है और इस दौरान आसानी इस झील की यात्रा की जा सकती है। जबकि सर्दियों में नवंबर से जनवरी के बीच अत्यधिक ठण्ड का सामना करना पड़ता है और इस दौरान झील भी पूरी तरह बर्फ से जमी होती है जो एक बर्फ की चादर की तरह प्रतीत होती है।
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यदि आप अपने दोस्तों के साथ गुरुडोंगमार झील घूमने जाने का प्लान बना रहे है और सोच रहे है की हम गुरुडोंगमार झील केसे पहुंचे ? तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दे आप हवाई मार्ग, रेल मार्ग या सड़क मार्ग में से किसी का भी चुनाव करके गुरुडोंगमार झील पहुंच सकते है। तो आइये विस्तार से जानते की हम ट्रेन, फ्लाइट और सड़क मार्ग से गुरुडोंगमार झील केसे जा सकते है-
गुरुडोंगमार झील के लिए कोई सीधी हवाई कनेक्टविटी नही है इस झील का निकटतम घरेलू हवाई अड्डा बागडोगरा हवाई अड्डा है जो लाचेन से लगभग साढ़े चार घंटे की ड्राइव पर है। हवाई अड्डे पहुचने के बाद एयरपोर्ट से लाचेन जाने के लिए आपको टैक्सी किराए पर लेनी होगी और लाचेन पहुचने के बाद आप यहाँ से भी जीप या टेक्सी की मदद से गुरुडोंगमार झील पहुच जायेगें।
यदि आपने गुरुडोंगमार झील घूमने जाने के लिए रेल मार्ग का चुनाव किया है तो हम आपको बता दे गुरुडोंगमार झील का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन दार्जिलिंग रेलवे स्टेशन है जो लाचेन से 171 किलोमीटर की दूरी पर है। यह रेलवे स्टेशन रेल मार्ग द्वारा सिक्किम के प्रमुख शहरों सिलीगुड़ी, सुकना, तिंदारिया, महानदी, दिलाराम, सोनादा, जोरेबंगलौ और घुम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। दार्जिलिंग रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद आप एक टेक्सी किराये पर लेकर अपने गंतव्य स्थल तक पहुच जायेंगे।
लाचेन सिक्किम राज्य सड़क परिवहन निगम (SSRTC) और कुछ निजी यात्रा सेवाओं के माध्यम से सिक्किम के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। लाचेन से इन राज्यों के लिए नियमित बसें चलती हैं। सड़क मार्ग से लाचेन से पहुचने के बाद आप यहाँ से गुरुडोंगमार झील जाने के लिए जीप या टैक्सी प्राप्त कर सकते हैं।
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