Bharat Ki Pramukh Masjid In Hindi, भारत दुनिया का एक ऐसा देश है जो हर धर्म की ऐतिहासिक इमारतों से भरा हुआ है, इन्ही कुछ खास इमारतों में भारत की कुछ प्रमुख मस्जिदें शामिल हैं जो अपनी खूबसूरती, शिल्पकला और वास्तुकला के लिए जानी जाती है। भारत की इन प्रसिद्ध मस्जिदों में साल भर पर्यटकों और मुस्लिम तीर्थ यात्रियों की भीड़ आती है। अगर आप भी एक मुस्लिम हैं तो इस लेख को जरुर पढ़ें, जिसमे हम आपको भारत की 10 प्रमुख मस्जिदों के बारे में बताने जा रहें हैं –
जामा मस्जिद दिल्ली में स्थित भारत की सबसे बड़ी मस्जिद है जिसके अंदर करीब 25,000 लोग एक साथ नमाज पढ़ सकते हैं। यह मस्जिद दुनिया से सबसे प्रसिद्ध मुस्लिम धार्मिक स्थलों में से एक है। दिल्ली की जामा मस्जिद वास्तुकला का अधुभुद चमत्कार है जिसका निर्माण निर्माण मुगल सम्राट शाहजहाँ द्वारा 1644 में किया गया था। इस मस्जिद में कई मीनार, गुंबद, मेहराब और दरवाज है। आपको बता दें कि इस मस्जिद की मीनारे 40 मीटर ऊँची हैं। बताया जाता है कि इस मस्जिद का निर्माण करने में पाँच लाख श्रमिकों ने 6 साल तक काम किया था और इसको बनाने में उस समय करीब दस लाख रूपये के बराबर खर्चा आया था। दिल्ली जामा मस्जिद के उत्तरी गेट में 39 और दक्षिणी हिस्से में 33 सीढ़ियाँ हैं। इस मस्जिद का पूर्वी द्वार ग्रामीण प्रवेश के लिए बनाया गया था और इसमें 35 सीढ़ियाँ हैं।
और पढ़े: हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह दिल्ली के बारे में जानकारी
मक्का मस्जिद हैदराबाद में स्थित है जिसका निर्माण कुतुब शाही मोहम्मद कुली कुतुब शाह ने करवाया था। आपको बता दें कि यह मस्जिद भारत की सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक है। बताया जाता है कि इस मस्जिद के केंद्रीय मेहराव के निर्माण के लिए जिन ईंटों का इस्तेमाल किया गया था उन्हें सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का से लाया गया था। इस मस्जिद का मुख्य प्रार्थना कक्ष जमीन से करीब 75 फीट ऊपर है और यहां लगभग 10,000 लोग एक साथ प्रार्थना कर सकते हैं। बताया जाता है कि इस मस्जिद का निर्माण 1617 शरू हुआ था और 1694 में औरंगजेब के काल में पूरा हुआ था। बताया जाता है कि इस मस्जिद को बनने में लगभग 8000 मजदूरों ने काम किया था और इसे बनने में 77 वर्ष का समय लग गया था।
और पढ़े: हैदराबाद के पर्यटन स्थल और घूमने के बारे में जानकारी
ताज-उल-मस्जिद मध्य प्रदेश राज्य की राजधानी भोपाल में स्थित है। बताया जाता है कि यह मस्जिद एशिया की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है। इस मस्जिद का निर्माण भोपाल के नवाब शाहजहाँ बेगम (1844-1860 और 1868-1901) के दौरान शुरू किया गया था। ताज-उल-मस्जिद शब्द का अर्थ होता है ‘मस्जिदों का ताज’। आपको बता दें कि मस्जिद का निर्माण शाहजहां बेगम के काम में शुरू हुआ था लेकिन धन की कमी हो जाने के कारण 1971 में भारत सरकार की मदद से पूरी तरह से तैयार हुई। इस मस्जिद की सबसे खास बात यह है कि यह दुनिया भर के मुस्लिम भक्तों को तीन दिन चलने वाली इजतिमा की प्रार्थना की वजह से आकर्षित करती है। ताज-उल-मस्जिद गुलाबी रंग से बनी हुई है जिसमें दो सफ़ेद रंग की मीनारें हैं जिनका इस्तेमाल मदरसे के रूप में किया जाता है।
और पढ़े: ताज उल मस्जिद भोपाल की जानकारी
बड़ा इमामबाड़ा मस्जिद उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर में स्थित है। इस मस्जिद का निर्माण आसफउद्दौला (आसफ-उद-डोला ) ने 1784 में करवाया था। बता दें कि इस मस्जिद का निर्माण 1784 में शरू हुआ था और इसे पूरा बनने में 14 साल का समय लग गया था। बड़ा इमामबाड़ा को भारत की सबसे चमत्कारी वास्तुकला में गिना जाता है। यह पूरी इमारत लखनवी ईंटों (छोटे आकार की ईंटों) और चूने के प्लास्टर से बनी है। इस मस्जिद की सबसे खास बात तो यह है कि इसको बनने में किसी भी तरह की धातु का उपयोग नहीं किया गया है। इमामबाड़ा मस्जिद का सबसे प्रमुख आकर्षण केंद्रीय हॉल की धनुषाकार छत है जो एक एकल बीम या गर्डर का उपयोग किए बिना बनाई गई है।
बड़ा इमामबाड़ा को भूल भुलैया भी कहा जाता है क्योंकि इसमें 1,000 मार्ग, 489 समान द्वार और कई सीढ़ियां शामिल हैं जो ऊपर और नीचे की तरफ जाती हैं। बताया जाता है कि इस मस्जिद का निर्माण करवाने में उस समय 10 लाख रूपये खर्च हुए थे और इसका निर्माण पूरा होने के बाद भी नवाब हर साल इसको सजाने में पांच लाख रूपये लगाते थे।
और पढ़े: लखनऊ के दर्शनीय स्थल और घूमने की 20 जगह
आगरा स्थित जामा मस्जिद एक भव्य स्मारक है जो विशेष रूप से मुगल बादशाह शाहजहाँ की पुत्री जहाँआरा के लिए लिए निर्मित है। इस मस्जिद का निर्माण 1648 में शुरू किया गया था, जिसमें दो वर्ग कक्ष शामिल हैं जिन्हें गुंबदों के साथ ताज पहनाया गया है। आपको बता दें कि यह मस्जिद एक उभरे हुए मंच पर टिकी हुई है, जो आंगन की ओर जाने वाले पाँच धनुषाकार प्रवेश द्वार के साथ सबसे ऊपर है। आगरा की जामा मस्जिद परिसर में लोकप्रिय सूफी संत शेख सलीम चिश्ती का मकबरा भी स्थित है। यह मस्जिद इतनी बड़ी है कि इसमें एक बार में लगभग 10,000 लोग बैठ सकते हैं।
और पढ़े: फतेहपुर सीकरी का इतिहास और घूमने की जानकारी
अढ़ाई दिन का झोंपड़ा राजस्थान की सीमा पर स्थित भारत की एक प्रसिद्ध मस्जिद है, जिसके बारे में बताया जाता है कि यह इस संरचना का निर्माण चौहान सम्राट बीसलदेव ने 1153 में करवाया था, पहले यह संरचना एक संस्कृत कॉलेज हुआ करती थी, लेकिन बाद में इसे शाहबुद्दीन मुहम्मद ग़ोरी में मस्जिद के रूप में बदल दिया था। ऐसा माना जाता है कि इस मस्जिद को बनवाने में सिर्फ ढाई दिन का समय लगा था, जिसकी वजह से इसका नाम अढ़ाई दिन का झोंपड़ा पड़ा है। यह मस्जिद मुस्लिम संत मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह से थोड़ी ही दूरी पर स्थित है।
और पढ़े: अजमेर शरीफ दरगाह राजस्थान घूमने की पूरी जानकारी
सिदी सैय्यद जी जाली के नाम से लोकप्रिय सिदी सैय्यद मस्जिद भारत की प्रमुख मस्जिद है जिसका निर्माण वर्ष 1573 में हुआ था। यह मस्जिद अहमदाबाद में स्थित सबसे लोकप्रिय और खूबसूरत मस्जिदों में से एक है। इस मस्जिद की संरचना इतनी आकर्षक है कि कोई भी इसकी तारीफ करते थकता नहीं है। सिदी सैय्यद मस्जिद फोटोग्राफरों और इतिहास प्रेमियों के लिए पसंदिदा जगह है। यह मस्जिद उन कुछ अंतिम मस्जिदों में से एक है जिनको गुजरात सल्तनत के तहत बनवाया गया था।
इस शानदार मस्जिद के निर्माण का श्रेय गुजरात के सल्तनत के अंतिम सुल्तान, शम्स-उद-दीन मुजफ्फर शाह तृतीय की सेना में सेनापति बिलाल झज्जर खान के सेवानिवृत्त में सिदी सैय्यद को दिया जाता है। यह मस्जिद विशेष रूप से अपनी खूबसूरत पत्थर की जालीदार खिड़कियों के लिए प्रसिद्ध है, जिसे जाली भी कहा जाता है। इस संरचना में पत्थर के स्लैबों को इंटरफाइंड पेड़ों के डिजाइनों में उकेरा गया है और ताड़ की आकृति के साथ बनाया गया है।
और पढ़े: अहमदाबाद शहर के आकर्षक स्थलों की जानकारी
नगीना मस्जिद या जेम मस्जिद आगरा किले के परिसर में मैकची भवन के उत्तर-पश्चिमी कोने में स्थित भारत की एक प्रसिद्ध मस्जिद है, जो एक वास्तुशिल्प चमत्कार है। नगीना मस्जिद का निर्माण शाहजहाँ ने 1631-40 के बीच करवाया था। इस मस्जिद में संगमरमर की एक पक्की कोर्ट है जो जो दक्षिण, उत्तर और पूर्व की दीवारों से घिरी हुई है। इसमें प्रार्थना हाल पश्चिम में स्थित है। इस मस्जिद का मुख्य प्रार्थना कक्ष शुद्ध सफेद संगमरमर से बनाया गया है और बहुत ही सभ्य सजावट के साथ यह मस्जिद अपने शीर्ष पर तीन गुंबदों के साथ खड़ी है।
और पढ़े: आगरा के किले का इतिहास और रोचक जानकारी
हजरतबल मस्जिद जम्मू और कश्मीर में स्थित भारत की एक प्रसिद्ध है जो डल झील के बाएं किनारे पर स्थित एक पवित्र इस्लामी संरचना है। यह मस्जिद लंबाई में 154 मी और ऊंचाई में 25 मीटर ऊँची है, जिसमें एक गुंबद और एक मीनार शामिल है। जब आसमान साफ होता है तो यह संरचना बहुत खूबसूरत दिखती है और डल झील के साथ इसका प्रतिबिंब पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है।
और पढ़े: जम्मू कश्मीर में देखने वाली जगहें
जामिया मस्जिद सुल्तान सिकंदर द्वारा 1400 ईस्वी में निर्मित एक प्रसिद्ध और प्राचीन संरचना है जो श्रीनगर में जामिया मस्जिद नौहट्टा में स्थित है। बता दें कि इस मस्जिद को सुंदर इंडो-सरैसेनिक वास्तुकला में डिज़ाइन किया गया है और यह एक सुंदर आँगन और 70 लकड़ी के खंभों से घिरी हुई है। यह मस्जिद इतनी विशाल संरचना है कि इसके अंदर लगभग 30,000 लोग एक साथ प्रार्थना कर सकते हैं।
और पढ़े : भारत में इस्लाम धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थल
इस आर्टिकल में भारत में स्थित प्रमुख मस्जिदों लो जाना है आपको हमारा यह लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में बताना ना भूलें।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
और पढ़े:
Hills Station of Tamil Nadu In Hindi : तमिलनाडु भारत का एक खूबसूरत पर्यटक राज्य…
Ghaziabad in Hindi : गाजियाबाद उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख शहर है जो राष्ट्रीय…
Mumbai Zoo in Hindi : मुंबई जू मुंबई शहर के केंद्र में स्थित है जो…
Famous Forts Of Maharashtra in Hindi : महाराष्ट्र एक समृद्ध इतिहास वाला राज्य है जो…
Famous Lakes of Himachal Pradesh in Hindi : हिमाचल प्रदेश भारत का एक प्रमुख और…
Chintapurni Devi Temple in Hindi : चिन्तपूर्णी देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश राज्य के छोटे से…