वराह मंदिर पुष्कर के दर्शन की जानकारी और पर्यटन स्थल – Varaha Temple Pushkar Information In Hindi

5/5 - (1 vote)

Varaha Temple Pushkar In Hindi : वराह मंदिर (Varaha Temple) भारत के राजस्थान के पुष्कर में स्थित है, जो कई महलों, किलों और मंदिरों के रूप में शानदार शाही राजवंशों के अवशेषों के लिए प्रसिद्ध है। वराह मंदिर राजस्थान के प्रमुख मंदिरों में से एक है जो भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है। भगवान विष्णु ने वराह (सूअर) रूप में अवतार लिया था, जिसकी पूजा भारत भर के मंदिरों में की जाती है। यह मंदिर दिखने में बेहद आकर्षक है और इसकी वास्तुकला अदभुद है।अगर वराह मंदिर के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो इस लेख को जरुर पढ़ें जिसमे हम आपको वराह मंदिर पुष्कर से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी को बताने वाले है –

1. वराह मंदिर पुष्कर के बारे में रोचक तथ्य – Varaha Temple Pushkar Interesting Facts In Hindi

वराह मंदिर पुष्कर के बारे में रोचक तथ्य
Image Credit: Sumeet Singroha
  • वराह भगवान विष्णु के प्रमुख अवतारों में से एक है, जो मानव और पशु रूप में है।
  • यह मंदिर पर्यटकों द्वारा पुष्कर में सबसे अधिक देखे जाने वाले मंदिरों में से एक है।
  • सूअर भगवान विष्णु का तीसरा अवतार है।
  • इस अवतार के पीछे की कहानी में विष्णु द्वारा भूदेवी को लाभ पहुंचाने के लिए एक राक्षस का वध करना शामिल है।

और पढ़े: पुष्कर के प्रमुख पर्यटन स्थल और घूमने की जानकारी

2. वराह मंदिर पुष्कर क्यों प्रसिद्ध है – Varaha Temple Pushkar Famous For In Hindi

इतिहास, धर्म, पुराण, वास्तुकला।

3. वराह मंदिर पुष्कर का प्रवेश शुल्क – Varaha Temple Pushkar Entry Fee In Hindi

वराह मंदिर पुष्कर का प्रवेश शुल्क
Image Credit: Sumeet Singroha

भारतीयों या विदेशी पर्यटकों के लिए कोई शुल्क नहीं।

4. पुष्कर के वराह मंदिर के खुलने और बंद होने का समय – Pushkar Varaha Temple Timing In Hindi

सूर्योदय से सूर्यास्त तक

5. वराह मंदिर यात्रा की अवधि – Varaha Temple Pushkar Visit Duration In Hindi

आमतौर पर 1 घंटा

6. वराह मंदिर पुष्कर का निर्माण किसने करवाया – Varaha Temple Kisne Banwaya Tha

वराह मंदिर पुष्कर का निर्माण किसने करवाया
Image Credit: Sumeet Singroha

वराह मंदिर पुष्कर का निर्माण मूल रूप से 12 वीं सदी में शुरू किया गया था, लेकिन हठधर्मी मुगल सम्राट औंरगजेब द्वारा इसे नष्ट करा दिया गया। सन् 1727 में जयपुर के राजा सवाई जयसिंह द्वितीय द्वारा इसेका पुन: निर्माण कराया गया।

और पढ़े: अजमेर घूमने की जानकारी और प्रमुख पर्यटन स्थल

7. वराह मंदिर घूमने के लिए टिप्स – Varaha Temple Pushkar Tips In Hindi

  • अगर आप विरहा मंदिर की यात्रा करने के लिए जा रहें हैं तो पुष्कर सहित राजस्थान गर्मियों के महीने में गर्म और आर्द्र रहता है, इसलिए इस मंदिर में आदर्श रूप से सर्दियों में जाना चाहिए।
  • गर्म मौसम में यात्रा करते समय अनुकूल कपड़े पहने।
  • प्रदूषण को न्यूनतम रखने की कोशिश करें।

8. वराह मंदिर पुष्कर के दर्शन करने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Varaha Temple Pushkar In Hindi

वराह मंदिर पुष्कर के दर्शन करने का सबसे अच्छा समय
Image Credit: Sumeet Singroha

पुष्कर राजस्थान में स्थित है जहां साल के आधे महीनों में मौसम असहनीय रूप से गर्म रहता है। यहां की यात्रा करने के लिए सर्दियों का मौसम अच्छा होगा है जिस दौरान तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है जो बहुत ज्यादा ठंडा नहीं है। गर्मी के दौरान यहां पर पारा 45 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाता है। सर्दियों में पुष्कर शहर में कार्तिक पूर्णिमा पर नवंबर में आयोजित होने वाले पुष्कर मेले के समय सावित्री मंदिर की यात्रा करना आपके लिए बेहद खास साबित हो सकता है।

9. वराह मंदिर पुष्कर के आसपास प्रमुख पर्यटन और आकर्षण स्थल – Varaha Temple Pushkar Ke Darshaniya Sthal In Hindi

9.1 पुष्कर झील – Pushkar Lake In Hindi

पुष्कर झील

पुष्कर झील भारत के एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो भारी संख्या में भारतीयों और विदेशी पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। आपको बता दें कि यह झील राजस्थान के पुष्कर में अरावली पर्वतमाला के बीच स्थित है और 52 स्नान घाटों और 500 से अधिक मंदिरों से घिरी हुई है। पुष्कर झील झील को हिंदू धर्म के लोगों के लिए पवित्र झील के रूप में माना जाता है, जहां पर भारी संख्या में तीर्थ यात्री स्नान करने के लिए आते हैं।

और पढ़े: पुष्कर झील घूमने की जानकारी और इसके आसपास के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल

9.2 पुष्कर पशु मेला राजस्थान – Pushkar Cattle Fair In Hindi

पुष्कर पशु मेला राजस्थान

राजस्थान के पुष्कर शहर में पुष्कर झील के किनारे आयोजित होने वाला यह वार्षिक पांच दिवसीय ऊंट मेला है और यहां पर दुनिया के सबसे बड़े ऊँटों को देखा जा सकता हैं। पशुओ को खरीदने और बेचने के अलावा यह यह स्थान एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल के रूप में भी जाना जाने लगा हैं। क्योंकि यहां पर कुछ रोमांचित कर देने वाली प्रतियोगितायें  जैसे – सबसे लंबी मूंछें, मटका फोड़, और दुल्हन प्रतियोगिता जैसी विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं,जो यहां आने वाले हजारों पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। यह एक ऊंट दौड़ त्योहार भी मनाया जाता हैं। पुष्कर ऊंट मेला का आयोजन वर्ष 2021 में 11 नवंबर से 19 नवंबर के दौरान राजस्थान के पुष्कर शहर में (अजमेर से 11 किलोमीटर उत्तर पश्चिम) आयोजित किया जायेगा।

9.3 ब्रह्मा मंदिर – Brahma Temple In Hindi

ब्रह्मा मंदिर

ब्रह्मा मंदिर राजस्थान के पुष्कर में स्थित भगवान ब्रह्मा को समर्पित सबसे प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है, जिन्हें ब्रह्मांड का निर्माता माना जाता है। भारत में ब्रह्मा को समर्पित एकमात्र मंदिर होने के कारण यह हर साल लाखों तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। ब्रह्मा मंदिर यहां उपस्थित होने की वजह से पुष्कर शहर बेहद पवित्र है। यह दुनिया के टॉप 10 धार्मिक स्थानों और भारत में हिन्दुओं के टॉप 5 पवित्र स्थलों में से एक है। बता दें कि मूल रूप से 14 वीं शताब्दी में निर्मित ब्रह्मा जी के इस मंदिर को लगभग 2000 साल पुराना माना जाता है।

और पढ़े: ब्रह्माजी मंदिर पुष्कर के दर्शन करने की जानकारी 

9.4 सावित्री मंदिर – Savitri Temple In Hindi

सावित्री मंदिर
Image Credit: Sharad Gangwar

पुष्कर में स्थित सावित्री मंदिर पहाड़ी के ऊपर स्थित एक भव्य मंदिर है। मंदिर में लगभग डेढ़ घंटे की कठिन चढ़ाई है। इस मंदिर में परमपिता ब्रह्मा जी की पहली पत्नी सावित्री और दूसरी पत्नी गायत्री की मूर्ती स्थापित हैं। हालाकि सावित्री देवी को हमेशा पहले पूजा जाता हैं।

और पढ़े: पुष्कर सावित्री माता का मंदिर के दर्शन की जानकारी 

9.5 पाप मोचनी मंदिर – Pap Mochani Mandir In Hindi

पाप मोचनी मंदिर, Gayatri Mata Temple

पाप मोचनी मंदिर राजस्थान राज्य के सबसे प्रसिद्ध आकर्षणों में से एक है। यह मदिर देवी गायत्री को समर्पित हैं जिन्हें पाप मोचनी माना जाता है। यह भी माना जाता हैं कि यह एक शक्तिशाली देवी हैं जो भक्तजनों को पापो से मुक्ति देती हैं। यह मंदिर महाभारत की कथा से भी जुड़ा हैं जब गुरुद्रोर्ण पुत्र अश्वत्थामा ने इसी मंदिर में जाकर मोक्ष की याचना की थी।

9.6 नाग पहाड़ – Naga Pahar Hill In Hindi

नाग पहाड़

नाग पहाड़ राजस्थान के पुष्कर झील और अजमेर के बीच स्थित है। माना जाता है कि इस स्थान पर अगस्त्य मुनि निवास करते थे। यह भी कहा जाता हैं कि नाग कुंड का अस्तित्व नागा प्रहार पर था। नाग पहाड़ को भगवान ब्रह्मा के पुत्र वातु का निवास स्थान भी माना जाता हैं जोकि शरारत करने के लिए च्यवन ऋषि द्वारा दंडित किए जाने के बाद इस पहाड़ी पर रुके थे। यह स्थान पर आकर्षण और धार्मिक महत्व को बहुत खूबसूरती के साथ देखा जा सकता है। नाग पहाड़ी ट्रेकिंग और आध्यात्मिक सैर के लिए भी प्रसिद्ध है।

9.7 आत्मेश्वर मंदिर – Atmeshwar Mandir In Hindi

आत्मेश्वर मंदिर

पुष्कर का आत्मेश्वर मंदिर एक प्रसिद्ध धार्मिक और आकर्षित मंदिर है जो भगवान शिव शंकर को समर्पित है। मंदिर में स्थित शिवलिंग जमीनी स्तर से कुछ फीट नीचे स्थापित हैं। एक सकरी ढलान मंदिर की ओर जाती है और शिवलिंग को तांबे से बने नाग से घिरा हुआ देखा जा सकता हैं।

9.8 रोज गार्डन – Rose Garden In Hindi

रोज गार्डन

पुष्कर में स्थित रोज गार्डन राजस्थान के रेगिस्तान में एक रमणीय आकर्षण है। इस खूबसूरत गार्डन में कुछ गुलाब की प्रजातियां स्थानीय किसानों द्वारा उगाई जाती हैं और कुछ विभिन्न हिस्सों से बुलाई जाती हैं। पर्यटकों को यहां पर कई प्रकार के रंगीन और सुगंधित गुलाब देखने को मिल जाते हैं।

9.9 मोती महल – Moti Mahal In Hindi

मोती महल
Image Credit: Moti Mahal

पुष्कर में स्थित खूबसूरत मोती महल का निर्माण सिंह के शाही निवास के रूप में किया गया था। मोती महल में वास्तुकला का एक अद्भुत झलक देखने को मिलती हैं। इस भव्य मंदिर के आसपास शानदार दृश्य देखने को मिलता हैं। यह स्थान फोटोग्राफी के लिए बहुत फेमस हैं।

9.10 रंगजी मंदिर – Rangji Temple In Hindi

रंगजी मंदिर

पुष्कर शहर में स्थित रंगजी मंदिर में मुगल की वास्तुकला की डिजाइन की झलक देखने को मिलती हैं। साथ ही साथ दक्षिण भारतीय स्थापत्य शैली का प्रतिबिंब भी नजर आता है। यह मंदिर पुष्कर के शीर्ष तीन मंदिरों में अपना स्थान बनाए हुए है। रंगजी मंदिर दक्षिण भारतीय तीर्थ-यात्रियों के लिए एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। भगवान विष्णु के एक रूप को समर्पित इस मंदिर का दर्शन करना अपने आप में एक सुखद अनुभव होता हैं।

9.11 सिंह सभा गुरुद्वारा – Singh Sabha Gurudwara In Hindi

सिंह सभा गुरुद्वारा

पुष्कर में स्थित सिंह सभा गुरुद्वारा का निर्माण गुरु नानक देव की पुष्कर यात्रा के उपलक्ष्य में किया गया था। यह स्थान गुरु नानक धर्मशाला के नाम से भी प्रसिद्ध है। सिंह सभा गुरुद्वारा पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं और यहा आने वाले पर्यटक की लम्बी कतार वर्ष भर लगी रहती हैं।

9.12 दिगंबर जैन मंदिर पुष्कर जी – Digambar Jain Mandir Pushkar Ji In Hindi

दिगंबर जैन मंदिर पुष्कर जी
Image Credit: Kittu Jain

दिगंबर जैन मंदिर की बलुआ पत्थर की वास्तुकला आपको जरूर पसंद आएगी, और जैन धर्म का प्रतिनिधित्व करने वाले इस अलंकृत, जटिल “सोने से सजे मंदिर” का नजारा आपको अचंभित कर देगा। अजमेर में स्थित दिगंबर जैन मंदिर स्‍थापत्‍य कला की दृष्टि से एक भव्य जैन मंदिर है। जो मंदिर, ऋषभ या आदिनाथ (Rishabha Or Adinatha) को समर्पित है इसे सोनीजी की नसियां (Soniji Ki Nasiyan) के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर भारत में सबसे अमीर मंदिरों में गिना जाता है।

और पढ़े: बिरला मंदिर जयपुर हिस्ट्री और घूमने की जानकारी

10. वराह मंदिर कैसे जाये – How To Reach Varaha Temple Pushkar In Hindi

वराह मंदिर पुष्कर में स्थित है यहां जाने के लिए आप हवाई, रेल और सड़क यात्रा कर सकते हैं। शहर से मंदिर तक पहुंचने के लिए आप बसों या ऑटो से यात्रा कर सकते हैं।

10.1 हवाई मार्ग से वराह मंदिर पुष्कर कैसे पहुंचे – How To Reach Pushkar Varaha Temple By Flight In Hindi

हवाई मार्ग से वराह मंदिर पुष्कर कैसे पहुंचे

यदि आपने पुष्कर जाने के लिए हवाई मार्ग का चुनाव किया हैं तो आपको बता दें कि पुष्कर का अपना कोई हवाई अड्डा नही हैं। लेकिन सबसे नजदीकी सांगानेर हवाई अड्डा हैं जो कि पुष्कर से लगभग 150 किलोमीटर की दूरी पर हैं। आप यहां से पुष्कर आसानी से पहुंच जायेंगे।

10.2 वराह मंदिर पुष्कर ट्रेन से कैसे पहुंचे – How To Reach Varaha Temple By Train In Hindi

वराह मंदिर पुष्कर ट्रेन से कैसे पहुंचे

यदि आपने ट्रेन से पुष्कर जाने का मन बनाया हैं तो हम आपको बता दें कि राजस्थान का अजमेर जंक्शन पुष्कर से सबसे नजदीकी रेल्वे स्टेशन हैं और पुष्कर इसकी दूरी लगभग 14 किलोमीटर है। अजमेर रेलवे स्टेशन भारत के विभिन्न बड़े बड़े शहरों से जुड़ा हुआ हैं। स्टेशन से आप किसी भी स्थानीय या अपने पर्सनल साधन से पुष्कर शहर जा सकते हैं।

10.3 वराह मंदिर कैसे पहुंचे बस से – How To Reach Varaha Temple By Bus In Hindi

वराह मंदिर कैसे पहुंचे बस से

यदि आपने बस के माध्यम से राजस्थान के पर्यटक स्थल पुष्कर जाने का बिचार बना लिया हैं, तो हम आपको बता दें कि अजमेर का बस स्टैंड देश के प्रमुख शहरों से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं। अजमेर से पुष्कर की दूरी लगभग 16 किलोमीटर हैं तो आप यहां से आसानी से पुष्कर पहुंच जायेंगे।

और पढ़े: अजमेर शरीफ दरगाह राजस्थान घूमने की पूरी जानकारी 

इस आर्टिकल में आपने वराह मंदिर पुष्कर के दर्शन की जानकारी को जाना है आपको हमारा यह लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में बताना ना भूलें।

इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।

11. वराह मंदिर पुष्कर का नक्शा – Varaha Temple Pushkar Map

12. वराह मंदिर पुष्कर की फोटो गैलरी – Varaha Temple Pushkar Images

View this post on Instagram

Squad ??

A post shared by anjaly ariyanayagam (@ontrippytoes) on

और पढ़े:

Leave a Comment