Bhimtal In Hindi भीमताल उत्तराखंड एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो नैनीताल से 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह स्थल अपनी भीमताल झील और झील के केंद्र में स्थित अपने द्वीप के लिए काफी प्रसिद्ध है। भीमताल समुद्र तल से 1370 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जहां की खूबसूरती पर्यटकों को अपनी तरफ बेहद आकर्षित करती है।
उंचाई पर स्थित होने के बाद भी भीमताल उत्तरखंड के प्रमुख पर्यटन स्थलों और आसपास के राज्यों से सड़कों के माध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा है। पर्यटक वीकेंड के दौरान दिल्ली से भीमताल आसानी से पहुँच सकते हैं। भीमताल एक बहुत ही आकर्षक जगह है जो नैनीताल का एक ऑफबीट संस्करण है। अगर आप भीमताल घूमने की योजना बना रहें हैं या फिर भीमताल के इतिहास के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को जरुर पढ़ें यहां हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देने जा रही है –
भीमताल प्राचीन स्थान है जिसका नाम महाभारत के भीम के नाम पर पड़ा है। आपको बता दने कि भीमताल महादेव मंदिर, भीमताल झील के किनारे स्थित एक पुराना शिव मंदिर है जिसके बारे में माना जाता है कि जब भीम ने पांडवों के अज्ञातवास (वनवास) के दौरान उस स्थान का दौरा किया था। वर्तमान मंदिर का निर्माण 17 वीं शताब्दी में, बाज बहादुर (1638-78 ईस्वी) चंद वंश के एक राजा और कुमाऊं के राजा द्वारा बनवाया गया था। भीमताल एंग्लो-नेपाली युद्ध (1814-16) के बाद ब्रिटिश शासन का हिस्सा बना। भीमताल, नैनीताल से भी पुराना है क्योंकि नैनीताल शहर 150-160 साल पुराना है। लेकिन भीमताल का इतिहास काफी पुराना है।
भीमताल, भीमताल झील के लिए पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है। आप झील में बोटिंग का मजा ले सकते हैं और झील के केंद्र में द्वीप पर भी जा सकते हैं जहाँ आप केवल बैटिंग के माध्यम से पहुँच सकते हैं। भीमताल की पहाड़ियों के चारों ओर घूमना आपको एक शानदार अनुभव दे सकता है क्योंकि यहां के जंगल बहुत घने हैं जो पक्षी देखने और फोटोग्राफी के लिए एक आदर्श स्थान हैं। यहां आप गर्ग पर्वत भी देख सकते हैं जो गार्गी नदी का स्रोत है। यहां सत्ताल एक और लोकप्रिय झील है जहाँ की सैर करने के लिए पर्यटकों अवश्य जाना चाहिए। यह झील पक्षी देखने के लिए एक आदर्श स्थान के रूप में कार्य करती है और यह कई प्रवासी पक्षियों का घर है। यहां की यात्रा के दौरान आप हिडिम्बा पर्वत के दौरे पर भी जा सकते हैं और यहाँ पर ट्रेकिंग का मजा भी ले सकते हैं।
और पढ़े: उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल और घूमने की जानकारी
अगर आप उत्तराखंड में स्थित भीमताल की यात्रा करने जा रहें हैं तो यहाँ स्थित नीचे दिए गए पर्यटन स्थलों की यात्रा कर सकते हैं।
भीमताल झील भारत की सबसे प्रसिद्ध झीलों में से एक है और भीमताल का प्रमुख आकर्षण है। झील के केंद्र में स्थित द्वीप एक प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है जहाँ पर आप विभिन्न प्रकार की मछली प्रजातियों, मंदिर और एक मछलीघर भी देख सकते हैं। कुमाऊं क्षेत्र को भारत के झील जिले के रूप में भी जाना जाता है। भीमताल झील यहाँ की सबसे बड़ी झील है और कस्बे को पीने के पानी की आपूर्ति करती है। यह झील पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है और इसमें करने के लिए कई तरह की गतिविधियाँ हैं। जो शांतिपूर्ण तरीके से इस झील की यात्रा करना चाहते हैं और भीड़ से बचना चाहते हैं उन्हें सुबह के समय इस झील की सैर करना चाहिए। इस झील का वातावरण इतना आकर्षक है कि आप बार-बार इस जगह पर आना चाहोगे।
विक्टोरिया डैम भीमताल में सबसे लुभावनी और आकर्षक जगहों में से एक है। आपको बता दें कि यह डैम भीमताल झील के किनारे स्थित है। इस बांध की सबसे आकर्षक बात यह है कि इसके दोनों ओर फूलों के बाग स्थित हैं जो इसे बेहद खुबसूरत बनाते हैं। यह 40 फीट ऊंचा बांध बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है।
हिडिम्बा पर्वत भीमताल से मात्र 5 किमी की दूरी पर स्थित एक खूबसूरत पहाड़ी है जिसका नाम महाभारत के भीम की पत्नी हिडिम्बा से मिलता है। इस पहाड़ी में वानखंडी आश्रम नामक एक वन्यजीव आश्रय गृह भी है, जो कि एक पर्यावरणविद् और भिक्षु वानखंडी महाराज द्वारा विकसित है, जो यहां पर निवास करते हैं। अगर आप भीमताल की यात्रा करने के लिए जा रहें हैं तो आपको जरुर हिडिम्बा पर्वत का दौरा करने के लिए जाना चाहिए।
और पढ़े: हिडिम्बा देवी मंदिर का इतिहास, कहानी और रोचक तथ्य
भीमताल झील से द्वीप तक आप नाव की सवारी द्वारा पहुँच सकते हैं। बता दें कि भीमताल आइलैंड झील के केंद्र में स्थित है। जहाँ पर एक मछलीघर स्थित है। इस मछलीघर में आपमैक्सिको, दक्षिण अफ्रीका और चीन जैसे देशों की मछलियों को यहाँ देख सकते हैं।
हनुमान गढ़ी एक प्रसिद्ध मंदिर है जो नैनीताल-हल्द्वानी मार्ग पर स्थित। भगवान हनुमान को समर्पित यह मंदिर 6,401 फीट की ऊंचाई पर स्थित है जिसे 1950 में एक स्थानीय संत बाबा नीम करोली द्वारा बनाया गया था और मंदिर यह बापू लीला साह के आश्रम और शीतला देवी मंदिर करीब स्थित है। यहाँ पर आप भगवान हनुमान की मूर्ति को देख सकते हैं जिसमें वे अपनी छाती चीर के दिखा रहें हैं कि भगवान राम उनके दिल में हैं। सूर्यास्त और सूर्योदय के दौरान गुलाबी आकाश का दृश्य पर्यटकों को हनुमान गढ़ी की तरफ भेड़ आकर्षित करता है। इस हनुमान मंदिर मंगलवार और शनिवार को यहां भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है।
और पढ़े: नैनीताल में घूमने की जगह और पर्यटन स्थल की जानकारी
भीमताल एक ऐसा पर्यटन स्थल है जहां की यात्रा आप एक दिन में कर सकते हैं। आपको बता दें कि यहां पर मजा लेने के लिए कई पर्यटन स्थल है, जो प्राकृतिक आकर्षणों से भरे हुए हैं। भीमताल के पास एक खूबसूरत झील नाल दमयंती के लिए आप सुबह जा सकते हैं इसके आप या तो यहाँ से या तो आप हिडिम्बा पर्वत तक जा सकते हैं या स्वादिष्ट नाश्ते के बाद यात्रा जारी रख सकते हैं। यहां पर एक कर्कोटक मंदिर स्थित है जहां पर आप नाग देवता का आशीर्वाद ले सकते हैं। इसके बाद भीमताल की यात्रा जारी रखते हुए मंदिर से विक्टोरिया बांध जा सकता हैं। दोपहर के भोजन के लिए ब्रेक लेने के बाद आप लोक संस्कृति संग्रहालय (Folk culture Museum) का दौरा कर सकते हैं इसके बाद होटल में जाकर शानदार डिनर करके अपनी यात्रा को समाप्त कर सकते हैं।
भीमताल जाने के लिए सबसे अच्छा समय गर्मियों के समय होता है, वैसे तो आप यहां की यात्रा साल भी कभी भी कर सकते हैं। गर्मियों में ठंडी हवा और गर्मी का मिश्रण होता है। अगर आप भीमताल का पूरा आनंद लेना चाहते हैं तो मार्च से जून और सितंबर से दिसंबर के दौरान यात्रा कर सकते हैं। यह मौसम यहां साहसिक गतिविधियों में लिप्त होने के लिए एकदम सही है। सर्दियाँ यहां बेहद ठंडी होती हैं, लेकिन यह समय बर्फ से ढके पहाड़ों और भीमताल की प्राचीन झीलों को देखने के लिए अच्छा समय है। मानसून का पूरे स्थान को हरे-भरे हरियाली से ढंक देता है; हालांकि यात्रा करने के लिए बारिश का मौसम सही नहीं है।
और पढ़े: देहरादून के प्रसिद्ध टपकेश्वर मंदिर के दर्शन की पूरी जानकारी
अगर आप भीमताल की यात्रा करने की योजना बना रहें हैं तो बता दें कि यहाँ का निकटतम हवाई अड्डा भीमताल से लगभग 58 किमी दूर स्थित पंतनगर हवाई अड्डा है और यह सड़कों द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहां निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन है। भीमताल उचित सड़क नेटवर्क के माध्यम से प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और परिवहन का बेहतर तरीका है।
अगर आप भीमताल के लिए फ्लाइट से यात्रा करना चाहते है तो हम आपको भीमताल से 58 किमी की दूरी पर स्थित पंत नगर हवाई अड्डा शहर का निकटतम हवाई अड्डा है, यह हवाई अड्डा नियमित उड़ानों के माध्यम से दिल्ली से जुड़ा हुआ है। हवाई अड्डे से भीमताल सड़क द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। हवाई अड्डे के बाहर अपनी मंजिल पहुंचने में आप लगभग 2 घंटे की आरामदायक सवारी के लिए टैक्सी का लाभ उठा सकते हैं।
उत्तराखंड में सुव्यवस्थित सड़कों का एक नेटवर्क है जो शहर के भीतर के मुख्य शहरों के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों के प्रमुख शहरों को जोड़ता है। भीमताल जाने के लिए राज्य की बसों के अलावा कई निजी बसें भी हैं, जो नैनीताल और काठगोदाम तक चलती हैं। इन शहरों से भीमताल पहुंचने के लिए आप बस और टैक्सियों की मदद ले सकते हैं।
भीमताल से निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है जो लगभग 30 किमी दूर है। काठगोदाम कुमाऊँ क्षेत्र का प्रवेश द्वार है, जो दिल्ली और शहर के बीच रोजाना चलने वाली दो ट्रेनों से जुड़ा हुआ है। एक बार पहुंचने के बाद काठगोदाम पहुंचने के बाद आप अपने पर्यटन स्थल पहुंचने के लिए टैक्सी किराये पर ले सकते हैं।
और पढ़े: अल्मोड़ा हिल स्टेशन की यात्रा पर इन 10 बेहद खुबसूरत जगहों पर घूमना न भूले
इस आर्टिकल में आपने भीमताल की यात्रा से जुडी जानकारी को जाना है आपको हमारा यह आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
और पढ़े:
Hills Station of Tamil Nadu In Hindi : तमिलनाडु भारत का एक खूबसूरत पर्यटक राज्य…
Ghaziabad in Hindi : गाजियाबाद उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख शहर है जो राष्ट्रीय…
Mumbai Zoo in Hindi : मुंबई जू मुंबई शहर के केंद्र में स्थित है जो…
Famous Forts Of Maharashtra in Hindi : महाराष्ट्र एक समृद्ध इतिहास वाला राज्य है जो…
Famous Lakes of Himachal Pradesh in Hindi : हिमाचल प्रदेश भारत का एक प्रमुख और…
Chintapurni Devi Temple in Hindi : चिन्तपूर्णी देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश राज्य के छोटे से…