Famous Temples of Gujarat in Hindi : गुजरात भारत के पश्चिम में स्थित देश के प्रमुख राज्यों में से एक है। गुजरात कई स्थापत्य चमत्कारों का घर है, जो अपनी जीवंत संस्कृति, समृद्ध विरासत, प्राकृतिक परिदृश्य और स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ साथ धार्मिक स्थल और प्रसिद्ध मंदिर के लिए भी जाना जाता है। गुजरात के प्रसिद्ध मंदिर केवल भक्ति के स्थान नहीं हैं, बल्कि वास्तु चमत्कार हैं, जो पिछले समय में राज्य की भव्यता को प्रस्तुत करते है। यदि आप अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ घूमने के लिए गुजरात के प्रमुख धार्मिक स्थल को सर्च कर रहे है, तो आप नीचे दिए गये गुजरात के प्रसिद्ध मंदिरों की यात्रा कर सकते हैं जो भक्तों के साथ-साथ देश – विदेश के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए है।
तो आइये इस आर्टिकल में हम गुजरात के प्रसिद्ध मंदिर और तीर्थ स्थल के बारे में डिटेल में जानते है जिन्होंने अपनी स्थापत्य शैली और मान्यतायों के कारण पूरे देश में प्रसिद्धी हाशिल की है –
गुजरात के 15 प्रमुख मंदिर – 15 Famous Temples of Gujarat in Hindi
सोमनाथ मंदिर सोमनाथ – Somnath Temple, Somnath in Hindi
गुजरात के पश्चिमी तट पर सौराष्ट्र में वेरावल बंदरगाह के पास प्रभास पाटन में स्थित सोमनाथ मंदिर गुजरात के प्रसिद्ध मंदिर में से (Famous Temples of Gujarat in Hindi) एक है। भगवान शिव जी को समर्पित यह मंदिर भारत में स्थापित भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से पहला ज्योतिर्लिंग माना जाता है, जिस कारण इस मंदिर ने गुजरात और भारत के साथ साथ पूरे विश्व में प्रसिद्धी हाशिल की है। माना जाता है इस प्राचीन मंदिर को उस समय महमूद गजनवी समेत बिभिन्न मुस्लिम आक्रमणकारियों और पुर्तगालियों द्वारा कई बार लुटा गया और ध्वस्त किया गया था।
वर्तमान की सात मंजिला मंदिर की स्थापना वर्ष 1950 में सरदार वल्लभभाई पटेल के रखरखाव से हुई थी, जिसका निर्माण चालुक्य शैली में किया गया है, और इसका प्रबंधन श्री सोमनाथ ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है। प्रसिद्ध हिंदू वास्तुकला के कारण सोमनाथ मंदिर को गुजरात के सबसे भव्य मंदिर में से एक माना जाता है, जो हर साल लाखों की संख्या में श्र्धालुयों और पर्यटकों की मेजबानी करता है।
द्वारकाधीश मंदिर द्वारका – Dwarkadhish Temple Dwarka in Hindi
“द्वारकाधीश मंदिर” भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है, जिसे जगत मंदिर और त्रिलोक सुंदर मंदिर के नाम से भी जाना जाता हैं। इस मंदिर को गुजरात के प्राचीन मंदिर के रूप में भी जाना जाता है, जो 2500 साल से अधिक पुराना है जबकि मंदिर की मौजूदा संरचना 15 वीं और 16 वीं के आसपास बनाई गई थी। गोमती नदी और अरब सागर के संगम पर स्थित, द्वारकाधीश मंदिर बलुआ पत्थर में निर्मित 5 मंजिल संरचना हैं, जिसमें 60 स्तंभ हैं और आश्चर्यजनक अद्भुत कलाकृतियाँ हैं। मंदिर के मुख्य द्वार को ‘मोक्ष द्वार’ के रूप में जाना जाता है, दूसरी ओर, दक्षिण द्वार को ‘स्वर्ग द्वार’ के रूप में जाना जाता है।
यह मंदिर हिंदू धर्म में प्रशंसित चारधाम यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिस कारण हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान द्वारकाधीश के दर्शन के लिए यहाँ आते है। इसीलिए जो भी श्रद्धालु और पर्यटक गुजरात के प्रमुख धार्मिक स्थल (Religious places of Gujarat in Hindi) सर्च कर है, उन्हें गुजरात के प्रसिद्ध मंदिर द्वारकाधीश मंदिर के दर्शन के लिए जरूर जाना चाहिये।
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अक्षरधाम मंदिर गांधीनगर – Akshardham Temple Gandhinagar in Hindi
“अक्षरधाम मंदिर” गुजरात के प्रमुख तीर्थ स्थल (Religious places of Gujarat in Hindi) में से एक है, जहाँ हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते है। यह मंदिर भगवान स्वामीनारायण को समर्पित है, जिसे BAPS स्वामीनारायण संस्था द्वारा बनाया गया था। आपको जानकार हैरानी हो सकती है, इस मंदिर का निर्माण पूरा होने में 13 साल लग गये थे और 30 अक्टूबर, 1992 को इसका उद्घाटन किया गया। अक्षरधाम मंदिर 23 एकड़ के परिसर में स्थित है, जिसका निर्माण लगभग 1000 कुशल श्रमिकों द्वारा राजस्थान के 6,000 मीट्रिक टन गुलाबी बलुआ पत्थर से किया गया है।
जब भी आप यहाँ आयेंगे तो भगवान स्वामीनारायण के साथ साथ हिंदू देवी-देवताओं की 200 मूर्तियों को भी देख सकेगें, जो अपने आप एक अद्वितीय है । इतना ही नहीं मंदिर की सुंदर पारंपरिक संरचना भी शिल्प कौशल के सबसे प्रसिद्ध उदाहरणों में से एक है। मंदिर नक्काशीदार स्तंभों से लेकर दीवारों पर वेदों के शिलालेखों तक, अपनी आभा, सुंदरता और महत्व उत्पन्न करने के लिए जाना जाता है।
दांता अंबाजी मंदिर- Danta Ambaji Temple In Hindi
गुजरात के बनासकांठा जिले में स्थित “दांता अंबाजी मंदिर” दुर्गा माता का प्रसिद्ध मंदिर है। अंबाजी मंदिर भारत देश के प्राचीन मंदिर में से एक है जो लगभग 1200 साल पुराना है। मंदिर की एक खास बात यह और है की इस मंदिर के जीर्णोधार का काम 1975 से शुरू हुआ और तब से लेकर आज तक मंदिर के जीर्णोद्धार का काम जारी है। मां भवानी के 51 शक्तिपीठों में से एक इस मंदिर के प्रति मां के भक्तों में अपार श्रद्धा है। कहा जाता है कि यहां मां सती का ह्दय गिरा था, जिसका उल्लेख तंत्र चूड़ामणि में भी मिलता है। जानकर हैरत होगी कि इस मंदिर के गृभग्रह में मां की कोई प्रतिमा नहीं है, बल्कि यहां मां के पवित्र श्रीयंत्र की पूजा मुख्य रूप से की जाती है।
यह मंदिर शक्ति के उपासकों के लिए भारत के सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से एक है जहाँ प्रतिबर्ष देश – विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु माता का आश्रीबाद लेने के लिए आते है।
रुक्मणी मंदिर द्वारका – Rukmini Temple Dwarka in Hindi
“रुक्मणी मंदिर” भगवान कृष्ण की पत्नी और उनकी आइडल रुक्मिणी को समर्पित है, जो गुजरात के प्रमुख धार्मिक स्थल में से एक है। हालांकि यह मंदिर ऐतिहासिक रूप से विशाल नहीं है, लेकिन उसके बाबजूद इस मंदिर ने गुजरात के प्रसिद्ध मंदिर के रूप में प्रसिद्धी हाशिल है। कहा जाता है इस प्राचीन मंदिर का निर्माण 12 वीं शताब्दी के आसपास हुआ था। यह मंदिर अपने आप में स्थापित्य कला का अद्भुत नमूना है, जब भी आप रुक्मणी मंदिर घूमने आयेंगे तो आप यहाँ देवी रूक्मिणी और भगवान श्री कृष्ण के दर्शन के साथ साथ, भगवान के साथ देवी रुक्मिणी की विभिन्न घटनाओं को चित्रित करते हुए शानदार चित्रों को देख सकेगें।
सूर्य मंदिर मोढेरा – Sun Temple, Modhera in Hindi
मोढेरा में पुष्पावती नदी के तट पर स्थित “सूर्य मंदिर” गुजरात के प्रमुख मंदिर (Famous Temples of Gujarat in Hindi) में से एक है। इस मंदिर को इस तरह से बनाया गया है कि सूर्योदय और सूर्यास्त की किरणें सीधे सूर्य की मूर्ति पर पड़ती है, जिस वजह इस मंदिर को गुजरात में सबसे अधिक देखे जाने वाले मंदिर में स्थान प्राप्त है। भगवान सूर्य देव को समर्पित इस मंदिर की स्थापना 11 वीं शताब्दी में सोलंकी वंश के राजा भीमदेव ने की थी, जो गुजरात के प्राचीन मंदिर में भी एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। बता दे इस मंदिर में सूर्य कुंड, सभा मंडप और गुड़ा मंडप जैसे तीन हिस्सों में विभाजित किया गया है।
यह मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित भी स्मारक है। मंदिर दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां साथ साथ बिभिन्न आकृतियों और उत्कृष्ट नक्काशीदार स्तंभों से सुसज्जित हैं, जो इसे श्रद्धालु, पर्यटकों और कला प्रमियों सभी के घूमने के लिए गुजारत के प्रमुख धार्मिक स्थल में से एक बनाता है।
कलिका माता मंदिर चंपानेर-पावागढ़ – Kalika Mata Temple Champaner Pavagadh In Hindi
चंपानेर-पावागढ़ में यूनेस्को के विश्व विरासत स्थल के पास स्थित कलिका माता मंदिर गुजरात के सबसे अधिक देखे जाने वाले मंदिर में से एक है। भारत में स्थापित 52 शक्तिपीठों में से एक कालिका माता का यह पहाड़ी मंदिर हिंदू देवी, माँ काली को समर्पित है, जिन्हें महान काली माता के नाम से भी जाना जाता है। जो श्रद्धालु और पर्यटक अपनी यात्रा के लिए गुजरात के फेमस टेम्पल्स को सर्च कर रहे है, वो कलिका माता मंदिर के दर्शन के लिए जा सकते है।
यह मंदिर जंगलो के बीच एक पहाड़ी पर स्थित है इसीलिए मंदिर तक पहुँचने के लिए सीढ़ियों का लम्बा सफ़र तय करना पड़ता हैं। जैसे ही आप मंदिर में प्रवेश करते हैं तो सबसे पहले आपको मंदिर के तीनो प्रमुख देवताओं के दर्शन प्राप्त होते हैं और उन सभी मूर्तियों के बीचों बीच कलिका माता की मूर्ती स्थापित हैं।
श्री शत्रुंजय मंदिर, पलिताना – Shri Shatrunjaya Temples, Palitana in Hindi
पालिताना में शत्रुंजय में स्थित “श्री शत्रुंजय मंदिर” जैन समुदाय के सबसे पवित्र स्थानों में से एक है, जिसे गुजरात के प्रमुख धार्मिक स्थल में भी शामिल किया गया है। लगभग 863 पत्थरों से बना यह मंदिर भगवान ऋषभ देव को समर्पित है।
जैन समुदाय लोगो के लिए इस स्थान का अत्यधिक महत्व है, जिसे परमात्मा का निवास माना जाता है। जैनों अनुआयियों का मानना है कि इन मंदिरों में जाने से उन्हें निर्वाण या मोक्ष मिलेगा। इसी कारण जैन श्र्धालुयों के साथ साथ सभी धर्मो के लोग यहाँ आते है।
जामा मस्जिद अहमदाबाद – Jama Masjid Ahmedabad in Hindi
अहमदाबाद में स्थित “जामा मस्जिद” मुस्लिम समुदाय के लोगो के लिए गुजरात में प्रमुख धार्मिक स्थल में से एक है। भारत की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक जामा मस्जिद का निर्माण सम्राट सुल्तान अहमद शाह द्वारा 1424 में करबाया गया था। मुस्लिमो के लिए श्रद्धेय तीर्थ होने के अलावा, जामा मस्जिद में अहमद शाह उनके बेटे और उनके पोते की कब्रें भी हैं। इस मस्जिद में हिंदू और मुस्लिम वास्तुकला शैलियों का एक सुंदर मिश्रण देखा जाता है यही वजह है की मुस्लिम तीर्थ यात्रियों के साथ साथ बड़ी संख्या में पर्यटक भी यहाँ आते है।
फर्क नही पड़ता आप किस धर्म से है लेकीन यदि आप गुजरात के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल की यात्रा पर है, तो आपको जामा मस्जिद भी जरूर जाना चाहिये क्योंकि यह एक ऐसा मुस्लिम स्थल है जहाँ सभी धर्मो के लोगो को आने की स्वतंत्रता है।
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भड़केश्वर महादेव मंदिर द्वारका Bhadkeshwar Mahadev Temple Dwarka in Hindi
भगवान शिव को समर्पित “भड़केश्वर महादेव मंदिर” गुजरात के प्राचीन मंदिर में से एक है, जो लगभग 5000 साल पुराना है, जिसे अरब सागर में पाए गए एक स्वयंभू शिवलिंग के चारों ओर बनाया गया था। मंदिर हर साल मानसून के दौरान समुद्र में डूब जाता है, जिसके बारे में कहा जाता है कि सागर लिंग का अभिषेकम करता है। इसी असामान्य घटना के कारण भड़केश्वर महादेव मंदिर ने पूरे देश में प्रसिद्धी हाशिल की है।
वैसे तो दैनिक रूप से श्र्धालुयों की भीड़ देखी जाती है लेकिन यदि आप शिवरात्रि के दौरान यहाँ आते है तो आपको यही भीड़ हजारों की संख्या में देखने को मिलेगी। क्योंकि इस पवित्र स्थान पर शिवरात्रि को भव्यता और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, जिसमे देश के बिभिन्न कोनो से श्रद्धालु शामिल होते है।
सांदीपनि मंदिर पोरबंदर – Sandipani Temple Porbandar in Hindi
“सांदीपनि मंदिर” पोरबंदर में स्थित है जो सुदामा और कृष्ण की शुद्ध मित्रता के लिए समर्पित है जिसे “श्री हरि मंदिर” के नाम से भी जाना जाता है। । यह दुनिया की चुनिन्दा जगहों में से एक है जो आज भी सुदामा की निष्ठा और भक्ति को रखती है। मंदिर का निर्माण 1902 और 1907 के दौरान जेठवा राजवंश के श्री राम देवजी जेठवा ने करबाया था जिसे बनाने में लगभग 13 साल लगे। जो तीर्थ यात्री गुजरात के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल की यात्रा पर जाने का प्लान बना रहे है, उन्हें अपने धार्मिक स्थल और मंदिरों की लिस्ट में सांदीपनि मंदिर या श्री हरी मंदिर को अवश्य शामिल करना चाहिये।
सूर्य मंदिर वड़ोदरा – Surya Mandir, Vadodara in Hindi
सूर्य मंदिर वड़ोदरा के बोरसद शहर में स्थित है, जो मुख्य रूप से सूर्य देवता को समर्पित है। यह मंदिर भारत में स्थापित सबसे प्रतिष्ठित सूर्य मंदिरों में से एक है जिसके बारे में लोगों का मानना है, कि मंदिर में आने से बड़ी से बड़ी बीमारी दूर हो जाती है। इसलिए दुनिया भर के लोग और श्रद्धालु सूर्य मंदिर में उत्साह से जाते हैं और अपनी समृधि और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना करते है। इस मंदिर के पीछे का इतिहास काफी अस्पष्ट प्रकार का है, जिसके अनुसार बताया गया है कि सूर्य मंदिर खुद भगवान के कहने पर बनाया गया है।
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शामलाजी मंदिर अरावली – Shamlaji Temple Aravali in Hindi
शामलाजी मंदिर गुजरात के दिव्य पवित्र तीर्थस्थल में से एक है, जो गुजरात में हिंदुओं के बीच काफी प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। कहा जाता है कि मंदिर का निर्माण 11 वीं शताब्दी के आसपास हुआ था, जिसे लगभग 500 साल पहले चालुक्य शैली में पुनर्निर्मित किया गया है इसीलिए यह मंदिर श्र्धालुयों के साथ साथ कला प्रेमियों को भी अट्रेक करता है।
अरावली जिले में मेशवो नदी के उत्तर-पूर्व में पेड़ों की प्राकृतिक सुंदरता के बीचो बीच स्थित शामलाजी मंदिर में भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है, जहाँ मंदिर में काले रंग के गदाधर शामलाजी की चार हाथ की पाँच फुट ऊँची मूर्ति स्थापित की गई है। शामलाजी मंदिर की यात्रा करने वाले श्र्धालुयों के अनुसार मंदिर की यात्रा और भगवान से दर्शन से सुखद आध्यात्मिक अनुभव की प्राप्ति होती है। इसीलिए राज्य के बिभिन्न कोनो से बड़ी संख्या में तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों द्वारा शामलाजी मंदिर का दौरा किया जाता है।
बाला हनुमान मंदिर जामनगर – Bala Hanuman Mandir, Jamnagar in Hindi
बाला हनुमान मंदिर जामनगर में रणमल झील के दक्षिण-पूर्वी किनारे पर स्थित भगवान हनुमान को समर्पित है। मंदिर में भगवान हनुमान जी के साथ साथ भगवान राम, भगवान लक्ष्मण, और देवी सीता जी मूर्तियाँ स्थापित है। 1 अगस्त 1964 में इस मंदिर में किये गये ‘श्री राम, जय राम, जय जय राम’ के अविरल मंत्र के कारण इस मंदिर को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी सूचीबद्ध किया गया है।
बता दे बाला हनुमान मंदिर में होने वाली शाम की आरती दिन की सबसे बहुप्रतीक्षित घटना है जिसमे अक्सर यहाँ आने वाले सभी श्रद्धालु शामिल होने का प्रयास करते है। यदि आप भी गुजरात के प्रमुख धार्मिक स्थल की यात्रा पर जाने का प्लान बना रहे है, तो अपनी यात्रा में बाला हनुमान मंदिर जामनगर अवश्य जायें और हाँ जब भी यहाँ आयें तो शाम को होने वाली आरती में शामिल होने का प्रयास जरूर करें।
कीर्ति मंदिर पोरबंदर – Kirti Mandir Porbandar in Hindi
कीर्ति मंदिर गुजरात राज्य के पोरबंदर में स्थित है। बता दे यह मंदिर किसी देवी देवतायों को समर्पित है, जी हाँ बल्कि यह मंदिर महात्मा गांधी और उनकी पत्नी कस्तूरबा की याद में बनाया गया है। कीर्ति मंदिर का निर्माण स्वंत्रता प्राप्ति के पहले निर्माण सन 1944 में किया गया था।
देवी देवतायों को समर्पित ना होने के बाबजूद भी इस मंदिर को गुजरात के प्रसिद्ध मंदिर के रूप में मान्यता प्राप्त है जहाँ हर साल हजारों पर्यटक मंदिर महात्मा गांधी और उनकी पत्नी के सम्मान में और महात्मा गाँधी से जुड़े इतिहास को जानने के लिए आते हैं। मंदिर के ठीक बगल में महात्मा गांधी का पैतृक घर स्थित है और पर्यटक मंदिर से सीधे पैतृक घर में प्रवेश कर सकते हैं।
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आपने इस लेख में गुजरात के प्रमुख धार्मिक स्थल और प्रसिद्ध मंदिर के बारे में जाना है आपको हमारा ये आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
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