Harshat Mata Mandir In Hindi : दोसा जिले में स्थित हर्षत माता का मंदिर दोसा के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है जो पर्यटकों और भक्तों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। यह मंदिर स्थानीय देवी हर्षत माता को समर्पित है। पुराने समय में इस मंदिर ने आक्रमणकारियों के प्रकोपों का सामना किया है जिसे इस्लामिक शासकों द्वारा नष्ट कर दिया गया था। अब यहां पर सिर्फ खंडर ही बचें हुए हैं। यहाँ पर आप एक भव्य खुले आंगन में स्तंभों और दीवारों पर नक्काशी के साथ अदभुद मूर्तियों को देख सकते हैं। इस मंदिर की वर्तमान सुंदरता देख कर कोई भी पुराने समय में मंदिर की महिमा का अंदाजा लगा सकता है।
यहाँ तीन दिवसीय वार्षिक मेले का आयोजन भी किया जाता है, जो तीर्थ यात्रियों के लिए काफी लोकप्रिय माना जाता है। आपको बता दें कि यह मंदिर यहां आने वाले पर्यटकों को बिलकुल निराश नहीं करता। मंदिर और इसके आसपास की प्राकृतिक सुंदरता देखकर कोई भी मंत्रमुग्ध हो सकता है। तो आपको हर्षत माता मंदिर के दर्शन करने के लिए अवश्य जाना चाहिए। लेकिन यदि आप अभी हर्षत माता के दर्शन के लिए नही जा पा रहे है तो हमारे इस लेख को पूरा पढ़े जिसके माध्यम से हम आपको हर्षत माता मंदिर की यात्रा कराने वाले है –
1. हर्षद माता मंदिर का इतिहास – Harshad Mata Temple History In Hindi
हर्षद माता मंदिर का निर्माण 8 वीं शताब्दी में चौहान वंश के राजा चाँद द्वारा करबाया गया था, जो लगभग 3000 साल पुराना माना जाता है। यहाँ के स्थानीय लोगो का यह मानना था कि आभानेरी में शांति और खुशी ‘देवी हर्षत माता’ के आशीर्वाद के कारण था। धार्मिक विश्वासों को विभाजित करने के लिए मुगल और तुर्की शासन के दौरान आक्रमणकारियों ने हर्षत देवी मंदिर के साथ उत्तर भारत के सभी शानदार मंदिरों को नष्ट कर दिया गया था। विनाश के बाद स्थानीय लोगों ने छोटे टुकड़ों को इकट्ठा करने और मंदिर के पुनर्निर्माण का प्रयास किया। जिसमे मंदिर के सुंदर रूप से उसके मंडप और स्तंभों को डिजाइन किया है जो देखने में अद्भुत हैं। मंदिर की वास्तुकला भी अन्य मंदिरों से अलग देखी जा सकती है।
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2. हर्षत माता मंदिर की वास्तुकला – Harshat Mata Temple Architecture In Hindi
दोहरे सीढ़ीदार मंच पर 8 वीं शताब्दी में निर्मित हर्षत माता मंदिर महामेरु शैली को चित्रित करता है। मंदिर में देवी हर्षत माता की मूर्ति विराजित है। माना जाता है कि देवी की मूर्ति में चारों ओर से चमक देखी जा सकती है। मंदिर में पिलपेड मंडप और सेंधरा गर्भगृह को एक छत से सजाया गया है। गर्भगृह के खंभों पर कई मूर्तियां और ब्राह्मणकालीन देवताओं की नक्काशी भी देखी जा सकती है।
3. हर्षत माता मंदिर खुलने और बंद होने का समय – Harshat Mata Temple Timing In Hindi
अगर आप हर्षत माता के मंदिर जा रहे है तो हम आपको बता दे कि माता का मंदिर पुरे दिन खुला रहता है इसीलिए आप दिन में किसी भी समय माता के दर्शन कर सकते है।
4. हर्षत माता मंदिर आभानेरी का प्रवेश शुल्क – Harshad Mata Mandir Entry Fees In Hindi
यदि आप हर्षत माता के दर्शन के लिए जा रहे है तो मंदिर में प्रवेश करने के लिए कोई भी प्रवेश शुल्क नहीं है।
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5. हर्षद माता मंदिर घूमने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Harshat Mata Mandir In Hindi
अगर हर्षद माता मंदिर घूमने जाने का प्लान बना रहे है तो नवंबर – मार्च से मार्च हर्षद माता मंदिर व यहाँ के अन्य भागों की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय होता है क्योंकि रात में मौसम के दौरान 8 डिग्री और 32 डिग्री सेल्यियस होता है। यहां गर्मियां बेहद गर्म होती हैं। इसीलिए सर्दियों का समय यहाँ घूमने के लिए सबसे अनुकूल समय होता है, जो आपकी यात्रा को ओर अधिक रोमांचक बना देता है।
6. हर्षद माता मंदिर के आसपास में घूमने लायक पर्यटक और आकर्षण स्थल – Best Tourist Places Near Harshat Mata Mandir In Hindi
अगर आप राजस्थान के हर्षद माता मंदिर घूमने जाने की सोच रहे है तो, हर्षद माता मंदिर के अलावा भी बहुत कुछ है जो आप आभानेरी गाँव और इसके आसपास में घूम सकते है।
6.1 माधोगढ़ किला – Madhogad Fort In Hindi
माधोगढ़ का किला दौसा के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। इस किले का निर्माण जयपुर के राजा- माधव सिंह द्वारा करवाया गया था। यह किला सुंदर फूलों के खेतों की पृष्ठभूमि में एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। जो इसे एक बहुत ही सुंदर और आकर्षक किला बनाते हैं। आपको बता दें कि इस प्राचीन किले को अब अब एक शाही होटल में बदल दिया गया है। यह होटल यहां आने वाले पर्यटकों को एक सुंदर आवास प्रदान करता है। यह किला अपने अपने भव्य केंद्रीय प्रांगण के साथ एक प्रमुख आकर्षण है। इसके अलावा इस किले की छतें भी बहुत ही आकर्षक नज़र आती हैं और सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचती हैं। माधोगढ़ किला का एक ऐसा स्थल है जहां की यात्रा आप अपने दोस्तों और अपने परिवार के लोगों के साथ कर सकते हैं और यहां शाम को एक शानदार चाय का मजा ले सकते हैं।
6.2 मेहंदीपुर बालाजी मंदिर – Mehndipur Balaji Temple In Hindi
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर भारत के राजस्थान राज्य के दौसा जिले में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। जो हनुमान जी को समर्पित है। यह मंदिर भारत में इतना लोकप्रिय कि हर साल दूर-दूर से इस मंदिर में तीर्थ यात्रियों का आना जाना लगा रहता है। हनुमान जी को ही बालाजी के रूप में भी जाना जाता है और उनके मंदिर के सामने सियाराम को समर्पित एक मंदिर भी स्थित है जिसमें सियाराम की एक सुंदर मूर्ति है। मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के बारे में ऐसा माना जाता है कि भगवान अपने भक्तों को बुरी आत्माओं और परेशानी से मुक्ति दिलाते हैं।
मंदिर में आने वाले भक्त बालाजी को बूंदी के लड्डू का भोग लगाते हैं और भैरव बाबा को उड़द की दाल और चावल चढ़ाते हैं जो बुरी आत्माओं से मुक्ति पाने में उनकी मदद करते हैं। मंदिर में शनिवार और मंगलवार को भीड़ काफी ज्यादा होती है क्योंकि यह बालाजी के सबसे खास दिन होते हैं। अगर आप दौसा घूमने के लिए जा रहें हैं तो कुछ समय मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के दर्शन करने के लिए भी निकाल लें। क्योंकि बालाजी मंदिर के दर्शन करना सौभाग्य माना जाता है।
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6.3 भंडारेज – Bhandarej In Hindi
भंडारेज,दौसा जिले का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो जयपुर से लगभग 65 किमी दूर, जयपुर-आगरा राजमार्ग पर स्थित है। जो दौसा से लगभग 10 किमी दूरी पर स्थित है। भंडारेज को महाभारत काल के दौरान भद्रमती के नाम से जाना जाता था। यहां पर खुदाई के दौरान मिली दीवारें, मूर्तियां, सजावटी जाली का काम जालियाँ, टेराकोटा के बर्तन इत्यादि से इस जगह की प्राचीनता का पता चलता है। भंडारेज बाउरी और भद्रावती पैलेस यहां के लोकप्रिय स्थल है। एक क्षेत्र इतिहास प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान है। यहां का इतिहास आपको 11 वीं शताब्दी में ले जायेगा।
6.4 झझिरमपुरा – Jhajhirampura In Hindi
झझिरमपुरा दौसा का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो प्राकृतिक पानी की टंकी के साथ-साथ रुद्र (शिव), बालाजी (हनुमान जी) और अन्य देवी-देवताओं के मंदिरों के लिए भी काफी लोकप्रिय है। झझिरमपुरा जिला मुख्यालय से लगभग 45 किमी दूर बसवा (बांदीकुई) की ओर स्थित है। पहाड़ियों और जल संसाधनों से घिरे इस स्थान पर आने के बाद कोई भी पर्यटक बेहद हल्का महसूस करता है। अगर आप अपनी दौसा यात्रा के दौरान किसी प्राकृतिक और आध्यात्मिक जगह की यात्रा करना चाहते हैं तो आपको झझिरमपुरा की यात्रा जरूर करनी चाहिये।
6.5 लोटवारा –Lotwara In Hindi
लोटवारा गाँव जयपुर से 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस गांव का प्रमुख आकर्षण लोटवारा गढ़ (किला) है। जिसे 17 वीं शताब्दी में ठाकुर गंगा सिंह ने बनवाया था। आभानेरी से सिर्फ 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस गांव की यात्रा पर्यटक गाँव तक सड़क मार्ग द्वारा कर सकते हैं। अगर आप किसी ऐतिहासक जगह को एक्स्प्लोर करना चाहते हैं तो लोटवारा की यात्रा अवश्य करे।
6.6 बांदीकुई – Bandukui In Hindi
बांदीकुई, दौसा से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्रोटेस्टेंट ईसाइयों के लिए रोमन शैली चर्च एक लोकप्रिय आकर्षण है।
6.7 चाँद बावड़ी आभानेरी – Chand Bawdi In Hindi
चाँद बावड़ी राजस्थान के अभनेरी गाँव का एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण स्थल है जो 10 वीं शताब्दी के स्मारकों से संबंधित है। अभनेरी गांव राजस्थान की राजधानी जयपुर के पास स्थित है। आपको बता दें कि चाँद बाउरी बेहद अदभुद स्टेप वेल है जिसमें तीन तरफ सीढ़ियां हैं, जो जल स्टोर करने का काम करती हैं। बता दें कि यह स्टेप वेल 13 मंजिला से ज्यादा गहरी हैं, जिसमें 3500 से ज्यादा सीढ़ियां बनी हुई हैं। 1000 साल से अधिक पुराना होने के बावजूद यह स्टेप वेल आज भी पहले की तरह बना हुआ है।
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7. हर्षत माता मंदिर आभानेरी कैसे पंहुचा जाये – How To Reach Harshat Mata Temple Abhaneri In Hindi
हर्षत माता मंदिर दौसा, राजस्थान राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, जो जयपुर से 99 किमी दूर है। हर्षत माता मंदिर के लिए आप सड़क, हवाई और रेल मार्ग द्वारा यात्रा कर सकते हैं जिसकी पूरी जानकारी नीचे दी गई है। अगर आप हर्षत माता मंदिर जाने के लिए परिवहन के अलग- अलग माध्यमों के बारे में जानना चाहते हैं। तो नीचे दी गई जानकारी को पढ़ें।
7.1 हवाई जहाज से हर्षद माता मंदिर कैसे पहुंचें – How To Reach Harshat Mata Temple By Flight In Hindi
अगर आप हर्षद माता मंदिर की यात्रा हवाई मार्ग द्वारा करना चाहते हैं। आपके लिए बता दें कि दौसा का निकटतम हवाई अड्डा जयपुर हवाई अड्डा है, जो दिल्ली और आगरा हवाई अड्डे से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। तो आप फ्लाइट से यात्रा करके जयपुर हवाई अड्डा पहुच सकते है। और फिर आप जयपुर हवाई अड्डा से कार या बस द्वारा यात्रा करके हर्षत माता मंदिर पहुच सकते हैं।
7.2 रेल द्वारा हर्षद माता मंदिर कैसे जाये – How To Reach Harshat Mata Temple By Train In Hindi
अगर आप हर्षद माता मंदिर की यात्रा रेल द्वारा करना चाहते हैं तो बता दें कि इसका निकटतम रेलवे स्टेशन जयपुर है। जयपुर देश के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। तो आप ट्रेन से यात्रा करके जयपुर पहुच सकते है ओर वहा से आप बस या टैक्सी से हर्षद माता मंदिर पहुच सकते हैं।
7.3 कैसे जाये हर्षत माता मंदिर सड़क मार्ग से – How To Reach Harshat Mata Temple By Road In Hindi
अगर आप सड़क मार्ग द्वारा हर्षत माता मंदिर की यात्रा करने की योजना बना रहें हैं। तो बता दें कि यह जयपुर, आगरा और दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। मंदिर के लिए नियमित बस सेवा उपलब्ध है, जो इसे रेलवे स्टेशनों से जोड़ती है। अलवर – महवा या मथुरा – भरतपुर-महवा राजमार्ग से आप कार से हर्षत माता मंदिर तक पहुंच सकते हैं।
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इस आर्टिकल में आपने हर्षत माता मंदिर की यात्रा से जुड़ी जानकारी को जाना है, आपको हमारा ये आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
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8. हर्षद माता मंदिर आभानेरी का नक्शा – Harshat Mata Temple Abhaneri Map
9. हर्षद माता मंदिर की फोटो गैलरी – Harshat Mata Temple Images
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