Rajaji National Park In Hindi : राजाजी नेशनल पार्क उत्तराखंड राज्य के देहरादून और हरिद्वार में स्थित हैं। यह आकर्षित पार्क वनस्पतियों और जीवों की प्रचुरता से समृद्ध है जो प्रकृति प्रेमियों, वन्यजीव उत्साही लोगों के लिए एक शानदार छुटियाँ बिताने का स्थान हैं। बाघों और हाथियों के लिए प्रसिद्ध राजाजी नेशनल पार्क को हाल ही में भारत सरकार द्वारा टाइगर रिजर्व का दर्जा दिया गया हैं। सी राजगोपालाचारी राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड के तीन जिलों देहरादून, हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल में फैला हुआ है। यह वन क्षेत्र में साल, सागौन और अन्य झाड़ियों के लिए लोकप्रिय है।
राजाजी नेशनल पार्क में जीप सफारी या हाथी सफारी का लुत्फ पर्यटक बहुत अधिक उठाते हैं। लगभग 34 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ यह आकर्षित पार्क अपनी ओर पर्यटकों का ध्यान केन्द्रित करता हैं। इसके जंगल में ट्रेकिंग करने के लिए भी पर्यटक आते हैं। यदि आप भी राजाजी रास्ट्रीय उद्यान के बारे में जानना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को पूरा जरूर पढ़े –
राजाजी राष्ट्रीय उद्यान उतराखंड राज्य के देहरादून में हिमालय की तलहटी में शिवालिक पर्वतमाला की पहाड़ियों और तलहटी के साथ स्थित है।
राजाजी नेशनल पार्क भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित हैं।
राजाजी नेशनल पार्क के इतिहास में झांकने पर हम पाते हैं कि 1983 तक जंगल का 820 किलोमीटर लम्बा हिस्सा तीन अलग-अलग वन्यजीवों रूप में फैला हुआ था। जोकि उत्तराखंड राज्य के हरिद्वार, देहरादून और पौड़ी गढ़वाल जिलों में फैला हुआ था। राजाजी नेशनल पार्क की स्थापना का श्रय सी राजगोपालाचारी को जाता हैं। वर्ष 1948 में यह राजाजी नेशनल पार्क अस्तित्व में आया था।
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राजाजी नेशनल पार्क में पाए जाने वाले वन्यजीवों की बता करें तो यहाँ एशियाई हाथियों, चीतल, काकर, अजगर, मॉनिटर छिपकली, पैंथर, भालू, टाइगर, जंगली बिल्लियों, सांभर, जंगली सूअर और किंग कोबरा आदि को देख सकते हैं। राजाजी रास्ट्रीय उद्यान में कई प्रवासी पक्षियों को भी देखा जा सकता है।
राजाजी नेशनल पार्क में पाए जाने वाले सल वृक्षों और बाँस के डंठल के घने पत्ते देखे जा सकते हैं। राजाजी नेशनल पार्क Haridwar Uttarakhand वन श्रेणी उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय वनस्पति के लिए प्रसिद्ध हैं। नदी के दोनों साइड पाए जाने वाले पर्णपाती ब्रॉडलेफ पेड़ वनभूमि को सुशोभित करते हैं। पार्क में कचनार, लैंटाना, सैंडन, अमलतास, केडिया, बबूल, और चीला जैसे सुंदर फूलो के वृक्ष देखने को मिलते है। इसके अलावा यहां पाएं जाने वाले वृक्षों में बेर, पीपल, फिकस, अदीना, शोरिया, बेल, और चमार आदि पाए जाते हैं।
राजाजी नेशनल पार्क में सफारी करने के लिए समय सुबह 6 से 11, 11:30 से 1 और 2:30 से 5:30 हैं। हालाकि मौसम के अनुसार समय में थोडा परिवर्तन किया जा सकता हैं।
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राजाजी नेशनल पार्क के आसपास घूमने वाली जगहों में कई आकर्षण यहां मौजूद हैं। राजाजी नेशनल पार्क घूमने के बाद आप इन आकर्षित स्थानों पर भी घूमने जा सकते हैं जिनकी जानकारी हम आपको नीचे देने जा रहे हैं।
राजाजी टाइगर रिजर्व वर्ष 2015 में स्थापित किया गया था और यह इस क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ हैं। इस पार्क में लगभग 50 अलग-अलग स्तनधारी जीवो को देखा जा सकता हैं। वर्ष 2012 में इस क्षेत्र को “राष्ट्रीय उद्यान” के रूप में दर्जा मिला।
राजाजी नेशनल पार्क से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर वशिष्ठ गुफा स्थित है जोकि ऋषि वशिष्ठ द्वारा बसाई गई थी। यह गुफा आमतौर पर ऋषिकेश की यात्रा पर जाने वाले पर्यटकों के द्वारा देखी जाती हैं।
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राजाजी नेशनल पार्क के सबसे शांत और खूबसूरत स्थानों में शामिल विष्णु घाट हरिद्वार से लगभग 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। यह घाट हरिद्वार के सबसे स्वच्छ और खूबसूरत घाटो में से एक हैं। पर्यटक इस स्थान पर आना पसंद करते हैं।
सहस्त्रधारा देहरादून शहर से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। सहस्त्रधारा का शाब्दिक अर्थ ” द थाउजेंड फोल्ड स्प्रिंग” हैं। इस स्थान पर झरने, गुफाएं, सीढियां और खेती की जमीन भी शामिल हैं। यह स्थान उन झरनों और गुफाओं के लिए भी जाना जाता हैं जिनमे पानी चूना पत्थर के स्टैलेक्टाइट्स से टपकता है। यह स्थान आकर्षित फोटोग्राफी, धार्मिक स्थल और पर्यटकों की पसंदीदा जगहों के लिए जाना जाता हैं।
रॉबर्स गुफा एक प्राचीन अद्भुत गुफा हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। 600 मीटर लंबी नदी की गुफा को यहां के स्थानीय लोग गुच्चुपानी के नाम से भी जानते हैं। रॉबर्स गुफा को दो मुख्य भागों में विभाजित किया गया है। जिसकी उच्चतम गिरावट 10 मीटर लंबी आंकी गयी है। रॉबर्स गुफा अपनी अनूठी प्राकृतिक घटनाओं के लिए जानी जाती है। इस स्थान को गायब होने वाली धारा के रूप में भी जाना जाता है।
लच्छीवाला एक लोकप्रिय पिकनिक डेस्टिनेशन माना जाता हैं। यहां की शानदार हरियाली और मानव गतिविधि के लिए यह स्थान बहुत अधिक चर्चा में रहता हैं। लच्छीवाला देहरादून शहर से एक छोटी ड्राइव पर स्थित है और राजाजी नेशनल पार्क के प्रमुख पर्यटक स्थलों में भी शामिल हैं।
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शिवालिक रेंज के आधार पर देहरादून में स्थित मालसी डियर पार्क एक प्राणि उद्यान है। यह दो सींग वाले हिरण, मोर, बाघ, नीलगाय और कई अन्य जानवरों का निवास स्थान है। यहां आने वाले सभी प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग की तरह प्रतीत होता हैं। यह एक छोटा जूलोजिकल पार्क है। यह पार्क फोटोग्राफी, पिकनिक, शांत वातावरण और दर्शनीय स्थलों के लिए बहुत खास माना जाता है। हालांकि यह पार्क प्रमुख रूप से हिरणों के लिए फेमस है। लेकिन यहां मोर, नीलगाय, खरगोश और बाघ जैसी प्रजातियों के जानवरों को भी देखा जा सकता हैं।
टपकेश्वर मंदिर देहरादून शहर के केंद्र से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं और यह राजाजी नेशनल पार्क के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक हैं। भगवान शिव को समर्पित टपकेश्वर मंदिर एक गुफा मंदिर हैं और यह मंदिर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं। शिव लिंग मंदिर के मुख्य परिसर में निहित है और शिवलिंग पर लगातार छत से पानी टपकते रहता है जिसे देखने के लिए लोगो की लम्बी भीड़ लगी रहती हैं।
राजाजी नेशनल पार्क के दर्शनीय स्थलों में तपोवन मंदिर एक पवित्र स्थान है। यह मंदिर चारो तरफ से हरियाली से घिरा हुआ हैं और आकर्षित लगता हैं। तपोवन मंदिर आने वाले पर्यटकों को यहां के शांत वातावरण में अपने मन को शांति प्राप्त होती हैं। यह मंदिर गंगा नदी के तट पर स्थित है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस मंदिर का नाम “तपो-वन” शब्द दो शब्दों से लिया गया है। तपस्या जिसका अर्थ है कठोर और वान जिसका अर्थ है वन से लिया गया हैं।
चेटवुड हॉल भारतीय सैन्य अकादमी से जुड़ा हुआ है और भारतीय सेना की आधुनिक कलाकृतियों और परिष्कृत गोला बारूद की श्रृंखला का स्थान हैं जो भारतीय सशस्त्र बलों के वैभव को और अधिक बढ़ता हैं।
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तिब्बत में निंगम्मा स्कूल के छह प्रमुख मठों में से एक मिन्ड्रोलिंग मठ की स्थापना सन 1676 में रिग्जिन तेरदक लिंगपा के द्वारा गई थी। जिसे बाद में सन 1965 में भिक्षुओं के एक समूह के साथ खोचेन रिनपोछे द्वारा देहरादून शहर में फिर से स्थापित किया गया।मिन्ड्रोलिंग मठ के खूबसूरत पर्यटक स्थल हैं जहां सेंकडों की संख्या में पर्यटक आते हैं।
हर की दून देहरादून की हलचल से दूर स्थित एक खूबसूरत पालने के आकार की घाटी है जिसका सौंदर्य देखते ही बनता है। इस घाटी की ऊंचाई समुद्र तल से 3,566 मीटर हैं। यह स्थान पर्यटकों के लिए ट्रैकिंग भ्रमण की अधिकता प्रदान करता है। हर की दून घाटी को “देवताओं की घाटी” के रूप में भी जाना जाता हैं।
राजाजी नेशनल पार्क की यात्रा पर आने वाले पर्यटक यहां की साहसिक गतिविधियों में भी हिस्सा लेते हैं। पर्यटकों के लिए देहरादून ट्रेकिंग एक शानदार गतिविधि हैं। जिसका लुत्फ यहां आने वाले पर्यटक बखूबी उठाते हैं।
राजाजी नेशनल पार्क की ट्रिप के दौरान आप देहरादून में खरीदारी करने के लिए यहां का पल्टन बाजार घूमने का शानदार विकल्प हैं। देहरादून के इस बाजार से आप मसाले, Edibles का चुनाव कर सकते हैं। भीड़ भाड़ से भरे इस बाजार में देहाती झलक देखने को मिलती हैं।
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यदि आपने राजाजी नेशनल पार्क और इसके प्रमुख पर्यटन स्थल घूमने के बाद यहां रुकने का सोच रहे हैं तो हम आपको बता दें पार्क के नजदीक आपको लो-बजट से लेकर हाई-बजट के होटल मिल जाएंगे। जिनका चुनाव आप अपनी सुविधानुसार कर सकते है।
राजाजी नेशनल पार्क घूमने का सबसे अच्छा समय क्या है? यदि यह सवाल आपके दिमाग में भी आ रहा है तो हम आपको बता दें कि राजाजी नेशनल पार्क की यात्रा का सबसे अच्छा समय 15 नवंबर से 15 जून तक माना जाता है। क्योंकि पार्क अन्य महीनों में बंद रहता है। अप्रैल से जून माह थोड़ा गर्म जरूर रहता हैं। लेकिन जानवरों को देखने के लिए यह समय शानदार होता हैं।
राजाजी नेशनल पार्क घूमने आने वाले पर्यटक यहां के स्थानीय भोजन को चखना कभी नही भूलते हैं। तो आइये हम आपको देहरादून के कुछ प्रसिद्ध फूड की जानकारी देते हैं। हालांकि देहरादून में कई विकल्प मौजूद हैं, लेकिन यहां के स्थानीय व्यंजनों में कंडेली का साग, गहत की दाल, आलू के गुटके, निम्बू, काफली, गुलगुला के साथ-साथ कुछ अन्य पारंपरिक मिठाइयां भी शामिल हैं। जैसे – बाल मिठाई, अरसा और झंगोरा की खीर को चख सकते हैं। आप देहरादून में उत्तर भारतीय, चीनी, इतालवी, दक्षिण भारतीय, थाई, तिब्बती और कॉन्टिनेंटल व्यंजनों का आनन्द भी ले सकते हैं।
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राजाजी नेशनल पार्क भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित हैं। जोकि पर्यटन के लिहाज से एक शानदार स्थल है। आप राजाजी रास्ट्रीय उद्यान जाने के लिए हवाई मार्ग, रेल मार्ग और सडक मार्ग का चुनाव कर सकते हैं।
यदि आपने राजाजी नेशनल पार्क जाने के लिए हवाई मार्ग का चुनाव किया हैं तो आपको बता दें कि लगभग 39 किमी की दूरी पर दक्षिण पूर्व में स्थित जॉली ग्रांट हवाई अड्डा हैं और इसे देहरादून हवाई अड्डे के नाम से भी जाना जाता हैं।
राजाजी नेशनल पार्क जाने के लिए यदि आपने रेल मार्ग का चुनाव किया हैं तो हम आपको बता दें कि 9 किलोमीटर की दूरी हरिद्वार का रेलवे स्टेशन सबसे निकटतम हैं। स्टेशन से आप यहां के स्थानीय साधन या टैक्सी से राजाजी नेशनल पार्क जा सकते हैं।
राजाजी नेशनल पार्क सड़क मार्ग के माध्यम से उतराखण्ड राज्य के प्रमुख शहरो से अच्छी तरह जुड़ा हुआ हैं। इसलिए आप बस से यहां जाने की योजना बना सकते हैं।
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इस आर्टिकल में आपने राजाजी नेशनल पार्क की यात्रा से जुड़ी पूरी जानकारी को जाना है आपको हमारा यह लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में बताना ना भूलें।
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