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मध्य प्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य – National Parks of Madhya Pradesh in Hindi

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Famous National Park of Madhya Pradesh in Hindi : मध्य प्रदेश भारत का एक बहुत प्रमुख राज्य है जिसे ह्रदयप्रदेश या भारत का दिल भी कहा जाता है। मध्य प्रदेश का भारत का एक ऐसा राज्य है जो ऐतिहासिक स्मारकों, मंदिरों, किलो, और महलों के साथ साथ प्राकृतिक सुन्दरता और समृद्ध वन्यजीवों के लिए भी फेमस है। मध्य प्रदेश की यात्रा करना किसी भी पर्यटक के लिए किसी सपने से कम नहीं होगा क्योंकि यहां पर कई नेशनल पार्क और वाईल्डलाइफ सेंचुरी हैं, जिसमें कई लुप्तप्राय प्रजाति के वनस्पति और वन्यजीव जीव पाए जाते हैं जिन्हें आप स्वतंत्र घूमते हुए देख सकते है।  राष्ट्रीय उद्यानों और बाघ अभयारण्यों के साथ, मध्य प्रदेश भारत का वन्यजीव हॉटस्पॉट है जिसमे न केवल बाघों को बल्कि अपने प्राकृतिक आवास में हिरण, तेंदुए, जंगली सूअर आदि जैसे कई अन्य जानवरों को भी देख सकते हैं।

चलिए तो आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध नेशनल पार्क और बाघ अभयारण्यों की यात्रा कराने वाले है इसीलिए इस लेख को पूरा जरूर पढ़े –

Table of Contents

फेमस नेशनल पार्क ऑफ़ मध्यप्रदेश इन हिंदी – Famous National Park of Madhya Pradesh in Hindi

कान्हा नेशनल पार्क – Kanha National Park in Hindi

Famous National Park of Madhya Pradesh in Hindi : मध्य प्रदेश के मंडला जिले में स्थित कान्हा नेशनल पार्क मध्य प्रदेश का प्रमुख और सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है। 940 वर्ग किलोमीटर में फैला कान्हा नेशनल पार्क वर्तमान में 300 से अधिक प्रजातियों के साथ विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों और कई पक्षीय जीवों की मेजबानी करता है जबकि मुख्य आकर्षण यहाँ पाया जाना वाला बंगाल टाइगर है। कई प्रकार की वनस्पतियों और जीवों के साथ यह राष्ट्रीय उद्यान तब से प्रसिद्ध है जब रुडयार्ड किपलिंग ने अपनी उत्कृष्ट कृति जंगल बुक को लिखा था। कान्हा नेशनल पार्क की स्थापना वर्ष 1955 में हुई थी और तब से यहां पर कई लुप्तप्राय प्रजातियों को संरक्षित किया गया है जिसे एशिया के सर्वश्रेष्ठ पार्कों में से एक माना जाता है।

कान्हा नेशनल पार्क का एक और प्रमुख और लोकप्रिय आकर्षण जीप साफरी है जिसके बिना कान्हा नेशनल पार्क की यात्रा कभी पूरी नही होती है। इसीलिए आप जब भी अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ कान्हा नेशनल पार्क घूमने आयें तो सफारी राइड जरूर एन्जॉय करें क्योंकि यह सफारी आपको पार्क की सुन्दरता और वन्यजीवों को नजदीकी से देखने के अवसर प्रदान करती है।

कान्हा नेशनल पार्क में सफारी की टाइमिंग

गर्मियों में

  • सुबह: 6:00 से सुबह 11:00 तक
  • शाम: 4:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक

सर्दियों में

  • सुबह 6:30 से सुबह 11:00 तक
  • दोपहर : 3:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक

सफारी की कॉस्ट

सफारी सुबह के स्लॉट में उपलब्ध हैं जिसके लिए आपको प्रति व्यक्ति लगभग 300-600 रुपये देने होंगे।

बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान – Bandhavgarh National Park in Hindi

मध्य प्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान की सूची में शामिल बांधवगढ़ नेशनल पार्क मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित है। यह पार्क 446 वर्ग किमी में फेला हुआ जो अपनी एक बड़ी जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। इसीलिए बांधवगढ़ नेशनल पार्क, भारत में बाघ पर्यटन के लिए सबसे अच्छी जगह है। आपको यहाँ बाघों की एक बड़ी संख्या देखने को मिलती है, जो मध्य प्रदेश में वन्यजीव पर्यटन को बढ़ाता है।

बाघों के अलावा यहाँ पक्षियों की लगभग 250 प्रजातियां, जलीय जानवरों की 80 प्रजातियां और स्तनधारिय जीवों की 37 प्रजातियां भी पाई जाती है। यदि आप मध्य प्रदेश में घूमने के लिए बांधवगढ़ नेशनल पार्क को सिलेक्ट करते हैं, तो यकीन माने आपकी बांधवगढ़ नेशनल पार्क की यात्रा रोमांच से भरपूर होगी जहां आपको हर मोड़ पर अलग अलग नज़ारे देखने को मिलेगें।

बांधवगढ़ नेशनल पार्क की एंट्री फीस

बता दे बांधवगढ़ नेशनल पार्क मध्यप्रदेश में प्रवेश के लिए कोई एंट्री फीस नही है, लेकिन यदि आप बांधवगढ़ नेशनल पार्क की यात्रा में जीप सफारी या एलिफेंट राइड करना चाहते है, तो उसके लिए आपको निश्चित शुल्क का भुगतान करना होगा।

बांधवगढ़ नेशनल पार्क की टाइमिंग

  • सुबह 30 बजे से 11.30 बजे तक
  • दोपहर 30 बजे से शाम 7.00 बजे तक

पन्ना राष्ट्रीय उद्यान – Panna National Park in Hindi

Image Credit : Rajat Mitra

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित, पन्ना राष्ट्रीय उद्यान राज्य के सुव्यवस्थित वन्यजीव अभ्यारण्यों में से एक है। पन्ना रॉयल बंगाल टाइगर्स के लिए सबसे प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान में से एक है जिसकी गिनती मप्र के प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान में की जाती है। 542.67 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला यह राष्ट्रीय उद्यान तेंदुआ, जंगली कुत्ता, भेड़िया, लकड़बग्घा, सुस्त भालू, चीतल और चौसिंघा जैसी प्रजातियों का घर भी है। पार्क में पक्षियों की 200 से अधिक प्रजातियां भी निवास करतीं है। राष्ट्रीय उद्यान का स्थान एक परिसंपत्ति है क्योंकि यह खजुराहो के प्रसिद्ध शहर से थोड़ी दूरी पर स्थित है। मध्य के फेमस नेशनल पार्क की तरह इस पार्क में भी जीप सफारी, एलिफेंट राइड और साथ बोट राइड जैसी एक्टिविटीज भी उपलब्ध है जो यहाँ हर साल हजारों पर्यटकों को खिचे आने पर मजबूर कर देती है।

पन्ना नेशनल पार्क की टाइमिंग 

  • सुबह 30 बजे से 10.30 बजे तक
  • दोपहर 30 बजे से 5.30 बजे तक

पन्ना नेशनल पार्क की एंट्री फीस

बता दे पार्क में प्रवेश के लिए कोई एंट्री फीस नही है, लेकिन यदि पन्ना नेशनल पार्क की यात्रा में आप जीप सफारी, एलिफेंट राइड या बोट राइड करना चाहते है, तो उसके लिए आपको निश्चित शुल्क का भुगतान करना होगा।

और पढ़े : दुनिया का सबसे बड़ा येलोस्टोन राष्ट्रीय उद्यान की पूरी जानकारी 

पेंच राष्ट्रीय उद्यान – Pench National Park in Hindi

Image Credit : Shrikant Wasnik

Famous National Park of Madhya Pradesh in Hindi : पेंच राष्ट्रीय उद्यान मध्यप्रदेश का एक बहुत खास राष्ट्रीय उद्यान है जो राज्य के सिवनी और छिन्दवाड़ा जिलों में फैला हुआ है। आपको बता दें कि पेंच नेशनल पार्क का नाम बदलकर अब इंदिरा प्रियदर्शनी राष्ट्रीय उद्यान रख दिया गया है। चट्टानी इलाकों में सागवान के वन और कई प्रकार के वन्यजीवों के बीच बहने वाली राजसी पेंच नदी के साथ पेंच नेशनल पार्क प्रसिद्ध नावेल ‘द जंगल बुक’  के लिए एक प्रेरणा के रूप में काम करता है। 758 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ यह पार्क सांड, चीतल, सांभर, नीलगाय और तेंदुओं जैसी प्रजातियों का घर है जिन्हें स्वतंत्रता पूर्वक इस पार्क में घूमते हुए देखा जा सकता है। इस पार्क में कई प्रकार के पक्षी और साप भी पाए जा सकते हैं ओर यही कारण है कि यह मध्य प्रदेश में घूमने व वन्यजीवों को देखने के लिए मध्य प्रदेश का एक आदर्श स्थान है।

पेंच नेशनल पार्क खुलने का समय

  • सुबह 6 से 11 बजे तक
  • दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक

पेंच नेशनल पार्क एंट्री फीस

  • भारतीयों के लिए- 15 रूपये
  • विदेशियों के लिए 150 रूपये

सतपुड़ा नेशनल पार्क – Satpura National Park in Hindi

Famous National Park of Madhya Pradesh in Hindi : सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान भारत का एक प्राचीन पार्क है जो खास रूप से वनस्पतियों और जीवों के लिए संरक्षण बनाया गया है। सतपुड़ा नेशनल पार्क मध्यप्रदेश के प्रमुख बाघ अभयारण्यों में से एक है जिसे वर्ष 2010 में सबसे अधिक पर्यटकों के अनुकूल होने की वजह से टीओएफटी वन्यजीव पर्यटन पुरस्कार मिला था। भारत के मध्यप्रदेश राज्य के होशंगाबाद जिले में स्थित यह पार्क 202 वर्ग मील में फैला हुआ है जिसे अपना नाम सतपुड़ा पहाड़ी श्रेणियों या महादेव पहाड़ियों से मिला है।

सतपुड़ा नेशनल पार्क उन लोगो के लिए बहुत अच्छा है जो पारंपरिक अभयारण्यों और वन्यजीव पार्कों को घूमकर थक चुकें है और शहर के वातावरण से दूर रहकर एक अलग अनुभव का एहसास लेना चाहते हैं। जब भी अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ यहाँ आयेगें तो इस पार्क में सफारी राइड को भी एन्जॉय कर सकगें जो इस पार्क की पसंदीदा गतिविधियों में से एक है।

सतपुड़ा नेशनल पार्क में सफारी का समय

  • मॉर्निंग सफारी (सामान्य): 6:30 सुबह से 11:00 सुबह तक
  • मॉर्निंग सफारी (लंबा): सुबह 6:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक
  • फुल डे सफारी: सुबह 6:30 बजे से शाम 5 बजे तक
  • इवनिंग सफारी: दोपहर 3:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक
  • एलिफेंट सफारी: 7:00 सुबह से 11:00 सुबह तक

सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान में सफारी शुल्क

  • भारतीयों के लिए : 3,800 रूपये ( 1 जिप्सी की बुकिंग)
  • विदेशी नागरिकों के लिए:  5,800 रूपये

माधव नेशनल पार्क – Madhav National Park in Hindi

Image Credit : Shekhar Sharma

माधव नेशनल पार्क भारत के मध्य प्रदेश राज्य के शिवपुरी में स्थित एक प्रसिद्ध नेशनल पार्क हैं जिसकी गिनती मध्यप्रदेश के सबसे अधिक घूमे जाने वाले राष्ट्रीय उद्यान में की जाती है। माधव नेशनल पार्क कभी मुगल बादशाहों और मराठा राजघरानों के शिकारगाह के रूप में अपनी पहचान रखता था। माधव वन्यजीव अभ्यारण 354 वर्ग किलोमीटर की भूमि में फैला हुआ हैं जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, यहाँ पाए जाने वाले वन्यजीव, वनस्पति, जीव-जंतु और हरे-भरे वातावरण से हर साल हजारों की संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करते है। जब भी आप माधव नेशनल पार्क की यात्रा पर आएंगे तो वन्यजीवों के अलावा आप यहाँ कई झीलें, झरने, घने जंगल और महल आदि भी देख सकते हैं।

 माधव नेशनल पार्क की एंट्री फीस

  • भारतीय पर्यटकों के लिए : 15 रूपए प्रति व्यक्ति
  • विदेशी पर्यटकों के लिए 150 रूपए प्रति व्यक्ति
  • कैमरा ले जाने का चार्ज 25 रूपए प्रति कैमरा
  • वीडियों कैमरा के लिए 200 रूपए चुकाना होता हैं।

माधव नेशनल पार्क  की टाइमिंग

  • सुबह 6:30 बजे सेशाम के 6:00 बजे तक

संजय राष्ट्रीय उद्यान – Sanjay National Park in Hindi

समृद्ध वनस्पतियों और जीवों के लिए प्रसिद्ध, संजय राष्ट्रीय उद्यान मध्यप्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान में से एक है। यह मध्य प्रदेश का एक ऐतिहासिक आकर्षण है जो प्राकृतिक सुंदरता की सराहना करने वाले कई पर्यटकों और वन्यजीव प्रेमियों की बड़ी संख्या को आकर्षित करता है। यह कई जंगली जानवरों का घर है, जिनमें बाघ, तेंदुए, सांभर हिरण, चिंकारा जैसी कई प्रमुख और लुप्तप्राय प्रजातियां शामिल हैं। बोटिंग, नेचर वॉक, सफारी राइड इस पार्क की कुछ ऐसी लोकप्रिय गतिविधियां है जिन्हें संजय नेशनल पार्क आने वाले पर्यटक सबसे जाड्या एन्जॉय करते है। यदि आप अपनी इस ट्रिप को मेमोरिबल बनाना चाहते है पार्क के पास स्थित चमरडोल के आदिवासी हाट बाजार में खरीददारी के लिए भी जा सकते हैं।

संजय राष्ट्रीय उद्यान की टाइमिंग

  • सुबह 6:30 बजे सेशाम के 6:00 बजे तक

संजय राष्ट्रीय उद्यान की एंट्री फीस

  • भारतीयों पर्यटकों के लिए : 50 रूपए प्रति व्यक्ति
  • विदेशी पर्यटकों के लिए 100 रूपए प्रति व्यक्ति
  • कैमरा ले जाने का चार्ज : 50 रूपये
  • जबकि वीडियों कैमरा के लिए : 150 रूपये चार्ज है-

वन विहार राष्ट्रीय – Van Vihar National Park Bhopal in Hindi

Image Credit : Chandanprakash Choudhary

फेमस नेशनल पार्क ऑफ़ मध्यप्रदेश की लिस्ट में लिस्टेड वन विहार राष्ट्रीय उद्यान मध्य भारत का एक ऐसा नेशनल पार्क है जो पर्यटकों के लिए बहुत खास जगह है। वन विहार नेशनल पार्क मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित है, जो लगभग 4.45 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसे 1979 में एक राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। भले ही इस पार्क को राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा प्राप्त है, लेकिन इस पार्क को आधुनिक उद्यान के रूप में विकसित किया गया है।

वन विहार दूसरे नेशनल पार्क से अलग है क्योंकि इस पार्क में जानवरों को उनके प्राकृतिक आवास के रूप में रखा गया है और जानवरों के लिए खाइयों और दीवारों, तार की बाड़ का निर्माण किया गया है जो यहां रहने वाले जानवरों को शिकारियों से सुरक्षा के साथ एक प्राकृतिक आवास प्रदान करता है।

वन विहार राष्ट्रीय उद्यान की एंट्री फ़ीस

  • भारतीय के लिए : 50 रूपये
  • विदेशियों के लिए: 200 रूपये
  • कैमरा ले जाने के लिए : 40 रूपये
  • वीडियो कैमरा ले जाने के लिए : 300 रूपये
  • पहिया वाहन ले जाने के लिए(अधिकतम 2 लोगों के साथ): 100 रूपये

वन विहार नेशनल पार्क की टाइमिंग

  • गर्मियों में : सुबह 6:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक
  • सर्दियों में : सुबह 6:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक

जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान (फॉसिल नेशनल पार्क)- Fossil National Park in Hindi

Image Credit : Gaurav Dixit

Famous National Park of Madhya Pradesh in Hindi : फॉसिल नेशनल पार्क मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान में से एक है जिसे एशिया के सबसे बड़े जीवाश्म पार्क के रूप में जाना जाता है। यहाँ स्थान पुरातत्व प्रेमियों के लिए बेहद खास जगह है जहाँ पौधों के जीवाश्मों के ऐतिहासिक साक्ष्य का पता लगा लगाया जा सकता है। फॉसिल नेशनल पार्क में एक और आकर्षण संग्रहालय है जहां कोई भी कई संरक्षित बीज और पत्ती के जीवाश्म देख सकता है। इस पार्क में कई खुली जगहों पर महत्वपूर्ण जानकारी भी अंकित की गई है जो इस पार्क के भौगोलिक क्षेत्र के लाखों साल पुराने इतिहास को बेहतर समझने में मदद करते हैं।

यदि आप मध्य प्रदेश में घूमने के लिए कुछ हटकर जगह की तलाश कर रहे है तो फॉसिल नेशनल पार्क आपके लिए बिलकुल परफेक्ट जगह है जहाँ आप घूमने के साथ साथ लाखों साल पुराने संरक्षित जीवाश्मो के बारे में जान सकते है जो आपके लिए बहुत ही खास अनुभव हो सकता है।

फॉसिल नेशनल पार्क की टाइमिंग

  • सुबह 8.00 बजे से शाम 5.00 बजे तक

और पढ़े : तमिलनाडु के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान और पक्षी अभयारण्य

मध्य प्रदेश के प्रमुख वन्यजीव अभयारण्य – Wildlife Sanctuaries in Madhya Pradesh in Hindi 

बगदरा वन्यजीव अभयारण्य – Bagdara Wildlife Sanctuary in Hindi

Famous Wildlife Sanctuaries in Madhya Pradesh in Hindi : बगदरा वन्यजीव अभयारण्य मध्य प्रदेश के सबसे प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य में से एक है जिसे वर्ष 1978 में स्थापित किया गया था। 478 वर्ग किलोमीटर में फैला यह अभयारण्य एक शुष्क पर्णपाती जंगल है जिसमे वनस्पतियों और जीवों की अनगिनत प्रजातियों में निवास करता है यहाँ पाए जाने वाले सबसे आम वन्यजीव प्रजातियों में बाघ, चिंकारा, पैंथर, सांभर, हाइना, जंगली हिरण, चीतल, नीलगाय, ब्लैकबक, और जंगली सूअर के नाम है। जबकि यहाँ पाई जानी वाली वनस्पतियों की बता करें तो उसमे सागौन के पेड़, तेंदू, धवड़ा, खज़ायर, लेंडिया, लताएं और बाग मुख्य प्रजातियाँ है जो यहाँ पाई जाती है।

मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध नेशनल पार्क की तरह यहाँ भी सफारी की सुविधा उपलब्ध है को बारिश के मौसम को छोड़कर, हर दिन सुबह 06:00 बजे से शाम 06:00 बजे तक चलाई जाती है। बगदरा वन्यजीव अभयारण्य एक और सबसे प्रसिद्ध आकर्षण गौरा हिलॉक ’की बेहद आकर्षक रॉक पेंटिंग है।

गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य – Gandhi Sagar Wildlife Sanctuary in Hindi

Image Credit : Vinod Choudhary

गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य मध्यप्रदेश का एक छिपा हुआ रत्न है जिसके बारे में बहुत कम ही लोग जानते है। गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य मध्य प्रदेश में है, लेकिन राजस्थान के साथ यह अपनी सीमाओं को साझा करता है। जब आप इस स्थान पर प्रवेश करते हैं, तो आपकी आँखें सुंदर चट्टानी पगडंडियों, सूखे पर्णपाती जंगल और जंगल के कई इलाकों को देखकर मंत्रमुग्ध हो उठेगी। जब भी आप अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ यहाँ आयेगें तो कहीर, तेंदू, पलाश, करधई, सलाई और कई जैसी कई वनस्पतिय प्रजातियाँ देखने को मिलेगी। इनके अलावा आप इस वन्यजीव अभयारण्य में आप जंगली कुत्ते, सिवेट, लंगूर, मोर, नीलगाय, चित्तीदार हिरण, सांभर, ऊद, तेंदुआ और मोगर मगरमच्छ जैसे जानवरों को भी देख सकेगें।

बोरी वन्यजीव अभयारण्य – Bori Wildlife Sanctuary in Hindi

Famous Wildlife Sanctuaries in Madhya Pradesh in Hindi : बोरी वन्यजीव अभयारण्य मध्यप्रदेश के पचमढ़ी में स्थित एक सुन्दर और आकर्षक वन्यजीव अभयारण्य है जो सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान और पचमढ़ी अभयारण्य के साथ, मिलकर पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व बनाता है। पार्क की आकर्षक सुंदरता प्रकृति प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। प्राकृतिक सुन्दरता के साथ साथ बोरी वन्यजीव अभयारण्य कुछ बेहतरीन वन्यजीव प्रजातियों का घर है जो इसे पर्यटकों के घूमने के लिए मध्यप्रदेश के प्रमुख वन्यजीव अभयारण्य में से एक बनाती है।

घाटीगांव वन्यजीव अभयारण्य – Ghatigaon Wildlife Sanctuary in Hindi

घाटीगांव वन्यजीव अभयारण्य मध्यप्रदेश ही नही बल्कि पूरे भारत के सुन्दर वन्यजीव अभयारण्य में से एक है। यह वन्यजीव पक्षी प्रेमियों के लिए बेहद खास जगह है क्योंकि इसमें ग्रेट इंडियन बस्टर्ड सहित कई अद्भुद पक्षीय प्रजातियाँ पाई जाती है। पक्षियों के इसी अद्भुद संग्रह के लिए इसे भारतीय बस्टर्ड अभयारण्य के रूप में जाना जाता है। पक्षियों के अलावा यदि हम यहाँ पाए जाने वाले वन्यजीवों की बात करें तो भेड़िया, बंदर, जंगली सूअर, ब्लैकबक, लकड़बग्घा, लोमड़ी, लोमड़ी, सेजा, खाए, घोटे, बंदर रोयेंजा, कुछ ऐसे वन्यजीव जिन्हें आप यहाँ स्वतंत्र घूमते हुए देख सकेगें।

केन घड़ियाल वन्यजीव अभयारण्य – Ken Gharial Wildlife Sanctuary in Hindi

जैसा कि नाम से पता चलता है, केन घड़ियाल वन्यजीव अभयारण्य अभयारण्य मगरमच्छों का घर है जो इसे बाकि वन्यजीव अभयारण्यों से काफी अलग बनाती है। यह पन्ना राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में स्थित है और मध्य प्रदेश के सबसे सुंदर वन्यजीव अभयारण्यों में से एक है। इसमें सुंदर केन नदी है, जो गंगा से मिलने के लिए यहां से कटती है। यदि आप एक प्रकृति प्रेमी या ट्रेकिंग के प्रति उत्साही हैं, तो यह वह स्थान है जहाँ आपको जरूर आना चाहिए। इसमें वनस्पतियों और जीवों की एक विशाल विविधता होती है, जिसमें सागौन, सलाई, खैर, वन की लौ और सेजा और घड़ियाल, चीतल, भारतीय लोमड़ी, चिंकारा, नीलगाय, भेड़िया, चित्तीदार हिरण, जैकल, जंगली सूअर, हाइना जैसे जानवर शामिल हैं।

रातापानी वन्यजीव अभयारण्य – Ratapani Wildlife Sanctuary in Hindi

Famous Wildlife Sanctuaries in Madhya Pradesh in Hindi : रातापानी वन्यजीव अभयारण्य मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य में से एक है  जो अपने बांस और सागौन के पेड़ों के लिए जाना जाता है। इसके अलावा, यह स्थान प्रसिद्ध भीमबेटका रॉक गुफाओं का घर है जिन्हें यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। यह बाघों की संख्या को संरक्षित करने में सक्षम है, यही कारण है कि इसे 2013 में एनटीसीए द्वारा टाइगर रिजर्व के लिए अद्यतन किया गया था। इतना ही नहीं, रातापानी वन्यजीव अभयारण्य का सांस्कृतिक महत्व भी बहुत अधिक है, क्योंकि यहां रॉक पेंटिंग देखने को मिलती है। इस अभयारण्य की खोज करते समय, आपको चीतल, गेरबिल, ढोल, सांभर, भारतीय लंगूर, किरात, तोता, काला डोंगो, नीलगाय, चार सींग वाले मृग, रीसस मकाक, और बहुत से जानवरों की एक बड़ी संख्या को देखने का मौका मिल सकता है।

और पढ़े : भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान की जानकरी

इस लेख में आपने मध्यप्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान (Famous National Park of Madhya Pradesh in Hindi) और वन्यजीव अभयारण्य (Wildlife Sanctuaries in Madhya Pradesh in Hindi) को जाना है आपको हमारा यह लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।

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