Lord Ram Temple In Hindi, भगवान राम को भगवान विष्णु का सातवा अवतार माना जाता है जिन्होंने कई असुरों का वद्ध करने के लिए धरती पर जन्म लिया था। भगवान राम को अपनी भक्तों की रक्षा करने के लिए, सत्य और धर्म का प्रातीक माना जाता है। भगवान राम हिंदू महाकाव्य रामायण के योद्धा है जो त्रेता-युग में अस्तित्व में थे। भगवान राम को हिंदू धर्म में सभी पहलुओं में आदर्श पुरुष और शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से एक महान मानव मानता जाता है। राम को हिंदू धर्म के प्रमुख देवता के रूप में भी पूजा जाता है और उनको लेकर राम नवमी, दशहरा और दिवाली जैसे त्यौहार बड़ी ही धूम-धाम से मनाये जाते हैं।
बता दें कि भगवान राम की पूरे भारत में पूरा की जाती है और देशभर में उनके कई मंदिर स्थित है। अगर आप भगवान राम के भक्त हैं और उनके प्रमुख मंदिरों के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को अवश्य पढ़ें, जिसमे हम आपको भगवान राम के प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बताने जा रहें हैं।
यह भारत के सबसे जाने माने प्रमुख राम मंदिर जिनके बारे में आपको एक बार जरुर पढना चाहिये।
अयोध्या राम मंदिर भारत के सबसे प्राचीन मंदिर में से एक है जिसे राम जन्मभूमि के रूप में भी जाना जाता है। अयोध्या राम मंदिर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में प्राचीन शहर अयोध्या में सरयू नदी के तट पर स्थित है। यह राम मंदिर को हिंदू धर्म के लोगों के लिए सबसे सात सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है।
और पढ़े: अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर के बारे में रोचक तथ्य और जानकारी
सीता रामचंद्रस्वामी मंदिर भारत के तेलंगाना राज्य के प्रमुख हिंदू तीर्थस्थल में से एक है। यह मंदिर भारत में भगवान राम के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है, जो गोदावरी नदी के तट पर स्थित है। सीता रामचंद्रस्वामी मंदिर (Sita Ramachandraswamy Temple) आंध्रप्रदेश की राजधानी हैदराबाद से 300 किमी दूर स्थित है। बता दें कि यह मंदिर लगभग 400 साल पुराना है जो दुनिया भर से लाखों भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस मंदिर के प्रमुख देवी- देवता भगवान राम, देवी सीता, और लक्ष्मण हैं और यहां पर व्यंकट्टा एकादसी और श्री राम नवमी जैसे उत्सव मनाये जाते हैं।
राम राजा मंदिर मध्य प्रदेश राज्य के एक शहर ओरछा में स्थित प्रमुख राम मंदिर है। यह मंदिर झांसी रेलवे स्टेशन से केवल 13 किमी की दूरी बेतवा नदी के तट पर स्थित है। राम राजा मंदिर भारत का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहाँ भगवान राम को राजा के रूप में पूजा जाता है। राम नवमी शुक्ल पक्ष के दौरान राम राजा में मनाया जाने वाला प्रमुख त्योहार है। मंदिर में भगवान राम के अलावा सीता (बाईं ओर) और छोटे भाई लक्ष्मण (दायीं ओर), महाराज सुग्रीव और नरसिंह भगवान (दायीं ओर) की मूर्ति भी है। मंदिर भगवान हनुमान और जामवंत को सीता चरणों के पास प्रार्थना करते देखा जा सकता है।
रामास्वामी मंदिर भारत के प्रमुख राम मंदिरों में से एक है जो 16 वीं शताब्दी के समय का है। इस आकर्षक मंदिर को बेहतरीन पत्थर की नक्काशी से सजाया गया है। भगवान राम का यह मंदिर भारत के तमिलनाडु के कुंभकोणम में स्थित है। मंदिर का निर्माण 400 साल पहले अच्युत नायक के समय में इसका निर्माण किया गया था। रामास्वामी मंदिर एक बहुत ही खूबसूरत संरचना है जो हर साल भारी संख्या में भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करती है। मंदिर बैठे हुए सीता एयर राम की छवि को चित्रित किया गया है। मंदिर में लक्ष्मण, भरत, और चतुरगुण खड़े हुए हैं और हनुमान प्रार्थना करते हुए दिखाई देते हैं। यहां पर तमिल महीने पंगुनी में राम नवमी का आयोजन किया जाता है, जिसे बड़ी ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है।
स्रोतत्रिप्रायर श्री राम मंदिर भारत के प्रमुख राम मंदिरों में से एक है जो केरल के रंगीन शहर त्रिशूर में स्थित है। त्रिप्रायार श्री राम मंदिर में भगवान राम की पूजा त्रिप्रयारप्पन या त्रिप्रायार थेवर के रूप में की जाती है। इस मंदिर में भगवान राम अलावा हनुमान, गणपति, दक्षिणामूर्ति, सस्था (अयप्पा) की छवि भी देखी जा सकती है।
कालाराम मंदिर भारत के सबसे महत्वपूर्ण भगवान राम मंदिरों में से एक है। बता दें कि यह मंदिर महाराष्ट्र राज्य के शहर नासिक के पंचवटी क्षेत्र में स्थित है। कालाराम मंदिर नासिक के प्रमुख मंदिरों में से एक है जिसमें मंदिर में भगवान राम की एक मूर्ति है, जिसका रंग काला है, इसलिए इस मंदिर को कालाराम मंदिर कहा जाता है। भगवान श्री राम की मूर्ति के अलावा इस मंदिर में देवी सीता और भगवान लक्ष्मण की मूर्तियां हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम की यह काले रंग की मूर्ति पवित्र नदी गोदावरी में मिली थी। इस खूबसूरत मंदिर में हर साल भगवान श्री राम की इस आकर्षक मूर्ति के दर्शन करने हजारों श्रद्धालु आते हैं।
और पढ़े: नासिक में घूमने की 10 सबसे खास जगह
कोदंडारामस्वामी मंदिर भारत के प्रमुख राम मंदिरों में से एक है जो कर्नाटक के चिक्कमगलुरु हिल स्टेशन में स्थित हैं। यह मंदिर बैंगलोर से 250 किमी दूर है। मंदिर का नाम कोडनदराम से राम के रूप में लिया गया है। मंदिर में राम के भाई लक्ष्मण को तीर पकड़कर चित्रित किया गया है। मंदिर में हिंदू विवाह समारोहों में महाकाव्यों के अनुसार सीता को राम के दाहिने ओर और लक्ष्मण को उनके बाईं ओर खड़े देखा सकता है।
श्री राम तीर्थ मंदिर पंजाब के अमृतसर में स्थित प्राचीन राम मंदिर है, जिसके बारे में माना जाता है कि यह वाल्मीकि के आश्रम का स्थान है। हिंदू महाकाव्यों के की माने तो सीता ने इस आश्रम में जुड़वाँ बालक लव और कुश को जन्म दिया था। इस मंदिर की वास्तुकला परंपरा और आधुनिकता के अद्वितीय मिश्रण है। इस मंदिर में मनाया जाने वाला लोकप्रिय त्यौहार चार दिवसीय राम तीर्थ मेला है जो नवंबर के महीने में लाखों भक्तों को आकर्षित करता है।
और पढ़े: अमृतसर में घूमने वाली जगहों की जानकारी
विराट रामायण मंदिर भारत के बिहार राज्य के पटना शहर में स्थित है। आपको बता दें कि यह मंदिर पूरा होने के बाद दुनिया का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल होगा। विराट रामायण मंदिर उत्तर बिहार के केसरिया के निकट जानकी नगर में एक पुरातात्विक स्थल, वैशाली से 60 किमी दूर है। यह मंदिर भारत के सबसे प्रमुख राम मंदिरों में से एक है जिसका कार्य पूरा होने के बाद इसमें 20,000 लोगों के बैठने की क्षमता के साथ एक बड़ा हॉल होगा और इस मंदिर का आकार कंबोडिया में स्थित विश्व प्रसिद्ध 12 वीं शताब्दी के अंगकोर वाट मंदिर परिसर की ऊंचाई से दोगुना (215 फीट ऊंचा) होगा। विराट रामायण मंदिर मुख्य रूप से भगवान राम और उनकी पत्नी सीता को समर्पित है। इन दोनों के अलावा यहां पर 16 अन्य देवी-देवता के मंदिर भी स्थित हैं।
यह राम मंदिर ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में खारवेल नगर के पास शहर के केंद्र में स्थित है। इस मंदिर परिसर में भगवान राम के साथ लक्ष्मण, देवी सीता और भगवान हनुमान की मूर्ति भी हैं। इस मंदिर भारत के प्रमुख राम मंदिरों में से एक है जो हर साल भारी संख्या में भक्तों को आकर्षित करता है।
और पढ़े: उड़ीसा राज्य के बारे में पूरी जानकारी
रामवन मंदिर भारत के सतना जिले में स्थित एक प्रमुख राम मंदिर है। कहा जाता है कि श्रीराम, अत्रि-आश्रम सतना पहुंचें तो उन्हें कई ऋषियों आश्रम में 10 रखना और भ्रमण करना पड़ा था। जब भगवान राम ने इस जगह कर भ्रमण किया था तो यहां का वातावरण पवित्र हो गया था, जिसकी वजह से यहां के गाँव वालों ने इस वन में मंदिर का निर्माण कर दिया। तब से इस जगह को रामवन के नाम से जाना जाता है। इस क्षेत्र में एक रामगढ़ पर्वत है जहाँ से काफी उंचाई से एक झरना कुंड में गिरता है जिसे सीता कुंड नाम दिया है। इसके अलावा यहां पर दो गुफा भी हैं जिन्हें ‘लक्ष्मण बोंगरा’ और ‘सीता बोंगरा’ कहा जाता है। रामवन मंदिर कि यह दोनों गुफाएं भक्तों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है।
रामटेक मंदिर भारत के प्रसिद्ध राम मंदिर में से एक है जो महाराष्ट्र राज्य में नागपुर से लगभग 57 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर स्थल भगवान राम को समर्पित एक लोकप्रिय तीर्थस्थल है। इस प्राचीन मंदिर के बारे में कहा जाता है कि बारिश के समय भगवान श्री राम ने इस जगह पर 4 महीने के लिए ठहरे थे। ऐसा भी माना जाता है कि उन्होंने इस जगह पर दैवीय शस्त्रों का ज्ञान और ब्रह्मास्त्र हासिल किया था।
चित्रकूट हिंदू धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है जिसके बारे में कहा जाता है कि भगवान राम अपने भाई लक्ष्मण और पत्नी सीता के साथ प्रयाग आये थे और इसके बाद उन्होंने गंगा-यमुना नदी को पार किया और वहां से चित्रकूट पहुंचे, जहां पर वे काफी समय अनुसूया के आश्रम रहे थे। इसी वजह से प्रयाग को हिंदू धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल माना जाता है। यहाँ पर कई ऐसे तीर्थ स्थल है जो भगवान श्री राम और सीता जी से जुड़े हुए हैं। चित्रकूट में भगवान राम को समर्पित कई आश्रम है जिनमें वाल्मीकि आश्रम, मांडव्य आश्रम, भरतकूप आदि के नाम शामिल हैं।
और पढ़े: चित्रकूट के टॉप 20 आकर्षण स्थल की जानकारी
रघुनाथ मंदिर जम्मू कश्मीर में स्थित भगवान राम को समर्पित एक प्रमुख मंदिर है जिसका निर्माण 1835 में महाराजा गुलाब सिंह द्वारा शुरू करवाया गया था, जिसका निर्माण महाराजा रणजीतसिंह के काल में हुआ था। रघुनाथ मंदिर(Raghunath Temple) अपनी आकर्षक वास्तुकला के लिए जाना जाता है। इसके साथ ही इस मंदिर की अंदर की दीवारों पर तीन तरफ सोने की परत चढ़ी हुई हैं। इस मंदिर परिसर में 7 ऐतिहासिक धार्मिक स्थल भी स्थित हैं और यहां रामायण काल से संबंधित देवी देवताओं के कई मंदिर बने हुए हैं।
रामचौरा मंदिर भारत के बिहार राज्य में हाजीपुर के पास रामभद्र में स्थित भगवान राम को समर्पित एक प्रमुख राम मंदिर है। स्थानीय लोककथाओं के अनुसार यह मंदिर रामायण काल से ही अस्तित्व में है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान श्री राम ने जनकपुर जाने के रास्ते में इस स्थान का दौरा किया गया था, जहाँ उनके चरण चिन्हों की पूजा की जाती है। रामचौरा मंदिर हर साल राम नवमी का त्यौहार बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है। बता दें कि रामनवमी की पूर्व संध्या पर यहां एक छोटे मेले का आयोजन भी किया जाता है।
इस आर्टिकल में आपने भारत के प्रसिद्ध राम मंदिरों के बारे में विस्तार से जाना है आपको यह आर्टिकल केसा लगा हमे कमेन्टस में जरूर बतायें।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
और पढ़े:
Hills Station of Tamil Nadu In Hindi : तमिलनाडु भारत का एक खूबसूरत पर्यटक राज्य…
Ghaziabad in Hindi : गाजियाबाद उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख शहर है जो राष्ट्रीय…
Mumbai Zoo in Hindi : मुंबई जू मुंबई शहर के केंद्र में स्थित है जो…
Famous Forts Of Maharashtra in Hindi : महाराष्ट्र एक समृद्ध इतिहास वाला राज्य है जो…
Famous Lakes of Himachal Pradesh in Hindi : हिमाचल प्रदेश भारत का एक प्रमुख और…
Chintapurni Devi Temple in Hindi : चिन्तपूर्णी देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश राज्य के छोटे से…