Longest Bridges In India in Hindi : भारत आज चारो तरफ विकास के मार्ग पर आगे बढ़ रहा हैं जिसने सड़को से लेकर पुलों तक हर क्षेत्र काफी उन्नति हाशिल की है। आज के इस दौर में बहुत कम ही जगह होगी जहाँ सड़कों या पुलों का अभाव होगा। वैसे तो पूरे भारत भर में हजारों पुल होंगें लेकिन भारत के कुछ पुल ऐसे है जिनका निर्माण करना किसी गौरव हाशिल करने से कम नही था। क्योंकि इन पुलों को इनकी विपरीत परस्थितियों के अनुरूप तैयार किया गया है जिनकी लम्बाई कई किलोमीटर तक है। इन पुलों ने यातायात को आसान बनाने के साथ साथ एक शहर को दूसरे शहर से जोड़ने का काम भी किया है।
आज के इस लेख में हम आपको भारत के सबसे लंबे सड़क पुल के बारे में बताने वाले है, यदि आप भी भारत के 10 सबसे बड़े पुल के बारे में जानने के लिए एक्साईटेड है तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े –
9.15 किलोमीटर लम्बाई के और 12.9 मीटर चौडाई साथ भूपेन हजारिका सेतु भारत का सबसे लम्बा पुल (longest bridge in india) है। लोहित नदी पर बना भूपेन हजारिका सेतु असम राज्य के तिनसुकिया जिले में स्थित है जो असम और अरुणाचल प्रदेश को एक दुसरे से जोड़ने का काम करता है। बता दे भारत के सबसे बड़े इस सड़क पुल को ढोला-सादिया पुल के रूप में भी जाना जाता है। 2017 में बनकर तैयार हुए इस पुल की आधारशिला 2003 अरुणाचल प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुकुट मीठी ने रखी थी जिसके निर्माण पूरा होने में 14 साल का लंबा समय लगा । 26 मई 2017 को पीएम नरेंद्र मोदी ने बड़ी धूमधाम से इस पुल का उद्घाटन किया और भारत के सबसे बड़े ब्रिज (Bharat Ke Sabse Lambe Bridge) के रूप में गौरवान्वित किया।
महात्मा गांधी सेतु, बिहार राज्य के पटना जिले में स्थित है जो पवित्र पावनी गंगा नदी के उपर बना हुआ है और पटना से हाजीपुर को जोड़ता है। 18,860 फ़ीट की ऊंचाई और 5,750 मीटर की लंबाई वाला यह पुल भारत का दूसरा सबसे लम्बा पुल है। इस पुल को ढोला-सादिया पुल के निर्माण से पहले भारत के सबसे बड़े पुल (Longest Bridges In India in Hindi) का गौरव हाशिल था। 1982 में 46.67 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित महात्मा गांधी सेतु या गंगा सेतु एक इंजीनियरिंग चमत्कार है जिसे स्टील और कंक्रीट का प्रयोग करके तैयार किया गया था।
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भारत के सबसे लंबे सड़क पुल में से एक बांद्रा सी लिंक एक ब्रिज है जो बांद्रा को मुंबई के पश्चिमी उपनगरों से जोड़ता है। बता दे इस ब्रिज को राजीव गांधी सागर लिंक के रूप में भी जाना जाता है। वर्ली सी लिंक मुंबई के क्षितिज में एक प्रभावशाली मील का पत्थर है जो इसमें लालित्य और ग्लैमर का स्पर्श जोड़ता है। 5.6 किलोमीटर लम्बा यह विशाल समुद्री लिंक सुचारू रूप से 8 ट्रैफिक लेन चलाता है और हर दिन यहाँ से लगभग 37,500 कारों का आवागमन होता है। यह समुद्री लिंक निश्चित रूप से एक सिविल इंजीनियरिंग आश्चर्य है जो मुंबई शहर के आधुनिक बुनियादी ढांचे को दर्शाता है।
भारत के सबसे बड़े ब्रिज (Biggest Bridges In India in Hindi) में से एक के रूप में जाना जाने वाले बांद्रा सी लिंक ब्रिज का निर्माण 2000 शुरू हुआ था जो लगभग 10 साल बाद 24 मार्च 2010 को बनकर तैयार हो गया था।
बोगीबील पुल भारत का सबसे लंबा रेल-सह-सड़क पुल है जो डिब्रूगढ़ और धेमाजी जिलों को जोड़ता है। ब्रह्मपुत्र नदी पर बने इस पुल की लम्बाई 4.94 किमी है जो पूरे ऊपरी असम और अरुणाचल प्रदेश को कनेक्टिविटी प्रदान करता है। पुल का ऊपरी डेक 3-लेन का सड़क मार्ग है और निचला डेक 2-लाइन ब्रॉड गेज रेलवे है। इस इंजीनियरिंग डिजाइन प्रारूप को ट्रस ब्रिज के रूप में जाना जाता है। इंडिया के सबसे लंबे ब्रिज (Longest Bridges In India in Hindi) में शुमार इस ब्रिज की आधारशिला सन 2000 में रखी गयी थी जिसके निर्माण पूरा होने के लिए लगभग 18 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा और 25 दिसंबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन किया गया जिसके बाद इसे जनता के लिए खोल दिया गया था।
बिहार राज्य के भागलपुर जिले में गंगा नदी के उपर बना विक्रमशिला सेतु भारत का पांचवा और बिहार का दूसरा सबसे लम्बा पुल है। पूरी तरह कंक्रीट और लोहे से बने इस पुल की लम्बाई 4700 मीटर है जो NH 80 और NH 31 को आपस में जोड़ता है। 2001 में बन कर तैयार हुए इस पुल पर बढ़ते ट्रेफिक के कारण इसके बगल में एक और समानांतर पुल बनाने की मांग बढ़ रही है।
बिहार का भूगोल ऐसा है कि गंगा इसे दो भागों में बांटती है यह परिवहन के लिए एक बड़ी बाधा सामने लाता है इसीलिए भारत के सबसे जाड्या लम्बे पुल बिहार में गंगा नदी पर बनाये गये है। दीघा-सोनपुर ब्रिज या लोकनायक जयप्रकाश नारायण सेतु बिहार का चौथा सबसे बड़ा और भारत में सातवां सबसे बड़ा पुल है। जबकि असम में बोगीबील ब्रिज के बाद भारत का दूसरा सबसे लंबा रेल-सह-सड़क पुल है।
यह पुल इस पूर्वी राज्य के उत्तर और दक्षिण को कनेक्टिविटी प्रदान करता है। इस पुल का पूरा उपयोग करने के लिए इसके दोनों ओर पाटलिपुत्र और भरपुरा रेलवे स्टेशन बनाए गए हैं। 4.55 किमी लम्बाई और 10 मीटर चौड़ाई के साथ स्टील ट्रस डिज़ाइन वाले इस पुल का निर्माण 2003 में शुरू हुआ जो 2016 में जाकर पूरा हुआ।
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भारत के सबसे लम्बे सड़क पुल में से एक आरा-छपरा ब्रिज बिहार के दो प्रमुख शहरों को जोड़ने वाला चौतरफा सड़क पुल है जिसे से वीर कुँवर सिंह सेतु के नाम से भी जाना जाता है। आरा और छपरा शहर गंगा नदी पर निर्मित इस पुल के माध्यम से जुड़े हुए हैं इसीलिए इसे आरा आरा-छपरा ब्रिज ब्रिज के नाम से जाना जाता है। इस पुल ने यात्रा की दूरी को 120 किमी से घटाकर 21 किमी कर दिया अब लोगों के पास पटना की ओर चक्कर लगाने के बजाय सीधे मार्ग का विकल्प है। 4.65 किमी लम्बाई के साथ आरा-छपरा ब्रिज या वीर कुँवर सिंह सेतु विश्व का सबसे लम्बा एक्ट्रदोसड ब्रिज है इसके बाद विश्व का दूसरा सबसे लंबा एक्ट्रदोसड ब्रिज जापान में किसो-गावा पुल है जो 275 मीटर लंबा है।
गोदावरी ब्रिज या कोव्वूर-राजमुंदरी ब्रिज आंध्र प्रदेश राज्य में गोदावरी नदी पर फैला एक ट्रस ब्रिज है। यह ब्रिज भारत के तीसरा सबसे लम्बा रेल-सह-सड़क पुल है जो कोव्वुर ज़िले को दीवानचेररू ज़िले से जोड़ता है। गोदावरी पुल (2.8 किमी रेल भाग और 4.1 किमी सड़क भाग) लंबा है जिसमें 91.5 मीटर के 27 स्पैन और 45.72 मीटर के 7 स्पैन शामिल हैं, जिनमें से 45.72 मीटर के 6 स्पैन 6 डिग्री में हैं। इस ब्रिज में एक सिंगल रेल ट्रैक और एक रोड डेक है, जो ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में ग्राफ्टन ब्रिज के समान है। भारत के सबसे बड़े सड़क पुल (Bharat Ke Sabse Lambe Bridge) में से एक इस पुल की छवि को अक्सर राजमुंदरी का प्रतिनिधित्व करने के लिए दिखाया जाता है जो आंध्र प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी है।
बिहार के मुंगेर जिले में गंगा नदी के उपर स्थित मुंगेर गंगा ब्रिज या श्री कृष्ण शेतु भारत का 9 वा सबसे लम्बा सड़क पुल है जिसकी लम्बाई 3.69 किमी और चौड़ाई 12 मीटर है। 2016 में बनकर तैयार हुए इस पुल ने आसपास के कई जिलों को आपस में जोड़ने का काम किया है। भारत के सबसे लंबे पुल (Longest Bridges In India in Hindi)में शुमार मुंगेर गंगा ब्रिज के निर्माण के आधारशिला पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी द्वारा सन 2002 में रखी गयी थी जिसका उद्घाटन 2016 में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा किया गया।
भारत के दस सबसे लंबे सड़क पुलों की सूची में दसवें स्थान पर आता है चहलारी घाट सेतु जो की उत्तरप्रदेश में घागरा नदी पर बना है। 3,260 मीटर लम्बाई और 10 मीटर चौड़ाई के साथ यह पुल भारत में दसवां सबसे लंबा नदी पुल जबकि उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा सड़क पुल है,जो बहराईच से सीतापुर को जोड़ता है। इस पुल के दोनों तरफ़ पैदल पथ भी बनाया गया है ताकि पैदल यात्रा करने वाले यात्री आराम से यात्रा कर सकें।
हावड़ा ब्रिज कोलकाता का एक प्रतिष्ठित लैंडमार्क है जो हुगली नदी पर बना एक विशाल स्टील ब्रिज है। हावड़ा ब्रिज दुनिया के सबसे लंबे कैंटिलीवर पुलों में से एक है जिसे रवीन्द्र सेतु के रूप में भी जाना जाता है, जो हावड़ा और कोलकाता को जोड़ता है। आपको वता दे हावड़ा ब्रिज प्रतिदिन 100,000 से अधिक वाहनों और अनगिनत पैदल यात्रियों के दैनिक यातायात का मुख्य जरिया बना हुआ है। हुगली नदी पर निर्मित हावड़ा ब्रिज का निर्माण 1936 में शुरू हुआ और 1942 में समाप्त हुआ जिसे 3 फरवरी 1943 को आम जनता के लिए खोल दिया गया था।
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इस लेख में आपने भारत के 10 सबसे लम्बे पुल के बारे में जाना है आपको हमारा यह लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बताएं।
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