दक्षिण भारत के मुख्य चार राज्य कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश हैं। इनमें से प्रत्येक राज्य अपने आप में अलग-अलग भाषाओं, रीति-रिवाजों, भोजन, के साथ अद्वितीय है और इन राज्यों में पर्यटकों का तहे दिल से स्वागत किया जाता है। दक्षिण भारत की परंपराएं और रीति-रिवाज पूरे भारत से अलग हैं और यहां आने से आपको इन सभी चीजों से परिचित होने का मौका मिलेगा। यदि आप देश के दक्षिणी प्रायद्वीप की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो यात्रा पर जाने से पहले या यात्रा के दौरान दक्षिण भारत की कुछ महत्वपूर्ण बातों और टिप्स को ना भूले और दक्षिण भारत की प्राकृतिक सुंदरता, भीड़ और नए स्थानों के बीच खो जाने के लिए तैयार हो जाएं।
तो आइये आज हम यहाँ अपने लेख में जानते है की दक्षिण भारत की यात्रा के दौरान किन किन बातों का ध्यान (Keep These Things In Mind While Travelling To South India In Hindi) रखना चाहिए –
स्थानीय लोगों की वेशभूषा – Dress Like Local People In Hindi
दक्षिण भारत की यात्रा के लिए जाते समय याद रखें, यहाँ के लोगों की वेशभूषा भारत के अन्य राज्यों की तुलना में भिन्न यहाँ के स्थानीय लोग ऐसे कपड़े पहनते हैं जो आपकी अलमारी में मिलना मुश्किल है। दक्षिण भारत के हर राज्य में आपको अलग अलग कपड़े और वेशभूषा देखने को मिलेगी जो सबसे अलग और आश्चर्य चकित करने वाली है। यहाँ के पुरुष धोती, कुर्ता, शर्ट, लुंगी पहने हुए नजर आते हैं जबकि महिलाओ द्वारा लंगा वोनी, साडी और पेटीकोट का उपयोग किया जाता हैं।
दक्षिण भारत की यात्रा के लिए पेकिंग – Peking To Visit South India In Hindi
यदि आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ दक्षिण भारत के राज्यों की यात्रा का प्लान बना रहे है तो याद रखे अपनी यात्रा के लिए आप यहां मौसम और जलवायु के आधार पर कपड़े रखे। आप अपने बैग में ढीले सूती पतलून रख सकते हैं क्योंकि यह बहुत गर्म है और सूती पतलून गर्मी से राहत दिलाने में मदद करेंगे। जबकि महिलाओं के लिए हल्के और साधारण कपड़े रखना आरामदायक होगा साथ ही अपने साथ एक बड़े स्कार्फ को ज़रूर रखें ताकि ज़रूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल आपके सिर, कंधे या पैरों को ढकने के लिए किया जा सके।
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दक्षिण भारतीय शहरों में सड़क की भीड़ – Street Rush In South Indian Cities In Hindi
भारत के अन्य बड़े शहरों की तरह, दक्षिण भारतीय शहरों में बहुत अधिक यातायात है। आप यहां सड़कों पर सभी प्रकार के वाहनों को देख सकते हैं। अगर आप पहली बार दक्षिण भारत की यात्रा कर रहे हैं, तो इन सभी चीजों के लिए तैयार हो जाइए। अगर आप भीड़भाड़ वाली बसों, ऑटो-रिक्शा, बाइक, कार, यातायात और सड़कों की बाढ़ से होने वाली परेशानियों से बचना चाहते हैं, तो शुक्रवार की रात को दक्षिण भारतीय शहर की यात्रा करने से बचें। सप्ताहांत के कारण, इन शहरों में शुक्रवार रात सड़कों पर बहुत भीड़ होती है, इसलिए इस समय यात्रा करने से बचना बेहतर है।
दक्षिण भारतीय शहरों का मौसम – The Weather Of South Indian Cities In Hindi
बता दे दक्षिण भारत की यात्रा के दौरान इन शहरों के मौसम की जानकारी आपकी यात्रा के लिए अतिआवश्यक है। दक्षिण भारतीय शहरों के अधिकांश हिस्सों में वर्ष भर सुखद और हल्की ठंडी हवा का अनुभव होता है। इसके साथ ही, एक गर्म और आर्द्र जलवायु है। बैंगलोर में मौसम पूरे साल काफी सुखद रहता है, लेकिन इसके अलावा दक्षिण भारत के अधिकांश हिस्सों में गर्म मौसम रहता है। गर्मियों के दौरान देश के इस हिस्से की यात्रा से बचना चाहिए क्योंकि इस समय यहाँ का तापमान 40 ° C तक पहुँच जाता है।
दक्षिण भारत के लोगों का स्वभाव – Nature Of The People Of South India In Hindi
यदि आप यात्रा के दौरान यहाँ के लोगो से रास्ते या किसी स्थान के बारे में पूछते हैं, तो आपको यहां के लोगों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिलेगी। दक्षिण भारत के लोग बहुत जिज्ञासु और मिलनसार होते हैं और आपको उनसे दिलचस्प कहानियां और अनुभव भी सुनने को मिलेंगे। दक्षिण भारत में रहने वाले लोग स्वभाव से बहुत नरम और मिलनसार होते हैं और यहां आने के बाद आपको इसका एहसास होगा।
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दक्षिण भारत का स्थानीय भोजन – Local Food Of South India In Hindi
बता दे दक्षिण भारत का भोजन अन्य राज्यों की तुलना में भिन्न है, दक्षिण भारत शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के व्यंजनों से भरपूर है। आपको बता दें कि यहां के प्रमुख आहार में चावल, दाल, अवकाया, पुलुसु, पप्पू, बोबबट्टू, काज़ा, गोंगुरा, चारू जबकि समुद्री भोजन में फलियां जैसे मसाले के साथ करी पत्ते, दालचीनी, लौंग, अदरक, लहसुन इस्तेमाल किया जाता है।
परंपरागत रूप से, दक्षिण भारत के बिभिन्न शहरों में केले के पत्ते पर भोजन परोसा जाता है, यहां के भोजन में नारियल का उपयोग विभिन्न रूपों में किया जाता है। फ़िल्टर कॉफी दक्षिण-भारतीय व्यंजनों की एक विशेषता है। फिल्टर कॉफी बनाना एक अनुष्ठान की तरह है। इसलिए यहां के भोजन में जितनी पारंपरिकता दिखती है, किसी अन्य राज्य के भोजन में नजर नहीं आती।
दक्षिण भारत की परंपराएं और रीति-रिवाज – Traditions And Customs Of South India In Hindi
अगर आप दक्षिणी प्रायद्वीप की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो हम आपको बता दे दक्षिण भारतीय राज्यों की परंपराएं और रीति-रिवाज भारत के अन्य राज्यों की तुलना में भिन्न और आश्चर्यचकित करने वाली है। यहाँ भारत की कुछ सबसे अनोखी और विशिष्ट संस्कृतियाँ, रीति-रिवाज और परंपराएँ हैं, जिन्हें केवल स्थानीय लोग ही समझ सकते हैं। करवा चौथ, थीमिथि, पोंगल, लठ मार होली, घूँघट,सरस्वती पूजा दक्षिण भारतीय राज्यों के कुछ सबसे प्रमुख त्यौहार और रीति-रिवाज है जिनमे आप अपनी दक्षिणी प्रायद्वीप की यात्रा के दौरान शामिल हो सकते हैं।
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