Jhalrapatan Sun Temple In Hindi, झालावाड़ के सबसे बेहतरीन मंदिरों में से झालरापाटन सूर्य मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्रसिद्ध मंदिर है जिसे पद्मनाभ या सूर्य मंदिर के नाम से जाना जाता है। 10 वीं शताब्दी में निर्मित सूर्य मंदिर 97 फुट ऊंचा है जो झालावाड़ के लोकप्रिय धार्मिक व पर्यटक स्थलों में से एक है। इस मंदिर की वास्तुकला कोणार्क सूर्य मंदिर और खजुराहो के मंदिर से मिलती जुलती है। मंदिर का निर्माण सूर्य के रथ की तरह है जो इसे और आधिक आकर्षक और अपने आप में एक अद्वितीय सरंचना बनाती है।
झालरापाटन सूर्य मंदिर का शिखर सात परतों में बना है जहाँ सात मंजिला पिलर प्रारूप का अनुसरण करते हुए स्तंभों का आकार ऊँचाई बढ़ने के साथ घटता जाता है। इस लेख में हम झालरापाटन सूर्य मंदिर के बारे में विस्तार से जानने वाले है इसीलिए इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े –
राजस्थान के प्राचीन मंदिरों में से एक झालरापाटन सूर्य मंदिर का निर्माण नाग भट्ट द्वितीय ने 10 वीं शताब्दी में करवाया था। 16 वीं शताब्दी में और बाद में 19 वीं शताब्दी में मंदिर के पुनर्निर्मित का कार्य किया गया।
झालरापाटन सूर्य मंदिर की वास्तुकला कोणार्क सूर्य मंदिर और खजुराहो के मंदिर से मिलती जुलती है। मंदिर का निर्माण सूर्य के रथ की तरह है, जिसमें सात घोड़े दौड़ रहे हैं, मंदिर के अन्दर भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित है। मंदिर में प्रवेश करने के लिए, तीन तरफ से तोरण द्वार बनाया गया है। बीच में एक मंडप है जो विशाल स्तंभों पर टिका है। मंदिर के गर्भ गृह के बाहर मंदिर के तीन किनारों पर उकेरी गई मुर्तिया मंदिर, वास्तुकला का एक अनूठा उदाहरण है। मंदिर का शीर्ष भूतल से लगभग 97 फीट ऊँचा है। सबसे अद्भुत बात यह है कि मंदिर के चारों तरफ विराजित साधु की मूर्ति, इतनी सुंदर है कि यह मूर्ति बिल्कुल सजीव है, ऐसा लगता है कि जैसे साधु वास्तव में घूम रहे है।
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अगर आप झालावाड़ में झालरापाटन सूर्य मंदिर घूमने जाने का प्लान बना रहे है तो हम आपको अवगत करा दे झालरापाटन सूर्य मंदिर पर्यटकों के लिए प्रतिदिन सुबह से लेकर सूर्यास्त तक खुला रहता है।
झालरापाटन सूर्य मंदिर में पर्यटकों के प्रवेश और घूमने के लिए कोई एंट्री फीस नही है, यहाँ आप बिना किसी शुल्क का भुगतान किये मंदिर में घूम सकते हैं।
अगर आप राजस्थान के झालावाड़ में झालरापाटन सूर्य मंदिर घूमने जाने के बारे में विचार बना रहें हैं तो हम आपको बता दें कि झालावाड़ जाने के लिए सर्दियों के महीनों के दौरान यानी अक्टूबर-फरवरी का समय सबसे अच्छा समय होता है क्योंकि इस दौरान मौसम दिन में काफी अच्छा रहता है और रात सर्द होती हैं। झालावाड़ शुष्क जलवायु के साथ एक बहुत गर्म क्षेत्र में स्थित होने की वजह से गर्मियों के मौसम में यहां की यात्रा करना उचित नहीं है।
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अगर आप राजस्थान के प्रसिद्ध शहर झालावाड़ में झालरापाटन सूर्य मंदिर घूमने जाने की योजना बना रहे है तो हम आपकी जानकारी के लिए अवगत करा दें की झालावाड़ में झालरापाटन सूर्य मंदिर के अलावा भी अन्य प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है जिन्हें आप अपनी झालरापाटन सूर्य मंदिर झालावाड़ की यात्रा के दोरान अवश्य घूम सकते हैं
अगर आप राजस्थान राज्य के प्रमुख शहर झालावाड़ में झालरापाटन सूर्य मंदिर घूमने जाने की योजना बना रहें हैं और यह जानना चाहते हैं कि आप झालावाड़ कैसे पहुँचें ? तो हम आपको बता दें आप झालावाड़, परिवहन के विभिन्न साधनों या सड़क, ट्रेन और हवाई मार्ग के माध्यम से झालरापाटन सूर्य मंदिर पहुंच सकते है।
यदि आप फ्लाइट से यात्रा करके झालरापाटन सूर्य मंदिर झालावाड़ घूमने जाने का प्लान बना रहे है तो हम आपको बता दे झालावाड़ का निकटतम हवाई अड्डा कोटा में है जो झालावाड़ से सिर्फ 82 किमी दूर है। आप भारत के प्रमुख शहरो से यात्रा करके कोटा हवाई अड्डा पहुंच सकते है। कोटा एयरपोर्ट से झालावाड़ के लिए आप कैब, टैक्सी किराए पर ले सकते हैं या राजस्थान रोडवेज की बस से यात्रा करके झालावाड़ पहुंच सकते है।
अगर आप सड़क मार्ग से झालरापाटन सूर्य मंदिर झालावाड़ जाना चाहते हैं तो बता दें झालावाड़ राजस्थान के प्रमुख शहरों से रोडवेज के माध्यम से जुड़ा हुआ है, जहाँ NH 12 झालावाड़ को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ता है। इस मार्ग पर कई सार्वजनिक और निजी बसें हैं जो झालावाड़ को आसपास के सभी प्रमुख शहरों से जोड़ती हैं। तो आप राजस्थान के प्रमुख शहरो से बस, टैक्सी या अपनी कार से यात्रा करके आसानी से झालरापाटन सूर्य मंदिर झालावाड़ पहुँच सकते हैं।
जो पर्यटक झालरापाटन सूर्य मंदिर झालावाड़ की यात्रा ट्रेन से करने की योजना बना रहें हैं उनके लिए बता दें कि झालावाड़ का निकटतम रेलवे स्टेशन रामगंज मंडी में है जो झालावाड़ से लगभग 26 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रेलवे स्टेशन से झालरापाटन सूर्य मंदिर झालावाड़ पहुंचने के लिए आप टैक्सी, केब या यहाँ के स्थानीय वाहनों की मदद ले सकते हैं।
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इस लेख में आपने झालरापाटन सूर्य मंदिर की यात्रा से जुड़ी जानकारी को जाना है आपको हमारा ये लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
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