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दौलताबाद किला का इतिहास और घूमने की जानकारी – Complete information about Daulatabad Fort in Hindi

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Daulatabad Fort in Hindi : दौलताबाद किला औरंगाबाद के मुख्य शहर से 15 किमी दूर स्थित एक प्राचीन संरचना है जो हरियाली के बीच बड़ी ही शान से खड़ा है। दौलताबाद किला ‘महाराष्ट्र के सात अजूबों’ में से एक के रूप में जाना जाता है, जिसका निर्माण 12 वीं शताब्दी के दौरान किया गया था। आपको बता दें कि यह किला देवगिरि किला के रूप में भी जाना जाता है, जो यहां आने वाले पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। पर्यटकों को इस किले तक पहुंचने के लिए 750 सीढियां चढ़ कर जाना होता है, लेकिन ऊपर से नीचे का दृश्य बहुत ही शानदार नजर आता है। पराक्रमी देवगिरि किले का एक और अनूठा पहलू इसकी इंजीनियरिंग प्रतिभा है, जिसने न केवल दुश्मन ताकतों के खिलाफ अभेद्य रक्षा प्रदान की, बल्कि पानी के अपूरणीय संसाधनों को भी अच्छी तरह से प्रबंधित किया था।

यदि आप भी दौलताबाद किला घूमने जाने को प्लान कर रहे है या फिर इस प्रसिद्ध किले के बारे में जानना चाहते है तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़े –

Table of Contents

दौलताबाद किला का इतिहास – History of Daulatabad Fort in Hindi

Image Credit : Ganesh Punde

यदि आप एक इतिहास प्रेमी है और दौलताबाद किला के इतिहास के बारे में जानने की दिलचस्पी रखते है तो हम आपको दौलताबाद किला का इतिहास काफी दिलचस्प और पुराना है। दौलताबाद किला का निर्माण 1187 में यादव वंश द्वारा बनाया गया था जब मुहम्मद तुगलक ने दिल्ली की गद्दी संभाली। किले को देश में सबसे अच्छे संरक्षित किलों में माना जाता है, जो बिना किसी फेरबदल के कई वर्षों तक जीवित रहा है। यादव वंश का समृद्ध राज्य मोहम्मद बिन तुगलक के नेतृत्व में दिल्ली के तुगलक वंश ने अपने कब्जे में कर लिया था, जिन्होंने दो किलों के साथ देवगिरी शहर पर कब्जा कर लिया था। 1327 की शुरुआत में, जब देवगिरि शहर को तुगलक वंश ने अपने कब्जे में ले लिया था, उस स्थान का नाम देवगिरि से बदलकर दौलताबाद कर दिया गया था। 1328 में, दौलताबाद को पूरी तरह से दिल्ली की सल्तनत ने अपने कब्जे में ले लिया और आने वाले दो वर्षों के लिए तुगलक वंश की राजधानी के रूप में स्थापित किया गया। लेकिन क्षेत्र में पानी की आपूर्ति की कमी के कारण तुगलक वंश ने जल्द ही शहर को छोड़ दिया।

देवगिरि किला का निर्माण – Construction of Devgiri Fort in Hindi

Image Credit : Jiri Mojzisek

दौलताबाद किले का सामरिक और शक्तिशाली निर्माण इसे देश के सबसे अच्छी तरह से संरक्षित किलों में से एक बनाता है। यह किला लगभग 200 मीटर ऊंची एक शंक्वाकार पहाड़ी पर स्थित है। जिसका निचला हिस्सा उस खाई से घिरा हुआ है जो दुश्मनों के प्रवेश को बचाने के लिए मगरमच्छों से भरी हुई थी। देवगिरि किले का निर्माण अपने आप में अजीबोगरीब था, और इसे इस तरह से बनाया गया था कि कोई भी शत्रु इसके अन्दर प्रवेश ना कर पाये। किले में एक एकल द्वार था जो प्रवेश और निकास दोनों के रूप में कार्य करता था।

पूरा किला कई गढ़ों से सुरक्षित है। तुगलक वंश की अवधि के दौरान, विभिन्न तोपों द्वारा इसे और अधिक मजबूत किया गया था और शक्तिशाली एडीफिस की सुरक्षा के लिए 5 किमी की मजबूत दीवार बनाई गई थी। तुगलक वंश के शासन के दौरान किले के अंदर 30 मीटर का चांद मीनार भी बनाया गया था।

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दौलताबाद किले के लिए ट्रेकिंग – Trekking to Daulatabad Fort in Hindi

औरंगाबाद में एक पहाड़ी के उपर स्थित दौलताबाद किला एक ऐसा पर्यटक स्थल है जो इतिहास प्रेमियों और पर्यटकों के साथ साथ ट्रेकर्स प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है क्योंकि किले तक पहुचने के लिए कुछ चुनौतीपूर्ण ट्रेकिंग करनी होती है। दौलताबाद किले की यात्रा के सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सों में से एक इस किले के शीर्ष पर पहुचना है जिसमे लगभग 750 सीढ़ियां चढ़नी होती है जिसमे 1-3 घंटे के बीच का समय लगता है। कठिनाई स्तर मध्यम से आसान है और रास्ते में कुछ अंधेरे क्षेत्र हैं जिनके लिए आपको एक मशाल ले जाने की आवश्यकता है। एक बार जब आप किले के उपर पहुंच जाते है तो वहां से नीचे के सुन्दर परिदृश्यो को देख सकते है जो बेहद आकर्षक और मंत्रमुग्ध कर देने वाले होते है।

दौलताबाद किले की यात्रा के लिए टिप्स – Tips for visit to Daulatabad Fort in Hindi

  • यदि आप इस किले के बारे में अधिक विस्तार से जानना चाहते है तो एक गाइड को साथ ले कर जाएँ।
  • अगर आप दौलताबाद किले के शीर्ष तक जाने की योजना बनाते हैं, तो उचित जूते और आरामदायक कपड़े पहनें। अपनी यात्रा के बीच में ब्रेक लेना बहुत जरूरी है।
  • अपनी यात्रा में पानी की बोतल और हल्का खाना साथ लेकर चलें क्योंकि किले के उपर पानी या खाने के कोई स्टोल नही है।
  • ध्यान दे आप जब भी दौलताबाद किले की यात्रा पर जायें तो अँधेरा होने से वापिस हो जाये।

दौलताबाद किले की टाइमिंग – Timings of Daulatabad Fort in Hindi

  • सुबह 9.00 बजे से शाम 6.00 बजे तक

दौलताबाद किले की एंट्री फीस – Entry Fee of Daulatabad Fort in Hindi

  • भारतीय पर्यटकों के लिए : 10 रूपये प्रति व्यक्ति
  • विदेशी पर्यटकों के लिए : 100 रूपये प्रति व्यक्ति

दौलताबाद किले के आसपास घूमने की जगहें – Places to visit around Daulatabad Fort in Hindi

यदि आप महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद शहर में स्थित दौलताबाद किला की ट्रिप पर जाने वाले है तो हम आपको बता दे औरंगाबाद में दौलताबाद किला के अलावा भी एक से बढ़कर एक पर्यटक स्थल मौजूद है जिन्हें आप अपनी यात्रा में घूमने जा सकते है तो आइये जानते है दौलताबाद किला के आसपास में घूमने की जगहें –

दौलताबाद किला घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best time to visit Daulatabad Fort in Hindi 

Image Credit : Goraksha Ghawate

अगर आप दौलताबाद किला और औरंगाबाद के अन्य पर्यटकों पर्यटक स्थलों के यात्रा की योजना बना रहें हैं तो बता दें कि यहां आने का सबसे अच्छा समय सर्दियों के दौरान नवंबर से फरवरी तक है। सर्दियों के दौरान यहां का आसमान साफ़ और तापमान काफी कम होता है। चूंकि शहर में अधिकांश पर्यटक आकर्षण बाहर स्थित हैं, इसलिए आपको मानसून में यहां की यात्रा करने से बचना चाहिए।

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औरंगाबाद में प्रसिद्ध स्थानीय भोजन – Food And Restaurants Of Aurangabad in Hindi

औरंगाबाद शहर में कई तरह के व्यंजन उपलब्ध हैं। यहां का भोजन मुगलाई और हैदराबादी व्यंजनों का एक मजबूत प्रभाव है। औरंगाबाद के प्रमुख भोजन में पुलाव, बिरयानी, ताहरी और नान कालिया के नाम शामिल हैं। ‘नान’ एक प्रकार की ब्रेड है जिसे ‘कालिया’ मटन के साथ परोसा जाता है। इस क्षेत्र की अन्य लोकप्रिय वस्तुएं गवरन चिकन, थलीपिप, पोली हैं।

औरंगाबाद में टॉप 5 रेस्तरां

  • चाइना टाउन- China Town
  • फ़ूड लवर्स- Food Lovers
  • कैलाश- Kailash
  • स्वाद- Swad
  • तंदूर रेस्टोरेंट एंड बार- Tandoor Restaurant And Bar

औरंगाबाद में कहाँ रुके – Hotels in Aurangabad in Hindi

यदि आप अपनी दौलताबाद किला की यात्रा में रुकने के लिए होटल्स सर्च कर रहे है तो हम बता दे आपको बिलकुल चिंतित होने की आवश्यकता नही है। क्योंकि औरंगाबाद महाराष्ट्र राज्य के प्रमुख शहरों और पर्यटक स्थलों में से एक है जिस वजह से यहाँ सभी बजट की होटल्स उपलब्ध है जिनको आप अपनी चॉइस के अनुसार सिलेक्ट कर सकते है।

  • जोस्टेल औरंगाबाद (Zostel Aurangabad)
  • होटल ग्रीन ओलिव (Hotel Green Olive)
  • होटल परिवार (Hotel Pariwar)
  • लेमन ट्री होटल, औरंगाबाद (Lemon Tree Hotel, Aurangabad)
  • द फ़र्न रेजीडेंसी औरंगाबाद (The Fern Residency Aurangabad)

दौलताबाद किला औरंगाबाद केसे पहुचें – How To Reach Daulatabad Fort Aurangabad in Hindi

जो भी पर्यटक दौलताबाद किला घूमने जाने का प्लान बना रहे है और जानना चाहते है की हम दौलताबाद किला केसे पहुचें ? तो हम आपकी जानकारी के लिए फ्लाइट, ट्रेन और सड़क मार्ग किसी से ट्रेवल करके आसानी से दौलताबाद किला पहुचा जा सकता है। किले तक पहुंचने के लिए आप औरंगाबाद में लगभग कहीं से भी कैब या रिक्शा आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

फ्लाइट से दौलताबाद किला केसे पहुचें – How To Reach Daulatabad Fort By Flight in Hindi

यदि आप फ्लाइट से ट्रेवल करके दौलताबाद किला औरंगाबाद घूमने जाने का प्लान बना रहे है हम आपको बता दे औरंगाबाद का अपना हवाई अड्डा मौजूद है जो दौलताबाद किला से लगभग 10 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। फ्लाइट से ट्रेवल करके एयरपोर्ट पर उतरने के बाद आप टेक्सी, केब या अन्य स्थानीय साधनों की मदद से दौलताबाद किला जा सकते है।

ट्रेन से दौलताबाद किला कैसे पहुंचे – How To Reach Daulatabad Fort By Train In Hindi

जो भी पर्यटन ट्रेन से औरंगाबाद की यात्रा करने की योजना बना रहें हैं उनके लिए बता दें कि औरंगाबाद भारतीय रेलवे के दक्षिण-मध्य क्षेत्र में आता है। यह शहर मुंबई, अहमदाबाद, हैदराबाद, भोपाल, पुणे, नागपुर और शिरडी रेलमार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा है। मुंबई से यहां के लिए कई अच्छी और आरामदायक ट्रेन चलती हैं जिसमे औरंगाबाद जनशताब्दी एक्सप्रेस शामिल है।

सड़क मार्ग से दौलताबाद किला कैसे पहुंचे – How To Reach Daulatabad Fort By Road In Hindi

औरंगाबाद सड़क मार्ग से नागपुर, मुंबई पुणे समेत भारत के अन्य कई प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है इसीलिए सड़क मार्ग से यात्रा करके दौलताबाद किला पहुचना काफी आसान और आरामदायक है। यहां पर महाराष्ट्र सरकार द्वारा मुंबई और पुणे से औरंगाबाद के लिए नियमित एसी बसें संचालित हैं। इस मार्ग पर स्लीपर बसें भी चलती हैं। इसके अलावा आस पास के शहरों से यात्रा करने वाले पर्यटक टैक्सी भी किराए से ले सकते हैं।

और पढ़े : भारत में राज्यों के प्रमुख पर्यटक स्थल

इस आर्टिकल में आपने दौलताबाद किला का इतिहास और इसकी यात्रा से जुड़ी जानकारी को जाना है आपको यह आर्टिकल केसा लगा हमे कमेन्ट करके जरूर बतायें।

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दौलताबाद किला का मेप – Daulatabad Fort Map

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Kailash Patel

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