Angkor Wat Ka Mandir, अंगकोर वाट उत्तरी कंबोडिया में दुनिया के सबसे बड़े स्मारकों में से एक है। यह एक बहुत ही प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर और अंगकोर पुरातात्विक पार्क (Angkor Archaeological Park) का एक प्रमुख आकर्षण है। आपको बता दें कि यह सिएम रीप(Siem-Reap) से 6 किलोमीटर उत्तर में स्थित अंगकोर के खंडहर का प्रवेश द्वार माना जाता है। बता दें कि यह मंदिर कंबोडिया में काफी लोकप्रिय है और आप इसकी इमेज देश के राष्ट्रीय ध्वज पर भी देख सकते हैं। अंकोरवाट मंदिर अंगकोर शहर में स्थित है, जिसे 12 वीं शताब्दी में खमेर साम्राज्य के राजा सूर्यवर्मन द्वितीय ने बनवाया था।
अंगकोर पुरातात्विक पार्क 400 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा पूर्व-औद्योगिक शहर बनाता है। अंगकोर एक अच्छी तरह से स्थापित शहर था, और मंदिर उस समृद्ध शहर का एक हिस्सा थे। अगर आप अंगकोर वाट के बारे में अन्य जानकारी चाहते हैं तो इस लेख को अवश्य पढ़ें जिसमे हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देने जा रहें हैं –
अंगकोर वाट के इतिहास की बात करें तो बता दें कि 1113 और 1150 A.D के बीच 500 एकड़ के क्षेत्र को शामिल किया गया है। आज यह स्मारक कंबोडिया में अब तक के निर्मित सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्मारकों में से एक है। अंगकोर वाट मंदिर को 12 वीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध के दौरान तत्कालीन सम्राट सूर्यवर्मन द्वितीय के आदेश पर बनाया गया था। आपको बता दें कि यह आकर्षक मंदिर मूल रूप से भगवान विष्णु को समर्पित एक मंदिर था जिसके बाद धीरे-धीरे 14 वीं शताब्दी में एक हिंदू पूजा स्थल से एक बौद्ध मंदिर में बदल गया। आज भी इस मंदिर का असली नाम अज्ञात है क्योंकि यहां उस समय का कोई शिलालेख प्राप्त नहीं हुआ।
अंकोरवाट मंदिर एक आकर्षक संरचना है जिसमें नुकीले टॉवर जो आधार से उठे हुए हैं। यह संरचना 12 वीं शताब्दी के खमेर वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण हैं। इसका निर्माण बलुआ पत्थर द्वारा किया गया है। आपको बता दें कि अंकोरवाट में वाट का अर्थ थाई में मंदिर होता है। लेकिन इस संरचना के पूर्व-पश्चिम अभिविन्यास में मंदिरों का महत्व है। कई विद्वानों का ऐसा मानना है कि मंदिर का निर्माण सूर्यवर्मन ने अपने अंतिम विश्राम स्थल के लिए करवाया था। अंकोरवाट मंदिर में एक 65 मीटर केंद्रीय टॉवर है जो चार छोटे टॉवरों और बाड़े की दीवारों की एक श्रृंखला से घिरा हुआ है।
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वैसे तो पर्यटक एक दिन में भी अंकोरवाट और इसके आसपास के क्षेत्र को एक्सप्लोर कर सकते हैं लेकिन अगर वे अच्छे से अंकोरवाट के साथ पूरे पार्क को घूमना चाहते है तो इसमें 2 से 3 दिनों का समय लग सकता है।
अगर कोई विदेशी पर्यटक अंगकोर वाट घूमने के लिए जा रहा है तो इसके लिए उसे एक प्रवेश पास खरीदने की आवश्यकता होती है। यह पास केवल आधिकारिक टिकट केंद्र से ही प्राप्त किया जा सकता है जो कि सिएम रीप शहर से 4 किलोमीटर दूर स्थित है। टिकट केंद्र रोजाना सुबह 5:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है। प्रवेश टिकट का भुगतान या तो नकद (अमेरिकी डॉलर, कंबोडियन रिअल, थाई उत्कृष्टता या यूरो) द्वारा किया जा सकता है या फिर इसके लिए पर्यटक क्रेडिट कार्ड द्वारा का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
अगर आप कंबोडिया में स्थित अंगकोर वाट मंदिर जाने की योजना बना रहें हैं तो बता दें कि यहां जाने का सबसे अच्छा समय नवंबर से फरवरी के बीच होगा है, क्योंकि यह मौसम बहुत ज्यादा गर्म नहीं होता और इसमें ज्यादा बारिश भी नहीं होती। सूर्योदय के दौरान अंकोरवाट शानदार बेहद शानदार नजर आता है। आप इस मंदिर को सुबह 5:30 से 6:00 बजे तक देखने जा सकते हैं और सूर्योदय के साथ मंदिर के आकर्षक दृश्य को देख सकते हैं। अगर आप मंदिर की यात्रा कर रहें हैं तो अपने साथ कैमरा जरुर लेकर जाएं।
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आपको बता दें कि अंगकोर वाट का एक ड्रेस कोड है जिसका पालन करना आवश्यक है। यह स्थान पूरे वर्ष गर्म रहता है, इसलिए आपको हल्के कपड़े पहनने चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि आप जो भी पहन रहें हैं वो आपके कंधो और घुटनों को जरुर कवर करें। अगर आप धूप में मंदिर देखने जा रहें हैं तो अपने साथ एक कैप जरुर ले जाएँ।
अंगकोर वाट का मंदिर सिएम रीप में स्थित है। कुछ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों से आप सिएम रीप अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए फ्लाइट ले सकते हैं। अगर आप लाओस, थाईलैंड या वियतनाम से कंबोडिया में प्रवेश कर रहे हैं तो आप सड़क मार्ग द्वारा या बस की मदद से भी यहां पहुंच सकते हैं। सिएम रीप के लिए वर्तमान में कोई रेल सेवा उपलब्ध नहीं है।
भारत से सिएम रीप के लिए कोई सीधी उड़ान उपलब्ध नहीं है। बैंकॉक और कुआलालंपुर के माध्यम से जेट एयरवेज, सिंगापुर एयरलाइंस, सिल्क एयर, थाई एयरवेज और एयरलाइंस सिंगापुर जैसी कनेक्टिंग फ्लाइट उपलब्ध हैं, जिनकी मदद से आप सिएम स्टेप तक पहुंच सकते हैं।
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सिएम रीप में कई रेस्तरां हैं जहां पर पर्यटक भारतीय व्यंजन का स्वाद ले सकते हैं। यदि आप कंबोडिया की यात्रा के दौरान केरेला के स्वाद को याद कर रहे हैं, तो बस अंगकोर कॉम्प्लेक्स से कुछ कदम दूर अंगकोर न्यू इंडिया रेस्त्रां (Angkor New India Restaurant) जा सकते हैं जो सुबह 07:00 से 16:00 तक खुला रहता है। इसके अलावा अन्य रेस्तरां में फ्लेवर्स ऑफ इंडिया, करी वाला और वानाक्कम इंडिया रेस्तरां शामिल हैं। अगर आप शाकाहारी भोजन का स्वाद लेना चाहते हैं तो तो चुस्का (Chusska) सही जगह है, जहाँ पर आप शुद्ध शाकाहारी भोजन का स्वाद ले सकते हैं।
अंगकोर वाट मंदिर का निर्माण 12 वीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध के दौरान तत्कालीन सम्राट सूर्यवर्मन द्वितीय के आदेश पर बनाया गया था।
अंगकोर वाट का मंदिर कंबोडिया के करोंग सीएम रेआप शहर में स्थित है ।
अंकोरवाट टेम्पल हिन्दू धर्म का मंदिर हुआ करता था, बाद में इसे बोध्य धर्म का तीर्थ स्थल बना दिया गया ।
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इस लेख में आपने अंगकोर वाट मंदिर कंबोडिया और इसकी यात्रा के बारे में जाना है आपको हमारा ये लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
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