शाकुंभरी देवी मंदिर के दर्शन की पूरी जानकारी – Shakumbhari Devi Temple In Hindi

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Shakumbhari Devi Temple In Hindi, शाकुंभरी देवी मंदिर एक प्राचीन तीर्थ स्थल है जो हर साल बड़ी संख्या में पूरे भारत के तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। आपको बता दें कि यह मंदिर उत्तर प्रदेश में जसमौर गांव में स्थित है, जो सहारनपुर से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। भले ही इस मंदिर की वास्तुकला बहुत ज्यादा आकर्षक नहीं है लेकिन इसकी दिव्य आभा इसे बेहद खास बनाती है। मंदिर को लेकर कई भक्तों का मानना है कि देवी के मंदिर से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं जाता है।

शाकुंभरी देवी के बारे में यह भी कहा जाता है कि उन्होंने राक्षस राजा महिषासुर का वद्ध की किया था। यहां पर मंदिर के पूर्व में एक किलोमीटर की दूरी पर एक ओर अन्य मंदिर स्थित है जो भूरा देव (भगवान भैरव) को समर्पित है, जिन्हें शाकुंभरी देवी का रक्षक माना जाता है। ऐसा माना जाता है की भगवान भैरव के दर्शन के बिना भक्तों के लिए शाकुंभरी देवी मंदिर के दर्शन अधूरे हैं। अगर आप शाकुंभरी देवी मंदिर के दर्शन करने के लिए जाना चाहते हैं या मंदिर के बारे में और ज्यादा जानना चाहते तो इस लेख को अवश्य पढ़ें जिसमे हम आपको शाकुंभरी देवी मंदिर के बारे में पूरी जानकारी दे रहें हैं –

Table of Contents

सहारनपुर के शाकुंभरी मंदिर की कहानी – Shakumbhari Devi Temple Story In Hindi

सहारनपुर के शाकुंभरी मंदिर की कहानी
Image Credit: Pragya Anand

पौराणिक कथा के अनुसार एक बार की बात है जब महिषासुर नाम के राक्षस ने भगवान ब्रह्मा जी की पूजा की थी। जिसके बाद उसकी आराधना से प्रसन्न होकर ब्रह्मा जी ने उन्हें वरदान दिया कि उसे युद्ध में कोई भी देवता पराजित नहीं कर पायेगा और चार वेद और पुराण भी दिए। ब्रम्हा जी का वरदान प्राप्त करते ही उस राक्षस ने यातनाएँ शुरू कर दीं और इंद्र, वरुण आदि ने देवताओं को बंदी बना लिया। जिसकी वजह से कई सालों तक धरती पर बारिश नहीं हुई और लोग धरती पर धर्म और कर्म को भूल गए। ब्राह्मण भी शराब और मांस का सेवन करने लगे। इसके बाद मां के आंसू बहने लगे जिनसे धरती पर नदियों में पानी बहने लगा। इसके बाद माता ने धरती पर साग और सब्जी भी उगा दिए जिसके बाद धर्म और कर्म फिर से धरती पर आ गए।

फिर देवी ने उस खूंखार राक्षस को मार डाला और चार वेद और पुराण ले गए। इस तरह धरती पर साग और सब्जियों (शाकाहारी भोजन) के माध्यम से दुनिया के कल्याण के कारण मां का नाम शाकुंभरी पड़ा था। ऐसा भी माना जाता है कि यहाँ अम्बे माता ने 100 वर्षों तक पूजा और ध्यान किया था। वो हर महीने के अंत में केवल शाकाहारी भोजन करती थी। इस दौरान उनके दर्शन करने आए संत और ऋषि को भी शाकाहारी भोजन परोसा गया। इस वजह से मंदिर का नाम शाकुंभरी देवी मंदिर रखा गया।

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शाकुंभरी देवी मंदिर सहारनपुर का प्रसिद्ध मेला – Shakumbhari Devi Mandir Saharanpur Mela In Hindi

शाकुंभरी देवी मंदिर सहारनपुर का प्रसिद्ध मेला
Image Credit: Dr Ashish Kumar

आपको बता दें कि पवित्र हिंदू त्योहार नवरात्रि, और होली त्योहार के समय, प्रसिद्ध शाकुंभरी मेला आयोजित किया जाता है। इस दौरान मेले में बड़ी संख्या में भक्त शामिल होते हैं। बता दें कि पहले भक्त मंदिर में भूरा देव मंदिर जाते हैं जो देवी मंदिर से एक किलोमीटर पहले स्थित है इसके बाद शाकुंभरी देवी के दर्शन करने के लिए आते हैं।

शाकुंभरी देवी मंदिर खुलने और बंद होने का समय – Shakumbhari Devi Saharanpur Timing In Hindi

मंदिर सुबह 05:00 से रात 09:30 तक भक्तों के लिए खुला रहता है, लेकिन विशेष दिनों में मंदिर की टाइमिंग में बदलाव किया जा सकता है।

शाकुंभरी देवी मंदिर सहारनपुर का धार्मिक महत्व – Religious Significance Of Shakumbhari Devi Temple In Hindi

शाकुंभरी देवी मंदिर सहारनपुर का धार्मिक महत्व
Image Credit: Pragya Anand

शाकुंभरी देवी मंदिर दिनों-दिन भक्तों के बीच लोकप्रिय होता जा रहा है। बता दें कि इस मंदिर के दर्शन करने रोजाना बड़ी संख्या में भक्त आते हैं। मंदिर को लेकर भक्तों की पूरी श्रद्धा और विश्वास है कि देवी उनकी मनोकामना अवश्य पूरी करेंगी।

शाकुंभरी देवी मंदिर में मनाये जाने वाले प्रमुख त्यौहार – Famous Festivals At Shakumbhari Devi Temple In Hindi

शाकुंभरी देवी मंदिर में मनाये जाने वाले प्रमुख त्यौहार
Image Credit: Pinku Kumar

भारत के अन्य देवी के मंदिर की तरह शाकुंभरी देवी के मंदिर में भी ‘नवरात्र’ को बड़ी ही धूम धाम से मनाया जाता है। आश्विन और चैत्र के नवरात्रों के समय मंदिर में बड़ी संख्या में तीर्थयात्री माता के दर्शन करने के लिए आते हैं। मंदिर अपनी आध्यात्मिकता और सौंदर्य के कारण हर दिन लोकप्रिय होता जा रहा है।

शाकुंभरी देवी मंदिर के दर्शन करने के लिए अच्छा समय – Best Time To Visit Shakumbhari Devi Temple In Hindi

शाकुंभरी देवी मंदिर के दर्शन करने के लिए अच्छा समय
Image Credit: Anil Yadav

अगर आप शाकुंभरी देवी मंदिर की यात्रा करने के अच्छे समय के बारे में जानकारी चाहते हैं तो बता दें कि यहां की यात्रा करना का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के महीने तक का है। इन महीनों के दौरान उत्तर प्रदेश राज्य का मौसम बहुत सुहावना होता है और इन्ही महीनों दौरान नवरात्री और होली जैसे त्योहारों में मंदिर में मेले का आयोजन किया जाता है। अप्रैल से जून तक यहां गर्मी का मौसम होता है इसलिए इस दौरान यात्रा करना उचित नहीं है।

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शाकुंभरी देवी मंदिर सहारनपुर कैसे पहुंचे – How To Reach Shakumbari Devi Temple Saharanpur In Hindi

शाकुंभरी देवी मंदिर सहारनपुर कैसे पहुंचे

अगर आप शाकुंभरी देवी मंदिर के दर्शन करने के लिए जाना चाहते हैं तो बता दें कि मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन सहारनपुर रेलवे स्टेशन जो लगभग 43 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मंदिर के लिए निकटतम हवाई अड्डा देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है जो शाकुंभरी देवी मंदिर से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

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इस लेख में आपने शाकुंभरी देवी मंदिर की यात्रा के बारे में जाना है आपको हमारा ये लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।

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शाकुंभरी देवी मंदिर सहारनपुर का नक्शा – Shakumbari Devi Temple Saharanpur Map

शाकुंभरी देवी मंदिर की फोटो गैलरी – Shakumbari Devi Temple Images

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