Shirdi Tourist Places In Hindi : शिरडी भारत के महाराष्ट्र राज्य का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जो नासिक के पास स्थित है। यह “साईं की भूमि” के नाम से प्रसिद्ध है। शिरडी महान संत साईं बाबा का घर है जहाँ पर प्रसिद्ध साईं बाबा मंदिर और कुछ ऐतिहासिक स्थलों के अलावा विभिन्न मंदिर बने हुए हैं। महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित, शिरडी साईं बाबा के भक्तों के लिए एक बहुत ही पवित्र और तीर्थ स्थान हैं, जहां हर साल भारी संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं। एक छोटा शहर होने के बाद भी शिरडी धार्मिक स्थलों और गतिविधियों से भरा हुआ है जो यहाँ दर्शन के लिए आने वाले लोगों को बेहद शांति देता है। शिरडी में श्री साईंबाबा मंदिर के अलावा तीर्थयात्री कई धार्मिक स्थल देख सकते हैं, शिरडी में दर्शनीय स्थलों के लिए प्रमुख स्थान हैं चावड़ी, समाधि मंदिर, चावड़ी और वेट एन जॉय वाटर पार्क। शिरडी में प्रमुख रिसॉर्ट्स में से एक है निरसागा कॉटेज रिज़ॉर्ट।
शिरडी के साईं बाबा एक धार्मिक गुरु थे जो 1918 तक शिरडी में रहे थे। साईं बाबा को हिंदू और मुस्लिम दोनों के लिए एक अच्छा गुरु और पवित्र इंसान माना जाता था। शिरडी के साईं बाबा ने सभी धर्मों को एक बताया और हिंदू- मुस्लिम धर्मों के बीच अंतर्निहित एकता को दिखाने की कोशिश की। साईं बाबा की सबसे खास बातों में से एक ‘सबका मालिक एक है’ बहुत प्रसिद्ध है।
श्री साईं बाबा संस्थान मंदिर भारत में महाराष्ट्र के शिरडी में एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो श्री साईं बाबा को समर्पित है। बता दें कि साईं बाबा को भारत की भूमि पर जन्म लेने वाले सबसे महान संतों में से एक माना गया है। बताया जाता है कि कि साईं बाबा को अभूतपूर्व शक्तियां प्राप्त थी जिसका इस्तेमाल वो अपने भक्तों की पीड़ा दूर करने के लिए करते थे।
इस मंदिर में साईं बाबा को भगवान के रूप में पूजा जाता है और उनके सभी भक्तों के लिए एक पवित्र स्थान माना जाता है। श्री साईं बाबा मंदिर परिसर लगभग 200 वर्ग मीटर के कुल क्षेत्र में फैला एक धार्मिक स्थान है जो शिरडी ग्राम के केंद्र में स्थित है। यह मंदिर दुनिया भर से आने वाले भक्तों के लिए एक बहुत ही खास जगह है। आपको बता दें कि साईं बाबा मंदिर में हर दिन औसतन 25,000 भक्त दर्शन के लिए आते हैं। त्योहारों और खास अवसरों में यहां प्रति दिन 1,00,000 भक्तों की संख्या बढ़ जाती है।
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शिरडी भारत के महाराष्ट्र राज्य का एक शहर है। यह “साईं की भूमि” के नाम से प्रसिद्ध है। शिरडी में दर्शनीय स्थलों के लिए प्रमुख स्थान हैं श्री साईंबाबा मंदिर, समाधि मंदिर, शनि शिंगनापुर, चावड़ी और वेट एन जॉय वाटर पार्क। शिरडी में प्रमुख रिसॉर्ट्स में से एक है निरसागा कॉटेज रिज़ॉर्ट। आइये जानतें हैं शिरडी के दर्शनीय स्थल कौन से है और इनमे क्या खास है।
अहमदनगर जिले में स्थित शनि शिगनापुर मंदिर एक शानदार और अनूठा स्थान है जो जादुई और शक्तिशाली भगवान शनि के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर में एक काले पत्थर है जिसमें शनी भगवान का निवास माना जाता है। शनि ग्रह के प्रतीक शनि देव को को स्वयंभू के रूप में जाना जाता है। आपको बता दें इस मंदिर में कोई वास्तुशिल्प सुंदरता नहीं है, लेकिन इसके बाद भी भगवान की आध्यात्मिक आभा के साथ यह साधारण सा कला पत्थर हर साल भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है। शनिवार, अमावस्या और श्री शनैश्चर जयंती जैसे कुछ खास धार्मिक दिनों में इस मंदिर में भारी संख्या में शनि देव के भक्त आते हैं।
शिरडी जाने वाले भक्तों के लिए द्वारकामाई शिरडी के खजाने के सामान है। द्वारकामाई को शिरडी का दिल कहा जाता है, बताया जाता है कि इस स्थान पर महान साईं बाबा ने अपने अंतिम क्षणों सहित अपने जीवन का एक खास समय बिताया था। द्वारकामाई बाबा के सभी भक्तों के लिए एक खाजने के समान है क्योंकि यह उनका घर था। शिरडी आने वाले सभी धर्मों के लोग साईं बाबा मंदिर के साथ के द्वारकामाई के दर्शन करते हैं और उनके दिए गए उपदेशों पर विश्वास करते हैं।
आपको बता दें कि पहले इस जगह पर एक एक जीर्ण मस्जिद थी जो गहरे छेद और ढहते खंडहरों में ढकी हुई थी, लेकिन बाबा ने इसको बिलकुल बदल दिया। यहां की सबसे खास बात तो यह है कि द्वारकामाई शायद एकमात्र मस्जिद है, जिसमें एक मंदिर है। इस मस्जिद में कदम रखते ही भक्त साईं बाबा के आशीर्वाद से धन्य हो जाता है। जब आप साईं बाबा के इस घर में प्रवेश करेंगे तो अपने आप को बेहद हल्का और शांत महसूस करेंगे।
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समाधि मंदिर नागपुर के एक करोड़पति आदमी (जो साईं बाबा के एक भक्त है) के द्वारा बनाया गया एक बेहद आकर्षक मंदिर है। इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि इस मंदिर को सफेद संगमरमर से बनाया गया है, जो दो बड़े स्तंभों के बीच आकर्षित आभूषणों से सजा हुआ है।
गुरुस्थान शिरडी के सबसे खास स्थानों में से हैं। इस जगह को इतना खास इस लिए इतना खास माना जाता है क्योंकि यही वो पवित्र स्थान है जहां साईं बाबा पहली बार 16 साल के लड़के के रूप में दुनिया के सामने प्रकट हुए थे। यह स्थान कोपरगाँव में स्थित है, जो शिरडी शहर से लगभग 14 किमी की दूरी पर स्थित है। यह खास जगह एक नीम के पेड़ के नीचे स्थित है। बता दें कि यहां पर एक धर्मस्थल भी है जिस पर साईं बाबा के चित्र को एक शिवलिंगम और सामने नंदी बैल के साथ रखा गया है। गुरुस्थान का मलतब होता है- गुरु का स्थान। इस जगह के बारे में ऐसा भी कहा जाता है कि यहां पर अगरबत्ती जलाने भक्तों की सभी बीमारियां ठीक को जाती है।
चावड़ी शिरडी की यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों द्वारा घूमा जाने वाला एक बहुत ही खास स्थान है। इस जगह के बारे में बताया जाता है कि यहां पर साईं बाबा ने अपने अंतिम वर्षों के दौरान कुछ रातें बिताई थी। चावड़ी द्वारकामाई मस्जिद के पास स्थित है जहां से साईं बाबा की शोभायात्रा उनके अनुयायियों द्वारा एक पालकी में निकाली गई थी, इसलिए साईं बाबा के भक्त इस जगह को बेहद ख़ास मानते हैं।
खंडोबा मंदिर मुख्य सड़क स्थित एक ऐसा मंदिर है जो खंडोबा, बानई और म्लाईसाई के प्रतीक के साथ स्थित है। शिरडी का यह खास मंदिर शहर के पीठासीन देवता खंडोबा को समर्पित है। इस जगह को लेकर ऐसा कहा जाता है कि साईं बाबा दूसरी बार शादी की पार्टी के साथ शिरडी आए और उन्होंने एक बरगद के पेड़ के नीचे अपना पैर रखा। म्हालसापति नाम के पुजारी साईं बाबा को सबसे पहले देखा था। बता दें कि यह मंदिर खंडोबा को समर्पित 13 सबसे प्रमुख मंदिरों में से एक है।
भले ही शिरडी साईं बाबा को समर्पित अपने तीर्थ के लिए जाना जाता है लेकिन शिरडी में शिरडी वाटर पार्क भी है, जो यहां आने वाले पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। शिरडी आने वाले तीर्थयात्री इस वाटरपार्क में आकर खुद को राहत दे सकते हैं। गर्मियों के मौसम में यह जगह पर्यटकों को बेहद राहत पहुंचती है। अगर आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ शिरडी घूमने के लिए जा रहे हैं तो वेट एन जॉय वाटर पार्क आपकी इस तीर्थ यात्रा को मनोरंजक भी बना सकते है। इस वाटरपार्क में कई रोमांचक गतिविधियों के साथ स्वादिष्ट भोजन, ड्रेसिंग रूम और लॉकर भी मौजूद है।
जब अपने अंतिम वर्षों में साई बाबा चावड़ी में रातें बिताते थे तो उनको वहां द्वारकामाई मस्जिद से पालकी जुलूस में ले जाया जाता था। आज भी हर गुरुवार के दिन उसी उत्साह और मन्नत के साथ साईं बाबा का जुलूस निकाला जाता है।
शिरडी भारत के सबसे प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है, जहां प्रतिदिन हजारों भक्त साईं बाबा के दर्शन के लिए आते हैं। अगर आप शिरडी घूमने लिए आते हैं तो यहां गलियों में शोपिंग भी कर सकते हैं। साईं मंदिर की ओर जाने वाली गलियों में बाबा की संगमरमर और फाइबर की मूर्तियां, पोस्टर, चाबी के छल्ले, माला आदि चीज़े मिलती हैं। यहां की दुकानों पर लड्डू से लेकर पेडों तक कई तरह की मिठाइयाँ भी आप खरीद सकते हैं जो साईं बाबा को प्रसाद के रूप में चढ़ाई जाती है। इन सभी चीज़ों के अलावा साईं भक्त बाबा के जीवन और उनके दर्शन से सम्बंधित धार्मिक पुस्तकें भी खरीद सकते हैं।
शिरडी घूमने के लिए सर्दियों का समय सबसे अच्छा समय होता है जो दिसंबर से फरवरी तक के महीनों तक होता है। यह मौसम शिरडी जाने वालों के लिए सुहावना होता है और शिरडी की यात्रा और इसके आसपास के दर्शनीय स्थलों का आनंद लेने का एक बहुत ही अच्छा समय है। सर्दियों के मौसम में शिरडी का औसत तापमान 8 डिग्री सेल्सियस से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
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शिरडी में आपको विभिन्न प्रकार के व्यंजन आसानी से मिल जाते हैं। यहां गुजराती से लेकर महाराष्ट्रीयन, दक्षिण भारतीय और कॉन्टिनेंटल तक हर तरह का भोजन मिल जाता है। एक धार्मिक केंद्र होने की वजह से यहाँ पर परोसा जाने वाला भोजन आम तौर पर शाकाहारी होता है। यहां शहर के चारों ओर उपलब्ध स्वादिष्ट अमरूद और अनार के रस का आनंद आपको जरुर लेना चाहिए। यहां दुनिया के सबसे बड़े सोलर कुकर में पकाए गए भोजन का स्वाद लेना आपके लिए एक नया अनुभव हो सकता है।
शिरडी भोजानालय में दुनिया का सबसे बड़ा सोलर कुकर संचालित है जो यहां रोज़ आने वाले हजारों भक्तों के लिए भोजन तैयार करता है। शिरडी आने वाला हर पर्यटक केवल 10 रूपये में खाना खा सकता है।
शिरडी भारत के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है जो भारत के महाराष्ट्र राज्य में स्थित है जो रोडवेज और रेलवे द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है जो शिरडी साईं बाबा मंदिर में अपने दिव्य दर्शन के लिए पर्यटकों और श्रद्धालुओं दोनों के लिए आसान बनाता है। बहरहाल, यह शहर महाराष्ट्र के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों को भी घेरता है।
अगर आप हवाई जहाज द्वारा शिरडी जाने का प्लान बना रहे हैं तो बता दें कि शिरडी का निकटतम हवाई अड्डा औरंगाबाद हवाई अड्डा है जो शिरडी से 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। औरंगाबाद हवाई अड्डा, दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। औरंगाबाद से शिरडी पहुँचने के लिए आप टैक्सी या कैब या बस की मदद ले सकते हैं।
बस से सफर करने की चाह रखने वाले यात्रियों के लिए बता दें कि महाराष्ट्र राज्य परिवहन की बसें नासिक, मुंबई, औरंगाबाद, अहमदनगर, पुणे और कोपरगाँव जैसे प्रमुख शहरों से शिरडी तक उपलब्ध हैं। इसके अलावा कई निजी एसी बस भीमहाराष्ट्र के विभिन्न शहरों से शिरडी जाती है।
अगर आप ट्रेन से शिरडी के लिए जाना चाहते हैं तो बता दें कि शिरडी का निकटतम रेलवे स्टेशन कोपरगाँव रेलवे स्टेशन है जो शिरडी से सिर्फ 16 किलोमीटर दूर है। कोपरगाँव रेल मार्ग से भारत के कई प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। इस स्टेशन पर पहुंचने के बाद आपको यहां से शिरडी के लिए बसें, टैक्सी, टैक्सी और निजी बसें मिल जायेंगी।
शिरडी अहमदनगर-मनमाड राजमार्ग पर स्थित है और सड़क मार्ग द्वारा नासिक, मुंबई और पुणे जैसे प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। एक कार में शिरडी की यात्रा करने योग्य है क्योंकि शिरडी की यात्रा के दौरान आप कुछ दिलचस्प शहरों और गांवों से गुजरते हैं। मुंबई से शिरडी की दूरी लगभग 240Kms है जबकि पुणे से शिरडी की दूरी 190Kms है। औरंगाबाद से सड़क मार्ग से शिरडी जाने के लिए 110Kms की अनुमानित दूरी तय करनी होती है जबकि महाबलेश्वर से शिरडी की दूरी 305Kms है। कोल्हापुर से शिरडी की दूरी लगभग 410Kms है, जबकि नासिक से यह सिर्फ 90Kms है।
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bahut hi badhia article vo bhi apni bhasha hindi me
BABA AM COMING
JAY SAI BABA
JAB CHHOTA THA TAB AAPKA SIRIYAL (ADD) AATA THA
SAB LOG SATH MILKE DEKH TE THE TAB TO ME SAYAD
12 SAL KA THA BAHOT ACHA LAGTA THA TB JAB CHHOTE THE
I LOVE YOU BABA