National Parks of Karnataka in Hindi : कर्नाटक भारत का एक प्रमुख पर्यटक राज्य है, जो अपने प्रतिष्ठित महलों, धार्मिक स्थलों और समृद्ध विरासत के साथ साथ. अपने राष्ट्रीय उद्यान के लिए भी जाना जाता है। वनस्पतियों और जीवों की समृद्ध विविधता के लिए प्रसिद्ध कर्नाटक भारत के 25 प्रतिशत से अधिक हाथी और 15 प्रतिशत बाघ सहित अन्य कई दुर्लभ और लुप्तप्राय प्राजातियों के संरक्षण के रूप कार्य करता है, जिसके कारण कर्नाटक में कई राष्ट्रीय उद्यान स्थापित किये गये है।
देखा जाये तो कर्नाटक के प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान ऐसी जगह है, जहाँ कोई भी वन्यजीवों को प्राकृतिक रूप से घूमते हुए देख सकता है। लेकिन ये पार्क न केवल देश के वन्यजीव उत्साही लोगों को आकर्षित करते हैं, बल्कि प्रकृति प्रेमियों और साहसिक चाहने वालों के लिए भी परफेक्ट जगह है, जो प्राकृतिक सुन्दरता के साथ साथ कई रोमांचक एक्टिविटीज भी प्रदान करते है।
इस आर्टिकल हमने आपके लिए कर्नाटक के ऐसे ही प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान की लिस्ट तैयार की है जिनके बारे में जानकार यक़ीनन आप इनकी ट्रिप के लिए एक्साईटेड हो जायेंगे इसीलिए इस आर्टिकल को पूरा अवश्य पढ़े –
कर्नाटक में बैंगलोर से 22 किमी की दूरी पर स्थित “बन्नेरघट्टा राष्ट्रीय उद्यान’ कर्नाटक के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान में से एक है, जिसे आमतौर पर बीबीबीपी के रूप में जाना जाता है। लगभग 104.7 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैले “बन्नेरघट्टा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना” वर्ष 1971 में की गई थी, जिसमें हाथी, तेंदुआ, सियार, लोमड़ी, जंगली सूअर, सुस्त भालू, भारत गज़ल, चित्तीदार हिरण, साही, एशियाई शेर, रॉयल बंगाल टाइगर, मॉनिटर छिपकली, कोबरा सहित बिभिन्न वन्यजीव और पक्षियों प्रजातियों की एक विशाल विविधता पाई जाती है।
इस पार्क को एक हाथी अभयारण्य, चिड़ियाघर और तितली पार्क जैसे अलग अलग खंडो में विभाजित किया गया है। यहाँ स्थापित तितली पार्क भारत का एक मात्र तितली पार्क है, जहाँ तितलीयों की बिभिन्न प्रजातियों को देखा जा सकता है।
बन्नेरघट्टा नेशनल पार्क की टाइमिंग – Timing of Bannerghatta National Park in Hindi
(ध्यान से पार्क प्रत्येक मंगलवार को बंद रहता है)
बन्नेरघट्टा नेशनल पार्क की एंट्री फीस – Entry fee of Bannerghatta National Park in Hindi
874 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला “बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान” कर्नाटक के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान में से एक है। यह नेशनल पार्क विभिन्न वन्यजीवों और वनस्पतियों से समृद्ध है और अपने पर्णपाती जंगल की वजह से कर्नाटक का लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण बना हुआ है। सुंदर वन्य जीवन, सागौन और चंदन के पेड़ों विस्तृत श्रृंखला के साथ यह पार्क देश का पहला बायोस्फीयर रिजर्व है। बांदीपुर वन्यजीव अभयारण्य लगभग 70 बाघों और 3000 से अधिक एशियाई हाथियों के साथ-साथ तेंदुए, ढोल, गौर, सुस्त भालू और विभिन्न प्रकार के पक्षी जैसे अन्य जानवरों का घर है, जिन्हें पर्यटक स्वतंत्र रूप से घूमते हुए देख सकते है। यदि आप अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ घूमने के लिए के कर्नाटक के फेमस नेशनल पार्क सर्च कर रहे है तो आप अपनी ट्रिप के लिए बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान को सिलेक्ट कर सकते है।
बांदीपुर नॅशनल पार्क कर्नाटक की टाइमिंग – Timings of Bandipur National Park Karnataka in Hindi
बांदीपुर नॅशनल पार्क की एंट्री फीस – Entry fees of Bandipur National Park in Hindi
“नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान” कर्नाटक के सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्यान में से एक है। 1988 में एक राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा प्राप्त करने के बाद, नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान को 1999 में भारत के 37 वें प्रोजेक्ट टाइगर रिज़र्व के रूप में घोषित किया गया था। यह पार्क बाघों, तेंदुओं, जंगली कुत्तों, सुस्त भालू, लकड़बग्घा, हिरण, सांभर हिरण, चार सींग वाले मृग, जंगली सूअर और हाथियों का घर है, जबकि पक्षियों की 250 से अधिक प्रजातियां भी उद्यान में देखी जा सकती हैं।
यह वन्यजीव अभयारण्य नीलगिरि बायोस्फीयर रिज़र्व का एक हिस्सा है, जहाँ वन्यजीव और प्रकृति प्रेमी लोग, विभिन्न वन्यजीवों, समृद्ध वन आवरण, पहाड़ियों, घाटियों ,छोटी-छोटी नदियाँ को देखने के लिए इस स्थान पर जाना पसंद है। बता दे जब भी आप अपने फ्रेंड्स या फैमली के साथ यहाँ घूमने आएंगे तो पार्क के अंदर, जंगल सफारी और काबिनी नदी पर कोरल बोट की सवारी का आनंद ले सकते हैं।
नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान की टाइमिंग – Timing of Nagarhole National Park
नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान की एंट्री फीस – Entry fees of Nagarhole National Park
340 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला, “अंशी राष्ट्रीय उद्यान” पहले डांडेली वन्यजीव अभयारण्य का एक हिस्सा था। कर्नाटक के फेमस नेशनल पार्क में लिस्टेड अंशी नेशनल पार्क एक प्रसिद्ध “टाइगर रिजर्व” भी है जिसे “काली टाइगर रिजर्व” भी कहा जाता है। वनस्पतियों और जीवों की एक समृद्ध विविधता प्रदान करता हुआ यह पार्क बोनट मकाक, मालाबार विशालकाय गिलहरी, भारतीय बाइसन और सुस्त भालू का घर है जिन्हें आसानी से पार्क में घूमते हुए देखा जा सकता है। वन्यजीवों के साथ साथ इस नेशनल पार्क में 197 से अधिक पक्षियों की प्रजातियाँ भी पाई जाती है जो इसे वर्ड वाचर्स के लिए स्वर्ग के समान बनाती है।
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राजसी पहाड़ियों से घिरा “कुद्रेमुख नेशनल पार्क” कर्नाटक के प्रमुख नेशनल पार्क में से एक है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह नेशनल पार्क 600 किलोमीटर का वर्ग क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसे 1987 में राष्ट्रीय उद्यान के रूप में घोषित किया गया था।
कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान भारत की कई दुर्लभ वन्यजीव प्रजातियों जैसे बाघ, तेंदुए, जंगली कुत्तों सहित कई जंगली जानवरों और पौधों की प्रजातियों का निवास स्थान भी है। यह नेशनल पार्क हरी भरी हरियाली और शांति से सुशोभित है। इसीलिए यह पार्क वन्यजीव प्रेमियों के साथ साथ प्रकृति प्रेमियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है जहाँ हर साल हजारों की संख्या में पर्यटकों की उपस्थिति दर्ज की जाती है।
कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान की टाइमिंग – Timing of Kudremukh National Park In Hindi
कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान की एंट्री फीस – Entry fee of Kudremukh National Park In Hindi
नीलगिरी के पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्थित “मुदुमलाई नेशनल पार्क” एक बाघ अभयारण्य है और कर्नाटक में प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान में से एक है। 321 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला, यह पार्क कई बाघों, सफेद-गिद्ध, भारतीय तेंदुए और हाथी सहित कई वन्यजीव प्रजातियों का घर है। हलाकि इस राष्ट्रीय उद्यान का प्रमुख हिस्सा तमिलनाडु में स्थित है लेकिन पर्यटक इसे कर्नाटक की यात्रा में भी घूमने जा सकते है।
मुदुमलाई नेशनल पार्क की टाइमिंग – Timings of Mudumalai National Park
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वनस्पतियों और जीवों की एक समृद्ध विविधता से परिपूर्ण “काबिनी वन्यजीव अभयारण्य” कर्नाटक के प्रमुख वन्यजीव अभयारण्य में से एक है। इस क्षेत्र का प्रयोग ब्रिटिश शासन के दौरान निजी शिकार के लिए किया जाता है जिसे बाद में एक वन्यजीव अभयारण्य के रूप में घोषित कर दिया गया था।
काबिनी वन्यजीव अभयारण्य वन्यजीव और प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान है जहाँ हरी भरी हरियाली के बीच विभिन्न वन्यजीवों को स्वतंत्र घूमते हुए देखा जा सकता है। यदि आप भी अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ घूमने के लिए कर्नाटक के प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य की तलाश में है, तो आपको काबिनी वन्यजीव अभयारण्य जरूर जाना चाहिये।
कर्नाटक के उत्तरा कन्नड़ जिले में स्थित “डंडेली वन्यजीव अभयारण्य” भी एक राष्ट्रीय उद्यान है, जो हर साल बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह वन्यजीव अभयारण्य 834.16 वर्ग किमी के क्षेत्र को कवर करता है, जिसे राज्य के दूसरे सबसे बड़े वन्यजीव अभयारण्य के रूप में मान्यता दी गई है। 1956 में राष्ट्रीय वन्यजीव अभयारण्य के रूप में घोषित, यह विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों और जीवों का घर है, जिनमें बाघ, कठफोड़वा, हॉर्नबिल, किंगफिशर, तेंदुए, हाथी आदि शामिल हैं।
जंगल सफारी से लेकर कॉरक्ल राइड और नेचुरल जकूज़ी से लेकर मूनलाइट बोट राइड तक, कर्नाटक के इस राष्ट्रीय उद्यान में रोमांच प्रेमियों के लिए बहुत कुछ है। डंडेली वन्यजीव अभयारण्य कर्नाटक में घूमने के लिए एक ऐसी जगह है जहाँ पर्यटक विभिन्न वन्यजीवों को देखते कई रोमांचक और मनमोहक गतिविधियों को एन्जॉय कर सकते है।
डंडेली वन्यजीव अभयारण्य टाइमिंग – Timing of
Dandeli Wildlife Sanctuary in Hindi
डंडेली वन्यजीव अभयारण्य की एंट्री फीस – Entry fees of Dandeli Wildlife Sanctuary in Hindi
वर्ष 1974 में स्थापित “ब्रह्मगिरी वन्यजीव अभयारण्य” कर्नाटक के प्रमुख वन्य जीव अभयारण्य में से एक है। यह वन्यजीव अभयारण्य 181 वर्ग किमी में फैला हुआ है, जो कॉफी और इलायची के बागानों से भी घिरा हुआ है। यह प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य मकाक, गौर, हाथी, बाघ, तेंदुआ, बिल्ली, जंगली सुअर, नीलगिरी लंगूर और सुस्त भालू सहित कई जानवरों का घर है जिन्हें आसानी से इस अभयारण्य में घूमते हुए देखा जा सकता है। वन्यजीवों के साथ साथ इस पार्क में काले बुलबुल, मालाबार ट्रोगन और पन्ना कबूतर जैसे कुछ दिलचस्प पक्षियों की प्रजातियाँ भी मौजूद है।
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ब्रह्मगिरी वन्यजीव अभयारण्य की टाइमिंग – Timings of Dandeli Wildlife Sanctuary in Hindi
ब्रह्मगिरी वन्यजीव अभयारण्य की एंट्री फीस – Entry fees of Brahmagiri Wildlife Sanctuary in Hindi
कर्नाटक राज्य के श्रीरंगपटना में स्थित “रंगनाथिटु पक्षी अभयारण्य” राज्य का सबसे बड़ा पक्षी अभयारण्य है। यह अभयारण्य वर्ड वाचर्स के लिए राज्य के सबसे अच्छी जगहें में से एक है क्योंकि इस पक्षी अभयारण्य में पक्षीयों की कई दुर्लभ प्रजातियों की विस्तृत श्रृंखला मौजूद है। रंगनाथिटु पक्षी अभयारण्य कावेरी नदी के तट पर स्थित है, जिसमे छह छोटे छोटे द्वीप शामिल है। यदि आपको प्राकृतिक सुन्दरता के मध्य शांत वातावरण में पक्षीयों को देखना पसंद है तो आपको रंगनाथिटु पक्षी अभयारण्य जरूर आना चाहये। जब भी आप यहाँ आएंगे तो वर्ड वाचिंग के साथ साथ बोटिंग और फोटोग्राफी जैसी अन्य आकर्षक गतिविधियां भी एन्जॉय कर सकते है।
रंगनाथिटु पक्षी अभयारण्य की टाइमिंग – Timings Ranganathitu Bird Sanctuary in Hindi
रंगनाथिटु पक्षी अभयारण्य की एंट्री फीस – Entry fees of Ranganathitu Bird Sanctuary in Hindi
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इस आर्टिकल में आपने कर्नाटक के प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य के बारे में जाना है आपको हमारा ये आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें
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