Nagarhole National Park in Hindi : “नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान” कर्नाटक राज्य के मैसूर जिले में स्थित है जिसे “राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान” के रूप में भी जाना जाता है। 1988 में एक राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा प्राप्त करने के बाद, नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान को 1999 में भारत के 37 वें प्रोजेक्ट टाइगर रिज़र्व के रूप में घोषित किया गया था। यह पार्क बाघों, तेंदुओं, जंगली कुत्तों, सुस्त भालू, लकड़बग्घा, हिरण, सांभर हिरण, चार सींग वाले मृग, जंगली सूअर और हाथियों का घर है, जबकि पक्षियों की 250 से अधिक प्रजातियां भी उद्यान में देखी जा सकती हैं। यह जगह प्रकृति प्रेमियों और एकांत की चाह रखने वालों के लिए स्वर्ग के समान है।
यह वन्यजीव अभयारण्य नीलगिरि बायोस्फीयर रिज़र्व का एक हिस्सा है, जहाँ वन्यजीव और प्रकृति प्रेमी लोग, विभिन्न वन्यजीवों, समृद्ध वन आवरण, पहाड़ियों, घाटियों ,छोटी-छोटी नदियाँ को देखने के लिए इस स्थान पर जाना पसंद है। बता दे जब भी आप अपने फ्रेंड्स या फैमली के साथ यहाँ घूमने आएंगे तो पार्क के अंदर, जंगल सफारी और काबिनी नदी पर कोरल बोट की सवारी का आनंद ले सकते हैं। यदि आप भी नागरहोल नेशनल पार्क घूमने जाने का प्लान बना रहे है और नागरहोल नेशनल पार्क के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो हमारे इस लेख को पूरा जरूर पढ़े –
बता दे नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान का इतिहास आज से लगभग 100 साल या उससे भी जाड्या पुराना है इस पार्क का उपयोग सर्वप्रथम मैसूर के शासकों द्वारा शिकार रिजर्व के रूप में किया जाता था। नागरहोल नेशनल पार्क का नाम क्रमशः कन्नड़ शब्द “नागा” और “होल” सांप और धाराओं से लिया गया है।
वर्ष 1974 में मैसूर जिले के निकटवर्ती क्षेत्रों से कुछ अन्य आरक्षित वनों को क्षेत्र को नागरहोल गेम रिजर्व में जोड़ा गया और फिर वर्ष 1988 में 643.39 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले इस वन्यजीव अभयारण्य को राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला। एक राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा प्राप्त करने के बाद, इसे 1999 में भारत के 37 वें प्रोजेक्ट टाइगर रिज़र्व के रूप में घोषित किया गया था।
इस तथ्य से कोई इनकार नहीं करता है कि राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान की सीमा के भीतर जानवरों, पक्षियों, कीड़ों सहित अन्य जानवरों की विस्तृत सारणी मौजूद है
स्तनधारी
स्तनधारी प्रजातियों में इस राष्ट्रीय उद्यान में भारतीय हाथी, गोल्डन जैकाल, बंगाल टाइगर, पैंथर, गौर, सांभर, चित्तीदार हिरण, ग्रे मोंगोज, सिवेट बिल्ली, धारीदार हाइना, भारतीय बाइसन, भारतीय तेंदुआ, एशियाई जंगली कुत्ते, सांभर, भौंकने वाले हिरण, चार सींग वाले मृग, जंगली सूअर, ताड़ की डंडी, भूरा गेंदा, धारीदार गर्दन वाला मूंगोज़, काले-नेप वाले हरे, माउस हिरण, भारतीय पैंगोलिन, लाल विशाल उड़ने वाली गिलहरी, भारतीय साही, ग्रे लंगूर और भारतीय विशालकाय उड़न गिलहरी और स्लॉथ बीयर जैसे जानवर देखे जा सकते है।
सरीसृप
नागरहोल नेशनल पार्क सरीसृपों की प्रजातियाँ भी मौजूद है जिनमे किंग कोबरा, क्रेट, इंडियन रॉक पायथन, रसेल के वाइपर, बेल सांप, कछुआ, मग्गर, आम भेड़िया सांप, चूहा सांप (पाइटास म्यूकोसस), बांस पिट पिट वाइपर, रसेल का वाइपर, आम चट्टान, भारतीय रॉक पायथन, भारतीय मॉनिटर छिपकली आम टॉड।
कीड़े
यहां कीड़े की 96 प्रजातियों और चींटियों की 60 प्रजातियों में शामिल हैं। हरपेटागैथोस सॉल्टेटर, टेट्रापोनेरा रूफोनिग्रा चींटियों, सामान्य गोबर बीटल, हेलियोकोप्रिस डोमस बीटल और ओन्थोफैगस पैक्टोलस बीटल जैसी कूदने वाली चींटियां भी यहां पाई जाती हैं।
643.39 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान में चंदन, चांदी की ओक, शीशम, भारतीय कीनो पेड़, ग्रेविया टिलिफोलिया, शीशम और ओक्सलेवूड, लेगरोस्ट्रोइया माइक्रोकार्पा, कदाम, कपास के पेड़, शिलेकेरा ट्रेजुगा,जैसे वनस्पति। नेटटल्स, टिक क्लोवर, हेलिसटेरेस प्रजातियां, लैंटाना, गोल्डन शावर ट्री, जंगल की लौ, सागौन और क्लंपिंग बांस यहां बहुतायत में पाए जाते हैं।
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नागरहोल नेशनल पार्क के परिदृश्य और वन्य जीवन का पता लगाने का सर्वोत्तम तरीका जीप सफारी है जिसके बिना नागरहोल नेशनल पार्क की यात्रा को अधुरा माना जाता है।
इसीलिए यदि आप नागरहोल नेशनल पार्क की यात्रा पर जाने वाले है तो नागरहोल नेशनल पार्क सफारी को जरूर एन्जॉय करें नागरहोल नेशनल पार्क सफारी करते हुए, आप आसानी से कुछ हाथियों, हिरणों, बाइसन और बहुत सारे पक्षियों और लंगूरों को देख सकते हैं।
यदि आप अपने फ्रेंड्स के साथ राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान की ट्रिप पर आ रहे है तो ट्रेकिंग भी कर सकते है। इस पार्क में आप हरे भरे जंगलों के माध्यम से ट्रेकिंग कर सकते है जिस दौरान आप विभिन्न वन्यजीवों और पक्षीयों को नजदीकी से देख सकते है। साथ ही यहाँ पाई जाने वाली वनस्पतियों के बारे में भी जान सकते है।
यदि आप नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान कर्नाटक की यात्रा पर जाने वाले है तो किसी भी दुर्घटना और परेशानी से बचने के लिए नीचे दिए इन टिप्स को अपनी यात्रा के दौरान अवश्य फोलो करें –
वनस्पतियों और जीवों की एक अनंत विविधता के लिए प्रसिद्ध नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान घूमने जाने के लिए सर्दियों का मौसम अक्टूबर – मार्च के महीने सबसे अच्छा समय होता है। हलाकि मानसून के मौसम में भी मौसम में भी नागरहोल टाइगर रिजर्व घूमने जाया जा सकता है, क्योंकि इस समय पार्क की हरियाली अपने चरम पर होती है जो पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है। ग्रीष्मकाल सर्दियों और मानसून की तुलना में आदर्श समय नही होता है क्योंकि इस दौरान यहाँ का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुच जाता है।
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यदि आप अपनी बता नागरहोल टाइगर रिजर्व की ट्रिप में रुकने के लिए होटल्स सर्च कर रहे है, तो हम आपको बता दे नागरहोल नेशनल पार्क के आसपास लो बजट से लेकर लग्जरी बजट तक सभी प्रकार के होटल्स अवेलेवल हैं, जिनका आप अपनी चॉइस और बजट के अनुसार सिलेक्सन कर सकते है।
यदि आप अपने फ्रेंड्स या फैमली के साथ नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान घूमने जाने का प्लान बना रहे है और सर्च कर रहे है की हम नागरहोल टाइगर रिजर्व केसे पहुंचे ? तो हम आपकी जानकारी के लिए बता आप फ्लाइट, ट्रेन या सड़क मार्ग में से किसी से भी ट्रेवल करके नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान या राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान जा सकते है।
तो आइये हम नीचे डिटेल से जानते है की हम फ्लाइट, ट्रेन या सड़क मार्ग से नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान केसे जायें।
यदि आपने नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान घूमने जाने के लिए फ्लाइट का सिलेक्शन किया है, तो जान लें नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान के लिए कोई सीधी फ्लाइट कनेक्टविटी नही है।
नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान का निकटतम एयरपोर्ट बैंगलोर में है, जो पार्क से लगभग 220 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह हवाई अड्डा भारत के प्रमुख शहरों से हवाई मार्ग द्वारा जुड़े है और यहाँ दैनिक रूप से भी बिभिन्न उड़ाने भी संचालित की जाती है। फ्लाइट से ट्रेवल करके एयरपोर्ट पर उतरने के बाद, नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान पहुंचने के लिए आप बस, केब या एक टैक्सी किराए पर ले सकते हैं।
ट्रेन से ट्रेवल करके नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा पर जाने वाले पर्यटकों को बता दे नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान में कोई सीधा ट्रेन रूट भी नही है। नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन मैसूर में है,जो नागरहोल टाइगर रिजर्व से लगभग 89 किलोमीटर की दूरी पर है। रेलवे स्टेशन पहुचने के बाद आप बस या एक टैक्सी से ट्रेवल करके नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान पहुच सकते है।
यदि आप सड़क मार्ग या बस से ट्रेवल करके नागरहोल टाइगर रिजर्व घूमने जाना चाहते है, तो हम आपको बता दे नागरहोल के लिए आसपास के सभी शहरों से बसे उपलबध है, जिनसे ट्रेवल करके कोई भी नागरहोल आ सकते है। यदि आप आसपास के शहरों से यात्रा कर रहे है तो आप सेल्फ ड्राइव या एक टेक्सी बुक करके भी नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान आ सकते है।
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इस आर्टिकल में आपने नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान की ट्रिप से रिलेटेड पूरी इन्फोर्मेशन को डिटेल में जाना है आपको हमारा ये आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
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