Major Religious places and Temples of Coimbatore in Hindi: कोयम्बटूर तमिलनाडु के प्रमुख धार्मिक और पर्यटक स्थलों में से एक है जिसे दक्षिण भारत के मैनचेस्टर’ के रूप में भी जाना जाता है। यह हलचल भरा शहर न केवल अपने कपड़ा उद्योग के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि अपने प्राचीन मंदिरों के लिए भी काफी प्रसिद्ध है।
कोयम्बटूर के प्रमुख मंदिर की अद्भुत वास्तुशिल्प डिजाइन, और इन मंदिरों से जुड़ी धार्मिक मान्यताएं श्रद्धालुयों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इनके अलावा कोयंबटूर के मूल निवासियों की समृद्ध संस्कृति भी देखने योग्य है। कोयम्बटूर के प्रसिद्ध मंदिर और धार्मिक स्थल उन श्र्धालुयों और पर्यटकों के लिए एक परफेक्ट पल्सेस है जो एकांत में समय व्यतीत बिताते हुए देवतायों के दर्शन करना चाहते है।
यदि आप कोयम्बटूर के प्रमुख धार्मिक स्थलों की यात्रा पर जाने का प्लान बना रहे है या फिर इस शहर के प्राचीन मंदिरों के बारे में जानना चाहते है तो इसके लिए आप इस आर्टिकल पूरा पढ़े जिसमे आप कोयम्बटूर के प्राचीन मंदिर और धार्मिक स्थलों से जुड़ी मान्यतायें और घूमने की पूरी इन्फोर्मेशन जान सकेगें –
कोयम्बटूर में पोलाची नेशनल हाईवे पर स्थित एचनारी विनयगर मंदिर भगवान गणेश को समर्पित मंदिर है जिसे 1500 ईस्वी के आसपास बनाया गया था। कोयम्बटूर के प्रसिद्ध मंदिर (Famous Temples of Coimbatore in Hindi) में से एक यह मंदिर शहर के प्रमुख पूजा स्थलों में से एक है, जहाँ प्रतिदिन श्रद्धालुयों की भीड़ देखी जाती है।
इस मंदिर को कोयम्बटूर का एक रहस्यमयी मंदिर भी माना जाता है, क्योंकि इस मंदिर से एक रहस्यमयी पौराणिक कथा जुड़ी है। माना जाता है की जब भगवान विनायगा की 6 फुट ऊंची मूर्ति को मदुरई से पटेश्वरेश्वर मंदिर में ले जाया जा रहा था, तो उस दौरान गाड़ी का धुरा टूट गया और मूर्ति उसी स्थान पर अचल हो गयी थी। जिसके बाद उसी स्थान पर इस मंदिर का निर्माण किया गया जिसे आज एचनारी विनयगर मंदिर के नाम से जाना जाता है।
कोयम्बटूर के प्रमुख मंदिर और धार्मिक स्थल (Major Religious places and Temples of Coimbatore in Hindi) में से एक श्री अय्यप्पन मंदिर भगवान अयप्पा को समर्पित है। यह मंदिर 20 वीं शताब्दी के मध्य में श्री धर्म संस्था भक्त जन सभा ट्रस्ट द्वारा स्थापित माना जाता है। कोयम्बटूर में इस मंदिर को केरल के मूल सबरीमाला मंदिर की तर्ज पर बनाया गया है और इस तरह इसे दूसरे सबरीमाला मंदिर के रूप में जाना जाता है। इसी कारण पूरे भारत के तीर्थयात्री इस स्थान पर आते हैं।
देखा जाये तो यह मंदिर एक मध्य स्टेशन के रूप में कार्य करता है क्योंकि सबरीमाला मंदिर की यात्रा के दौरान सभी तीर्थयात्री विश्राम के लिए यहां रुकते हैं। यदि आप अपनी फैमली या दोस्तों के साथ घूमने के लिए कोयम्बटूर के प्रमुख मंदिर सर्च कर रहे है तो आपको श्री अय्यप्पन मंदिर के दर्शन के लिए अवश्य जाना चाहिये –
भगवान शिव को समर्पित अरुल्मिगु पटेश्वरेश्वर स्वामी मंदिर कोयम्बटूर का एक और प्रसिद्ध मंदिर (Famous Temples of Coimbatore in Hindi) है। बता दे यह मंदिर शहर का लोकप्रिय पूजा स्थल के साथ साथ एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल है, जिसे चोल वंश के करिकला चोल द्वारा निर्मित माना जाता है। यदि आप कोयम्बटूर के धार्मिक स्थलों की यात्रा में इस प्राचीन मंदिर का पता लगाना चाहते हैं, तो कोयम्बटूर का यह शिव मंदिर आपकी यात्रा के लिए ज़रूरी है। मंदिर की अद्भुत वास्तुकला में पत्थर की नक्काशी, लकड़ी की नक्काशी और विशाल स्तंभों के साथ शिव की अभिव्यक्तियों की नक्काशी है जो वास्तव में देखने योग्य है। अरुल्मिगु पटेश्वरेश्वर स्वामी मंदिर कोयम्बटूर का ऐसा मंदिर है जो श्रद्धालुयों के साथ साथ कला प्रेमियों को भी अपनी तरफ अट्रेक्ट करता है।
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शांत वातावरण के बीच एक पहाड़ी के ऊपर स्थित, अरुलमिगु मारुथमालई मुरुगन मंदिर कोयम्बटूर के प्रसिद्ध मंदिर (Famous Temples of Coimbatore in Hindi) में से एक है। यह मंदिर भगवान कार्तिकेय के क्षेत्रीय अवतार, भगवान मारुथामलाई मुरुगन को समर्पित है। यह मंदिर विवाहित जोड़ों के लिए बहुत महत्वपूर्ण स्थल है , जो बच्चे को जन्म देने में समस्याओं का सामना करते हैं। माना जाता है की इस मंदिर में विवाहित जोड़ो द्वारा भगवान मारुथमालई मुरुगा की पूजा करने से सर्व गुण सम्पन्न बच्चे की प्राप्ति का आश्रीबाद मिलता है। इस मंदिर का एक अन्य आकर्षण हरे-भरे पहाड़ियों के अद्भुत दृश्य भी हैं जहाँ से पहाड़ी के सुंदर परिदृश्यो को देखा जा सकता है।
दया के देवता भगवान रंगनाथ को समर्पित रंगनाथ मंदिर कोयंबटूर के सबसे प्रमुख मंदिर और धार्मिक स्थल (Major Religious places and Temples of Coimbatore in Hindi)में से एक है। यह मंदिर सुरम्य पहाड़ी के उपर स्थित है जहाँ श्रद्धालु भगवान के दर्शन के साथ साथ एकांत में समय व्यतीत कर सकते है। इस पहाड़ी मंदिर के पास एक तालाब भी है, माना जाता है की इस तालाब में स्नान करने से बीमारियों और पापों से मुक्ति प्राप्त होती है। यदि आप कोयम्बटूर के प्रमुख धार्मिक स्थलों की यात्रा पर जाने वाले है तो रंगनाथ मंदिर शहर की अद्भुद और शांति प्रिय जगह है, जहाँ आपको अवश्य जाना चाहिए।
शहर के केंद्र में स्थित कोनिअम्मन मंदिर कोयम्बटूर के प्रमुख मंदिर में से एक है। बता दे इस मंदिर का निर्माण लगभग 600 साल पहले क्षेत्रीय जातीय समुदाय के नेता द्वारा किया गया था। यह कोनी अम्मन को समर्पित है, जिनके बारे में माना जाता है कि वे अपने अनुयायियों को अच्छी सेहत और धन धान्य के आश्रीबाद देते हैं। जिस कारण यह स्थान बड़ी संख्या में उपासकों को आकर्षित करता है, विशेषकर हर मंगलवार और शुक्रवार के दिनों में। इस मंदिर का एक अन्य आकर्षण मंदिर का 86 फीट ऊंचा प्रवेश द्वार या गोपुरम है जो क्षेत्र में सबसे ऊंचा है। इनके अलावा कोनिअम्मन मंदिर को विवाहों के लिए भी एक पवित्र स्थान माना जाता है, इसके अलावा यह मान्यता है कि माँ कोनि अम्मन अपने बच्चों को एक सुचारू विवाहित जीवन जीने का आश्रीबाद प्रदान करती है।
अरुलमिगु अविनाशी लिंगेश्वर कोयम्बटूर के सबसे पवित्र मंदिर (Famous Temples of Coimbatore in Hindi) में से एक है, जो कोंगुचोला और मैसूर के राजाओं द्वारा बनाया गया था। बाद में इसे 1756 में मैसूर के कृष्ण राजा उदयार द्वारा पुनर्निर्मित किया गया था। यह मंदिर अपने पंगुनी उथीराम उत्सव के लिए प्रसिद्ध है जो हर साल मार्च-अप्रैल में होता है। इस उत्सव के दौरान स्थानीय लोगो के साथ साथ देश के बिभिन्न कोनो से भी पर्यटकों और श्र्धालुयों को देखा जाता है। खूबसूरती से तराशी गयी मंदिर की 7 मंजिला मीनार भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, यह मीनार लगभग 100 फीट ऊँचा है जिसे विमना के रूप में जाना जाता है।
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शिरडी के साईं बाबा को समर्पित नागा साईं मंदिर कोयम्बटूर का एक और प्रसिद्ध मंदिर (Famous Temples of Coimbatore in Hindi) है। यह प्रसिद्ध मंदिर प्राचीन की एक घटना के कारण चर्चित और पूज्यनीय स्थल बना हुआ है, और उसी घटना के कारण इसका नाम नागा हो गया था। ऐसा माना जाता है कि 7 जनवरी 1943 को स्थानीय लोगों द्वारा प्रार्थना करते समय देवता की तस्वीर के सामने एक कोबरा दिखाई दिया और तब से इस मंदिर में देवता को ‘नाग साईं’ के रूप में पूजा जाता है।
इस मंदिर में भगवान के दर्शन के साथ साथ देखने के लिए एक और प्रभावशाली चीज स्वर्ण रथ है, जिस पर देवता की एक सोने की मूर्ति अंकित है। वैसे तो मंदिर में प्रतिदिन श्रद्धालुयों को देखा जाता है लेकिन गुरुबार के दिन साईं बाबा का खास दिन होता है जिस कारण इस दिन बड़ी संख्या में भक्त इस पवित्र स्थल का दौरा करते है।
तिरुमूर्ति बांध के बगल में एक पहाड़ी के पैर में स्थित तिरुमूर्ति मलाई मंदिर कोयम्बटूर के प्रमुख मंदिर और धार्मिक स्थल (Major Religious places and Temples of Coimbatore in Hindi) में से एक है। यह मंदिर कोयंबटूर के आसपास के सबसे सुरम्य मंदिरों में से एक है। जिसके बारे में लोगो का मानना है की यहाँ भगवान भगवान थिरुमूर्ति एक बच्चे के रूप में दिखाई देते है और भक्तों को अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं। इस मंदिर को पंचलिंग स्थली तथा दक्षिण के कैलाश के रूप में भी जाना जाता है जो श्रद्धालुयों के कोयंबटूर का प्रमुख आस्था केंद्र बना हुआ है। तिरुमूर्ति मलाई मंदिर कोयंबटूर का एक ऐसा मंदिर है, जिसे आपको एक बार जाना चाहिए, खासकर यदि आप भगवान शिव के भक्त हैं।
कोयम्बटूर शहर के सेंटर में स्थित कोट्टई-ईश्वरन मंदिर कोयंबटूर का एक और पवित्र शिव मंदिर है, जो पूरी इंडिया से श्र्धालुयों को आकर्षित करता है। मंदिर में एक विशाल शिवलिंग स्थापित है, जिस पर ब्रह्मसूत्र की रेखा बनी हुई है। इसलिए, यह माना जाता है, कि इस मंदिर में भगवान शिव की प्रार्थना लोगों को संकट से बचाएगी और उन्हें समृद्ध भविष्य का आशीर्वाद देगी। बता दे यह मंदिर कोयम्बटूर के प्राचीन मंदिर में से एक है जिसे 600 साल पहले काले पत्थरों का उपयोग करके बनाया गया था।
वैसे तो मंदिर में दैनिक रूप से भी भक्तो की भीड़ देखी जाती है, लेकिन यदि आप मुख्यतः कोट्टई-ईश्वरन मंदिर घूमने जाना चाहते है तो आपको शिवरात्रि के अवसर पर जाना चाहिये। इस दौरान मंदिर अपने सबसे आकर्षक रूप में होता है और पूरे परिसर में मेले जैसा माहौल होता है जो श्रद्धालुयों और पर्यटकों के लिए आकर्षण केंद्र बन जाता है।
भगवान राम को समर्पित रामर मंदिर, कोयंबटूर के सबसे प्रसिद्ध (Famous Temples of Coimbatore in Hindi) और महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है। रामर मंदिर यह एकमात्र मंदिर है जहां भगवान राम और श्री अंजनेया एक दूसरे के आमने सामने दिखते हैं। रामर मंदिर राम भक्तो के लिए कोयंबटूर का प्रमुख तीर्थ स्थल है जो स्थानीय लोगो के साथ साथ देश के बिभिन्न कोनो से श्र्धालुयों को आकर्षित करता है। यदि आप बिशेष रूप में रामर मंदिर घूमने जाना चाहते है, तो हम आपको बता दे इस मंदिर में जाने का सबसे अच्छा समय रामनवमी के त्योहार के दौरान होता है जिसे मंदिर में बहुत धूमधाम और शो के साथ मनाया जाता है।
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इस लेख में आपने कोयम्बटूर के प्रमुख धार्मिक स्थल और मंदिर (Major Religious places and Temples of Coimbatore in Hindi) के बारे में जाना है, आपको हमारा ये आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
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