Har ki Pauri Haridwar in Hindi : हरि की पौड़ी हरिद्वार के सबसे पवित्र घाटों में से एक है और एकमात्र ऐसा स्थान है जहाँ सभी आध्यात्मिक गतिविधियाँ होती हैं। हर की पौड़ी एक श्रद्धेय स्थल है जिसका बड़ी संख्या में भक्तों और आगंतुकों द्वारा दौरा किया जाता है और पवित्र गंगा के दर्शन करके अपनी प्रार्थनाएं करते हैं।
हर की पौड़ी’ शब्द का शाब्दिक अर्थ- “हर” का अर्थ है “भगवान शिव”, का “का अर्थ है” और “पौड़ी” का अर्थ है “कदम”। माना जाता है कि भगवान विष्णु ने हर की पौड़ी में ब्रह्मकुंड की यात्रा की थी। घाट का नाम भगवान विष्णु के चरण चिह्न से पड़ा, उसी के निशान घाट के एक पत्थर पर मौजूद हैं। हर की पौड़ी अर्ध कुंभ मेला, वैसाखी त्योहार, कंवर यात्रा और माघ मेला जैसे प्रसिद्ध मेलों के मेजबानी भी करता है जिस दौरान लाखो की संख्या में श्रद्धालु हर की पौड़ी घाट में स्नान करते है।
हर की पौड़ी का इतिहास – History of Har Ki Pauri in Hindi
भारत के सबसे पवित्र घाटों में शुमार हर की पौड़ी का इतिहास बीस सदियों से अधिक पुराना है जिसके निर्माण का श्रेय राजा विक्रमादित्य को दिया जाता है। हर की पौड़ी का निर्माण राजा विक्रमादित्य के भाई भारती की याद में किया गया था, जिन्होंने गंगा नदी के तट पर यहाँ ध्यान किया था। ठीक उसी जगह जहाँ शाम और सुबह की आरती होती है, उसे ‘ब्रह्मकुंड’ के नाम से जाना जाता है, ऐसा माना जाता है कि इस जगह पर अमृत ”की बूँदें’ गिरी थी। इस घाट का समय समय पर पर कई बार नवीकरण भी हुआ है। पहला विस्तार 1938 में उत्तर प्रदेश के आगरा के एक जमींदार हरज्ञान सिंह कटारा द्वारा किया गया था और फिर 1986 में किया गया था।
हर की पौड़ी में मनाये जाने वाले उत्सव और त्यौहार – Festivals of Har Ki Pauri in Hindi
हर की पौड़ी हरिद्वार के सबसे पवित्र घाटों में से एक है जहाँ प्रतिदिन एक त्यौहार जैसा माहौल खासकर आमवस्या, पूर्णिमा जैसे अवसरों पर। लेकिन इनके साथ साथ हर बारह साल में एक बार मनाये जाने वाले कुम्भ मेले और हर छह साल में होने वाला अर्ध कुंभ मेला के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है आपको जानकार हैरानी हो सकती है कुंभ मेला को पूरी दुनिया में तीर्थयात्रियों का सबसे बड़ा जमावड़ा माना जाता है।
वैसाखी का त्यौहार, भी यहाँ बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं, एक विशाल फसल त्यौहार है जो हर साल अप्रैल में होता है। दिवाली, का त्योहार भी यहाँ हजारों लोगों द्वारा मनाया जाता है जब पूरे घाट को रोशनी में ढंक दिया जाता है और श्रद्धालु पवित्र नदी को दीया भेंट करते हैं। ‘छठ’ त्यौहार, सूर्य देव को मनाने के लिए एक पूर्व भारतीय त्यौहार भी बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है।
हर की पौड़ी की आरती – Har Ki Pauri Aarti in Hindi
हर की पौड़ी घाट से प्रतिदिन गंगा जी की दो बार आरती की जाती है यह गंगा आरती सुबह 05:30 से 06:30 के बीच और शाम को 06:00 से 07:00 बजे के बीच होती है। ये आरती गंगा सभा द्वारा चयनित पुजारीयों द्वारा की जाती है कहाँ जाता है सामान्य दिनों में भी इन आरती में तीन हजार से अधिक लोग शामिल होते है जबकि यही संख्या त्योहारों के दौरान हजारों में हो जाती है।
आरती के सर्वोत्तम दृश्य के लिए, मंदिरों के सामने घाट पर बैठ सकते है या फिर शैली के घाट पर भी बैठ सकते हैं जिसका नाम ‘मालवीय ड्वेप’ है। मंत्रों का जाप करते हुए और मंदिरों से निकलने वाली घंटीयों की ध्वनि की पौड़ी को अलौकिक विभूति से भर देती है।
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हर की पौड़ी की यात्रा के लिए टिप्स – Tips For Visiting Har Ki Pauri in Hindi
यदि आप अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ हर की पौड़ी हरिद्वार की यात्रा पर जाने वाले है तो नीचे दिए गए इन टिप्स को जरूर फ़ॉलो करें–
- सबसे पहले आप जब भी हर की पौड़ी की यात्रा पर जाएँ तो शाम की आरती में भाग लेना जरूर सुनिश्चित कर लें।
- ध्यान दे हर की पौड़ी घाट पर गंगा नदी का बहाव काफी अधिक होता है इसीलिए डुबकी लगाते समय कभी भी बैरिकेड को पार ना करें।
- नदी में डूबकी लगाते समय अपने कपडे और सामान को सेफ जगह रख दें कई बार धोखाधड़ी और सामान गायाब होने की घटनाएँ भी सामने आई है।
- त्योहारों और पर्वो के दौरान यहाँ काफी भीड़भाड़ होती है इसीलिए यदि आप इस दौरान आ रहे हैं है तो थोडा सतर्क और सावधान रहे है और अगर आपके साथ में बच्चे भी हैं तो उनका विशेष ध्यान रखें।
हर की पौड़ी की टाइमिंग – Timing of Har Ki Pauri in Hindi
हर की पौड़ी हरिद्वार के सबसे प्रसिद्ध और पवित्र घाटों में से एक है जो 24 घंटे खुला रहता है लेकिन अधिकतर श्रद्धालु यहाँ सुबह 5.00 बजे से शाम की गंगा आरती होने तक ही यहाँ आते है।
हर की पौड़ी की एंट्री फीस – Entry fees of Har Ki Pauri in Hindi
जो भी पर्यटक और श्रद्धालु हर की पौड़ी हरिद्वार की यात्रा पर जाने वाले हैं हम उन्हें बता दे यहाँ श्र्धालुयों या पर्यटक किसी के लिए कोई भी प्रवेश शुल्क नही है।
हर की पौड़ी के आसपास घूमने की जगहें – Places to visit around Har Ki Pauri in Hindi
हरिद्वार हिन्दू धर्म के सबसे पवित्र और लोकप्रिय तीर्थ स्थलों में से एक है जो हर की पौड़ी के साथ साथ कई मंदिरों और पर्यटक स्थलों से भरा हुआ है। इसीलिए यदि आप हर की पौड़ी हरिद्वार की यात्रा पर जा रहे है तो अपना कुछ समय निकालकर इन मंदिर और पर्यटक स्थलों की यात्रा भी जरूर करें –
- मनसा देवी मंदिर
- चिल्ला वन्यजीव अभ्यारण्य
- क्रिस्टल वर्ल्ड
- भारत माता मंदिर हरिद्वार
- सप्तऋषि आश्रम
- पतंजलि योग पीठ
- पारद शिवलिंग
- नीलकंठ महादेव मंदिर
- राजाजी नेशनल पार्क
हर की पौड़ी हरिद्वार घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best time to visit Har ki Pauri Haridwar in Hindi
वैसे तो श्रद्धालु साल के किसी भी समय हर की पौड़ी की यात्रा कर सकते है लेकिन हर की पौड़ी की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय गर्मियों के महीनों के दौरान होता है यानी मार्च से जून के अंत तक। सर्दियों के मौसम (अक्टूबर – फरवरी) से बचना चाहते हैं क्योंकि यह काफी ठंडा हो जाता है। इनके अलावा आप गंगा दशहरा, अमवस्या, पूर्णिमा, वैसाखी जैसे पवित्र त्योहारों के दौरान भी यहाँ आ सकते है।
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हर की पौड़ी की यात्रा में रुकने के लिए होटल्स –Hotels in Haridwar in Hindi
यदि आप हर की पौड़ी और हरिद्वार के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों की यात्रा में रुकने के लिए होटल्स को सर्च कर रहे है तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दे एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल होने के नाते हरिद्वार में सभी बजट की होटल्स और धर्मशाला उपलब्ध है जिनको आप अपनी चॉइस के अनुसार सिलेक्ट कर सकते है।
- होटल कृष्णा जी (Hotel Krishna Ji)
- फार्च्यून पार्क हरिद्वार (Fortune Park Haridwar)
- रेडिसन ब्लू होटल, हरिद्वार (Radisson Blu Hotel, Haridwar)
- होटल ठाकुर जी (Hotel Thakur Ji)
- होटल अल्पना (Hotel Alpana)
हर की पौड़ी हरिद्वार केसे पहुचें – How To Reach Har Ki Pauri Haridwar in Hindi
हर की पौड़ी हरिद्वार भारत के उत्तर में स्थित है। तीर्थ स्थल एवं पर्यटन स्थल होने के कारण यहां आवागमन की बेहतर सुविधा उपलब्ध है। इसीलिए आप हवाई जहाज, बस या ट्रेन के जरिए आसानी से हरिद्वार पहुंच सकते हैं।
फ्लाइट से हर की पौड़ी हरिद्वार केसे पहुचें – How To Reach Har Ki Pauri Haridwar by Flight in Hindi
यदि आप फ्लाइट से ट्रेवल करके हर की पौड़ी हरिद्वार घूमने जाने का प्लान बना रहे है तो हम आपको बता दे हरिद्वार का निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून है जो हरिद्वार से 41 किमी की दूरी पर है। पर्यटक मुंबई या दिल्ली से देहरादून की हवाई यात्रा कर सकते हैं। इसके बाद एयरपोर्ट से टैक्सी या बस से हरिद्वार पहुंचा जा सकता है।
ट्रेन से हर की पौड़ी हरिद्वार केसे पहुचें – How To Reach Har Ki Pauri Haridwar by Train in Hindi
ट्रेन से यात्रा करके हर की पौड़ी हरिद्वार की यात्रा पर जाने वाले पर्यटकों को बता दे हरिद्वार का अपना रेलवे स्टेशन है जो भारत के कई भागों से जुड़ा हुआ है। यह स्टेशन दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, देहरादून, वाराणसी, पुरी और कोच्चि सहित कई अन्य शहरों से जुड़ा है। आप एक्सप्रेस ट्रेनों से हरिद्वार पहुंच सकते हैं।
सड़क मार्ग से हर की पौड़ी हरिद्वार केसे जायें – How To Reach Har Ki Pauri Haridwar by Road in Hindi
दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश से सड़क मार्ग द्वारा हरिद्वार बहुत आसानी से पहुंचा जा सकता है। इन मार्गों से राज्य परिवहन की बसें जुड़ी हैं। आपको बता दें कि दिल्ली से हरिद्वार 222 किलोमीटर दूर है और कुल पांच से छह घंटों की बस की यात्रा पूरी करने के बाद आप यहां पहुंच सकते हैं।
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इस लेख में आपने हर की पौड़ी हरिद्वार की यात्रा के बारे में जाना है आपको हमारा ये लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
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हर की पौड़ी का मेप – Map of har ki Pauri
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