Sardar Sarovar dam In Hindi, सरदार सरोवर बांध (SSD), भारतीय नर्मदा नदी पर, गुजरात राज्य में भरूच जिले में स्थित है। यह देश के सबसे बड़े और सबसे विवादास्पद अंतरराज्यीय, बहुउद्देशीय नदी घाटी बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाओं में से एक है। सरदार सरोवर बांध नर्मदा नदी पर बना सबसे बड़ा बांध है, जिसका उद्देश्य गुजरात राज्य के लिए पीने का पानी, सिंचाई पानी और बिजली प्रदान करना है, जिसमे इसमें 7,701,775 एकड़ फीट की एक जलाशय क्षमता है।
163 मीटर की ऊंचाई और 1210 मीटर की लंबाई के साथ सरदार सरोवर बांध में 200 मेगावाट बिजली पैदा करने की क्षमता है। गुजरात सरकार ने सौर ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए नर्मदा नहर में सौर पैनल स्थापित करने की भी योजना बनाई है, जिससे गुजरात के ग्रामीणों को मदद मिलेगी। अपनी सहज सुंदरता और पर्यटक सुविधाओं को देखते हुए, बांध एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हुआ है। यहां एक निर्देशित टूर सुविधा है जो पर्यटकों को बांध पर जाने के लिए छह बिंदुओं को दिखाती है।
तो आइये हम इस लेख के माध्यम से सरदार सरोवर बांध के महत्वपूर्ण तथ्य और यात्रा से जुड़ी जानकारी को जानते है –
भारत के दूसरे सबसे बड़े डेम सरदार सरोवर बांध की आधारशिला 5 अप्रैल, 1961 को पंडित जवाहरलाल नेहरू ने रखी थी। लेकिन इस परियोजना ने बिभिन्न विवादों और विरोधो का सामना किया इसीलिए कई बार इस परियोजना को रोका गया। सुप्रीम कोर्ट ने कई वर्षों के विचार-विमर्श के बाद बांध के निर्माण की अनुमति दी और फरवरी 1999 में निर्माण फिर से शुरू कर दिया गया था जो 2006 को पूरा किया गया।
बता दे सरदार सरोवर परियोजना की परिकल्पना 1946-1947 में स्वर्गीय सरदार वल्लभभाई पटेल ने की थी। यह नदी के किनारे 30 प्रमुख बांधों, 135 मध्यम और 3,000 छोटे बांधों के निर्माण की परिकल्पना करता है, जिसमें यह बांध उन सभी में सबसे बड़ा है।
यह नर्मदा घाटी विकास परियोजना का हिस्सा है, जो बिजली पैदा करने और पानी की आपूर्ति करने की एक प्रमुख योजना है, और इस परियोजना से गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र राज्यों को सिंचाई और पीने के पानी की आपूर्ति की जाती है।
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गुजरात राज्य में नर्मदा नदी पर स्थित सरदार सरोवर बांध 1,210 मीटर लंबा कंक्रीट का गुरुत्वाकर्षण बांध है, जिसकी गहरी नींव के ऊपर 163 मीटर की ऊंचाई है। सरदार सरोवर जलाशय, मुख्य बांध के लिए बनाया गया है, जिसमें 0.95 मिलियन हेक्टेयर मीटर (M.Ha.m) की सकल भंडारण क्षमता और 0.586M.Ha भंडारण क्षमता है।
214 किमी की औसत लंबाई और 1.7 किमी की चौड़ाई के साथ सरदार सरोवर बांध 37,000,000 के क्षेत्र में है। जबकि बांध स्थल के ऊपर नदी का जलग्रहण क्षेत्र 88,000 वर्ग किलोमीटर है और इसमें 87,000 क्यूबिक मीटर सेकेंड की स्पिलवे डिस्चार्जिंग क्षमता है। बाढ़ नियंत्रण के लिए सात चूट स्पिलवे रेडियल गेट और 23 सर्विस स्पिलवे गेट स्थापित हैं।
नर्मदा बेसिन में बांध परियोजनाओं के लिए योजनाएं 1946 में शुरू की गई थीं। सरदार सरोवर परियोजना शुरुआती दौर से ही लगातार आलोचनाओं और विरोध के दौर से गुजर रही है, इसीलिए अदालत के आदेश और विरोध के कारण इसका निर्माण कई बार रुका था। महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश राज्यों के बीच पानी के बंटवारे के विवाद के कारण इस परियोजना का काम शुरू नहीं हो सका, इन्ही मुद्दों को सुलझाने और पानी के शेयरों को आवंटित करने के लिए अक्टूबर 1969 में नर्मदा जल विवाद न्यायाधिकरण (NWDT) का गठन किया गया था। NWDT 1979 में एक समझौते पर पहुंचा और बांध का निर्माण अप्रैल 1987 में शुरू किया गया था।
लेकिन निर्माण प्रारंभ होने के कुछ समय बाद स्थानीय लोगों के एक समूह ने 1989 में नर्मदा बचाओ आंदोलन (एनबीए, या नर्मदा आंदोलन बचाओ) के तहत परियोजना का विरोध किया और एक बार फिर इसके निर्माण को रोक दिया गया। कई विरोधो का सामना करने के बाद इस बांध का निर्माण फरवरी 1999 में फिर से शुरू हुआ और बांध की ऊंचाई 80 मीटर से बढ़ाकर 88 मीटर कर दी गई। लेकिन जून 2004 में नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण से अनुमोदन के साथ बांध की ऊंचाई 110.6 मीटर हो गई थी और इसे एक बार फिर दिसंबर 2006 में इसकी वर्तमान 121.9 मीटर ऊंचाई तक बढ़ा दिया गया था।
बता दे सरदार सरोवर परियोजना में दो जल विद्युत उत्पादक इकाइयाँ हैं। 1,200MW भूमिगत रिवर बेड पॉवर हाउस (RBPH) स्टेशन में सुमितोमो और भेल द्वारा आपूर्ति की जाने वाली रिवर्सिबल फ्रांसिस टाइप टर्बाइन की छह, 200MW इकाइयाँ हैं। इस परियोजना से 400kV पावर ट्रांसमिशन लाइन के माध्यम से गुजरात (16%), मध्य प्रदेश (57%) और महाराष्ट्र (27%) को बिजली वितरित की जाती है।
अक्सर हम किसी भी जगह घूमने जाने से पहले उस जगह के बारे में सोचने लगते और जानना चाहते है की हम उस जगह पर क्या- क्या देख और कर सकते है। तो आइये हम यहाँ नीचे जानते है की हम सरदार सरोवर बांध की यात्रा में क्या- क्या देख सकते है और कर सकते है-
यदि आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ गुजरात राज्य में नर्मदा नदी पर स्थित सरदार सरोवर बांध घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं, और घूमने के लिए अच्छे समय की तलाश में हैं। तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दे सरदार सरोवर बांध का दौरा करने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर और दिसंबर के शुरुआती सर्दियों के महीनों के दौरान होता है क्योंकि इस मौसम सबसे सुखद और सुगम होता है। लेकिन यदि आप डेम को पूर्ण आवेग के साथ देखना चाहते है तो उसके लिए मानसून के मौसम में जुलाई से अक्टूबर की बीच यात्रा कर सकते हैं।
यदि आप भारत के सबसे ऊँचे डेम सरदार सरोवर बांध और इसके आसपास के पर्यटक स्थल घूमने जाने का प्लान बना रहे है, और अपनी यात्रा के दौरान रुकने के लिए किसी अच्छी होटल की तलाश में हैं, तो हम आपको बता दें की सरदार सरोवर बांध के आसपास और भरूच में आपको लो-बजट से लेकर हाई-बजट तक सभी प्रकार के होटल मिल जायेंगे। जिनकी आप आपनी सुविधानुसार चुनाव कर सकते हैं।
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बता दे सरदार सरोवर बांध भरूच और वडोदरा के माध्यम से गुजरात के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। भरूच शहर के लिए नियमित रूप से बस सेवाएं चलती हैं लेकिन भरूच के लिए कोई सीधी उड़ान नहीं है निकटतम हवाई अड्डा वडोदरा हवाई अड्डा है जबकि निकटतम रेलवे स्टेशन भरूच में ही है। तो आइये हम नीचे विस्तार से जानेगे की हम ट्रेन, बस या फ्लाइट से सरदार सरोवर बांध केसे जा सकते है।
यदि आप अपने दोस्तों या फैमली के साथ हवाई यात्रा करके सरदार सरोवर बांध घूमनें जाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दे भरूच जिले के लिए सीधी हवाई कनेक्टिविटी नही है। सरदार सरोवर बांध का निकटतम हवाई अड्डा वड़ोदरा हवाई अड्डा है जो सरदार सरोवर डेम से लगभग 98 किमी की दूरी पर स्थित है। हवाई अड्डा पहुचे के बाद टेक्सी या बस से यात्रा करके आप सरदार सरोवर बांध पहुंच सकते है।
ट्रेन के माध्यम से सरदार सरोवर बांध की यात्रा करना एक आरामदायक और सुविधाजनक विकल्प साबित हो सकता है। सरदार सरोवर बांध का निकटतम रेलवे स्टेशन भरूच रेलवे स्टेशन है जो लगातार ट्रेनों के माध्यम से कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। भरूच रेलवे स्टेशन सरदार सरोवर बांध से लगभग 95 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ट्रेन से सफ़र करके भरूच रेलवे स्टेशन पहुचने के बाद आप बस टेक्सी या केब बुक करके अपने गंतव्य तक पहुच सकते है।
यदि आपने सरदार सरोवर बांध की यात्रा के लिए बस या सड़क मार्ग का चुनाव किया है तो आपको बता दे भरूच सड़कों का एक सुव्यवस्थित नेटवर्क प्रदान करता है जो इसे कई पड़ोसी शहरों के साथ-साथ राज्यों से जुड़ने में मदद करता है। भरूच शहर के लिए नियमित रूप से बस सेवाएं चलती हैं और निजी और सरकारी मालिकों, विशेष रूप से गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम दोनों द्वारा संचालित की जा रही हैं। इन सबके अलावा आप अपने निजी वाहन या टेक्सी किराय पर लेकर भी सरोवर बांध की यात्रा कर सकते हैं।
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