Ajanta Caves In Hindi : अजंता की गुफा महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद शहर से लगभग 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अजंता की प्राचीन गुफा भारत में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले पर्यटक स्थलों में से एक हैं जो भारतीय गुफा कला का सबसे महान जीवित उदाहरण हैं। यह गुफा, एलोरा गुफाओं की तुलना में भी काफी पुरानी है। अजंता की गुफाएं वाघुर नदी के किनारे एक घोड़े की नाल के आकार के चट्टानी क्षेत्र को काटकर बनाई गई है। इस घोड़े के नाल के आकार के पहाड़ पर 26 गुफाओं का एक संग्रह है।
यह गुफाएं चट्टानों पर काटकर बनाये गए बौद्ध स्मारक हैं, जिन्हें यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया है। अगर आप इतिहास को जानने के बारे में या ऐतिहासिक चीज़ों को देखने का शौक रखते हैं, तो अजंता गुफा की यात्रा करना आपके लिए बहुत ही आनंदमय साबित हो सकता हैं। इन गुफाओं की कलाकारी और सुंदरता आपके मन को शांति और सुख का एहसास कराएगी। आइये आपको अजंता की गुफाओं के बारे में कुछ खास बाते बताते हैं।
- अजंता की गुफाएँ कहाँ स्थित है – Ajanta Caves Kaha Par Hai In Hindi
- अजंता की गुफा का इतिहास – Who Built Ajanta Caves And Ajanta Caves History In Hindi
- अजंता की चित्रकला की विशेषता – Ajanta Caves Paintings Information In Hindi
- अजंता की गुफा का चित्र और वास्तुकला – Architecture Of Ajanta Caves In Hindi
- अजंता की गुफाओं की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Ajanta Caves In Hindi
- अजंता की गुफा घूमने का समय -Ajanta Caves Timings In Hindi
- अजंता की गुफा की फीस और शुल्क – Ajanta Caves Entry Fees Or Charges In Hindi
- अजंता की गुफा देखने कैसे जायें – How To Reach Ajanta Caves in Hindi
- अजंता की गुफाएँ हवाई जहाज से कैसे पहुंचें – How To Reach Ajanta Caves by Air In Hindi
- अजंता की गुफाएँ रेल से कैसे पहुंचें – How To Reach Ajanta Caves by Train In Hindi
- अजंता की गुफाएँ सड़क मार्ग से कैसे पहुंचें – How To Reach Ajanta Caves by Road In Hindi
- अजंता की गुफा का पता – Ajanta Caves Location
- अजंता की गुफा की फोटो – Ajanta Caves Photos
1. अजंता की गुफाएँ कहाँ स्थित है – Ajanta Caves Kaha Par Hai In Hindi
अजंता की गुफाएँ 30 चट्टानों को काटकर बनाई गई बौद्ध गुफा स्मारक हैं जो कि दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर लगभग 480 ई.पू. से भारत के महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद जिले में स्थित हैं। यह गुफाएँ अजंता नामक गाँव के पास ही स्थित है, जो कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में है।
2. अजंता की गुफा का इतिहास – Who Built Ajanta Caves And Ajanta Caves History In Hindi
अजंता की गुफाएं मुख्य रूप बौद्ध गुफा है, जिसमें बौद्ध धर्म की कला कृतियाँ है। इन गुफाओं का निर्माण दो चरणों में हुआ है। पहले चरण में सातवाहन और इसके बाद वाकाटक शासक वंश के राजाओं ने इसका निर्माण करवाया। पहले चरण की अजंता की गुफा का निर्माण दूसरी शताब्दी के समय हुआ था और दूसरे चरण वाली अजंता की गुफाओं का निर्माण 460-480 ईसवी में हुआ था। बता दें कि पहले चरण में 9, 10, 12, 13 और 15 ए की गुफाओं का निर्माण हुआ था। दूसरे चरण में 20 गुफा मंदिरों का निर्माण किया गया। पहले चरण को गलती हीनयान कहा गया था, इसका सम्बन्ध बौद्ध धाम के हीनयान मत से है। इस चरण की खुदाइयों में भगवान् बुद्ध को स्तूप से संबोधित किया गया है। दूसरे चरण की खुदाई लगभग 3 शताब्दी के बाद की गई। इस चरण को महायान चरण कहा गया। कई लोग इस चरण को वतायक चरण भी कहते हैं। जिसका नाम वत्सगुल्म के शासित वंश वाकाटक के नाम पर पड़ा है।
3. अजंता की चित्रकला की विशेषता – Ajanta Caves Paintings Information In Hindi
इन गुफाओं में प्राचीन चित्रकला और मूर्तिकला का बेहतरीन नूमना देखने को मिला था, जिसे भारतीय चित्रकला कला और मूर्ति की कलाकारी का सबसे बेहतरीन उदाहरण माना जाता है। अजंता की गुफाएँ बौद्ध युग के बौद्ध मठ या स्तूप हैं। यह वो जगह है जहाँ बौद्ध भिक्षु रहा करते थे इसके साथ वो यहां अध्ययन और प्रार्थना करते थे। पहली बार अजंता की गुफाओं को 19 वीं शताब्दी में एक ब्रिटिश ऑफिसर द्वारा वर्ष 1819 में तब खोजा गया था जब वे शिकार कर रहे थे और उन्होंने झाड़ियों, पत्तियों और पत्थरों से ढकी एक गुफा देखी। इसके बाद उनके सैनिकों ने गुफा में जाने के लिए रास्ता बनाया तब उन्हें वहां पुरानी इतिहास के साथ कई गुफाएँ मिलीं। इसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी सरकार को दी। तब से आज तक अजंता की गुफाओं की खुदाई और अध्ययन किया जा रहा है। इसके बाद सन 1983 में इन गुफाओं को विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया था। इस समय यह अद्भुद गुफाएँ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की देखरेख में हैं। पूरे साल अजंता की गुफाओं को देखने दुनिया भर से पर्यटक विशेष रूप से बौद्ध अनुयायी इस पर्यटन स्थल पर आते हैं।
4. अजंता की गुफा का चित्र और वास्तुकला – Architecture Of Ajanta Caves In Hindi
अजंता की गुफाओं की दीवारों और छत पर भगवान बुद्ध के जीवन और शिक्षाओं को नक्काशी और चित्रों के द्वारा बताया गया है। अजंता में कुल 30 गुफाएँ हैं जो आपके को आपको पुराने के लोगो की प्रतिभा और अतीत की याद दिलाती है। अजंता की गुफाओं में 24 बौद्ध विहार और 5 हिंदू मंदिर हैं। इन सभी में से गुफा 1, 2, 4, 16, 17 सबसे सुंदर है और गुफा 26 बुद्ध की पुनर्निर्मित प्रसिद्ध प्रतिमा स्थित है। इन सभी गुफाओं की खुदाई लगभग यू-आकार की खड़ी चट्टान के स्कार्पियो पर की गई है जिनकी ऊंचाई लगभग 76 मीटर हैं।
अजंता की गुफाओं का नाम भारत में सबसे ज्यादा देखें जाने वाले पर्यटन स्थल में आता है। यहाँ हर साल बड़ी संख्या में लोग आते हैं। अजंता गुफा के इतिहास पर अगर नज़र डाले तो इन गुफाओं का इस्तेमाल बौद्ध मठ के रूप में किया जाता था जहां छात्र और भिक्षु अपने अध्ययन को वैरागी में दर्ज करने के साथ करते हैं। यह जगह प्रकृति के बेहद करीब थी और भौतिकवादी दुनिया भी काफी दूर थी।
अजंता की गुफाओं के चैत्य गृह में सुंदर चित्र, छत और बड़ी खिड़कियां हैं। पहले खुदाई में मिली गुफाएं दक्कन में पाई जाने वाली गुफाओं कोंडेन, पिटालखोरा, नासिक की तरह है। इन गुफाओं को बनाने का दूसरा चरण 4 शताब्दी में शुरू हुआ था जो वताको के शासन के समय बनाई गई थी। यह गुफाएं सबसे खूबसूरत और कलात्मक थी। इस चरण की गुफाओं में ज्यादातर पेंटिंग का काम किया गया था।
और पढ़े : भारत की प्रमुख प्राचीन और ऐतिहासिक गुफायें
5. अजंता की गुफाओं की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Ajanta Caves In Hindi
अगर आप अजंता की गुफाएँ देखने जाने का प्लान बना रहे हैं और यह जानना चाहते हैं कि यहाँ जाने के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा है तो बता दें कि यह गुफाएं पर्यटकों के लिए पूरे साल खुली रहती हैं, लेकिन महीने के हर सोमवार को यह बंद रहती हैं।
आप साल में किसी भी मौसम में आप इन गुफाओं को देखने आ सकते हैं। लेकिन अक्टूबर से फरवरी तक अच्छी जलवायु और ठंडा मौसम होने की वजह से यहां पर्यटकों की उपस्थिति पूरे साल की अपेक्षा काफी ज्यादा होती हैं। मार्च से जून तक गर्मी का मौसम होता है जिसमे यहाँ दिन के समय तापमान 40 ° C से अधिक हो जाता है। इसके बाद जून के अंत से अक्टूबर मानसून का मौसम रहता है। यहाँ गर्मी और बरसात, ठंड की तुलना में ज्यादा होती हैं इसलिए यहाँ आने वाले पर्यटक ठंड से लेकर शरद ऋतू तक यहाँ घूमना ज्यादा पसंद करते हैं। बाकी आप अपनी सुविधा और इच्छा के अनुसार साल के किसी भी मौसम में यहां जा सकते हैं।
6. अजंता की गुफा घूमने का समय -Ajanta Caves Timings In Hindi
अगर आप अजंता की गुफाओं की यात्रा पर जा रहे हैं तो आप यहाँ सुबह 09:00 से शाम 05:00 बजे तक घूम सकते हैं, लेकिन महीने के हर सोमवार को यह गुफाएं बंद रहती हैं।
7. अजंता की गुफा की फीस और शुल्क – Ajanta Caves Entry Fees Or Charges In Hindi
अजंता की गुफाओं में प्रवेश के लिए भारतीयों को प्रवेश शुल्क के रूप में 10 रूपये देने होंगे वही विदेशियों के लिए 250 रूपये लगेंगे। अगर आप अंदर अपना विडियो कैमरा लेकर जाना चाहते हैं तो आपको इसके लिए 25 रूपये चार्ज देना होगा। 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चो के लिए यहां प्रवेश नि:शुल्क है।
और पढ़े :औरंगाबाद के पर्यटन स्थल
8. अजंता की गुफा देखने कैसे जायें – How To Reach Ajanta Caves in Hindi
अगर आप अजंता की गुफाएं देखने का मन बना चुकें है तो यहाँ जाने से पहले आपको यह तय करना होगा कि आप यहां किस माध्यम से जाना चाहते हैं। अजंता की गुफाएँ भारत में महाराष्ट्र राज्य के उत्तर में स्थित हैं। यह जगह मध्यप्रदेश राज्य की सीमा के करीब है। अजंता की गुफाओं की दूरी औरंगाबाद से 120 किलोमीटर और जलगाँव से 60 किलोमीटर है। यह दो शहर अजंता गुफा जाने के लिए सबसे अच्छे हैं। औरंगाबाद एक बड़ा शहर है जो अच्छी तरह से इस पर्यटन के साथ जुड़ा हुआ है। जलगाँव एक छोटा शहर है लेकिन यह गुफाओं के सबसे पास स्थित है।
9. अजंता की गुफाएँ हवाई जहाज से कैसे पहुंचें – How To Reach Ajanta Caves by Air In Hindi
अगर आप हवाई मार्ग द्वारा अजंता की गुफाओं की यात्रा करने का सोच रहे हैं तो बता दें कि इन गुफाओं तक पहुँचने के लिए सबसे निकटतम हवाई अड्डा औरंगाबाद का है। यहां से अजंता की गुफाओं की दूरी 120 किलोमीटर है। जिसमे लगभग 3 घंटे लगते हैं। औरंगाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद आप किसी भी बस या टैक्सी की मदद से गुफाओं तक पहुंच सकते हैं। औरंगाबाद के लिए आपको मुंबई और दिल्ली जैसे प्रमुख शहरों से सीधी उड़ाने मिल जाएंगी। इन दोनों हवाई अड्डों की भारत में सभी महत्वपूर्ण शहरों से अच्छी कनेक्टिविटी है।
10. अजंता की गुफाएँ रेल से कैसे पहुंचें – How To Reach Ajanta Caves by Train In Hindi
अगर आप रेल से अजंता की गुफाओं के लिए जा रहे हैं तो आपको इसके लिए निकटतम रेलवे स्टेशन जलगाँव शहर (60 किमी) उतरना होगा। इसके अलावा आपके पास दूसरा विकल्प औरंगाबाद रेलवे स्टेशन (120 किमी) है। जलगाँव स्टेशन के लिए आपको भारत के सभी महत्वपूर्ण शहरों और पर्यटन स्थलों मुंबई, नई दिल्ली, बुरहानपुर, ग्वालियर, सतना, वाराणसी, इलाहाबाद पुणे, बैंगलोर, गोवा से डायरेक्ट ट्रेन मिल जाएगी। इसी तरह औरंगाबाद रेलवे स्टेशन के लिए आपको आगरा, ग्वालियर, नई दिल्ली, भोपाल आदि शहरों से ट्रेन मिल जाएगी। बता दें कि जलगाँव रेलवे स्टेशन की कनेक्टिविटी औरंगाबाद स्टेशन से ज्यादा बेहतर है।
11. अजंता की गुफाएँ सड़क मार्ग से कैसे पहुंचें – How To Reach Ajanta Caves by Road In Hindi
अजंता की गुफाओं तक जाने के लिए औरंगाबाद और जलगाँव दोनों शहरों से अच्छी सड़क कनेक्टिविटी है। अगर रेल या हवाई यात्रा करके यहाँ पहुंचते हैं तो इसके बाद आप सड़क द्वारा गुफाओं तक पहुंच सकते हैं। मुंबई (490 किमी), मांडू (370 किमी), बुरहानपुर (150 किमी), महेश्वर (300 किमी) और नागपुर से आप सड़क मार्ग से आरामदायक यात्रा कर सकते हैं।
और पढ़े: 12 ज्योतिर्लिंग के नाम और स्थान
12. अजंता की गुफा का पता – Ajanta Caves Location
13. अजंता की गुफा की फोटो – Ajanta Caves Photos
https://www.instagram.com/p/BsuSi07FsGc/?utm_source=ig_web_button_share_sheet
https://www.instagram.com/p/BsfvfQOHTHr/?utm_source=ig_web_button_share_sheet
और पढ़े :
- महाराष्ट्र के “मिनी गोवा” – अलीबाग में घूमने की बेस्ट जगहें
- महाराष्ट्र के पुरंदर किले का इतिहास क्यों है इतना खास ?
- क़ुतुब मीनार की जानकारी
- महाराष्ट्र के 15 पर्यटन स्थल और घूमने की जानकारी
- लोहागढ़ किला लोनावाला घूमने की जानकारी और आकर्षण स्थल
- खंडाला में घूमने लायक पर्यटन स्थल की जानकारी