Famous Temple In Kerala In Hindi, केरल राज्य धार्मिक और अध्यात्मिक दृष्टिकोण से एक खूबसूरत राज्य हैं जिसमे कई ऐतिहासिक और प्राचीन मंदिर बने हुए हैं जोकि पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र हैं। केरल भगवान परशुराम जी द्वारा निर्मित दक्षिण भारत में स्थित मालाबार तट का एक राज्य है। केरल को राज्य को देवताओं की भूमि के नाम से भी जाना जाता हैं।
केरल में बहुत सारे भव्य और अच्छी तरह से डिजाइन किए गए मंदिर हैं। इसका अलावा केरल राज्य अपनी हरियाली, प्राकृतिक सुंदरता और अपने तीर्थ स्थलों के लिए जाना जाता है। अतिरंजना और बैकवॉटर्स का आकर्षण इस राज्य को एक खूबसूरत पर्यटन स्थल के रूप में दर्जा दिलाते हैं। यदि आप केरल राज्य के तमाम दर्शनीय और तीर्थ स्थलों के बारे में जानना चाहते है तो हमारे इस लेख को पूरा जरूर पढ़े।
श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में स्थित भगवान विष्णु को समर्पित मंदिर है और यह केरल का पहला मंदिर है। पद्मनाभस्वामी मंदिर केरल के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है जिसका निर्माण 8 वीं शताब्दी में किया गया था। इस मंदिर की वास्तुकला द्रविड़ शैली में बनी हुई है जोकि बहुत ही आश्चर्यजनक दिखाई देती है। यदि आप पद्मनाभस्वामी मंदिर की यात्रा करने वाले है तो इस बता पर ध्यान दे की मंदिर में केवल हिन्दू धर्म को मानने वालों को ही प्रवेश की अनुमति है।
सबरीमाला सस्था मंदिर केरल के पठानमथिट्टा में स्थित दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा और भारत का पहला सबसे बड़ा मंदिर है। भगवान अयप्पा को समर्पित यह मंदिर भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। सबरी माला के तीर्थ यात्री नीले और काले रंग के कपडे पहनते है। यह मंदिर 18 पहाड़ियों से घिरा हुआ है जोकि घने जंगलों में स्थित है। इस मंदिर में जनवरी महीने में मकर सक्रांति के समय पर्यटकों और श्रद्धालुओं की बहुत भीड़ एकत्रित होती है।
और पढ़े: सबरीमाला मंदिर के रोचक तथ्य
अटुकल भगवती मंदिर केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित बहुत ही आकर्षक और प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर माता पार्वती के कन्न्की रूप को समर्पित है। इस मंदिर में एक अनोखा धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है जिसका नाम पोंगला है। इस उत्सव में महिलाएं लाखों की संख्या में एकत्रित होकर माता कन्नकी की पूजा करती है। अलग-अलग प्रकार के पकवानों से माता का भोग लगाती है। एक बार लगभग 37 लाख महिलाओं ने इस उत्सव में भाग लिया इसी बजह से इस मंदिर को गिनीज वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड प्राप्त हुआ है।
उदयनूर देवी मंदिर केरल राज्य के तिरुवनंतपुरम में स्थित लगभग 1300 साल पुराना मंदिर है। इस मंदिर में मुख्य देवता के रूप में भगवान शिव और विष्णु की पूजा होती है। इनके अलावा भी इस मंदिर में नागराज, भगवान गणेश और मदन थम्पुरण की मूर्ती भी स्थापित है। यह केरल के लोकप्रिय मंदिरों में शामिल है। जोकि केरल का एकमात्र मंदिर है जो उत्तर दिशा में स्थित है।
ताली मंदिर केरल राज्य के कोझीकोड जिले में स्थित भगवान शिव का बहुत ही आकर्षक मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण 14 वीं शताब्दी में ज़मोरिन द्वारा करवाया गया था। यह मंदिर लेटराइट और लकड़ी के साथ पीतल की नक्काशी का अद्भुत मिश्रण है। यह मंदिर करामाना नदी के पास पहाड़ की चोटी पर स्थित है।
शिवगिरी मंदिर केरल राज्य के वर्कला में स्थित भगवान शिव को समर्पित एक दर्शनीय मंदिर है। इस मंदिर में श्री नारायण गुरु का मकबरा भी है। दिसंबर से जनवरी के बीच इस मंदिर में पीली पोशाक में तीर्थ यात्रियों की भीड़ लगी रहती है। यह जगह कुछ डरावनी भी लगती है परन्तु धार्मिक स्थल होने के कारण यहाँ बहुत अच्छा भी लगता है।
एट्टूमनूर महादेव मंदिर केरल राज्य के कोट्टायम में स्थित भगवान शिव को समर्पित बहुत ही प्राचीन और प्रमुख मंदिर है। यह मंदिर अरट्टू उत्सव के कारण लोगो को बहुत आकर्षित करता है। इस मंदिर में शिवजी के नृत्य करते हुए रूप की तस्वीरें दीवारों पर स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर को पांडवों के शासनकाल के दौरान बनाया गया था और ऋषि व्यास ने इस मंदिर की पूजा की थी।
मन्नारसला नागराजा मंदिर केरल के सबसे रहस्यमय मंदिरों में से एक है यह मंदिर उरुली कमिझथल के लिए प्रिसद्ध है। नाग देवों को समर्पित यह मंदिर लोगो की आस्था का प्रतीक है। लोग यहाँ संतान प्राप्ति के लिए अनुष्ठान करवाते है। इस मंदिर में नागों की बहुत सारी तस्वीरों से दीवार सजी हुई है।
लोकनारकवु मंदिर केरल राज्य के कोझीकोड में स्थित सबसे अधिक देखे जाने वाले धार्मिक स्थलों में गिना जाता है। इस मंदिर में माँ दुर्गा, भगवान शिव और भगवान विष्णु के तीन अलग-अलग मंदिर बने हुए है।
गुरुवायुर मंदिर भगवान विष्णु के 108 मंदिरों में से एक लोकप्रिय मंदिर है जोकि केरल के त्रिशूर जिले के छोटे से शहर में स्थित है। यह मंदिर भगवान श्री कृष्ण को समर्पित भारत का तीसरा सबसे बड़ा मंदिर है।
श्री परसनीकादवु मुथप्पन मंदिर केरल के सबसे लोकप्रिय और शानदार मंदिरों में से एक है जोकि श्रीपारासिनिकाडवु मुथप्पन वेलपट्टनम नदी के किनारे पर स्थित भगवान मुथप्पन को समर्पित हिन्दू मंदिर है। इस मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा भगवान को शराब की बोतल चढ़ाकर खुश किया जाता है और इस मंदिर का सबसे प्रमुख आकर्षण इसके प्रवेश द्वार पर कुत्ते की मूर्ती स्थापित होना है।
अनंतपुरा झील मंदिर केरल राज्य में दक्षिणी भाग में स्थित एकमात्र झील मंदिर है। यह मंदिर एक सुन्दर झील के बीच में बसा होने के कारण बहुत ही आकर्षक लगता है जो राज्य के सबसे दक्षिणी छोर पर स्थित है। मंदिर एक सुंदर झील के बीच स्थित है भगवान अनंतपद्मनाभ को समर्पित इस मंदिर में ताजे झरने के पानी से जल की पूर्ती की जाती है। इस झील में बाबिया नामक शाकाहारी मगरच्छ है।
अंबालापुझा श्रीकृष्ण मंदिर केरल राज्य में स्थित प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर पौराणिक कथाओं के साथ जुड़ा हुआ है जहाँ श्री कृष्ण ने ब्राहमण रूप में सबको मोहित और आश्चर्यचकित किया था। इस मंदिर का मुख्य प्रसाद चावल का पाल्य्प्सम है।
वडक्कुनाथन मंदिर केरल के त्रिशूर जिले में स्थित भगवान परशुराम द्वारा निर्मित पहला मंदिर माना जाता है। यह मंदिर भगवान विष्णु के साथ भगवान शिव के लिए भी समर्पित है। इसे एएमएसआर अधिनियम द्वारा राष्ट्रीय स्मारक के रूप में घोषित करके ऐतिहासिक धरोहर बना लिया गया है।
थिरुनेली मंदिर वायनाड घाटी में भारत के दक्षिण में केरल का बहुत प्राचीन विष्णु मंदिर है। यहाँ भगवान विष्णु को थिरुनेली के नाम से लोकप्रियता मिली है। ऐतिहासिक कथाओं के अनुसार इस तीर्थ स्थल में स्थित इस प्राचीन मंदिर का निर्माण स्वयं ब्रह्मा जी द्वारा किया गया था।
अरनमुला पार्थसारथी मंदिर केरल के मल्लपुझाश नर्सरी में स्थित भगवान विष्णु को समर्पित मंदिर है। यह मंदिर महाभारत काव्य से सम्बंधित है जहाँ श्री कृष्ण स्वयं अर्जुन के पार्थ बने थे और उनके रथ के सारथी बने थे। अरनमुला पास के पम्बा नदी में आयोजित होने वाली वार्षिक स्नेक बोट रेस के लिए भी प्रसिद्ध है।
वैकोम महादेव मंदिर केरल में स्थित महादेव जी बहुत प्रसिद्ध मंदिर है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस मंदिर में जो शिवलिंग स्थापित है वह त्रेता युग में स्थापित की गई थी। यह मंदिर प्राचीन और आधुनिक शैली का समयोजन है।
कावियूर महादेव मंदिर केरल के त्रिकुरियर महादेव मंदिर के रूप में भी जाना जाता है। इस मंदिर में भगवान भोलेनाथ, माता पार्वती और हनुमान जी की मूर्तियाँ स्थापित है। कहा जाता है कि यह मंदिर रामायण से सम्बंधित है भगवान राम ने रावण के वध के बाद अयोध्या लोटते समय यहाँ पर शिव लिंग स्थापित की थी। कावियूर बहुत ही पवित्र मंदिर है और इस मंदिर में श्रद्धा से जो भी माँगा जाता है वो जरूर मिलता है।
और पढ़े : भारत के 11 सबसे अमीर मंदिर
तिरुवल्ला मंदिर केरल के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है जोकि भगवान श्री वल्लभ के पुरुष रूप को समर्पित है। इस मंदिर में कथकली नृत्य का आयोजन किया जाता है और यह कथकली का प्रशिक्षण केंद्र भी माना जाता है। यह केरल के विकास में योगदान देने वाला मंदिर है।
तिरुवंचिकुलम शिव मंदिर केरल के कोडुंगलोर में स्थित भगवान भोलेनाथ को समर्पित शिव थिरुप्प्थी मंदिर है। यह मंदिर केरल राज्य का बहुत ही पवित्र धार्मिक तीर्थ स्थल है और यह अपनी शानदार वास्तुकला से पर्यटकों को बहुत आकर्षित करता है। हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार कहा जाता है कि इस स्थान पर भगवान भोलेनाथ अपने पूरे परिवार के साथ निवास करते थे।
पझवंगड़ी गणपति मंदिर तिरुवनंतपुरम पुरम में स्थित भगवान गणपति का मंदिर है। यह मंदिर एक किले का हिस्सा है जिसमे भगवान गणेश जी की 32 मूर्तियाँ स्थित है। यह मंदिर ऐतिहासिक महत्त्व भी रखता है। इतिहासकारों द्वारा बताया गया है कि त्रावणकोर सेना इसी मंदिर में पूजा करने के बाद युद्ध पर जाती थी।
और पढ़े : भारत के प्रमुख ऐतिहासिक मंदिर
कोट्टारकारा गणपति मंदिर केरल के कोट्टारकारा में स्थित भगवान गणपति को समर्पित बहुत ही प्राचीन मंदिर है। केरल के लोकप्रिय प्रसिद्ध मंदिरों में शामिल यह मंदिर भगवान शिव के पीठासीन रूप को भी उजागर करता है।
पंडालम अय्यप्पा मंदिर केरल में पंडालम किले के पास स्थित भगवान अय्यप्पा को समर्पित मंदिर है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान अय्यप्पा ने यहाँ पांडालम के राजा के पुत्र के रूप में अपना मानवीय अवतार लिया था। इस मंदिर को वलियाकोइकल मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
चेंगन्नूर महादेव मंदिर केरल के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है जोकि भगवान शिव को समर्पित है। प्राचीन समय में आग लगने के कारण इस मंदिर की संरचना पूरी तरह से नष्ट हो गई थी लेकिन बाद में मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया गया था।
नीलकमल महादेव मंदिर केरल के पेरुनाड में सबरीमाला मंदिर के रस्ते पर स्थित भगवान भोलेनाथ को समर्पित मंदिर है। यहाँ भगवान भोलेनाथ को भगवान अयप्पा के रूप में पूजा जाता है। यह प्रसिद्ध तीर्थ स्थल सबरीमाला के तीर्थ यात्रियों के रुकने का स्थान भी है।
श्री परशुराम मंदिर केरल के थिरुवल्लम में करमना नदी के तट पर स्थित एकमात्र ऐसा मंदिर है जो भगवान परशुराम को समर्पित है। यह मंदिर पवित्र होने के साथ-साथ बहुत प्राचीन मंदिर भी है।
मधुर कासरगोड शहर में बहुत ही सुन्दर मधुर मंदिर है। यह मंदिर विनायक अनंतेश्वर को समर्पित बहुत ही आकर्षक मंदिर है। भगवान शिव के इस शानदार मंदिर पर टीपू सुलतान हमला करना चाहते थे परन्तु उन्होंने इस मंदिर में स्थित कुएं से पानी पीने के बाद अपना मन बदल लिया। हालाकि उनके द्वारा एक तलवार चलाई गई थी जिसके निशान आज भी मंदिर की दीवार पर है।
पदनीलम परब्रह्म मंदिर केरल में अलप्पुझा में स्थित भगवान ब्रह्मा जी को समर्पित बहुत ही अलौकिक मंदिर है। केरल के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से श्रृष्टि के रचनाकार ब्रह्मा जी को समर्पित यह एक मात्र मंदिर है।
कदम्पुझा देवी मंदिर केरल के लोकप्रिय मंदिरों में से एक है जोकि देवी दुर्गा को समर्पित बहुत ही प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर के परिसर में देवी दुर्गा के अलावा कोई अन्य मूर्ती नही है। यह मंदिर केरल की यात्रा पर आने वाले पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं।
इस लेख में आपनेकेरल के प्रसिद्ध मंदिर को जाना है आपको हमारा यह लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
और पढ़े:
Hills Station of Tamil Nadu In Hindi : तमिलनाडु भारत का एक खूबसूरत पर्यटक राज्य…
Ghaziabad in Hindi : गाजियाबाद उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख शहर है जो राष्ट्रीय…
Mumbai Zoo in Hindi : मुंबई जू मुंबई शहर के केंद्र में स्थित है जो…
Famous Forts Of Maharashtra in Hindi : महाराष्ट्र एक समृद्ध इतिहास वाला राज्य है जो…
Famous Lakes of Himachal Pradesh in Hindi : हिमाचल प्रदेश भारत का एक प्रमुख और…
Chintapurni Devi Temple in Hindi : चिन्तपूर्णी देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश राज्य के छोटे से…