Diveagar in Hindi: दिवेआगर महाराष्ट्र के कोंकण तट पर बसा एक खूबसूरत पर्यटक स्थल है, जो अपने आगंतुकों के लिए आनदमय दृश्य प्रस्तुत करता है। समुद्र तट पर इसकी परिधि के साथ सुरू के पेड़ो से शुरू होती हैं जो इसकी सुंदरता को बढ़ाते हैं। इस क्षेत्र में विविध वनस्पतियों और जीवों की हलकी आबादी भी देखी जा जाती है जो इसकी भव्यता को बनाए रखने में मदद करती है। वास्तव में यह एक आदर्श गंतव्य है जहाँ अक्सर पर्यटक अपनी फैमली के साथ या दोस्तों के साथ घूमते हुए देखे जा सकते है। यदि आप भी महाराष्ट्र में घूमने के लिए किसी शांत और प्राकृतिक सुन्दरता से परिपूर्ण जगह की तलाश में है तो आपको दिवेआगर की यात्रा करनी चाहिए
तो आइये इस लेख में दिवेआगर के प्रमुख पर्यटक स्थलों (Places to Visit in Diveagar in Hindi) के बारे में जानते है जिन्हें आप अपनी दिवेआगर की यात्रा में घूम सकते है-
महाराष्ट्र के सबसे प्रमुख समुद्र तटो में से एक दिवेआगर बीच मुंबई से लगभग 170 किमी दूरी पर स्थित है जो दिवेआगर में घूमने के लिए सबसे पसंदीदा जगहों में एक है। पर्यटकों को बता दे इस समुद्र तट की अनूठी विशेषता यह है कि यह राज्य के अन्य लोकप्रिय समुद्र तटों के विपरीत यह बहुत साफ और सुव्यवस्थित है।
बता दे यह समुद्र तट 5 किलोमीटर की लंबाई में फैला है, जो ताड़, बीटल्स और कैसुरीना के पेड़ों से लदा हुआ है जो आमतौर पर महाराष्ट्रियन मिट्टी में पाए जाते हैं। दिवेआगर बीच अपनी मनमोहनीय सुन्दरता के साथ साथ बिभिन्न खेलों और गतिविधियों जैसे पैरासेलिंग, सर्फिंग और स्कूबा डाइविंग (diveagar beach scuba diving) लिए भी प्रसिद्ध है जो पर्यटकों के लिए अपनी यात्रा का एक अहम हिस्सा बना हुआ है। साथ ही आप अपनी दिवेआगर बीच की यात्रा में समुद्र तट पर टहलते हुए सूर्ययास्त के अद्भुद नज़ारे भी देख सकते है।
हरिहरेश्वर समुद्र तट मुंबई से लगभग 200 किलोमीटर दूर रायगढ़ जिले में स्थित है जो महाराष्ट्र के सबसे कम भीड़ वाले समुद्र तटों में से एक है। यह समुद्र तट अरब सागर और हरिहरेश्वर, हर्षीनचल, ब्रम्हाद्रि और पुष्पदरी नामक चार पहाड़ियों से घिरा हुआ है जिस कारण इसे अक्सर देव-घर या “भगवान का घर” कहा जाता है। आमतौर पर भगवान शिव को समर्पित मंदिर होने के कारण इसे ‘दक्षिण काशी’ कहा जाता है। हरिहरेश्वर बीच दिवेआगर की यात्रा में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है और मुख्य रूप से अपने मंदिर और अद्भुद सुन्दरता के लिए जाना जाता है जो इसके रेतीले तटों और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यह एक सदाबहार जगह है, यानी मौसम के अनुकूल होने के कारण इसे साल में कभी भी जाया जा सकता है।
बागमंडला पवित्र शहर हरिहरेश्वर से कुछ मील की दूरी पर स्थित एक छोटा सा गाँव है जिसे एक पर्यटक स्थल के रूप में भी देखा जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह स्थान कई वर्षों तक मराठा साम्राज्य के प्रधानमंत्री पेशवा का घर था। राज्य की प्राचीनता को एक पुराने किले के रूप में देखा जा सकता है जिसे बंकोट किला और पेशवा सरक कहा जाता है। हालांकि इस गांव का मुख्य आकर्षण जंगल जेट्टी है, जो घने जंगल के बीच एक समुद्री बंदरगाह है। यहाँ मौजूद बंदरगाह एक फ़ेरी पॉइंट है जो स्थानीय लोगों द्वारा बागमण्डल क्रीक पर यात्रा करने के लिए उपयोग किया जाता है। यदि आप दिवेआगर घूमने जाने वाले है तो आपको अपनी यात्रा में यहाँ जेट्टी की सवारी करते हुए इस प्राचीन और ऐतिहासिक गाँव की यात्रा अवश्य करनी चाहिये।
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श्रीवर्धन बीच महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में श्रीवर्धन शहर में स्थित एक प्राचीन समुद्र तट है जो दिवेआगर से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। श्रीवर्धन बीच लगभग 3 किमी लंबा, बहुत साफ और शांत समुद्र तट है जो दिवेआगर के प्रमुख आकर्षणों में से एक है और महाराष्ट्र के लोकप्रिय समुद्र तटों में से एक है। राजसी सफ़ेद रेत के तट को ताड़ के पेड़ों और आम के वृक्षों से सजाया गया है जो इसके आकर्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। इसके अलावा आप श्रीवर्धन बीच की यात्रा में नौका विहार, पैराग्लाइडिंग, और जल सर्फिंग जैसी जल क्रीड़ा गतिविधियाँ देख सकते हैं। यह तैराकी के लिए भी आदर्श स्थान है क्योंकि पानी उथला है। कुल मिलाकर देखा जाये तो श्रीवर्धन बीच समुद्री प्रेमियों और साहसिक प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नही है।
बैंकोट किला बागमण्डल के पास दिवेआगर से लगभग 4 किमी की दूरी पर स्थित है। यह किला पर्यटकों और इतिहास प्रेमियों के लिए दिवेआगर में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। बता दे बैंकोट किला को हिम्मत गढ़ के रूप में भी जाना जाता है, किला आज भी अपनी पूरी भव्यता में खड़ा है,जो जंगल और समुद्र के साथ आसपास का शानदार दृश्य पेश करता है। यह स्थान खाड़ी के उत्तरी क्षेत्र की खोज करने वाले पर्यटकों के लिए एक अवसर प्रदान करता है। माना जाता है की किले को पुर्तगालियों ने आदिल शाह से 1545 में कब्जा कर लिया था और बाद में मराठों द्वारा अधिग्रहण कर लिया गया था।
फांसद पक्षी अभयारण्य मुंबई से लगभग 140 किमी दूरी पर स्थित एक आकर्षक पर्यटक स्थल है। जहाँ पक्षीयों की बिभिन्न प्रजातियों को देख जा सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दे फांसद पक्षी अभयारण्य में पक्षीयों की विस्तृत प्रजातियों के साथ साथ स्तनधारी वन्यजीवो की प्रजातियां भी पाई जाती है। फांसद पक्षी अभयारण्य की हरी भरी हरियाली और विविध जीव-जंतु पर्यटकों के मन को तरोताजा कर देते हैं। फांसद पक्षी अभयारण्य की यात्रा आपके लिए एक आकर्षक अनुभव हो सकता है। जहाँ आप पक्षीयों की बिभिन्न प्रजातियों की मधुर आबाज के मध्य अपना कुछ समय व्यतीत कर सकते हैं।
मुरुड जंजीरा दिवेआगर से 23 किमी की दूरी पर एक अंडाकार के आकार की चट्टान के ऊपर स्थित है। बता दे मुरुड जंजीरा एक गाँव है जो बड़े पैमाने पर रेतीले समुद्र तटों के लिए जाना जाता है। मुरुड जंजीरा अपने समुद्र तटो के अलावा मुरुद जंजीरा किला, कासा किला, गोल गुम्बज और भगवान दत्तात्रेय को समर्पित एक सुंदर मंदिर के लिए भी प्रसिद्ध है, जो इसे आगंतुकों के बीच एक अनूठा गंतव्य बनाती है। राजसी किलों और नारियल के पेड़ों से सुसज्जित मुरुड जंजीरा प्राकृतिक सौंदर्यता से परिपूर्ण है जो दिवेआगर के आसपास घूमने के लिए सबसे अच्छे पर्यटक स्थलों में से एक है। यदि आप दिवेआगर में है तो यह कुछ ऐसा चमत्कार है जिसे आपको अवश्य देखना चाहिये।
दिवेआगर के आसपास घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में शुमार कोंडिवली बीच महाराष्ट्र के सबसे सुंदर समुद्र तटो में से एक है। यह समुद्र तट श्रीवर्धन समुद्र तट के करीब स्थित है जो वाटर स्पोर्ट्स प्रेमीयों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। बता दे यह समुद्र तट लोकप्रिय रूप से अपने वाटर स्पोर्ट्स के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ पर्यटक पैराग्लाइडिंग और सर्फिंग जैसी बिभिन्न रोमांचक गतिविधियों को एन्जॉय कर सकते है। इसके अलावा आप कोंडिवली बीच पहुचने के लिए श्रीवर्धन समुद्र तट से ट्रेकिंग भी कर सकते है जिसका ट्रेक मार्ग श्रीवर्धन की चट्टानों से होकर गुजरता है।
वेलस बीच दिवेआगर के आसपास घूमने के लिए एक ओर प्रसिद्ध समुद्र तटों में से एक है। यह समुद्र तट अपनी असामान्य गतिविधि के लिए प्रसिद्ध है। बता दे इस समुद्र को प्रमुख रूप से कछुए (ओलिव रिडले) के घर के रूप में जाना जाता है। कछुए इस समुद्र तट को अपना घोंसला बनाने के लिए बड़ी संख्या में यहां आते हैं, और अंडे देते हैं। इसके अलावा बता दे इस बीच पर प्रतिबर्ष स्थानीय लोगो द्वारा प्रसिद्ध कासव या कछुए महोत्सव मनाया जाता है जिस दौरान दूर दूर से पर्यटक आते है।
रूपनारायण मंदिर, दिवेआगर समुद्र तट के बहुत पास में स्थित है। यह मंदिर हिंदू देवता भगवान विष्णु को समर्पित है और मंदिर के अंदर मौजूद मूर्ति विष्णु जी दशावतार के रूप में है। मंदिर एक प्राचीन दुनिया के आकर्षण को बढ़ाता है जो पर्यटकों के बीच घूमने के लिए एक पसंदीदा स्थान है। इस मंदिर की अनूठी वास्तुकला आकर्षण का प्रतीक है और शिलहारा कला का प्रतिबिंब है। जो पर्यटकों के साथ साथ कला प्रेमियों और श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
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दिवेआगर अपने सुंदर समुद्र तटो और आकर्षक पर्यटक स्थलों के साथ साथ अपनी साहसिक गतिविधियों के लिए भी काफी फेमस है जो बड़ी बड़ी मात्रा में रोमांच प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यदि आप अपने दोस्तों के साथ महाराष्ट्र के खुबसूरत पर्यटक स्थल दिवेआगर घूमने जाने वाले है तो हम आपको बता दे यहाँ आप पर्यटक स्थल घूमने के अलावा अन्य रोमांचक और साहसिक गतिविधियों में शामिल हो सकते है-
बता दे दिवेआगर के समुद्र तट अपने मनमोहन नजारों और शांत वातावरण के साथ साथ वाटर स्पोर्ट्स के लिए भी फेमस है। जहाँ आप अपनी दिवेआगर की यात्रा में पैराग्लाइडिंग, नौका विहार और सर्फिंग जैसी बिभिन्न रोमांचक गतिविधियों को आजमा करके अपनी ट्रिप को यादगार बना सकते है।
यदि आपको ट्रेकिंग करना पसंद करते है तो दिवेआगर की यात्रा में ट्रेकिंग करने के लिए तैयार हो जाये, जी हाँ दिवेआगर की यात्रा में आप श्रीवर्धन समुद्र तट से कोंडिवली बीच तक की ट्रेकिंग कर सकते है। बता दे यह ट्रेक मार्ग श्रीवर्धन की चट्टानों से होकर गुजरता है जो लगभग 5 किलोमीटर लंबा है।
बता दे दिवेआगर की यात्रा में आप यहाँ की कुछ स्थानीय वस्तुयें जैसे बीटल नट्स और नारियल कॉयर से बने उत्पादों को खरीद सकते है।
यदि आप अपने परिवार या दोस्तों के दिवेआगर घूमने जाने के लिए सबसे अच्छे समय की तलाश में है तो हम आपको बता दे अक्टूबर से दिसंबर का समय दिवेआगर घूमने जाने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है। मानसून के बाद का समय सर्दियों के दौरान इस स्थान के खजाने का पता लगाने के लिए एक आदर्श समय होता है। इस दौरान तापमान 12 और 25 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है। इसके अलावा यदि बीच में वाटर स्पोर्ट्स को एन्जॉय करना चाहते है तो गर्मियों के शरुआत में घूमने जा सकते है।
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अक्सर हम किसी भी पर्यटक स्थल की यात्रा पर जाने से पहले अपनी यात्रा में रुकने के लिए सबसे अच्छी और अपने बजट के अनुसार होटलों की तलाश करने लगते है। यदि आप भी महाराष्ट्र के खुबसूरत पर्यटक स्थल दिवेआगर घूमने जाने का प्लान बना रहे है और अपनी यात्रा में रुकने के लिए होटल की तलाश में हैं तो हम बता दे आपको दिवेआगर में रुकने के लिए लो बजट से हाई बजट तक सभी प्रकार की होटल्स मिल जायेगी जिनकी आप अपनी सुविधानुसार चुनाव कर सकते हैं।
यदि आप दिवेआगर घूमने जाने वाले है तो आपको बता दे दिवेआगर में खाने के लिए जाड्या विकल्प मौजूद नही है। इसीलिए जिस जगह आप रुकने वाले है उसी रेस्टोरेंट में खाना सबसे अच्छा विकल्प है जो आपको उस स्थान के आधार पर कई व्यंजनों की पेशकश करते हैं। हालाँकि गाँव की मुख्य सड़क पर दोपहर के भोजन का एक विकल्प है, जो प्रामाणिक कोंनानी व्यंजनों में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के व्यंजनों की सर्वोत्तम पेशकश करते हैं।
यदि आप अपने दोस्तों या परिवार के साथ दिवेआगर घूमने जाने का प्लान बना रहे है और जानना चाहते है की हम दिवेआगर केसे पहुचें ? तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दे आप हवाई मार्ग, रेल मार्ग और सड़क मार्ग किसी का भी चुनाव करके दिवेआगर जा सकते है, तो आइये नीचे जानते है की हम फ्लाइट,ट्रेन और सड़क मार्ग से दिवेआगर केसे पहुचें-
फ्लाइट से यात्रा करके दिवेआगर जाने वाले पर्यटकों को बता दे दिवेआगर के लिए कोई सीधी हवाई कनेक्टविटी नही है। दिवेआगर का सबसे निकटतम हवाई अड्डा छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा मुंबई है जो दिवेआगर से लगभग 100 किमी की दूरी पर स्थित है। एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होने के नाते, यह भारत के सभी प्रमुख शहरों के साथ-साथ विदेशों में अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। फ्लाइट से सफ़र करके एयरपोर्ट पहुचने के बाद आप बस या टेक्सी बुक करके दिवेआगर पहुच सकते है।
यदि अपने दिवेआगर जाने के रेल मार्ग का चुनाव किया है तो हम आपको बता दे दिवेअगर शहर का अपना कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। दिवेआगर का निकटतम रेलवे हेड मडगाँव रेलवे स्टेशन है जो लगभग 30 किमी की दूरी पर स्थित है। ट्रेन से यात्रा करके रेलवे स्टेशन पहुचने के बाद आप टेक्सी या स्थानीय वाहनों की मदद से अपने गंतव्य पहुच सकते है।
यदि आप सड़क मार्ग से दिवेआगर की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो बता दे इस शहर की यात्रा करने के लिए बसें सबसे सुविधाजनक विकल्प हैं। ज्यादातर एसी बसें मुंबई और पुणे से श्रीवर्धन तक नियमित रूप से चलती हैं। मुंबई से यात्रा में लगभग साढ़े तीन घंटे लगते हैं, जबकि (diveagar distance from pune) पुणे से लगभग तीन घंटे लगते हैं।
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