हिमाचल प्रदेश के चंबा के दर्शनीय स्थल और घूमने की जानकारी – Chamba Information In Hindi

5/5 - (2 votes)

Chamba In Hindi : चंबा हिमाचल प्रदेश में रावी नदी के किनारे 996 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। चंबा को दूध और शहद की घाटी के नाम से भी जाना जाता है जोअपनी धाराओं, मंदिरों, घास के मैदानों, चित्रों और झीलों के लिए काफी प्रसिद्ध है। बता दें चंबा 17 वीं और 19 वीं शताब्दी के बीच उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में उत्पन्न हुआ था और इसमें हस्तशिल्प और वस्त्र क्षेत्र, पाँच झीलें, पाँच वन्यजीव अभयारण्य और कई मंदिर है। चंबा शहर के दर्शनीय स्थलों की वजह से यहाँ सिर्फ भारत देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी पर्यटक आते हैं।

यहाँ पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों और जीवों की वजह से यह भारत का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। चंबा को तीन मुख्य श्रेणियों धौलाधार श्रेणी, पांगी या पीर पंजाल रेंज और ज़ांस्कर रेंज में विभाजित किया गया है। चंबा घाटी के सचित्र परिदृश्य, हरियाली और समृद्ध वन्यजीव आपकी यात्रा को बेहद यादगार बनाते हैं। अगर आप हिमाचल प्रदेश के चंबा की यात्रा करना चाहते हैं तो इस लेख में दी गई जानकारी को अवश्य पढ़ें,जिसमे हम आपको चंबा और इसके पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं –

1. चंबा के त्योहार – Festivals In Chamba In Hindi

चंबा शहर में दो प्रसिद्ध त्योहार बड़ी ही धूम-धाम से मनाये जाते हैं। जिसमें से पहला पहला सुही माता मेला है जो चार दिनों तक मार्च / अप्रैल के दौरान आयोजित किया जाता है। यह मिला चंबा की रानी के बलिदान के स्मरण के रूप में आयोजित किया जाता है। चंबा में मनाया जाने वाला अन्य प्रसिद्ध त्योहार मीनार मेला है, जिसे श्रावण मास के दूसरे रविवार या अगस्त में मनाया जाता है।

2. चंबा के पर्यटन और आकर्षण स्थल – Chamba Ke Pass Ke Paryatan Sthal In Hindi

चंबा के पर्यटन और आकर्षण स्थल

चंबा हिमाचल प्रदेश राज्य का एक प्रमुख पर्यटन शहर हैं जो अपने अंदर कई मंदिरों, झीलों और पर्यटन स्थलों को समेटे हुए हैं, अगर आप चंबा शहर की यात्रा करने जा रहें हैं तो यहाँ हम आपको चंबा के कुछ ऐसे पर्यटन और दर्शनीय स्थलों के बारे में बताने जा रहें है जिन्हें आपको अपनी यात्रा में जरुर शामिल करना चाहिए।

2.1 चंबा के घूमने वाली जगह चमेरा झील – Chamba Me Ghumne Wali Jagah Chamera Lake In Hindi

चंबा के घूमने वाली जगह चमेरा झील

चमेरा झील डलहौजी के पास चंबा जिले में सबसे खूबसूरत और समृद्ध प्राकृतिक झील है, जो अपने आकर्षण से पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है। आपको बता दें कि चमेरा झील डलहौजी से 25 किमी की दूरी पर स्थित है जो वास्तव में चमेरा बांध द्वारा निर्मित एक जलाशय है और 1700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। हिमाचल प्रदेश का यह लोकप्रिय पर्यटन स्थल यहाँ की यात्रा करने वाले सभी पर्यटकों को बेहद पसंद आता है। चमेरा झील यहाँ के ग्रामीणों के लिए आपूर्ति का एक प्रमुख स्रोत है और यह रावी नदी द्वारा भरा जाता है।

और पढ़े: चमेरा झील घूमने की जानकारी और दर्शनीय स्थल 

2.2 चंबा में देखने लायक जगह मणिमहेश झील – Chamba Mein Dekhne Layak Jagah Manimahesh Lake In Hindi

चंबा में देखने लायक जगह मणिमहेश झील

मणिमहेश झील हिमालय की पीर पंजाल श्रेणी में हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के भरमौर उपखंड में 4,080 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। झील मणिमहेश कैलाश पर्वत की वर्जिन चोटी के निकट स्थित है, जिसे भगवान शिव का पवित्र निवास माना जाता है। यह झील पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को अपने आकर्षण से बेहद प्रभावित करती है। यह स्थान ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए बहतु खास है क्योंकि यहाँ पर 13 किलोमीटर का ट्रेकिंग मार्ग शामिल है। इस झील की यात्रा करने वाले पर्यटक यहाँ की मनमोहक पहाड़ियों और हरियाली को देखने के बाद पर्यटक थकान महसूस नहीं करते।

2.3 चंबा के धार्मिक स्थल लक्ष्मी नारायण मंदिर – Chamba Ke Dharmik Sthal Lakshmi Narayan Temple In Hindi

चंबा के धार्मिक स्थल लक्ष्मी नारायण मंदिर

लक्ष्मी नारायण मंदिर चंबा के प्रमुख मंदिरों में से एक है। अगर आप चंबा की सैर के लिए आते हैं तो आप इस मंदिर की यात्रा भी कर सकते हैं। आपको बता दें कि लक्ष्मी नारायण मंदिर चंबा में सबसे पुराना और सबसे बड़ा मंदिर है। इस मंदिर को शिखर के आकार में बनाया गया है और इसमें भगवान विष्णु और शिव की छह मूर्तियाँ स्थित हैं। केंद्र में स्थित भगवान् विष्णु की मूर्ति को संगमरमर से उकेरा गया है।

और पढ़े: लक्ष्मी नारायण मंदिर घूमने की जानकारी और पर्यटन स्थल 

2.4 चंबा में प्रसिद्ध चामुंडा देवी मंदिर – Chamba Me Famous Chamunda Devi Temple In Hindi

चंबा में प्रसिद्ध चामुंडा देवी मंदिर

चामुंडा देवी मंदिर शाह मदार रेंज के शीर्ष पर स्थित है। इस मंदिर से पर्यटक चंबा शहर के शानदार दृश्य को देख सकते हैं। चामुंडा देवी मंदिर को राजा उम्मेद सिंह द्वारा वर्ष 1762 में बनाया गया था। पाटीदार और लाहला के जंगल के बीच यह मंदिर पूरी तरह से लकड़ी से बना है, जिसकी विशाल छतें हैं। बानेर नदी के तट पर स्थित यह मंदिर देवी काली को समर्पित है, जिन्हें युद्ध की देवी के रूप में भी जाना जाता है। पहले इस मंदिर तक जाने के लिए पत्थरों से काटी गई 400 सीढियां चढ़ कर जाना पड़ता था लेकिन अब चंबा से 3 किलोमीटर लंबी कंक्रीट सड़क के माध्यम से आसानी से मंदिर तक पहुँचा जा सकता है। सात सौ साल पुराने मंदिर में पीछे की ओर एक गुफा जैसी संरचना है जिसको भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है।

और पढ़े: चामुंडा देवी मंदिर का इतिहास और कहानी 

2.5 चंबा के प्रमुख मंदिर हरि राय मंदिर – Chamba Ke Pramukh Mandir Hari Rai Temple In Hindi

चंबा के प्रमुख मंदिर हरि राय मंदिर
Image Credit: Yogeshwar Mishra

हरि राय मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित चंबा का प्रमुख मंदिर है जिसमें भगवान विष्णु अपने तीन अवतारों मानव, सूअर और शेर के रूप में विराजमान हैं। मंदिर में भगवान की मूर्ति को अंगूठियों, बाजुओं, मुकुट (सिर वाले गियर), मनके हार और कुंडल के साथ उत्कृष्ट रूप से सजाया गया है। इस मंदिर में भगवान विष्णु की एक और आकर्षक मूर्ति है जिसमें वे छह घोड़ों के रथ पर सवार हैं। यह मंदिर की सबसे उत्कृष्ट मूर्ति है जो कि एक शिकारा शैली में वास्तुकला है और माना जाता है कि यह भगवा रंग में लिपटी एकमात्र मूर्ति है। इस मंदिर का प्रवेश द्वार गंगा और यमुना की सुंदर मूर्तियों से सुसज्जित है। इसके अलावा मंदिर में भगवान शिव सूर्य, अरुणा, देवी उमा और नंदी की भी मूर्ति हैं।

और पढ़े: हरि राय मंदिर की जानकारी और पर्यटन स्थल

2.6 चंबा के दर्शनीय स्थल सुई माता मंदिर – Chamba Ke Darshaniya Sthal Sui Mata Temple In Hindi

चंबा के दर्शनीय स्थल सुई माता मंदिर
Image Credit: Gourav Sharma

सुई माता मंदिर चंबा में साहो जिले में स्थित एक प्रमुख मंदिर है जिसको राजा वर्मन ने अपनी पत्नी रानी सुई की याद में बनवाया था जिसने अपने लोगों के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया था। शाह दरबार पहाड़ी के ऊपर स्थित इस मंदिर से नीचे की छोटी बस्तियों का शानदार दृश्य नजर आता है। सुई माता मंदिर परिसर को तीन भागों में विभाजित किया गया है जिसमें मुख्य मंदिर, एक चैनल और रानी सुई माता को समर्पित एक स्मारक भी शामिल है, जिसको उनके बलिदान के प्रतीक के रूप में माना जाता है। यात्री सुई माता मंदिर तक नीचे से एक मार्ग के साथ पक्की सीढ़ियों की मदद से पहुँच सकते हैं।

यह मंदिर यहाँ के स्थानीय लोगों का एक पूजा स्थल है। अप्रैल और मई के महीने में यहाँ आयोजित होने वाले वार्षिक मेले के समय बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। उत्सव के दौरान महिलाएं और छोटी लड़कियां रानी सुई के बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए असाधारण रूप से तैयार होती हैं। इस वार्षिक त्योहार को बहुत उत्साह और धूम-धाम से मनाया जाता है।

और पढ़े: सुई माता मंदिर की जानकारी और प्रमुख पर्यटन स्थल

2.7 चंबा के प्रमुख मंदिर वज्रेश्वरी मंदिर – Chamba Me Prasidh Vajreshwari Temple In Hindi

चंबा के प्रमुख मंदिर वज्रेश्वरी मंदिर
Image Credit: Sandeep Chaudhary

वज्रेश्वरी मंदिर चंबा में जनसाली बाजार के अंत में स्थित बिजली की देवी को देवी वज्रेश्वरी को समर्पित है। आपको बता दें कि यह मंदिर कम से एक हजार साल पुराना बताया जाता है। देवी वज्रेश्वरी को देवी पार्वती का रूप माना जाता है और उनकी पूजा यहां उनके उग्र रूप में की जाती है। यह मंदिर शिखर शैली की वास्तुकला में निर्मित है जो शानदार नक्काशियों, जटिल वुड वर्क और स्टोन वर्क के साथ सजा हुआ है। इस भव्य मंदिर की आंतरिक दीवारों पर विभिन्न हिंदू देवताओं और मूर्तियों की नक्काशी है। यह मंदिर बजरेश्वरी मंदिर के रूप में भी लोकप्रिय है और इसकी दीवारों पर अठारह छोटे शिलालेख हैं।

मंदिर में देवी दुर्गा की एक आकर्षक मूर्ति भी है जो भगवान विष्णु के साथ शेर पर बैठी हुई हैं। भगवान विष्णु की मूर्ति के तीन मुख है मानव, सूअर और सिंह। इस मंदिर में सबसे ज्यादा मनाया जाने वाला त्यौहार अमावस्या है, जब देवी वज्रेश्वरी के सम्मान में विशाल मेला आयोजित किया जाता है। इस मंदिर का अगला प्रमख त्योहार नवरात्री है जिसे मार्च के महीने में भी मनाया जाता है।

और पढ़े: वज्रेश्वरी मंदिर के दर्शन की जानकारी और पर्यटन स्थल

2.8 चंबा के पर्यटन स्थल अखंड चंडी महल – Chamba Ke Paryatan Sthal Akhand Chandi Palace In Hindi

चंबा के पर्यटन स्थल अखंड चंडी महल
Image Credit: Gourav Sharma

18 वीं शताब्दी के मध्य में निर्मित चंबा पैलेस या अखंड चंडी पैलेस चंबा में स्थित सफेद रंग की इमारत है। टिबीगोन कला और वास्तुकला का एक शानदार प्रतिबिंब, इस शाही महल को मूल रूप से एक आवासीय भवन के रूप में राजा उम्मेद सिंह के शासनकाल के दौरान बनाया गया था। इस महल को ब्रिटिश और मुगल बादशाहों द्वारा काफी बार पुनर्निर्मित और संशोधित किया गया था। इस महल में उन्होंने दरबार हॉल (जिसे मार्शल हॉल भी कहा जाता है) जेनाना महल और मुगल वास्तुकला के कई नमूने जोड़े हैं। अखंड चंडी महल में एक अलग हरे रंग की छत भी है, जो चंबा के अन्य महत्वपूर्ण स्थानों से रीगल भवन को दर्शाती है। यह पूरा भवन तीन भाग में विभाजित है, जिसमें बर्फ की आसान छाँव के लिए ढलानदार छतें हैं।

और पढ़े: अखण्ड चंडी महल घूमने की जानकारी और पर्यटन स्थल

3. हिमाचल प्रदेश के चंबा का प्रसिद्ध भोजन – Famous Local Food Of Chamba In Hindi

हिमाचल प्रदेश के चंबा का प्रसिद्ध भोजन

हिमाचल प्रदेश में स्थित चंबा में आप मुख्य रूप से उत्तर भारतीय व्यंजन पा सकते हैं। हालाँकि, आप यहाँ पर कुछ स्थानीय हिमाचल के व्यंजन का भी स्वाद ले सकते हैं। मद्रा चंबा की एक खास चीज है जिसको राजमा और दलों जैसी किडनी बीन्स से बनाया जाता है और बहुत सारे मसालों और सूखे फलों में पकाया जाता है। दही एक महत्वपूर्ण घटक है और इसके हर भोजन के साथ इस्तेमाल किया जाता है।

4. चंबा घूमने जाने का सबसे अच्छा समय क्या है – What Is The Best Time To Visit Chamba In Hindi

चंबा घूमने जाने का सबसे अच्छा समय क्या है
Image Credit: Abhishek Khanna

चंबा की यात्रा के लिए मार्च से जून सबसे अच्छा समय है क्योंकि इन महीनों में तापमान कम और सुखद रहता है। चंबा की घाटियों में गर्मी में रात ठंडी होती हैं। अगर आप एक ऑफबीट वेकेशन या हनीमून प्लान कर रहे हैं तो दोबारा मत सोचिए। यहाँ जुलाई मानसून की शुरुआत है और भारी बारिश होने की वजह से यहाँ की यात्रा करने की सलाह नहीं दी जाती। दिसंबर बर्फ प्रेमियों के लिए अच्छा समय है लेकिन इस दौरान यात्रा करते समय गर्म कपड़ें जरुर ले जाएँ, क्योंकि तापमान शून्य स्तर तक कम हो सकता है।

और पढ़े: कांगड़ा के टॉप पर्यटन स्थलों की जानकारी

5. चंबा कैसे पहुंचे – How To Reach Chamba(Himachal Pradesh) In Hindi

चंबा हिमाचल प्रदेश का एक छोटा शहर है जो राज्य द्वारा संचालित बसों, टैक्सी, ऑटो और स्थानीय रिक्शा के माध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

5.1 फ्लाइट से चंबा कैसे पहुंचे – How To Reach Chamba By Flight In Hindi

फ्लाइट से चंबा कैसे पहुंचे

अगर आप चंबा के लिए फ्लाइट से यात्रा करना चाहते हैं तो बता दें कि यहाँ के निकटतम हवाई अड्डों में पठानकोट (120 किलोमीटर), अमृतसर (220 किलोमीटर), कांगड़ा (172 किलोमीटर) और चंडीगढ़ (400 किलोमीटर) के नाम शामिल हैं। आपको इन सभी हवाई अड्डों से चंबा जाने के लिए बसें और कैब आसानी से उपलब्ध हैं।

5.2 सड़क मार्ग से चंबा कैसे पहुंचे – How To Reach Chamba By Road In Hindi

सड़क मार्ग से चंबा कैसे पहुंचे

HRTC (हिमाचल सड़क परिवहन निगम) पड़ोसी राज्यों दिल्ली, हरियाणा और पंजाब से नियमित बसें चलाता है। जो राज्य के प्रमुख शहरों पठानकोट, शिमला, कांगड़ा, सोलन और धर्मशाला शहरों से होकर आती जाती है।

5.3 ट्रेन से चंबा कैसे पहुंचे – How To Reach Chamba By Train In Hindi

ट्रेन से चंबा कैसे पहुंचे

निकटतम रेलवे स्टेशन पठानकोट में है, जो चंबा से लगभग 120 किलोमीटर दूर है। पठानकोट से चंबा के लिए बस और टैक्सी बहुत आसानी से उपलब्ध हैं। इसके अलावा आप चंडीगढ़ तक या नई दिल्ली के लिए भी ट्रेन ले सकते हैं और फिर बस या कैब से यात्रा कर सकते हैं।

और पढ़े: सिरमौर घूमने की जानकारी और प्रमुख पर्यटन स्थल 

इस आर्टिकल में आपने चंबा के प्रमुख पर्यटक स्थल और उनकी यात्रा से जुड़ी जानकारी को डिटेल में जाना है, आपको हमारा ये आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।

इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।

6. चंबा का नक्शा – Chamba Map

7. चंबा की फोटो गैलरी – Chamba Images

https://www.instagram.com/p/By5h-e9HFKo/?utm_source=ig_web_button_share_sheet

और पढ़े:

Featured Image Credit: Ankit Kejriwal

Leave a Comment