Hill Forts Of Rajasthan In Hindi : राजस्थान भारत का एक ऐसा राज्य है जिसको राजाओं की भूमि के रूप में जाना जाता है। राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है, जिसको पूर्व में राजपुताना के रूप में जाना जाता था। राजस्थान विभिन्न क्षेत्रों में विभाजित किया गया था, जिन पर कई कुलों का शासन था। यहां शासन करने वाले कुलों में मीणा, गुर्जर, राजपूत और जाट शासक शामिल थे, जिन्होंने राजस्थान में विभिन्न निर्माण और विकास करवाया। यह सभी शासक राज्य में विभिन्न ऐतिहासिक स्मारकों के निर्माण के लिए जिम्मेदार थे और इनके द्वारा बनाये कई स्मारकों और किलों से राजस्थान को समृद्ध सांस्कृतिक विरासत प्राप्त हुई है। राजस्थान के मुख्य स्मारकों में कई पहाड़ी किले शामिल हैं जिनमें से ज्यादातर अरावली पर्वत श्रृंखला में स्थित हैं और इनका निर्माण 5 वीं शताब्दी ईस्वी और 17 वीं – 18 वीं शताब्दी ईस्वी के बीच करवाया गया था।
ये पहाड़ी दुर्ग राजस्थान में लंबे समय से वास्तुकला की अद्भुद कृति हैं। राजस्थान में 6 ऐसे पहाड़ी किले हैं जो राजस्थान में पर्यटन के प्रमुख आकर्षण है। इन सभी में से प्रत्येक किले में अनोखी ऐसी सुंदरता है जो लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती है। इस लेख में हम आपको राजस्थान के प्रमुख पहाड़ी किलों के बारे में बताने जा रहे हैं इसीलिए इस आर्टिकल को आखिर तक जरूर पढ़े –
1. राजस्थान के पहाड़ी किलो की सूची – List Of Hill Forts Of Rajasthan In Hindi
ऐसे तो पुरे राजस्थान में करीब 24 किले मौजूद है लेकिन जब हम राजस्थान के पहाड़ी किलो की बात करे तो राजस्थान में सिर्फ 6 ही ऐसे किले है जो पहाड़ी पर स्थित है।
1.1 राजस्थान का पहाड़ी किला चित्तौड़गढ़ दुर्ग – Chittorgarh Fort Hill Forts Of Rajasthan In Hindi
चित्तौड़गढ़ राजस्थान राज्य के प्रमुख पहाड़ी किलों में से एक है जो 590 फीट की ऊँचाई पर एक पहाड़ी पर 692 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। चित्तौड़गढ़ किले का निर्माण 7 वीं के दौरान स्थानीय मौर्य शासकों ने किया था। यह किला भारत के सबसे बड़े किलों में से एक है। साल 2013 में चित्तौड़गढ़ किले को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थलों में शामिल किया गया था। चित्तौड़गढ़ फोर्ट ऐतिहासिक रूप से राजस्थान का एक बहुत प्रमुख किला है जो वीरता और बलिदान की कहानियों के साथ भरा हुआ है। चित्तौड़गढ़ किला राजस्थान का प्रमुख पर्यटन स्थल है और राजस्थान के इतिहास का एक खजाना है। चित्तौड़गढ़ किले परिसर में 14 महल परिसर, 9 मुख्य मंदिर, 4 स्मारक 20 कार्यात्मक जल निकाय भी शामिल हैं जो इस किले के आकर्षण को बढ़ाते हैं। अगर आप राजस्थान की सैर पर जाते हैं तो यहां के पहाड़ी किले चित्तौड़गढ़ फोर्ट की यात्रा करना न भूलें।
और पढ़े: चित्तौड़गढ़ दुर्ग घूमने की जानकारी
1.2 राजस्थान में पहाड़ी पर बना है कुंभलगढ़ किला – Rajasthan Mein Pahadi Par Bana Hai Kumbhalgarh Fort In Hindi
कुंभलगढ़ किला राजस्थान का एक प्रमुख पहाड़ी किला है जो अरावली पर्वतमाला की तलहटी पर स्थित है और तेरह पहाड़ी चोटियों से घिरा हुआ है। कुंभलगढ़ किला राजस्थान राज्य के 6 पहाड़ी किलों में से एक है जो 1,914 मीटर की ऊंचाई पर एक जंगल के बीच स्थित है, जिसको अब एक वन्यजीव अभयारण्य के रूप में बदल किया गया है। यह चित्तौड़गढ़ महल के बाद राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा और सबसे खास मेवाड़ किला है। जो किसी को भी अपनी तरफ आकर्षित कर सकता है। बता दें कि साल 2013 में कुंभलगढ़ किले को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। कुंभलगढ़ किले में लगभग सात द्वार और कुल 360 मंदिर हैं, जिनमें से 300 जैन और बाकी हिंदू मंदिर हैं।
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1.3 राजस्थान में पहाड़ी के ऊपर बना है रणथंभौर दुर्ग – Hill Forts Of Rajasthan Ranthambore Fort In Hindi
रणथंभौर किला राजस्थान के पहाड़ी दुर्ग में शामिल है, जिसका संबध रणथंभौर में स्थित चौहान शाही परिवार से हैं। यह किला रणथंभौर नेशनल पार्क के बीच एक बड़ी सी चट्टान पर स्थित है और यह यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थलों की सूचि में शामिल है। रणथंभौर किला बड़ी- बड़ी दीवारों से घिरा है जिसमें कई पत्थर के द्वार और सीढ़ियाँ हैं जो किले के ऊपर तक लेकर जाती हैं। रणथंभौर किला के बड़े गेट, स्तंभ, गुंबदों, महल, मंदिर इसके प्रमुख आकर्षण है जो अपनी राजस्थानी वास्तुकला से लोगों को मोहित करते हैं। अगर आप राजस्थान की यात्रा पर जाने की योजना बना रहे हैं तो इस राजस्थान के इस पहाड़ी किले को अपनी यात्रा सूचि में जरुर शामिल करें।
और पढ़े: रणथंभौर किले का इतिहास और घूमने की जानकारी
1.4 राजस्थान के पहाड़ी दुर्ग में गागरोन दुर्ग – Hill Forts Of Rajasthan Gagron Fort In Hindi
गागरोन किला किला राजस्थान के झालावाड़ जिले में स्थित है जो राजपूत वास्तुकला के उत्कृष्ट उदाहरणों में से एक है। गागरोन किला राजस्थान का एक पहाड़ी किला है क्योंकि यह पहाड़ी की चोटी पर बना है और नीचे का शानदार 360 डिग्री दृश्य प्रस्तुत करता है। गागरोन किले के गेट के बाहर एक एक संग्रहालय के अलावा सूफी संत मीठे शाह का मकबरा भी स्थित है जिसके प्रति स्थानीय लोगों की बहुत श्रद्धा है। हर साल मुहर्रम के दौरान यहां सूफी संत मीठे शाह के सम्मान में यहाँ मिल लगता है। यह किला अपनी सुंदर वास्तुकला, मजबूत दीवारों और शाही आभा की वजह से पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है। जून 2013 में गागरोन किले को विश्व विरासत समिति की 37 वीं बैठक में यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल सूची में भी शामिल किया गया है।
1.5 राजस्थान की पहाड़ी पर स्थित आमेर किला – Hill Forts Of Rajasthan Amer Fort In Hindi
आमेर का किला राजस्थान का एक प्रमुख पहाड़ी किला है जो अरावली पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। यह अदभुद किला अपनी वास्तुकला और इतिहास की वजह से काफी लोकप्रिय है। यह किला जयपुर से 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इसका निर्माण गुलाबी और पीले बलुआ पत्थरों से किया गया है। आमेर किला इतना प्रसिद्ध है कि रोजाना इस किले को देखने के लिए पांच हजार से भी ज्यादा पर्यटक आते हैं। राजस्थान का यह पहाड़ी किला पर्यटकों और फोटोग्राफरों दोनों के लिए ही स्वर्ग के सामान है। आमेर किले का निर्माण 1592 में अकबर के सबसे विश्वसनीय जनरलों में से एक महाराजा मान सिंह प्रथम द्वारा किया गया था। इस किले में राजपूत शासकों का मुख्य निवास रहा है। आमेर किले को 6 अन्य के किलों के साथ “राजस्थान के पहाड़ी किले” के रूप में यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल सूची में शामिल किया गया है।
और पढ़े: आमेर किले का इतिहास और घूमने की जानकारी
1.6 राजस्थान के पहाड़ी किला जैसलमेर किला – Jaisalmer Kila Hill Forts Of Rajasthan In Hindi
जैसलमेर किला थार मरुस्थल की सुनहरी रेत पर बड़ा एक किला है जो अपने घरों, मंदिरों, दुकानों और रेस्तरां के साथ एक मिली टाउन है। जैसलमेर किले का निर्माण 1156 में किया गया था जो पूर्व भाटी राजपूत शासक राव जैसल से अपना नाम प्राप्त करता है। यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल यह किला राजस्थान के हिल फॉर्ट्स (Hill Forts Of Rajasthan) की लिस्ट में आता है। 250 फीट की ऊँचाई पर स्थित जैसलमेर किला 30 फीट ऊँची दीवारों से घिरा हुआ है। जैसलमेर किला दुनिया के सबसे बड़े किलों में से एक है जो ‘सोनार किला’ या ‘गोल्डन फोर्ट’ के नाम से भी जाना जाता है। जैसलमेर किले को शुरू में ‘त्रिकुट गढ़’ नाम दिया गया था क्योंकि ये त्रिकोणीय आकार में था और त्रिकुटा पहाड़ियों के ऊपर भी बनाया गया था।
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इस आर्टिकल में आपने राजस्थान के प्रमुख पहाड़ी किले के बारे में जाना है, आपको हमारा ये आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
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