The Great Wall Of China In Hindi : चीन की विशाल दीवार दुनिया के सात अजूबों (7 wonders of the world) में से एक है। ग्रेट वॉल ऑफ चाइना को सन 1987 में यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया था। चीन की महान दीवार का एक महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि यह चंद्रमा से दिखाई देने वाला पृथ्वी ग्रह पर बना एकमात्र स्मारक (Monument) है। यह लंबाई में इतती बड़ी है कि ये पहाड़, पठार (Plateaus), घाटियां, रेगिस्तान, और कई अन्य घास के मैदानों को कवर करता है। चीन की विशाल दीवार के कुछ हिस्से अब खंडहर बन चुके हैं और पर्यटक केवल उन साइट्स के कुछ हिस्सों पर ही जा सकते हैं जिनमें आने जाने की सुविधाएं और मार्ग उपलब्ध हैं। यह दीवार विभिन्न भागों में विभाजित है और इसकी औसत ऊंचाई 20 से 26 फीट है। दीवार का सबसे बड़ा भाग 46 फीट की ऊंचाई का है।
ग्रेट वॉल ऑफ चाइना चीन के किनहुआंग्दाओ शहर में मौजूद शंहाई के पास में स्थित है। इस अर्टिकल में आप दुनिया की सबसे लंबी द ग्रेट वॉल ऑफ चाइना और उसके तथ्यों के बारे में और विस्तार से जानेंगे। चीन की सबसे विशाल दीवार से एक विवादास्पद सवाल जुड़ा हुआ है कि क्या यह दीवार कमतर पृथ्वी कक्षा (low Earth orbit) लगभग 160 किमी (100 मील) जितनी छोटी ऊंचाई से दिखती है? लेकिन नासा का दावा है कि चीन की दीवार मुश्किल से दिखाई देती है, और केवल पूर्णतः परफेक्ट कनडीशंस (परिस्थितियों) में ही दिख सकती है, इसके अलावा इसे ह्यूमन आईज से देख पाना नामुमकिन है।
ग्रेट वॉल ऑफ़ चाइना विभिन्न राजवंशों (Dynasties) के द्वारा बनाई गई थी जिन्होंने चीनी साम्राज्य पर शासन किया और चाइना की दीवार को मंगोलियाई आक्रमणकारियों को रोकने के लिए बनाया। मिंग राजवंश के बाद कई चीनी शासकों ने इस दीवार का निर्माण किया। यह दीवार चीन के कुल 15 क्षेत्रों में फैली हुई है। ग्रेट वॉल ऑफ़ चाइना सिर्फ एक दीवार नहीं है जो कई मील की दूरी पर फैली हुई हो बल्कि असल में यह कई दीवारों का संग्रह है। 7 वीं शताब्दी के बाद से 20 से अधिक राजवंशों ने इस महान दीवार के निर्माण की जिम्मेदारी संभाली थी। चीन की महान दीवार के इतिहास में, बैडलिंग (Badaling) दीवार का सबसे लोकप्रिय हिस्सा है जो बीजिंग पर फैला हुआ है और यहां से सबसे आश्चर्यजनक सीन देखने को मिलते हैं। चाइना की ग्रेट वॉल को बनाने के लिए लाखों केदिओं (Convicts) को सजा के रूप में मजदूरों की तरह दीवार बनाने का कार्य दिया गया था।
ग्रेट वॉल ऑफ चाइना का निर्माण 220-206 बी.सी के बीच हुआ था और उसके बाद से विभिन्न चीनी राजवंशों को किले की इन श्रृंखलाओं का निर्माण करने के लिए 2000 साल लगे। शाही किले को बनाने वाला आखिरी राजवंश मिंग राजवंश था जिसने दीवार का अधिकांश भाग 13 वीं और 16 वीं शताब्दी के बीच मिंग राजवंश की अवधि के दौरान बनाया था।
ग्रेट वॉल ऑफ़ चाइना मानव निर्मित किले की एक सबसे बड़ी श्रृंखला है जिसे बनाने में लाखों मजदूरों का समर्पित श्रम लगा और इसके निर्माण को 2000 सालों में पूरा किया गया। यही कारण है कि यह दुनिया के सात अजूबों में से एक है। विभिन्न राजवंशों के माध्यम से, चीनीयों ने इस दीवार का निर्माण किया जो कि चीन के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में फैली हुई है। यह एक आश्चर्य की बात है कि सदियों के समर्पण और मेहनत से इतनी विशाल दीवार का निर्माण किया गया था।
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चीन के सबसे पहले सम्राट, क्विन शि हुआंग (Qin Shi Huang) ने चीन को एकजुट करने के लिए इस महान दीवार बनाने की शुरुआत की थी। उन्होंने इस विशाल परियोजना की शुरुआत की जिसमें दीवार के निर्माण में कड़ी मेहनत के चलते कई जिंदगियां चली गईं। चीन के विभिन्न राजवंशों और अवधियों (period) के सम्राटों ने दुनिया की सबसे लंबी दीवार का निर्माण बारी बारी से किया। इस दीवार में निगरानी के लिए कई वॉच टावर, धुएं और आग का संकेत देने के लिए सिग्नलिंग सुविधाएं, सेना बैरकों (Troop Barracks) और अन्य नियंत्रण तंत्र का भी निर्माण किया गया था।
ग्रेट वॉल ऑफ़ चाइना को चीन को एकजुट करने के लिए, रेशम मार्ग (silk route) के रूप में उपयोग करने, और दुश्मन के हमलों को रोकने के लिए बनाया गया था। इस रूट का इस्तेमाल परिवहन और व्यापार के उद्देश्य से भी किया गया था। उस समय मंगोलियाई (Mongolians) नियमित रूप से चीन पर हमला करते थे और इस दीवार का निर्माण विशेष रूप से मंगोलियाई हमलों और दुश्मनों के हमलों से रक्षा के लिए किया गया थी। चीन की विशाल दीवार का इस्तेमाल सभी प्रकार के हमलों और आक्रमणों से सैन्य रक्षा के रूप में और चीन की सीमा पर निगरानी रखने के लिए भी किया जाता था।
चीन की महान दीवार के सम्पूर्ण निर्माण को पूरा करने में 2000 साल लगे। ग्रेट वॉल ऑफ चाइना 21196 किलोमीटर लंबी है और नॉर्वे से आये स्टीफन रॉबर्ट लोकेन (Stephen Robert Loken From Norway) को इस महान दीवार की पूरी लंबाई को मापने के लिए 691 दिन लगे थे। आज तक, मिंग राजवंश द्वारा निर्मित दीवार जो 6000 किलोमीटर से अधिक क्षेत्रफल में फैली हुई है, अभी तक किसी के भी द्वारा स्केल नहीं की गई है।
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ग्रेट वॉल ऑफ चाइना का एक तथ्य यह है कि यह 21196 किलोमीटर लंबी है। दुनिया की सबसे लंबी दीवार के अंदर, कई चीनी अवशेष (Chinese Relics) हैं जो कि संख्या में 40,000 से अधिक हैं। प्रत्येक राजवंश ने लगभग 5000 किलोमीटर की दीवार बनाई थी। चीन की महान दीवार के अंदर जल निकायों (water Bodies), नदियों और पहाड़ों जैसी बाधाएं स्थित हैं।
चीन की महान दीवार का प्रारंभिक बिंदु हुशान (Hushan) है और यह जियागुआन पास (Jiayuguan Pass) में समाप्त होता है। दीवार लाओलोन्गतोऊ (Laolongtou) और बोहई सागर (Bohai Sea) में समाप्त होती है। चीन की महान दीवार के इतिहास में, जियागुआन पास (Jiayuguan Pass) सबसे प्रभावी सैन्य प्रणाली कहा जाता है क्योंकि यह आक्रमणकारियों को चीन की सीमाओं में प्रवेश करने से रोकता है। यह सबसे बड़ा पास है जिसमें सैन्य वास्तुकला और उससे जुड़ी कई महान कहानियां हैं।
कई दशकों में कई खोजकर्ताओं ने ग्रेट वॉल ऑफ चाइना को स्केल (मापां) किया है। चीन की ग्रेट वॉल का एक रोचक तथ्य यह है कि चीन की विशाल दीवार को मापने में लगभग 18 महीने से ले कर दो साल लग जाते हैं। एक नॉर्वे एक्सप्लोरर और एक चीनी एक्सप्लोरर ने दुनिया के इस सात अजूबों में से एक ग्रेट वॉल ऑफ चाइना को लगभग 2 वर्षों की अवधि में कवर किया था।
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