Tourist Places Of Ooty In Hindi : ऊटी दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य में नीलगिरी की पहाड़ियों में बसा एक सुंदर पर्यटन स्थल है जिसे पहाड़ों की रानी (Queen of Hills) भी कहा जाता है। ऊटी का पूरा नाम उदगमंडलम (Udagamandalam) है। यह कोयंबटूर के उत्तर में 86 किमी और मैसूर से 128 किमी दक्षिण में स्थित है। ऊटी में बेहद लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं जिन्हें देखने के लिए देश के साथ ही विदेशों से भी भारी संख्या में पर्यटक आते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऊटी में सर्दियों में दक्षिण भारत के बाकी हिस्सों की तुलना में अधिक ठंडी पड़ती है इसलिए पर्यटकों को जरूरी सामान और गर्म कपड़ों के साथ यहां घूमने आना चाहिए।
ऊटी, हिल स्टेशनों की रानी, जहां घास के मैदान, सुखदायक वातावरण, शांत मौसम और यात्रा करने के लिए दर्शनीय स्थलों की एक विस्तृत श्रृंखला मौजूद है। ऊटी में प्रत्येक पर्यटक आकर्षण एक अद्वितीय और जीवंत अनुभव प्राप्त करता है। हालांकि, अगर आप सोच रहे हैं कि ऊटी में क्या करना है और ऊटी में क्या देखना है, तो नीचे दिए गए विभिन्न दर्शनीय स्थलों पर एक नज़र डालें। देखने के लिए इन दिलचस्प स्थानों के साथ, आप एक यादगार ऊटी यात्रा के लिए प्लान भी बना सकते हैं।
वैसे तो ऊटी में घूमने की लिए जगहों की कमी नहीं है लेकिन यहां हम आपको कुछ मुख्य पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं।
1908 में अंग्रेजों द्वारा बनाया गया नीलगिरि पर्वतीय रेलवे एक विश्व धरोहर स्थल है। यह 46 किलोमीटर की खूबसूरत टॉय ट्रेन यात्रा (toy train) है जो मेट्टुपालयम से शुरू होती है और कई सुरंगों (tunnels), पुलों एवं खूबसूरत वादियों से होती हुई करीब पांच घंटे में ऊटी पहुंचती है। 300 फीट से 7200 फीट ऊंची टॉय ट्रेन की यात्रा निश्चित रूप से रोमांचकारी होती है।
ऊटी झील पिकनिक, पैडल बोटिंग (paddle boating) और आराम से ऊटी का आनंद लेने के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है। 1825 में निर्मित यह झील 2.5 किलोमीटर लंबी है और नीलगिरी पहाड़ियों के बीच से गुजरती है। आपको बता दें कि सलमान खान की फिल्म मैनें प्यार किया के एक गाने की शूटिंग यहीं हुई थी।झील के चारों ओर कुछ दुकानें भी हैं, जो स्थानीय स्तर पर विभिन्न वस्तुओं की बिक्री करती हैं।
8,606 फीट की ऊंचाई पर डोड्डाबेट्टा चोटी दक्षिण भारत का सबसे ऊंचा स्थान है। ऊटी से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस चोटी को देखने के लिए भारी संख्या में पर्यटक जमा होते हैं। आप यहाँ से नीलगिरी के लुभावने दृश्य (breathtaking) को देख सकते हैं। चोटी का शीर्ष बिल्कुल मंत्रमुग्ध कर देने वाला है, शिखर पर एक दूरबीन का घर (telescope house) है जिसमें दो दूरबीन हैं जो घाटी के आसपास का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करती हैं। यहाँ समृद्ध वनस्पति और जीव डोड्डाबेट्टा पीक के समग्र आकर्षण को बढ़ाते हैं।
और पढ़े: बैंगलोर में घूमने वाली जगहें
तमिलनाडु के अन्य शहरों की तरह ऊटी में भी कुछ शानदार वास्तुकला (architecture) वाले मंदिर हैं। एल्क हिल (Elk Hill) पर स्थित मुरुगन मंदिर एक ऐसा ही भव्य मंदिर है। यह मंदिर भगवान मुरुगन को समर्पित है इस मंदिर में भगवान के भक्तों द्वारा किया जाने वाला कावड़ी अट्टम (Kavadi Attam) नृत्य यहां का मुख्य आकर्षण है।
ऊटी से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्यकारा जलप्रपात देवदार के वृक्षों (pine trees) से घिरा हुए एक शानदार पिकनिक स्थल है। यह जगह फोटोग्राफी के लिए भी प्रसिद्ध है। आप इस झील में स्पीडबोट सवारी का आनंद लेने के साथ चीड़ के पेड़ों के बीच लंबी सैर कर सकते हैं। यहां बोट हाउस है और झरने के पास एक रेस्तरां भी है, जहां आप स्नैक्स का आनंद ले सकते हैं, जबकि पानी की प्राचीन धाराओं की सुंदरता आपको मंत्रमुग्ध कर देती है। आसपास का क्षेत्र टोडा बस्तियों के लिए भी लोकप्रिय है।
ऊटी बॉटनिकल गार्डन 22 हेक्टेयर के विशाल क्षेत्र में फैला फूलों और पेड़ों की 650 से अधिक प्रजातियों से युक्त एक बागवानी क्षेत्र है। उद्यान का मुख्य आकर्षण एक जीवाश्म वृक्ष (fossil tree) है, जो 20 मिलियन वर्ष पुराना है। इसके अलावा इस गार्डन में टोडा जनजाति (Toda tribe) भी रहती है। आप यहां इनकी जीवन शैली (lifestyle ) और संस्कृति को देख सकते हैं।
ऊटी समर फेस्टिवल के एक हिस्से के रूप में यहां आयोजित फ्लावर शो एक प्रमुख आकर्षण है। बॉटनिकल गार्डन का एक और लोकप्रिय आकर्षण फॉसिल ट्री ट्रंक (Fossil Tree Trunk) है जो लगभग 20 मिलियन वर्ष पुराना बताया जाता है। यहां विभिन्न प्रकार के पौधे देखने लायक हैं।
कामराज सागर झील ऊटी शहर के बस स्टॉप से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक बांध है। हरे भरे जंगलों (lush green forests) से घिरी हुई कामराज झील एक लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट है। झील के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों में कई फिल्मों की शूटिंग भी हुई है। यह मछली पकड़ने (fishing) के लिए भी एक बेहतरीन जगह है।
स्टोन हाउस 1822 में जॉन सुलिवन (John Sullivan) द्वारा बनवाया गया ऊटी का पहला बंगला है। अब यह ऊटी का सरकारी आर्ट्स कॉलेज है और अद्भुत वास्तुकला और कुछ महान अवशेष (relics) प्रदर्शित करता है। इस बंगले की झलक पाने के लिए कई पर्यटक इस जगह पर आते हैं।
और पढ़े: कुद्रेमुख हिल स्टेशन की जानकारी और दर्शनीय स्थल
1844 में बना फर्नहिल पैलेस मैसूर के महाराजा का ग्रीष्मकालीन बंगला (summer bungalow) था। महल की भव्यता औपनिवेशिक युग (colonial era) की याद दिलाती है।
यह गोल्फ क्लब 7,200 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है और 195 एकड़ में फैली हरी-भरी भूमि पर फैला हुआ है। जिम खाना क्लब द्वारा इसका रखरखाव किया जाता है और यह गोल्फ के शौकीनों के लिए मजेदार जगह है। गोल्फ कोर्स रोडोडेंड्रोन (rhododendron), ओक, सुगंधित नीलगिरी और देवदार सहित विभिन्न प्रकार के सुंदर वृक्षों से घिरा है।
ऊटी से लगभग 13 किमी दूर, ऊटी-मैसूर रोड पर, कलहट्टी झरना सबसे खूबसूरत झरनों में से एक है जो आपको ऊटी यात्रा पर दिखाई देंगे। इस जलप्रपात को कलाहट्टी गाँव से 2 मील के ट्रेक के माध्यम से पहुँचा जा सकता है। यह माना जाता है कि महान हिंदू संत अगस्त्य (Agastya) कभी यहां रहते थे। अपने समृद्ध एवियन जीवों (avian fauna) के साथ, यह अक्सर पक्षी देखने वालों द्वारा भी यहां का दौरा किया जाता है। ऊटी की यात्रा के दौरान इसकी सुंदर सुंदरता आपको मंत्रमुग्ध कर देती है।
नीलगिरि बायो रिजर्व का एक हिस्सा, मुकुर्थी नेशनल पार्क अपनी मनोरम प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध प्रकृति के बीच हर किसी के लिए मनोहर द्रश्य प्रस्तुत करता है। 80 वर्ग किलोमीटर में फैले इस राष्ट्रीय उद्यान में विभिन्न नदियाँ बहती हैं, जो इस स्थान के समग्र आकर्षण को बढ़ाती हैं। कई जानवरों और पक्षियों को पानी के इन स्रोतों के आसपास देखा जा सकता है। राष्ट्रीय उद्यान के अंदर कुछ वॉच टॉवर भी स्थित हैं। ऊटी घूमने आने वालों के लिए यह ट्रेकिंग के लिए भी एक लोकप्रिय स्थल है।
गुडालुर से लगभग 8 किमी दूर स्थित, सुई रॉक व्यू-पॉइंट आसपास की घाटी और क्षेत्रों के 360 डिग्री में दृश्य को प्रस्तुत करता है। गुडालुर ऊटी से लगभग 51 किमी दूर है। यह सोचीमालई के रूप में भी जाना जाता है, यह ट्रेकिंग के लिए भी एक लोकप्रिय स्थान है। सुई रॉक व्यू-पॉइंट को इसका यह नाम इसलिए दिया गया क्योंकि इसका आकार एक सुई जैसा दिखता है। पहाड़ियों से मिलते हुए बादलों का दृश्य, जब आपको पार करता है जब आप पहाड़ी पर खड़े होते हैं तो उन्हें देखते ही आपकी सांसें रुक जाती हैं।
ऊटी में घूमने के लिए रोज गार्डन एक और लोकप्रिय जगह है। तमिलनाडु सरकार द्वारा बनाए गए, यह उद्यान 4 हेक्टेयर भूमि में फैला हुआ है और गर्व से 20 हजार से अधिक किस्म के गुलाब प्रस्तुत करता है। एक अच्छी तरह से बनाया गया यह उद्यान, वर्ल्ड फ़ेडरेशन ऑफ़ रोज़ सोसायटीज़ से दक्षिण एशिया के लिए गार्डन ऑफ़ एक्सीलेंस अवार्ड जीतने का भी दावा करता है। ऊटी रोज गार्डन गुलाब की अद्वितीय सुंदरता और फोटोग्राफी के लिए एक आदर्श पृष्ठभूमि प्रस्तुत करता है।
और पढ़े: भारत में गर्मियों में घूमने की 10 अच्छी जगह
ऊटी में सबसे आकर्षक और अद्वितीय दर्शनीय स्थलों में से एक टोडा हट्स हैं। ये टोडा लोगों के लिए निवास स्थान हैं, जो ऊटी की एक स्वदेशी जनजातियों में से एक है। झोपड़ियाँ एक अर्द्ध बैरल के आकार में बनाई गई हैं। इन झोपड़ियों में कोई खिड़कियां नहीं हैं और बहुत कम दरवाजे हैं जहां से प्रवेश करना होता है। जब आप एक बार झोपड़े के अंदर होते हैं तो वहां खड़े होने के लिए जगह होती है। टोडा लोगों का यह घनिष्ठ समुदाय रहने के लिए ज्यादातर मवेशी चराने और खेती पर निर्भर करता है।
शहर के केंद्र से 2 किमी की दूरी पर स्थित, वैक्स वर्ल्ड निश्चित रूप से ऊटी में देखने लायक जगह है। महान भारतीय हस्तियों की कई वास्तविक मूर्तियों को यहाँ प्रदर्शित किया गया है। इस संग्रहालय की कुछ मूर्तियाँ महात्मा गांधी, बाल गंगाधर तिलक, मदर टेरेसा, गोपाल कृष्ण गोखले, स्वर्गीय डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जैसे कई महान लोगों की मूर्तियों को यहाँ प्रदर्शित किया गया है। इनके साथ ही स्थानीय लोगों और उनकी जीवन शैली की प्रतिकृति यहाँ प्रदर्शित की गई है।
वैसे तो पर्यटक पूरे साल ऊटी आते हैं लेकिन अप्रैल से जून और सितंबर से नवंबर के बीच यहां आने का सबसे आदर्श समय (ideal time) माना जाता है। मार्च से जून के महीने में जहां पूरे भारत में गर्मी पड़ती है, वहीं ऊटी का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से अधिक नहीं बढ़ता है और दिन में ऊटी की सैर करने में परेशानी नहीं होती है। जुलाई से सितंबर तक यहां भारी वर्षा होती है जिसके कारण पर्यटक कम आते हैं। जबकि अक्टूबर से फरवरी के बीच सर्दियों के कारण यहां का तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से भी कम होता है।
वैसे तो ऊटी जाने के लिए हवाई जहाज, ट्रेन और बस आदि विकल्प उपलब्ध हैं लेकिन ज्यादातर लोग सड़क मार्ग से ऊटी की यात्रा करना ज्यादा पसंद करते हैं क्योंकि ऊटी जाने के लिए सभी मार्ग काफी सुंदर और मनोरम हैं। हालांकि आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी माध्यम से ऊटी पहुंच सकते हैं।
ऊटी का निकटतम हवाई अड्डा (Airport) कोयम्बटूर एयरपोर्ट है जो ऊटी से लगभग 85 किमी दूर है। यह हिल स्टेशन देश के बाकी हिस्सों से उड़ानों के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से जुड़ा है। एयर इंडिया, इंडिगो और स्पाइसजेट जैसी एयरलाइंस नई दिल्ली, मुंबई, कोझीकोड (Kozhikode), बैंगलोर, हैदराबाद और अहमदाबाद से नियमित उड़ानें भरती हैं। विदेशों से आने वाले पर्यटक बैंगलोर के केम्पेगौड़ा (Kempegowda) अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी आकर ऊटी जा सकते हैं। बंगलौर से ऊटी 310 किमी है और ऊटी के लिए दोनों हवाई अड्डों से टैक्सी और बसें आसानी से उपलब्ध हैं।
कई राज्यों की सड़के एवं राष्ट्रीय राजमार्ग (national highways) ऊटी से अच्छी तरह जुड़े हुए हैं। तमिलनाडु राज्य सड़क परिवहन निगम (TNSTC) की बसें एवं कुछ निजी परिवहन बंगलौर, चेन्नई और मैसूर आदि शहरों से ऊटी के लिए चलते हैं। इसके अलावा बैंगलोर से कई लक्जरी बसें भी चलती हैं, जिससे ऊटी पहुंचने में लगभग 7 से 8 घंटे का समय लगता है।
ऊटी का निकटतम रेलवे स्टेशन मेट्टुपलयम (Mettupalyam) है जो ऊटी से 40 किमी दूर है। इस स्टेशन पर चेन्नई, कोयम्बटूर, मैसूर और बैंगलोर जैसे आसपास के शहरों से कई ट्रेनें आती हैं। रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद आप यहां से निजी टैक्सी या फिर बस द्वारा ऊटी पहुंच सकते हैं। इसके अलावा आप टॉय ट्रेन (toy train) से नीलगिरी पर्वत, घने जंगलों (thick forests) एवं अंधेरी सुरंगों (dark tunnels) से गुजरते हुए भी ऊटी पहुंच सकते हैं। हालांकि यह यात्रा बेहद धीमी और समय लेने वाली है, लेकिन इसका अनुभव काफी रोमांचकारी होता है।
ऊटी हिल स्टेशन भारत का प्रमुख हिल्स स्टेशन है। यहां प्रत्येक वर्ष भारी संख्या में पर्यटक घूमने एवं साहसिक गतिविधियों का आनंद उठाने के लिए आते हैं। ऊटी में पर्यटकों के ठहरने के लिए कई विकल्प मौजूद हैं। यहां आप एक हजार रुपये प्रति रात से लेकर चालीस हजार रुपये प्रति रात के होटलों में कमरे बुक करा सकते हैं। प्रत्येक होटलों में अलग अलग तरह की सुविधाएं हैं। ऊटी में आप प्रीति क्लासिक टॉवर्स, होटल सिल्वर ओक, बेरी हिल्स रिसॉर्ट, माउंट एन मिस्ट, शेरलॉक ऊटी होम स्टे (Sherlock ooty homestays), विलो हिल, लामंड हाउस होमस्टे सहित विभिन्न प्रकार के सुख सुविधाओं से भरपूर (luxurious) होटलों में रुक सकते हैं।
और पढ़े: जोग जलप्रपात शिमोगा कर्नाटक
इस आर्टिकल में आपने भारत के सबसे खूबसूरत हिल्स स्टेशनो में शुमार ऊटी हिल्स स्टेशन की ट्रिप से जुड़ी पूरी जानकारी को जाना है आपको यह आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में बताना ना भूलें।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
और पढ़े:
Hills Station of Tamil Nadu In Hindi : तमिलनाडु भारत का एक खूबसूरत पर्यटक राज्य…
Ghaziabad in Hindi : गाजियाबाद उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख शहर है जो राष्ट्रीय…
Mumbai Zoo in Hindi : मुंबई जू मुंबई शहर के केंद्र में स्थित है जो…
Famous Forts Of Maharashtra in Hindi : महाराष्ट्र एक समृद्ध इतिहास वाला राज्य है जो…
Famous Lakes of Himachal Pradesh in Hindi : हिमाचल प्रदेश भारत का एक प्रमुख और…
Chintapurni Devi Temple in Hindi : चिन्तपूर्णी देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश राज्य के छोटे से…