Savitri Mata Temple In Hindi : सावित्री मंदिर राजस्थान के पुष्कर शहर में रत्नागिरी पहाड़ी पर स्थित एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है। यह मंदिर भगवान ब्रह्मा की पत्नी देवी सावित्री को समर्पित है। सावित्री मंदिर काफी ऊंचाई पर स्थित है जिसकी वजह से मंदिर से पुष्कर शहर और आस-पास की सभी घाटियों का दृश्य काफी साफ दिखाई देता है। आपको बता दें कि वैसे तो यह मंदिर पुष्कर झील से सिर्फ 15 मिनट की पैदल दूरी पर स्थित है लेकिन मंदिर का पहुँचने और पहाड़ी की चोटी पर चढ़ना काफी मुश्किल काम है। लेकिन ऐसा कहते हैं कि आप जितना कठिन काम आप करते है उतना ‘तापस’ आपको प्राप्त होता है।
अगर आप सावित्री मंदिर के बारे में अन्य जानकारी चाहते हैं तो इस लेख को जरुर पढ़ें, जिसमे हम आपको सावित्री मंदिर के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहें हैं –
आपको बता दें कि सावित्री मंदिर भगवान ब्रह्मा की पहली पत्नी सावित्री को समर्पित है लेकिन इस मंदिर में आपको ब्रह्मा जी की दोनों पत्नियाँ सावित्री और गायत्री की मूर्ति देखने को मिलेगी। एक परम्परा के अनुसार इस मंदिर में सबसे पहले देवी सावित्री की पूजा की जाती है इसके बाद देवी गायत्री की पूजा की जाती है। मंदिर में स्थित सावित्री और गायत्री की मूर्तियां अविश्वसनीय रूप से पुरानी हैं, जो 7 वीं शताब्दी की हैं। लेकिन मंदिर रत्नागिरी पहाड़ी पर 1687 में बनाया गया था। भक्त मंदिर तक जाने के लिए ट्रेकिंग कर सकते हैं या फिर केबल कारों में सवारी कर मंदिर तक पहुँच सकते हैं। रोपवे से मंदिर के लिए जाना एक ख़ास अनुभव है, रोपवे कार से यात्रा करते समय आप पुष्कर शहर के अदभुद दृश्यों को देख सकते हैं। कई श्रद्धालु अपनी तीर्थ यात्रा के दौरान 200 सीढ़ियाँ चढ़ कर मंदिर तक पहुंचना पसंद करते हैं और इसे वे तीर्थ स्थान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।
और पढ़े: कोटा घूमने की सम्पूर्ण जानकारी
सावित्री मंदिर सुबह 05:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक और फिर शाम 04:00 बजे से 09:00 बजे तक खुला रहता है।
सावित्री मंदिर रोपवे सुबह 07:30 बजे से रात 08:00 बजे तक खुला रहता है।
90 रूपये (प्रति व्यक्ति)
और पढ़े: पुष्कर के प्रमुख पर्यटन स्थल और घूमने की जानकारी
पुष्कर में स्थित भगवान ब्रह्मा जी का एक पवित्र मंदिर हैं जोकि राजस्थान के पुष्कर शहर की प्रसिद्ध में अहम योगदान दे रहा हैं। भारत में भगवान ब्रह्मा को समर्पित यह एक मात्र मंदिर हैं। परमपिता ब्रह्मा जी का यह मंदिर हर साल लाखों तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। मूल रूप से 14वीं शताब्दी में इस मंदिर का निर्माण किया गया था। ब्रह्मा जी का यह मंदिर लगभग 2000 साल पुराना माना जाता है।
और पढ़े: ब्रह्माजी मंदिर पुष्कर के दर्शन करने की जानकारी
वराह मंदिर पुष्कर का सबसे बड़ा और सबसे प्राचीन मंदिर हैं जोकि भगवान वराह द बोअर को समर्पित है। यह भगवान विष्णु का तीसरा अवतार माना जाता है। वराह मंदिर में जंगली सूअर के रूप में अवतरित हुए भगवान विष्णु की एक प्रतिमा स्थापित है। आप जब भी पुष्कर जाएं तो भगवान विष्णु के इस अद्भुत अवतार का दर्शन करने के लिए वराह पुष्कर मंदिर जरूर जाएं।
और पढ़े: वराह मंदिर पुष्कर के दर्शन की जानकारी
राजस्थान के पुष्कर शहर में पुष्कर झील के किनारे आयोजित होने वाला यह वार्षिक पांच दिवसीय ऊंट मेला है और यहां पर दुनिया के सबसे बड़े ऊँटों को देखा जा सकता हैं। पशुओ को खरीदने और बेचने के अलावा यह यह स्थान एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल के रूप में भी जाना जाने लगा हैं। क्योंकि यहां पर कुछ रोमांचित कर देने वाली प्रतियोगिताएं जैसे – सबसे लंबी मूंछें, मटका फोड़, और दुल्हन प्रतियोगिता जैसी विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। जो यहां आने वाले हजारों पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। यह एक ऊंट दौड़ त्योहार भी मनाया जाता हैं। पुष्कर ऊंट मेला का आयोजन वर्ष 2019 में 11 नवंबर से 19 नवंबर के दौरान राजस्थान के पुष्कर शहर में (अजमेर से 11 किलोमीटर उत्तर पश्चिम) आयोजित किया जायेगा।
पाप मोचनी मंदिर राजस्थान राज्य के सबसे प्रसिद्ध आकर्षणों में से एक है। यह मदिर देवी गायत्री को समर्पित हैं जिन्हें पाप मोचनी माना जाता है। यह भी माना जाता हैं कि यह एक शक्तिशाली देवी हैं जो भक्तजनों को पापो से मुक्ति देती हैं। यह मंदिर महाभारत की कथा से भी जुड़ा हैं जब गुरुद्रोर्ण पुत्र अश्वत्थामा ने इसी मंदिर में जाकर मोक्ष की याचना की थी।
नाग पहाड़ राजस्थान के पुष्कर झील और अजमेर के बीच स्थित है। माना जाता है कि इस स्थान पर अगस्त्य मुनि निवास करते थे। यह भी कहा जाता हैं कि नाग कुंड का अस्तित्व नागा प्रहार पर था। नाग पहाड़ को भगवान ब्रह्मा के पुत्र वातु का निवास स्थान भी माना जाता हैं जोकि शरारत करने के लिए च्यवन ऋषि द्वारा दंडित किए जाने के बाद इस पहाड़ी पर रुके थे। यह स्थान पर आकर्षण और धार्मिक महत्व को बहुत खूबसूरती के साथ देखा जा सकता है। नाग पहाड़ी ट्रेकिंग और आध्यात्मिक सैर के लिए भी प्रसिद्ध है।
पुष्कर का आत्मेश्वर मंदिर एक प्रसिद्ध धार्मिक और आकर्षित मंदिर है जो भगवान शिव शंकर को समर्पित है। मंदिर में स्थित शिवलिंग जमीनी स्तर से कुछ फीट नीचे स्थापित हैं। एक सकरी ढलान मंदिर की ओर जाती है और शिवलिंग को तांबे से बने नाग से घिरा हुआ देखा जा सकता हैं।
पुष्कर में स्थित रोज गार्डन राजस्थान के रेगिस्तान में एक रमणीय आकर्षण है। इस खूबसूरत गार्डन में कुछ गुलाब की प्रजातियां स्थानीय किसानों द्वारा उगाई जाती हैं और कुछ विभिन्न हिस्सों से बुलाई जाती हैं। पर्यटकों को यहां पर कई प्रकार के रंगीन और सुगंधित गुलाब देखने को मिल जाते हैं।
पुष्कर में स्थित खूबसूरत मोती महल का निर्माण सिंह के शाही निवास के रूप में किया गया था। मोती महल में वास्तुकला का एक अद्भुत झलक देखने को मिलती हैं। इस भव्य मंदिर के आसपास शानदार दृश्य देखने को मिलता हैं। यह स्थान फोटोग्राफी के लिए बहुत फेमस हैं।
पुष्कर शहर में स्थित रंगजी मंदिर में मुगल की वास्तुकला की डिजाइन की झलक देखने को मिलती हैं। साथ ही साथ दक्षिण भारतीय स्थापत्य शैली का प्रतिबिंब भी नजर आता है। यह मंदिर पुष्कर के शीर्ष तीन मंदिरों में अपना स्थान बनाए हुए है। रंगजी मंदिर दक्षिण भारतीय तीर्थ-यात्रियों के लिए एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। भगवान विष्णु के एक रूप को समर्पित इस मंदिर का दर्शन करना अपने आप में एक सुखद अनुभव होता हैं।
पुष्कर में स्थित सिंह सभा गुरुद्वारा का निर्माण गुरु नानक देव की पुष्कर यात्रा के उपलक्ष्य में किया गया था। यह स्थान गुरु नानक धर्मशाला के नाम से भी प्रसिद्ध है। सिंह सभा गुरुद्वारा पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं और यहा आने वाले पर्यटक की लम्बी कतार वर्ष भर लगी रहती हैं।
दिगंबर जैन मंदिर की बलुआ पत्थर की वास्तुकला आपको जरूर पसंद आएगी, और जैन धर्म का प्रतिनिधित्व करने वाले इस अलंकृत, जटिल “सोने से सजे मंदिर” का नजारा आपको अचंभित कर देगा। अजमेर में स्थित दिगंबर जैन मंदिर स्थापत्य कला की दृष्टि से एक भव्य जैन मंदिर है। जो मंदिर, ऋषभ या आदिनाथ (Rishabha Or Adinatha) को समर्पित है इसे सोनीजी की नसियां (Soniji Ki Nasiyan) के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर भारत में सबसे अमीर मंदिरों में गिना जाता है।
पुष्कर झील भारत के एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो भारी संख्या में भारतीयों और विदेशी पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। आपको बता दें कि यह झील राजस्थान के पुष्कर में अरावली पर्वतमाला के बीच स्थित है और 52 स्नान घाटों और 500 से अधिक मंदिरों से घिरी हुई है। पुष्कर झील झील को हिंदू धर्म के लोगों के लिए पवित्र झील के रूप में माना जाता है, जहां पर भारी संख्या में तीर्थ यात्री स्नान करने के लिए आते हैं।
और पढ़े: पुष्कर झील घूमने की जानकारी और इसके आसपास के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
सावित्री मंदिर की यात्रा के लिए अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है। बता दें कि इस दौरान में राजस्थान में सर्दियों का मौसम होता है जिस दौरान तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है जो बहुत ज्यादा ठंडा नहीं है। गर्मी के दौरान यहां पर पारा 45 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाता है। सर्दियों में पुष्कर शहर में कार्तिक पूर्णिमा पर नवंबर में आयोजित होने वाले पुष्कर मेले के समय सावित्री मंदिर की यात्रा करना आपके लिए बेहद खास साबित हो सकता है।
और पढ़े: बीकानेर के करणी माता मंदिर के दर्शन की जानकारी और पर्यटन स्थल
सावित्री माता का मंदिर पुष्कर में स्थित है यहां जाने के लिए आप हवाई, रेल और सड़क यात्रा कर सकते हैं। शहर से मंदिर तक पहुंचने के लिए आप बसों या ऑटो से यात्रा कर सकते हैं।
यदि आपने पुष्कर जाने के लिए हवाई मार्ग का चुनाव किया हैं तो आपको बता दें कि पुष्कर का अपना कोई हवाई अड्डा नही हैं। लेकिन सबसे नजदीकी सांगानेर हवाई अड्डा हैं। जो कि पुष्कर से लगभग 150 किलोमीटर की दूरी पर हैं। आप यहां से पुष्कर आसानी से पहुंच जायेंगे।
यदि आपने ट्रेन से पुष्कर जाने का मन बनाया हैं तो हम आपको बता दें कि राजस्थान का अजमेर जंक्शन पुष्कर से सबसे नजदीकी रेल्वे स्टेशन हैं और पुष्कर इसकी दूरी लगभग 14 किलोमीटर है। अजमेर रेलवे स्टेशन भारत के विभिन्न बड़े बड़े शहरों से जुड़ा हुआ हैं। स्टेशन से आप किसी भी स्थानीय या अपने पर्सनल साधन से पुष्कर शहर जा सकते हैं।
यदि आपने बस के माध्यम से राजस्थान के पर्यटक स्थल पुष्कर जाने का बिचार बना लिया हैं, तो हम आपको बता दें कि अजमेर का बस स्टैंड देश के प्रमुख शहरों से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं। अजमेर से पुष्कर की दूरी लगभग 16 किलोमीटर हैं तो आप यहां से आसानी से पुष्कर पहुंच जायेंगे।
और पढ़े: हवा महल की जानकारी और इतिहास
इस आर्टिकल में आपने पुष्कर के प्रसिद्ध सावित्री माता का मंदिर के दर्शन की जानकारीको जाना है आपको हमारा यह लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
और पढ़े:
Hills Station of Tamil Nadu In Hindi : तमिलनाडु भारत का एक खूबसूरत पर्यटक राज्य…
Ghaziabad in Hindi : गाजियाबाद उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख शहर है जो राष्ट्रीय…
Mumbai Zoo in Hindi : मुंबई जू मुंबई शहर के केंद्र में स्थित है जो…
Famous Forts Of Maharashtra in Hindi : महाराष्ट्र एक समृद्ध इतिहास वाला राज्य है जो…
Famous Lakes of Himachal Pradesh in Hindi : हिमाचल प्रदेश भारत का एक प्रमुख और…
Chintapurni Devi Temple in Hindi : चिन्तपूर्णी देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश राज्य के छोटे से…