River Rafting In India In Hindi : रिवर राफ्टिंग एक ऐसा खेल है जो आपके दिल को रोमांच से भर देता है। हमारे देश भारत में रिवर राफ्टिंग का इतिहास काफी पुराना है। आजकल युवाओं में रिवर राफ्टिंग का क्रेज बहुत तेजी से बढता जा रहा है, आज का युवा हर समय खतरों से खेलने के लिए तैयार रहते हैं और कुछ अलग करने की चाह रखते हैं। रिवर राफ्टिंग को कई लोग खतरे का खेल बोलते हैं लेकिन आपको बता दें कि यह कोई खतरे का खेल नहीं है बल्कि इसमें नदी में राफ्टिंग करते है जिसमें बहुत मजा आता है। हालांकि रिवर राफ्टिंग में थोडा खतरा तो रहता है, लेकिन यह खतरे के साथ एक मस्ती से भरा खेल भी है।
पैराग्लाइडिंग, स्काईडाइविंग की तरह वाटर राफ्टिंग भी एक साहसिक खेल है जो आजकल बहुत लोकप्रिय होता जा रहा है। इस खेल में आप मजा करने के साथ आप साहसी भी बनते हैं। बता दे कि वाटर राफ्टिंग में एक छोटी से नाव की मदद से नदियों की लहरों के साथ आगे बढ़ना होता है। वाटर या रिवर राफ्टिंग करने वाले लोगों को नदी की तेज लहरों के साथ आंगें बढ़ना होता है और इसमें जीतने की खुशी का अनुभव बहुत खास होता है, जिसको हम शब्दों में नहीं बता सकते। जब राफ्टिंग करने वाला पानी के बेग के साथ आगे बढ़ता है तो वो कुछ पल के लिए सब कुछ भूल जाता है। इस खेल में राफ्टिंग करने वाले पर्यटकों या सैलानी को रबर की नाव का इस्तेमाल करना होता है और जिसमें एक खास तरह का सूट पहना जाता है। इस सूट में हवा से भरे हुए फ्लोट लगे होते हैं, जिसकी वजह से कोई भी पानी में गिरने के बाद अपने आप तैर सकता है।
रिवर राफ्टिंग में जो नाव इस्तेमाल की जाती है उसमें लगभग 7-8 लोग सफर कर सकते हैं। इस नाव में एक टूरिस्ट गाइड भी होता है जो आपको राफ्टिंग के बारे में बताता है। रिवर राफ्टिंग के लिए ज्यादा तेज बहाव वाली लेकिन कम गहराई वाली नदी का चुनाव किया जाता है। यह साहसिक खेल आप हर नदी में नहीं कर सकते। अगर किसी नदी में रोकने वाली नुकीली चट्टानें होती हैं तो उन्हें तोड़कर राफ्टिंग को सुरक्षित बनाया जाता है। बता दें कि इस खेल को आप बहाव की दिशा में ही कर सकते हैं।
बहुत से लोग यह सोचते हैं कि दूसरे देशों में रिवर राफ्टिंग ज्यादा प्रचलित है और अगर वे सिर्फ विदेश जाकर ही रिवर राफ्टिंग का मजा ले सकते हैं। बता दें कि भारत में रिवर राफ्टिंग करने की कई अच्छी जगह है, लेकिन इस लेख में हम आपको रिवर राफ्टिंग करने की 10 खास जगहों के बारे में बता रहे हैं। तो आइये जानते हैं कि वो 10 जगह कौन सी हैं।
ऋषिकेश भारत में व्हाइट वाटर रिवर राफ्टिंग के लिए सबसे शानदार स्थानों में से एक है और इस रोमांचकारी साहसिक खेल का एक प्रमुख स्थान बन गया है। उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय में बसे ऋषिकेश में 4 खंडों में शक्तिशाली बहाव वाली नदी गंगा में राफ्टिंग जैसे साहसिक खेल की सुविधा मौजूद है। इस जगह पर आप रिवर राफ्टिंग के साथ पहाड़ों की शांति और चारों ओर सफेद रेत के समुद्र तटों के दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग के लिए जून से सितंबर तक का सबसे अच्छा समय है।
ऋषिकेश में गंगा नदी में रिवर राफ्टिंग कठिनाई स्तर- ग्रेड I – ग्रेड IV
दूरी- 9 किमी – 36 किमी
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तीस्ता नदी सिक्किम प्रसिद्ध नदी है जो सिक्किम, दार्जिलिंग और कलिम्पोंग पहाड़ी क्षेत्र से होकर बहती है। अगर आप रिवर राफ्टिंग के लिए कोई अच्छी जगह तलाश रहे हैं तो यह नदी आपके लिए बहुत अच्छी साबित हो सकती है। इस नदी में आप एक अलग तरह की तीव्रता के साथ राफ्टिंग अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। तीस्ता में राफ्टिंग सिर्फ अक्टूबर से अप्रैल तक के महीनों तक ही की जा सकती है। तीस्ता के आसपास का खूबसूरत परिदृश्य आपके राफ्टिंग के अनुभव को और भी खास बनाता है।
तीस्ता नदी-में राफ्टिंग कठिनाई स्तर- ग्रेड I – ग्रेड IV
दूरी तय- 11 किमी – 37 किमी
सफेद पानी की राफ्टिंग के लिए आप उत्तरी भारत ही नहीं बल्कि दक्षिण भारत के कूर्ग में बारपोल नदी में भी जा सकते हैं। यहां पर आपको राफ्टिंग का एक खास अनुभव मिलता है। कर्नाटक में स्थित बारपोल नदी में पहली बार राफ्टिंग करने वाले व्यक्ति को एक खास आनंद की अनुभूति होती है। यह जगह मेडिकेरी बस स्टेशन से सिर्फ 8 किलोमीटर की दूरी पर है और यहां राफ्टिंग मानसून के महीनों (जुलाई से सितंबर) में शुरू होती है।
कूर्ग में बारापोल नदी में राफ्टिंग कठिनाई स्तर: ग्रेड II – ग्रेड VII
दूरी- 8 किमी
जम्मू और कश्मीर के लद्दाख में सिंधु नदी रिवर राफ्टिंग जैसी साहसिक खेलों के लिए बहुत खास है। सिंधु एशिया की सबसे लंबी नदी है जो 3,180 किलोमीटर में फैली है। यहां बर्फ से ढकी चोटियों, पहाड़ी मठों, पहाड़ी गांवों और चारों ओर गहरे घाटियों के बीच वाइट रिवर राफ्टिंग करना आपके लिए बेहद यादगार साबित हो सकता है। बता दें कि यहां पर यहां राफ्टिंग सीजन आमतौर पर जुलाई से सितंबर तक के महीनों का होता है।
सिंधु नदी में राफ्टिंग कठिनाई स्तर- ग्रेड III – ग्रेड IV
दूरी- 25 किमी
कोलाड पश्चिमी भारत में राफ्टिंग के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है, जो मानसून के दौरान एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल है। कुंडलिका एक बहुत छोटी नदी है जो शानदार सह्याद्री पहाड़ियों से होकर अरब सागर में मिलती है। इस नदी को दक्षिण की सबसे तेज बहने वाली नदी भी कहा जाता है। यहां पर आप वाइट वाटर राफ्टिंग के लिए पूरे साल में कभी भी जा सकते हैं। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य इतना शानदार है जो आपको अपने हरे-भरे वनस्पतियों के साथ राफ्टिंग का एक अलग भी अनुभव देगा।
कुंडलिका नदी में वाटर राफ्टिंग कठिनाई स्तर- ग्रेड III – ग्रेड IV
दूरी- 16 किमी
लोहित नदी, जो ब्रह्मपुत्र नदी की एक सहायक नदी है, कयाकिंग और राफ्टिंग के लिए भारत में एक शानदार जगह है। अरुणाचल प्रदेश में रिवर राफ्टिंग आपको सफेद पानी के रैपिड्स की मदद से एक बहुत ही रोमांचकारी सवारी पर ले जाती है। यहां रिवर राफ्टिंग के दौरान आपको हरे-भरे जंगल, चट्टानी बैंक, दरारें और जनजातीय बस्तियों से होकर गुजरना होता है जो आपके अंदर बहुत उत्साह भर देता है। बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में रिवर राफ्टिंग राफ्टिंग के लिए अच्छा समय नवंबर से मार्च तक है।
लोहित नदी में वाटर राफ्टिंग कठिनाई स्तर- चुनौती
दूरी तय- 180 किमी
हिमाचल प्रदेश राज्य में स्पीति नदी के किनारे राफ्टिंग करना आपकी जिंदगी में बहुत ही शानदार अनुभव देगा। यह भारत में रिवर राफ्टिंग करने की सबसे अच्छी जगहों में से एक है। यहां आप पानी में 6 दिनों तक रह सकते हैं और यहां के स्थानीय गांवों की झलक, बर्फ से ढके ग्लेशियर और यहां का वातावरण आपकी राफ्टिंग को बेहद यादगार बना देंगे। राफ्टिंग ट्यूटिंग क्षेत्र से शुरू होती है और पासीघाट को कवर करती है जिसका समापन बिंदु सूमो है। यहां जाने का सबसे अच्छा समय जुलाई और अगस्त के महीनों में है।
स्पीति नदी हिमाचल प्रदेश में रिवर राफ्टिंग कठिनाई स्तर- ग्रेड IV तक
दूरी- 180 किमी
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अलकनंदा नदी भारत के साथ ही दुनियाभर अपनी राफ्टिंग ग्रेड की वजह से अच्छी नदी मानी जाती है। यह नदी आपको एक चुनौतीपूर्ण राफ्टिंग का मजा देती है। यह नदी, गंगा की दूसरी सबसे बड़ी सहायक नदी है, जो गढ़वाल से निकलती है और चमोली और रुद्रप्रयाग से होकर बहती है। यहां पर राफ्टिंग के दौरान आप उत्तराखंड की कई घाटियों का सुंदर दृश्यों को देख सकते हैं। यह जगह साहसिक प्रेमियों के लिए एक जो एक चुनौतीपूर्ण राफ्टिंग करना पसंद करते हैं। यहां यात्रा का सबसे अच्छा समय सितंबर और जून के महीनों के बीच होता है
अलकनंदा नदी उत्तराखंड में रिवर राफ्टिंग कठिनाई स्तर- ग्रेड IV – ग्रेड IV
दूरी- लगभग 25 किमी
डंडेली में रिवर राफ्टिंग करना आपको एक अद्भुद अनुभव दे सकता है। डंडेली दक्षिण भारत में व्हाइट वाटर रिवर राफ्टिंग के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक है। यहाँ पर राफ्टिंग तेजी से बहने वाली काली नदी पर पश्चिमी घाट के साथ घुमावदार रास्तों पर की जाती है। यहां विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों और जीवों के बीच शानदार राफ्टिंग करना आपके लिए यादगार साबित हो सकता है। यहां घूमने का सबसे अच्छा समय नवंबर से जून के बीच का है।
डंडेली में रिवर राफ्टिंग कठिनाई स्तर- ग्रेड II – ग्रेड III
दूरी- 12 किमी
कुल्लू मनाली में ब्यास नदी एक सुंदर और सुखद रिवर राफ्टिंग पिरडी से शुरू होती है और झुरी पर समाप्त होती है। यह जगह व्हाइटवाटर राफ्टिंग के लिए भारत की सबसे अच्छी जगहों में से एक है। यहां पर साल में मार्च और जुलाई के महीनों में आप राफ्टिंग के लिए जा सकते हैं।
ब्यास नदी में रिवर राफ्टिंग कठिनाई स्तर- ग्रेड I – ग्रेड IV
दूरी- 14 किमी
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