Ooty Lake in Hindi : ऊटी झील नीलगिरि जिले की हरी भरी पहाड़ियों में ऊटी शहर से लगभग 2 किमी की दूरी पर स्थित एक सुरम्य झील है, जो 65 एकड़ के क्षेत्र में फैली हुई है। ऊटी झील नीलगिरी के पेड़ों और हरियाली से घिरी हुई है जो इस हिल स्टेशन की सुंदरता का अनुभव करने के लिए एक शानदार जगह है। ऊटी झील उन लोगों के लिए परफेक्ट प्लेस है जो वर्ड वाचिंग, फोटोग्राफी जैसी गतिविधियों में रुचि रखते हैं क्योंकि यह सुन्दर झील नीलगिरि पर्वत श्रृंखला के मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्यों और विभिन पक्षियों से भरी हुई है। ऊटी झील के किनारे एकांत और सुखद माहौल में टाइम स्पेंड करने के साथ साथ पर्यटक अपनी फैमली के साथ पैडल बोट, रोइंग बोट और मोटर बोट किराए पर ले सकते हैं, इनके अलावा झील के किनारे बच्चों के लिए एक मिनी ट्रेन भी है।
आपको बता दे इस झील के किनारे मैने प्यार किया (1989) के रोमांटिक गाने ‘दिल दीवाना’ को भी अजब प्रेम की गजब कहानी के दृश्यों को भी शूट किया गया था जिससे आप इस झील की खूबसूरती और पॉपुलरटी का अंदाजा लगा सकते है। यदि आप ऊटी की झील की ट्रिप पर जाने का प्लान कर रहे है या फिर इस झील के बारे में और अधिक जानना चाहते है तो आपको एक बार इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ना चाहिए –
ऊटी झील एक कृत्रिम झील है, जिसे मछली पकड़ने के उद्देश्य से जॉन सुलिवन ने 1824 में बनाया था जो में कोयम्बटूर के कलेक्टर थे। इसके निर्माण के कुछ समय बाद ऊटी में पहाड़ों से आ रही पानी की बहुत सी धाराओं के कारण इसे झील बनाने का फैसला किया गया। धीरे धीरे यह झील अपनी खूबसूरती की वजह से पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय होती गई और बर्ष 1973 में तमिलनाडु पर्यटन विकास निगम ने इसे अपने कब्जे में ले लिया और पर्यटन के बढ़ाने के लिए कई काम किये और झील में नौका विहार जैसे गतिविधियों की शुरुआत की।
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यदि आप अपने बच्चो के साथ ऊटी झील की ट्रिप पर जाने वाले है तो पर्याप्त मात्रा में टाइम निकल कर जाएँ क्योंकि ऊटी झील में करने के लिए एक्टिविटीज और इसके आकर्षण काफी अधिक है जिन्हें एन्जॉय करने के लिए आपके पास पर्याप्त टाइम होना बहुत जरूरी है तो आइये जानते है जब आप ऊटी झील आयेंगे तो क्या क्या कर और देख सकते है –
नौका विहार या बोटिंग ऊटी झील का मुख्य आकर्षण है जिसे यहाँ आने वाले लगभग 90 % पर्यटक एन्जॉय करते है। क्योंकि माना जाता है नौका विहार की बिना ऊटी झील की यात्रा कभी पूरी नही हो सकती है। इसीलिए आप जब भी अपनी फैमली, फ्रेंड्स, कपल या हनीमून पर ऊटी आयें तो ऊटी झील में बोटिंग जरूर एन्जॉय करें। बता दे तमिलनाडु पर्यटन विकास निगम द्वारा बोट हाउस संचालित किया जा रहा है जिसमे पैडल बोट, मोटर बोट और रो बोट सहित नौका विहार की सुविधा दी जाती है। झील के किनारे एक बगीचा, एक मिनी ट्रेन और एक मनोरंजन पार्क भी मौजूद हैं जहाँ आपके बच्चे ढेर सारी मस्ती कर सकते है और आप अपनी फैमली के साथ आराम से बैठ सकते है।
ऊटी लेक में बोटिंग के लिए चार्जेस
हॉर्स राइड ऊटी लेक की ट्रिप में करने के लिए एक और ऐसी एक्टिविटी जिसे आप यहाँ बेहद एन्जॉय करेंगे। ऊटी में घुड़सवारी ऐसी मजेदार गतिविधि है जो आपको पूरी तरह से एक अलग अनुभव देती है। इसमें आप घुड़सवारी करते हुए झील के किनारे सैर कर सकते है।
हॉर्स राइड के लिए शुल्क
ऊटी झील वर्ड वाचिंग के लिए भी बेहद खास लोकेशन है क्योंकि यह, विभिन्न प्रकार के डक, क्रेन और वुड पेकर्स जैसे पक्षियों की कई प्रजातियों का घर है। यकीन माने झील के शांत मौसम में विभिन्न प्रकार के रंग बिरंगे पक्षीयों को आसपास के पेड़ो पर और झील में डुबकी लगाते हुए देखना, उनके चहचाहने की आवाज सुनना आपकी इन्द्रियों को तारो ताजा और मंत्रमुग्ध कर देगी।
ऊटी लेक फोटोग्राफर के लिए भी परफेक्ट लोकेशन है जहाँ आप झील और नीलगिरि पर्वत श्रृंखला के सुन्दर दृश्यों को अपने कैमरे में कैप्चर कर सकते है। यदि आप भी अपनी फैमली, फ्रेंड्स या अपनी वाइफ के साथ ऊटी झील घुमने आ रहे तो अपनी इस ट्रिप को लाइफ टाइम के लिए मेमोरिबल बनाने के लिए फोटोज जरूर क्लिक करें।
इससे पहले कि आप ऊटी झील का दौरा करें, कुछ बातें हैं जो आपको उस स्थान के बारे में बिल्कुल पता होनी चाहिए ताकि आपके आनंद में कोई व्यवधान न हो।
बता दे ऊटी झील सप्ताह के सातों दिन सुबह 9.00 बजे से शाम 6.00 बजे तक खुली रहती है, इस दौरान आप कभी ऊटी झील घूमने आ सकते है।
यदि आप अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ ऊटी में ऊटी झील घूमने जाने का प्लान बना रहे है, तो हम आपको बता दे ऊटी ऊटी झील के साथ अन्य कई खूबसूरत पर्यटक स्थलों से सजा हुआ है जिन्हें आपको ऊटी झील के दौरान जरूर घूमने जाना चाहिए।
ऊटी झील पर घूमने के लिए बारिश के बाद के महीने अक्टूबर से जून का समय सबसे अच्छा और अनुकूल समय माना जाता है। मार्च से जून के महीने में जहां पूरे भारत में गर्मी पड़ती है, वहीं ऊटी का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से अधिक नहीं बढ़ता है। जबकि जुलाई से सितंबर तक यहां भारी वर्षा होती है जिसके कारण इस दौरान पर्यटक कम ही आना पसंद करते हैं।
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ऊटी झील और ऊटी की ट्रिप में रुकने के लिए होटल्स सर्च करने वाले पर्यटकों को बता दे भारत के सबसे खूबसूरत हिल्स स्टेशन में से एक होने के नाते ऊटी में सभी बजट की होटल्स और होमस्टे फैसिलिटीज अवेलेवल जिनको आप अपनी चॉइस के अनुसार सिलेक्ट कर सकते है। यहां आप एक हजार रुपये प्रति रात से लेकर चालीस हजार रुपये प्रति रात के होटलों में कमरे बुक करा सकते हैं। प्रत्येक होटलों में अलग अलग तरह की सुविधाएं हैं।
वैसे तो ऊटी जाने के लिए हवाई जहाज, ट्रेन और बस आदि विकल्प उपलब्ध हैं लेकिन ज्यादातर लोग सड़क मार्ग से ऊटी की यात्रा करना ज्यादा पसंद करते हैं क्योंकि ऊटी जाने के लिए सभी मार्ग काफी सुंदर और मनोरम हैं। हालांकि आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी माध्यम से ऊटी पहुंच सकते हैं। एक बार जब ऊटी पहुंच जाते है तो शहर में लगभग कहीं से भी टैक्सी या ऑटो-रिक्शा किराए पर लेकर ऊटी झील हैं। लेकिन उससे पहले आपको ऊटी पहुचना होगा जिसके साधनों के बारे में हम आपको नीचे बताने वाले है।
ऊटी का निकटतम हवाई अड्डा (Airport) कोयम्बटूर एयरपोर्ट है जो ऊटी से लगभग 85 किमी दूर है। यह हिल स्टेशन देश के बाकी हिस्सों से उड़ानों के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से जुड़ा है। एयर इंडिया, इंडिगो और स्पाइसजेट जैसी एयरलाइंस नई दिल्ली, मुंबई, कोझीकोड (Kozhikode), बैंगलोर, हैदराबाद और अहमदाबाद से नियमित उड़ानें भरती हैं। विदेशों से आने वाले पर्यटक बैंगलोर के केम्पेगौड़ा (Kempegowda) अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी आकर ऊटी जा सकते हैं। बंगलौर से ऊटी 310 किमी है और ऊटी के लिए दोनों हवाई अड्डों से टैक्सी और बसें आसानी से उपलब्ध हैं।
कई राज्यों की सड़के एवं राष्ट्रीय राजमार्ग (national highways) ऊटी से अच्छी तरह जुड़े हुए हैं। तमिलनाडु राज्य सड़क परिवहन निगम (TNSTC) की बसें एवं कुछ निजी परिवहन बंगलौर, चेन्नई और मैसूर आदि शहरों से ऊटी के लिए चलते हैं। इसके अलावा बैंगलोर से कई लक्जरी बसें भी चलती हैं, जिससे ऊटी पहुंचने में लगभग 7 से 8 घंटे का समय लगता है।
ऊटी का निकटतम रेलवे स्टेशन मेट्टुपलयम (Mettupalyam) है जो ऊटी से 40 किमी दूर है। इस स्टेशन पर चेन्नई, कोयम्बटूर, मैसूर और बैंगलोर जैसे आसपास के शहरों से कई ट्रेनें आती हैं। रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद आप यहां से निजी टैक्सी या फिर बस द्वारा ऊटी पहुंच सकते हैं। इसके अलावा आप टॉय ट्रेन (toy train) से नीलगिरी पर्वत, घने जंगलों (thick forests) एवं अंधेरी सुरंगों (dark tunnels) से गुजरते हुए भी ऊटी पहुंच सकते हैं। हालांकि यह यात्रा बेहद धीमी और समय लेने वाली है, लेकिन इसका अनुभव काफी रोमांचकारी होता है।
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इस आर्टिकल में आपने ऊटी झील घूमने की पूरी जानकारी को जाना है आपको यह आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में बताना ना भूलें।
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