Kalpa In Hindi, कल्पा हिमाचल प्रदेश में स्थित किन्नोर का मुख्य गाँव है जो घूमने की एक बहुत अच्छी जगह है। यह गांव अपने कई खूबसूरत मंदिरों और मठों के लिए जाना जाने जाता है और सेब के बागों के लिए भी प्रसिद्ध है। आपको बता दें कि कल्पा समुद्र तल से 2759 मीटर की ऊंचाई पर बसा हुआ है। इस खूबसूरत जगह पर आपको सुबह की सैर सूर्योदय के साथ प्रकृति के जादू और रहस्यों का अनुभव करने का मौका देगी। समृद्ध वनस्पतियों और जीव-जंतुओं से भरपूर यह गाँव हिमाचल प्रदेश का एक छोटा और आकर्षक पर्यटन स्थल है।
कल्पा में पूरे साल पूरे साल ठंडी रहती है। सतलुज नदी घाटी के करीब स्थित, यह स्थान पर्यटकों को प्रकृति का सबसे अच्छा अनुभव देता है। इस इलाके में कई झरने और पहाड़ियां देखी जा सकती हैं जो पर्यटकों मंत्रमुग्ध करने के लिए बाध्य हैं। अगर आप किन्नोर की यात्रा पर हैं तो आपको एक बार कल्पा गाँव की सैर जरुर करना चाहिए –
कल्पा प्रकृति प्रेमियों के लिए एक बहुत ही खास जगह है। इस क्षेत्र के जंगल और कच्चे प्रकृति के बीच सुबहटहलने से आप अपने दिन की शुरुआत कर सकते हैं। किन्नौर कैलाश के पीछे सूर्योदय और सूर्यास्त का मनमोहक दृश्य है, आपको इसे बिलकुल भी मिस नहीं करना चाहिए। दिन में होटल में नाश्ता करने के बाद आप अपनी यात्रा की शुरुआत रोघी गांव से कर सकते हैं, याद रखें इस गाँव का रास्ता सिर्फ गर्मी के मौसम में ही खुला रहता है। इसके बाद आप सुसाइड पॉइंट को देखने के लिए जा सकते हैं और फिर इसके बाद आपका अगला टारगेट कमरू किला होना चाहिए।
दोपहर का खाना खाने के बाद आप कोठी के प्राचीन गांव की यात्रा कर सकते हैं, जो अपने मंदिर, फलों के बागों और मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्यों के लिए जाना जाता है। इस जगह पर देखने के लिए बहुत कुछ है, लेकिन आपको अपनी प्राथमिक के अनुसार पर्यटन स्थलों की यात्रा करनी होगी और कुछ स्थलों को छोड़ना होगा। अपनी यात्रा को समाप्त करने के बाद आप होटल में शानदार डिनर करके दिन का अंत करें।
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कल्पा में कोई विशेष रेस्तरां और खाने की जगह उपलब्ध नहीं है। यहां पर कई छोटे-छोटे ढाबे मिलेंगे आप यात्रा अपनी के दौरान नाश्ता कर सकते हैं। यहां आप जिस गेस्ट हाउस या होटल में ठहरे है वहां पर भोजन कर सकते हैं। बता दे इस गाँव में कही भी बीयर या शराब नहीं मिलती है और रास्ते में शराब और बीयर की कोई दुकान न मिलना सामान्य है।
कल्पा उंचाई पर स्थित होने की वजह से यहां पर साल भर माध्यम जलवायु का अनुभव होता है। अक्टूबर से मई तक शुरू होने वाली सर्दियां लंबी और ठंडी होती हैं। जबकि ग्रीष्मकाल जून से सितंबर तक होता है। मानसून के मौसम में गाँव में बहुत अप्रत्याशित वर्षा होती है। गर्मियों के मौसम में गाँव का तापमान के साथ 8 डिग्री सेल्यियस से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है। जबकि सर्दियों में 15 डिग्री सेल्सीस से 20 डिग्री तक होता है। अगर आप इस गांव की यात्रा करने जा रहें तो गर्मियों के मौसम में करें।
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कल्पा हिमाचल प्रदेश का एक छोटा गाँव और पर्यटन स्थल हैं, अगर आप कल्पा के पास हैं और इसके पास के अन्य पर्यटन स्थलों की सैर करना चाहते हैं तो नीचे दी जानकारी को जरुर पढ़ें, जिसमे हम आपको कल्पा के पास के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहें हैं।
सांगला मेदो हरे-भरे घास के मैदानों में कीचड़ के धब्बे और हिमालय के पहाड़ों से ढकी बर्फ की शानदार पृष्ठभूमि दिखाई देती है। यहां आकर पर्यटक अपने मन और आत्मा को शांति प्रदान कर सकते हैं। सांगला कांडा के रूप में जाना जाता है, सांगला इस जगह के सबसे पसंदिदा आकर्षणों में से एक है। अगर आप सांगला घाटी की यात्रा कर रहे हैं तो आपको सांगला को मिस नहीं करना चाहिए।
बेरिंग नाग मंदिर एक बहुत ही खूबसूरत मंदिर है जो सांगला घाटी का प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। आपको बता दें कि यह मंदिर अपनी वास्तुकला के लिए जाना जाता है। जो भी पर्यटक सांगला घाटी की यात्रा करने के लिए जाते हैं उन्हें इस मंदिर के दर्शन करने के लिए एक बार जरुर जाना चाहिए। बेरिंग नाग मंदिर हिंदुओं के प्रमुख मंदिरों में से एक माना जाता है। यह भगवान जगस को समर्पित है। अगर आप इस मंदिर की यात्रा करने के लिए जा रहे हैं तो आप अगस्त और सितंबर के महीनों के बीच यात्रा करें और हर साल मनाए जाने वाले प्रसिद्ध फलिच मेले का आनंद लें।
चितकुल को भारत-तिब्बत रोड पर भारतीय सीमाओं के भीतर अंतिम आबाद गाँव कहा जाता है। यह गाँव सांगला से 28 किमी की दूरी पर किन्नौर घाटी में 3450 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। चितकुल अपनी लुभावनी सुंदरता और शांत वातावरण के एक उत्कृष्ट पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। इस गांव में ऑर्किड, पहाड़, विशाल चट्टानें, नदी, जंगल और घास के मैदान हैं। चितकुल गाँव में कोई भी ट्रेकिंग के लिए जा सकता है। यह गांव वन्यजीवों के लिए एक वन्यजीव अभयारण्य के साथ-साथ प्रकृति प्रकृतियों के लिए एक बहुत अच्छी जगह है।
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कमरू किला अतीत की कलात्मक विरासत की झलक पाने के लिए एक आदर्श स्थान है। इस किले को अब एक मंदिर में परिवर्तित कर दिया गया है। यह हिंदू देवी कामाख्या देवी को समर्पित है। किले में लकड़ी की बालकनी है जिसमें देवी की एक बड़ी मूर्ति तीसरी मंजिल पर रखी गई है। यह किला अपने मुख्य द्वार पर भगवान बुद्ध की एक विशाल प्रतिमा के साथ अपने पर्यटकों स्वागत करता है। अगर आप इतिहास प्रेमी हैं तो आपको इस किले की यात्रा के लिए अवश्य जाना चाहिए।
सांगला से लगभग 8 किमी दूर स्थित, बाटसेरी गाँव वह जगह है जहाँ आप कुछ दिलचस्प स्थानीय हस्तशिल्प खरीद सकते हैं। हस्तनिर्मित शॉल और किन्नौरी टोपी के लिए यह गाँव सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। अगर आप इस गाँव की यात्रा करने तो पाइन नट्स या चिलगोजा खरीदना न भूलें, जो यहां उगाए जाते हैं। ट्राउट फिशिंग फॉर्म को इस गाँव के ओर से जाता है आपको इसे मिस नहीं करना चाहिए।
बसपा नदी सांगला घाटी का मुख्य आकर्षण है। यह नदी कुछ गतिविधियों और रोमांच के लिए एक अदभुद जगह है। यह जगह फोटोग्राफी के लिए एक बेहद आदर्श जगह है इसके साथ ही पर्यटक यहां पर मछली पकड़ना, ट्रेकिंग, कैम्पिंग जैसे साहसिक काम कर सकते हैं। क्षेत्र में पहाड़ों के माध्यम से एक लंबी दूरी को कवर करते हुए, कोई भी इंद्रधनुष और भूरे रंग के ट्राउट को देख सकता है। अगर आप शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाके से दूर किसी शांति वाली जगह की तलाश में हैं तो यह आपके लिए एक बहुत अच्छी यात्रा साबित होगी।
रक्छम हिमाचल प्रदेश में स्थित एक विचित्र गाँव है जो तिब्बत सीमा से पहले अंतिम भारतीय गाँव चितकुल से लगभग 23 किलोमीटर दूर है। यह छोटा गाँव बसपा नदी के किनारे की आकर्षक घाटी में स्थित है, जो सतलज की एक महत्वपूर्ण सहायक नदी है। यह क्षेत्र साल भर घनी वनस्पतियों से भरा हुआ रहता है। इस गाँव में क्षेत्र के अन्य गाँवों की तरह आबाद नहीं है और यह बाकी दुनिया से बिलकुल अलग है। रक्छम में डाक सेवाओं या इंटरनेट तक की पहुंच नहीं है। इस गाँव में सर्दियाँ इतनी ठंडी होती हैं कि स्थानीय लोग निचले इलाकों में चले जाते हैं और हर साल खेती शुरू करने के लिए अप्रैल में लौट आते हैं।
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कल्पा ऊंचाई पर स्थित एक छोटा शहर है, इसलिए इस स्थान तक पहुँचने के लिए सीमित संख्या में विकल्प हैं। कल्पा पहुंचने के लिए सड़क मार्ग से यात्रा करना आपका सबसे अच्छा साबित सकता है। आप सड़क मार्ग से यात्रा करते हुए रास्ते की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। फ्लाइट और ट्रेन जैसी अन्य परिवहन सुविधाएं भी पर्यटक अपनी आवश्यकताओं के अनुसार चुन सकते हैं।
कल्पा गाँव का निकटतम एयरपोर्ट शिमला हवाई अड्डा (लगभग 276 किमी) है। यह हवाई अड्डा दिल्ली, मुंबई आदि जैसे कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। हवाई अड्डे के बाहर से आप कल्पा के लिए कैब और टैक्सी किराए पर ले सकते हैं।
कल्पा तक पहुंचने के लिए सड़क द्वारा यात्रा करना एक अच्छा विकल्प होगा। कल्पा की सड़क सुंदर प्राकृतिक परिदृश्यों से भरी हुई है और यह आपकी यात्रा को यादगार बना देंगी। पडोसी राज्य और शहरों से आप जैसे दिल्ली, पंजाब आदि से HRTC की नियमित बस सेवायें भी उपलब्ध हैं।
गाँव का निकटतम रेलवे स्टेशन शिमला (244 किमी) में स्थित है। यह दिल्ली सहित कई प्रमुख शहरों से जुड़ने वाले प्रमुख स्टेशनों में से एक है। आप स्टेशन से टैक्सी किराए पर ले सकते हैं और कल्पा के लिए यात्रा कर सकते हैं।
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इस आर्टिकल में आपने कल्पा में घूमने लायक दर्शनीय स्थल को जाना है आपको हमारा यह लेख केसा लगा हमे कमेंट्स में बताना ना भूलें।
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