Krishna Janmabhoomi mandir in Hindi : श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर पवित्र शहर मथुरा, उत्तर प्रदेश में स्थित है। यह मंदिर का हिंदुओं के लिए बहुत महत्व है क्योंकि यह भगवान कृष्ण का जन्मस्थान माना जाता है। मंदिर में प्रवेश करने पर, दिव्य वातावरण और इसकी पवित्रता दिल को इस विश्वास के साथ भर देती है कि यह वास्तव में वह स्थान है जहाँ भगवान कृष्ण ने जन्म लिया था। जेल की कोठरी के अलावा, कृष्ण जन्मस्थान मंदिर परिसर के भीतर अन्य मंदिर स्थित हैं जो अन्य देवी देवतायों को समर्पित हैं। कृष्ण जन्मस्थान मंदिर की यात्रा जन्माष्टमी, बसंत पंचमी, होली और दीपावली जैसे त्योहारों के समय अधिक मनभावन हो जाती है, जो बड़े ही धूम-धाम से मनाई जाती हैं।
यदि आप भी श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर या जन्मभूमि मंदिर के दर्शन के लिए जाने वाले है या फिर इस श्रद्धेय मंदिर के बारे में जानना चाहते है तो हमारे इस लेख को पूरा जरूर पढ़े –
श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर उस जेल के चारों ओर बनाया गया है जिसमें भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। ऐसा माना जाता है कि इसका निर्माण 5000 साल पहले कृष्ण वज्रनाभ के परपोते ने किया था। फिर, इसे 400 ईस्वी में चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के शासनकाल में फिर से बनाया गया। हालाँकि इसे 1017 ईस्वी में महमूद गजनी द्वारा नष्ट कर दिया गया था।
1150 ईस्वी में, मंदिर का निर्माण तीसरी बार 16 वीं शताब्दी मथुरा के सम्राट, राजा ध्रुपद देव जंजुआ के शासनकाल के दौरान किया गया था। 125 साल बाद जहाँगीर के शासनकाल के दौरान, राजा वीर सिंह बुंदेला ने 3.3 मिलियन रुपये के साथ इसका पुनर्निर्माण किया। लेकिन औरंगजेब ने 1669 ई में इसे नष्ट कर दिया और इसके स्थान पर एक मस्जिद का निर्माण कराया। जब मथुरा शहर अंग्रेजों के अधीन आ गया, तो मंदिर क्षेत्र की नीलामी 1815 में की गई। स्वर्गीय महामना पंडित मदन मोहन मालवीय ने 21 फरवरी 1911 को ‘श्री कृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट’ की स्थापना करके मंदिर के पुनर्निर्माण का बीड़ा उठाया जो जाकर फरवरी 1982 में पूरा हुआ।
कृष्ण जन्म भूमि मंदिर मथुरा में उस स्थान पर बना हुआ है जहां भगवान विष्णु जी श्री कृष्ण के रूप में अवतरित हुए थे। मंदिर का परिसर एक संकरी गली से होकर पहुचा जाता है, जिसमें धार्मिक सामग्री बेचने वाली दुकानें हैं। भगवान कृष्ण को समर्पित परिसर में एक छोटा मंदिर है जिसमे आभूषणों से सुशोभित श्री कृष्ण की दिव्य मूर्ति स्थापित है। इस मंदिर परिसर में कृष्ण मंदिर के साथ साथ अन्य कई मंदिर और धार्मिक स्थल भी है, साथ ही परिसर के भीतर एक कुआँ भी है जहाँ जेल के कैदियों को कथित तौर पर पानी पिलाया जाता था।
शाही ईदगाह के दक्षिण में स्थित, इस मंदिर को रामकृष्ण डालमिया ने अपनी माँ जडादेवी डालमिया की याद में बनवाया था। निर्माण 29 जून 1957 को शुरू हुआ और इसका उद्घाटन 6 सितंबर 1958 को हनुमान प्रसाद पोद्दार ने किया।
इसे जेल की कोठरी के रूप में माना जाता है जहाँ कृष्ण का जन्म हुआ था। विशाल बरामदे के साथ एक संगमरमर का मंडप और एक भूमिगत जेल कक्ष बनाया गया था। इसके पास एक मंदिर भी है जो आठ हाथ वाली देवी योगमाया को समर्पित है
श्रीमद्भागवत को समर्पित, मंदिर का निर्माण 11 फरवरी 1965 को शुरू किया गया था। इसमें पांच तीर्थस्थल शामिल हैं, मुख्य तीर्थस्थल में राधा और कृष्ण की छह फुट ऊंची मूर्तियां, दाईं ओर बलराम, सुभद्रा और जगन्नाथ की समाधि है। राम लक्ष्मण और सीता का मंदिर बाईं ओर, गरुड़ स्तम्भ और चैतन्य महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर के सामने और राम मंदिर के सामने हनुमान, दुर्गा का मंदिर और शिवलिंग के साथ मंदिर है। असेम्बली हॉल की छत, दीवारें और खंभे कृष्ण और उनके भक्तों के जीवन की घटनाओं को दर्शाते हुए भित्ति चित्रों से सुसज्जित हैं। एक परिक्रमा पथ भी है जिसकी दीवारों पर भगवद गीता के ग्रंथों को उकेरा गया है।
यह एक बड़ी पानी की टंकी है जिसे भगवान कृष्ण का पहला स्नान स्थल माना जाता है।
इन मंदिरों के अलावा, आयुर्वेद भवन, अंतर्राष्ट्रीय अतिथि गृह, दुकानें, पुस्तकालय और प्रदर्शन के लिए खुली जगह सहित अन्य इमारतें भी हैं।
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कृष्ण जन्मभूमि मंदिर श्र्धालुयों के दर्शन के लिए
गर्मियों में
सर्दियों में
यदि आप कृष्ण जन्मभूमि मंदिर की यात्रा पर जाने वाले है तो हम आपको बता दे श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर में प्रवेश और दर्शन के लिए कोई भी शुल्क नही है। यहाँ आप बिना किसी शुल्क का भुगतान किये आराम से घूम सकते है और दर्शन कर सकते है।
यदि आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ मथुरा के प्रमुख धार्मिक स्थल, श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर घूमने जाने का प्लान बना रहे है तो क्या आप जानते है? मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के अलावा भी विभिन्न धार्मिक और पर्यटक स्थल मौजूद है जिन्हें आप अपनी कृष्ण जन्मभूमि मंदिर की यात्रा में घूमने जा सकते है –
वैसे तो श्रद्धालु बर्ष के किसी भी समय कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के दर्शन के लिए जा सकते है, लेकिन यदि आप कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के साथ – साथ मथुरा के अन्य प्रमुख मंदिर और पर्यटक स्थलों की यात्रा भी करने वाले है तो उसके लिए अगस्त से मार्च का समय सबसे बेस्ट टाइम होता हैं, क्योंकि इस समय मथुरा का मौसम बहुत खुशनुमा होता है। मौसम बहुत खुशनुमा होने के साथ साथ इन महीनो में जन्माष्टमी, हिंडोला उत्सव और होली जैसे प्रसिद्ध त्यौहार भी होते है जिन्हें मथुरा नगरी में बड़े धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
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उत्तर प्रदेश का प्रमुख पर्यटक और तीर्थ स्थल होने के कारण मथुरा में सभी बजट की होटल्स, लोज और धर्मशाला उपलब्ध है, जिनमे कोई भी पर्यटक अपनी मथुरा की यात्रा में रुक सकता है। इसीलिए यदि आप मथुरा की यात्रा पर जाने से पहले मथुरा में रुकने के लिए जगहें सर्च कर रहे हैं तो आप बेफिक्र होकर मथुरा की यात्रा पर चले जाएँ क्योंकि यहाँ आपको सभी टाइप की होटल्स और लोज मिल जाएगी जिनको आप आपनी चॉइस के अनुसार सिलेक्ट कर सकते है।
अगर आप हिंदू भगवान कृष्ण के जन्मस्थान मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि मंदिर की यात्रा करने का प्लान बना रहे हैं और कृष्ण जन्मभूमि मंदिर मथुरा पहुँचने का आसान तरीका जानना चाहते है,
तो हम आपको बता दें कि मथुरा भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है, जहां आप परिवहन के विभिन्न साधनों से पहुंच सकते हैं और मथुरा पहुचने के बाद आप आसानी से कृष्ण जन्मभूमि मंदिर पहुच जायेंगे।
यदि आपने मथुरा घूमने जाने के लिए फ्लाइट का सिलेक्शन किया है, तो हम आपको मथुरा का सबसे नजदीकी घरेलू हवाई अड्डा आगरा में है जबकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट दिल्ली में है। यह दोनों एयरपोर्ट मथुरा से लगभग 58 किलोमीटर और 170 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आप दोनों एयरपोर्ट में से किसी के लिए भी फ्लाइट ले सकते है और एयरपोर्ट पहुचने के बाद बस या एक टेक्सी बुक करके मथुरा जा सकते है।
ट्रेन से ट्रेवल करके मथुरा की यात्रा पर जाने वाले श्र्धालुयों को बता दे मथुरा में अपना खुद का रेलवे जंक्शन मौजूद है। मथुरा जंक्शन मध्य और पश्चिम रेलवे का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है, जो देश के प्रमुख शहरों से रेल मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। इसलिए मथुरा के लिए पर्यटक दिल्ली, मुंबई, इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, आगरा, वाराणसी, लखनऊ और कोलकाता से सभी प्रमुख शहरों से ट्रेन पकड़ सकते हैं।
मथुरा सड़क मार्ग द्वारा राज्य के बिभिन्न शहरों अच्छी तरह कनेक्ट है इसीलिए बस या सड़क मार्ग से मथुरा की यात्रा करना बेहद सुविधाजनक है। अगर आपके पास अपना निजी वाहन है तो आप आराम से मथुरा की यात्रा कर सकते हैं। क्योंकि मथुरा में सड़कों का एक अच्छा नेटवर्क है जो इसके दिल्ली, जयपुर, बीकानेर, आगरा, इंदौर, भोपाल, मुरादाबाद, कोलकाता जैसे शहरों से जोड़ता है। इनके साथ मथुरा के लिए आसपास के सभी प्रमुख शहरों से नियमित रूप से बसें भी संचालित की जाती है जिनसे कोई भी आसानी से ट्रेवल करके मथुरा आ सकता है।
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इस लेख में आपने कृष्ण जन्मभूमि मंदिर का इतिहास, कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के दर्शन का समय, और यात्रा से जुड़ी पूरी जानकारी को जाना है, आपको हमारा ये आर्टिकल केसा लगा हमे कमेन्ट करके जरूर बतायें।
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श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर मथुरा का मेप – Krishna Janma Bhoomi mandir Mep
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