Nagaland In Hindi : नागालैंड भारत का एक खूबसूरत राज्य हैं जोकि भारत की उत्तर-पूर्व सीमा पर स्थित हैं। नागालैंड को इसके उपनाम “लैंड ऑफ फेस्टिवल” के नाम से भी जाना जाता हैं और नागालैंड पर्यटकों द्वारा भारत की जमीन पर सबसे अधिक पसंद किये जाने वाले हिल स्टेशनो में से एक हैं। नागालैंड की राजधानी कोहिमा और इसका सबसे बड़ा शहर दीमा हैं। नागालैंड की यात्रा न केवल प्रकृति प्रेमियों द्वारा पसंद की जाती हैं बल्कि उन तमाम समुदाओं के द्वारा भी नागालैंड स्टेट की यात्रा की जाती हैं। जोकि नागालैंड की संस्कृति, नागालैंड की वेशभूषा, नागालैंड के लोग और नागालैंड का खाना आदि में रूचि रखते हैं।
नागालैंड में शादी कैसे होती है यह सवाल पूरे भारत वर्ष के लोग जानने की इक्षा रखते हैं। नागालैंड के प्रमुख त्योहार और परम्पराओं को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। जिनका हिस्सा बनना नागालैंड की यात्रा पर आए हरेक पर्यटक चाहता हैं। यदि आप किसी से पूछेंगे की नागालैंड स्टेट के बारे में बताओं तो वह इंसान नागालैंड पर्यटन स्थल की खूबसूरती को शब्दों में बयां करने में असमर्थ हो जायेगा। क्योंकि इतना अधिक खूबसूरत और रमणीय हैं हमारा नागालैंड स्टेट। अगर आप भी नागालैंड के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं, तो हमारे इस लेख को पूरा जरूर पढ़े –
नागालैंड के इतिहास में झांकने पर हम देखते हैं कि नागा जनजातियों का इतिहास अस्पष्ट है। नागालैंड का इतिहास यह भी बताता हैं कि यहाँ कि जनजातियों के बीच भले ही आन्तरिक रूप से संघर्ष चलते रहे लेकिन एक साथ रहने की अनोखी विशेषता हैं। वक्त के साथ बदलते माहोल में ईस्ट इंडिया कंपनी ने बहुत लंबे समय तक इस क्षेत्र को अपने अधीन करने की नाकाम कोशिश की लेकिन नागा जनजातियों के सामने वह सफल नही हो सके। भारत को आजादी मिलने के बाद भी यहाँ के आदिवासियों और सरकार के बीच संघर्ष जारी रहा जिसके चलते 1 दिसंबर 1963 को इस क्षेत्र को एक पूर्ण राज्य का दर्जा दे दिया गया।
नागालैंड स्टेट भारत का उत्तर पूर्वी राज्य हैं और इसकी स्थापना 1 दिसंबर 1963 हुई थी।
और पढ़े: पश्चिम बंगाल के पर्यटन स्थल की जानकारी
नागालैंड की राजधानी कोहिमा शहर है जोकि भारत के उत्तर पूर्व में आकर्षण का खजाना हैं।
नागालैंड में चांग, कोन्याक, लोथा, सेमा, फोम, अंगामी व रेंगमा भाषाएँ बोली जाती हैं।
नागालैंड की अधिकारिक भाषा अंग्रेजी है।
नागालैंड राज्य का झंडा फहराने के लिए 14 अगस्त सन 1947 को राज्य में नगा जनजातियों से संबंधित नेता कोहिमा शहर में एकत्रित हुए और नागालैंड का राष्ट्रीय ध्वज फहराया। दिसंबर 1963 में नागालैंड को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने के बाद कोहिमा शहर अब नगालैंड राज्य की राजधानी के रूप में जाना जाता हैं।
नागालैंड राज्य की कला और संस्कृति किसी से छुपी हुई नहीं हैं। नागालैंड स्टेट की अनोखी परम्परा और रीति रिवाज राज्य को अधिक लौकप्रिय बना देते हैं। विभिन्न जनजातियों की भूमि के रूप में जाना जाने वाला नागालैंड स्टेट पहाड़ियों के बीच स्थित हैं। खूबसूरत हिल स्टेशनो के साथ साथ यहाँ आज भी होने वाली खोजबीनो के लिए नागालैंड की खबरे अखबारों में छपती रहती हैं। भारत के खूबसूरत सुरम्य राज्य का आकर्षित परिदृश्य, सुंदर चाय के बागान, ऊंचे पहाड़ और जीवंत संस्कृति इसके महत्व को बढाता है।
नागालैंड में शादी कैसे होती हैं और नागालैंड में शादी से सम्बंधित परम्पराए कैसे निभाई जाती हैं ? यह बात हर भारतवासी जानने के लिए आतुर रहता है। क्योंकि नागालैंड में अलग – अलग जनजातियों द्वारा अलग – अलग तरह की रस्मे निभाई जाती हैं। यहाँ होने वाले विवाह में नागा विवाह के समय कुछ अटूट परंपराओं को निभाते हैं जिनके पूरा होने के उपरांत ही विवाह सम्पन माना जाता हैं अन्यथा उस विवाह को असफल घोषित कर दिया जाता हैं। एक ही समुदाए के लड़के और लड़की के बीच रिश्ते को स्वीकार नही किया जाता हैं। अंगामी समुदाय के सदस्य फावड़े का गला घोटने जैसे रस्मो को निभाते हैं।
मोंग्सेन समुदाए में जोड़े को एक व्यापार अभियान पर भेजा जाता हैं। अगर उस जोड़े द्वारा किया गया व्यापार लाभदायक होता हैं तो उनके रिश्ते को मंजूरी दी जाती हैं अन्यथा रिश्ते को अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। इसके अलावा भी अन्य कई प्रथाए हैं जो अलग – अलग जनजातियों द्वारा अलग – अलग तरीके से की जाती हैं। जैसे कि कुछ समुदायों में दूल्हे को दहेज के रूप लड़की की तय गई कीमत अदा करनी होती हैं और इसलिए इन समुदाए की लड़कियों की बहुत अधिक देखभाल की जाती हैं। सेमा, लोथस और चांग समुदाओ में एक से अधिक पत्नी रखने की अनुमति होती हैं।
नागालैंड में जानने के लिए बहुत कुछ हैं यह खूबसूरत राज्य वनस्पतियों और जीवों में अत्यधिक समृद्ध माना जाता है। नागालैंड राज्य कुछ सुंदर पौधों और जानवरों के लिए निवास स्थान भी हैं। इसके अलावा यहाँ कई तरह के सुंदर पक्षियों की प्रजाति देखने को मिल जाती हैं। पक्षियों में पाई जाने वाली इन विविधता के कारण नागालैंड राज्य को “द फाल्कन कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड” के रूप में भी जाना जाता है। नागालैंड में निवास करने वाली एक तेजतर्रार आदिवासी जनजाति हैं जोकि अपनी संस्कृति का समर्थन करती है।
और पढ़े: काजीरंगा नेशनल पार्क के बारे में पूरी जानकारी
नागालैंड में कई जनजातिया निवास करती हैं लेकिन यहाँ की नागा जनजाति खास हैं। नागालैंड स्टेट में जनजातियों का एक प्राचीन इतिहास सामने आता है यदि हम इसकी गिनती करते हैं तो उप-जनजातियों सहित 66 जनजातियां सामने आती हैं। लेकिन इनमे सबसे प्रमुख 16 जनजातिया हैं। यहाँ निवास करने वाले अधिकतर नागा ईसाई समुदाए से हैं जोकि लगभग 75% हैं।
नागा समाज की सबसे प्रमुख विशेषता यह हैं कि इस जनजाति की परंपराएं और वफादारी नागालैंड स्टेट के निर्माण की नीव मानी जाती हैं। नागालैंड का इतिहास मजबूत योद्धा और लड़ाको से भरा हुआ हैं। यहाँ के गांवो में सशस्त्र छापे बनाए जाते थे। नागालैंड में एक बार प्रचलित अनुष्ठान के बाद अब हेड हंटिंग अप्रचलित हो चुकी हैं। माना जाता हैं कि इस परम्परा के अनुसार युद्ध में जीती जनजाति अपने दुश्मन का सर ले जाती थी।
भारत देश धर्म, संस्कृति और आस्था के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता हैं, इसके अलावा देश के अलग – अलग हिस्सों में अलग – अलग तरह के लौक-नृत्य प्रसिद्ध हैं। भारत के नागालैंड राज्य के सबसे प्रसिद्ध लौक नृत्य (Nagaland Dance) लीम और छोंग हैं। इसके अलावा भी यहाँ नृत्य शैली का भंडार हैं।
नागालैंड राज्य की पारंपरिक पोशाक यहां के निवासियों की संस्कृतियों और परम्परा को दर्शाती हैं। नागालैंड स्टेट की वेशभूषा इनके पूर्वजों वंश को प्रदर्शित करती है। जोकि शॉल का डिज़ाइन पहनने हुए रहते थे। नागालैंड के पुरुषों द्वारा पहनी जाने वाली ड्रेस में हॉर्नबिल के काले और सफेद पंख के साथ जंगली सूअर के कैनाइन दांतों को अपने शरीर पर धारण किया जाता था। जिसमे एक शंक्वाकार लाल हेडगेयर शामिल है। इसके अलावा गहनो के रूप में कोई भी हार, टैटू और चूड़ियां जैसी चीज पहनी जाती थी। नागालैंड का महिला समुदाए काले रंग की साड़ी (शाल) पहने हुए रहती हैं और हार के साथ अन्य गहने भी पहने हुए रहती हैं।
नागालैंड की प्रसिद्ध कला और शिल्प के पीछे यहाँ के जनजातियो की बहुत बड़ा हाथ है खास कर यहाँ की महिलाएं कला शिल्प में बहुद अधिक निपुण हैं। हालाकि नागालैंड के निवासियों का मुख्य व्यवसाय सिचाई हैं। यहां बनने वाली पीतल और टिन धातुओं की मूर्ती बहुत ही खूबसूरत होती हैं। नागालैंड स्टेट सुन्दर आभूषणों, बाजूबंदों, चूड़ियों के अलावा भी खूबसूरत ज्वेलरी के लिए जाना जाता हैं। बीड्स के उपयोग के बाद इन आभूषण को खूबसूरती प्रदान की जाती हैं। नागालैंड की यात्रा पर आने वाले पर्यटक हस्तशिल्प की सुंदर स्मृति चिन्ह खरीदते हैं।
नागालैंड स्टेट की यात्रा के दौरान आपको एक से बढ़कर एक लजीज भोजन चखने के लिए मिलेंगे। नागालैंड के स्वादिष्ट भोजन में शामिल नागालैंड एक विशिष्ट नागा भोजन जोकि एक मांस पकवान, उबले हुए आलू की सब्जी, चावल, चटनी, मांस, मछली, किण्वित, कुचल आलू और टमाटर से बना नागा करी आदि शामिल हैं। इसके अलावा नागाओं को उबले हुए खाद्य जैविक पत्ते बहुत अधिक पसंद हैं।
नागालैंड में पूरे साल उत्सव और ख़ुशी का माहोल बना रहता हैं। नागालैंड की विभिन्न आदिवासी जनजाति समूह द्वारा कुछ महत्वपूर्ण त्यौहार मनाए जाते हैं। जैसे सेकेरनी, मोत्सु मोंग, बुशू, सुकरुन्हें, येमेशे और कई अन्य त्यौहार भी ख़ुशी और उत्साह के साथ मनाए जाते हैं। इनके अलावा क्रिसमस और नव वर्ष जैसे कुछ प्रमुख त्यौहार भी मनाए जाते हैं।
नागालैंड स्टेट को ‘त्योहारों की भूमि’ के नाम से जाना जाता हैं। नागालैंड में मनाए जाने वाला हॉर्नबिल फेस्टिवल यहाँ की कला, संस्कृति और परम्पराओं को दर्शाता हैं। हॉर्नबिल फेस्टिवल का आयोजन कला और संस्कृति विभाग द्वारा किया जाता हैं। नागालैंड का यह हॉर्नबिल फेस्टिवल आमतौर पर यहाँ की सभी 17 जनजातियों द्वारा मिलकर बनाए जाने वाला त्यौहार है। (Hornbill Festival Nagaland 2021) हॉर्नबिल फेस्टिवल 1 दिसंबर से 10 दिसंबर तक मनाया जाता हैं।
और पढ़े: त्रिपुरा के खूबसूरत पर्यटन स्थलों की जानकारी
नागालैंड के प्रमुख दर्शनीय स्थल में शामिल यहाँ के प्रमुख शहर, बीच और मंदिरों के अलावा भी कई पर्यटन स्थल मौजूद हैं। नागालैंड स्टेट की यात्रा पर आने वाले पर्यटक इन आकर्षित स्थलों की यात्रा अवश्य करते हैं, जिनके बारे में हम आपको नीच इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।
नागालैंड के प्रमुख पर्यटन स्थल में शामिल दीमापुर नागालैंड का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से विकास की पटरी पर दौड़ने वाला शहर हैं। यह शहर हवाई उडान के माध्यम से डायरेक्ट कनेक्ट हैं इस वजह से यहाँ आने वाले पर्यटकों की संख्या बहुत अधिक होती हैं। दीमापुर के कुछ प्रमुख आकर्षण में ट्रिपल फॉल्स, कचहरी खंडहर, नागालैंड विज्ञान केंद्र और प्राणि उद्यान आदि शामिल हैं। दीमापुर शहर का पूर्वी भाग धनसिरी नदी के गहरे में हैं जोकि अधभुत आकर्षण प्रस्तुत करता हैं।
नागालैंड के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल कोहिमा नागालैंड की पहाड़ी राजधानी है। कोहिमा पर्यटन भारत के सात बहन राज्यों में से एक है। नागालैंड की राजधानी को कोहिमा नाम अंग्रेजो द्वारा दिया गया था वास्तव इसका नाम ‘केवहिरा’ था। केवहिरा नाम की उत्पत्ति इस क्षेत्र में पाए जाने वाले सुन्दर फूलो की वजह से हुई थी। कोहिमा लौकगीत के लिए प्रसिद्ध हैं और यह स्थान समुद्र तल से लगभग 1500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं। कोहिमा ट्रेकिंग के शौकीन व्यक्तियों के लिए भी एक आदर्श स्थान माना जाता हैं।
नागालैंड घूमने वाली जगहों में शामिल फेक पर्यटन स्थल एक पहाड़ी क्षेत्र है। फेक पर्यटन स्थल वनस्पतियों और जीवों से समृद्ध है। इसके अलावा स्पेल बाउंडिंग हिल्स और शिलाई झील यहाँ का एक महत्वपूर्ण आकर्षण है। फेक जिले में खूबसूरत पहाड़ियां कपामोड्ज़ और ज़ानीबौ इसकी सुंदरता को ओर अधिक निखार देते हैं। यहाँ की प्रमुख नदियां टिज़ू, लानी और सेडज़ू हैं।
नागालैंड के आकर्षण में शामिल तुएनसांग, तुएनसांग जिले का मुख्यालय है। यह सबसे पूर्वी नागालैंड के सबसे बड़े जिले के रूप में जाना जाता हैं और सटा हुआ दाहिने ओर म्यांमार है। तुएनसांग पर्यटन स्थल दीमापुर, कोहिमा और मोकोकचुंग के साथ नागालैंड के सबसे बड़े शहरी केन्द्रों में से एक हैं। नागालैंड स्टेट आने वाले पर्यटक तुएनसांग घूमने भी आते हैं।
मोकोकचुंग पर्यटन स्थल नागालैंड स्टेट में दीमापुर और कोहिमा के सबसे महत्वपूर्ण आकर्षण में से एक हैं। इस क्षेत्र का सबसे लौकप्रिय पर्यटन स्थल द टाउन मेन पार्क हैं। मोकोकचुंग की यात्रा पर आने वाले पर्यटकों को जिले के भीतर स्थित लोंगखुम, लंग्पांगकांग, मोपुंगचुकिट और चुचुइइमलांग जैसी आकर्षित जगहों पर घूमने का अवसर भी मिल जाता हैं। मोकोकचुंग का प्रमुख व्यवसाय कृषि हैं।
और पढ़े: असम के पर्यटन स्थल घूमने की जानकारी
कोन्याक नागों का निवास स्थान माना जाता हैं और यहाँ पंखदार लुंगी पहने हुए टैटू बने हुए चेहरो का एक अनूठा और शानदार आकर्षण देखने को मिलता हैं। मोन पर्यटन स्थल तलहटी जिले की खड़ी ढलानों के साथ एक दुर्लभ क्षेत्र हैं। मोन पर्यटन स्थल भले ही आकर्षित पर्यटन स्थलों के घेरे में नही हैं लेकिन पर्यटन के लिहाज से इसका अपना ही महत्व हैं।
नागालैंड के खूबसूरत नजारों के बीच स्थित जुकू घाटी कोहिमा से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक आकर्षित पर्यटन स्थल हैं। नागालैंड को पूर्व के स्विटजरलैंड के रूप में जाना जाता हैं और जुकु घाटी और जपफू पीक की सुंदरता और आकर्षण की बहुत अधिक भूमिका रही हैं। यह आकर्षित घाटी ऐसे पर्यटकों की यात्रा को आनंद से भर देती हैं जोकि ट्रेकिंग के शौकीन हैं। जपफू चोटी की ऊंचाई 3048 मीटर हैं जोकि नागालैंड की दूसरी सबसे उंची चोटी हैं।
खोनोमा गांव नागालैंड के ‘अंगामी नागा’ जातीय समूह से संबंधित आकर्षित शहर हैं। खोनोमा गांव भारत वर्ष में अपनी तरह की एक परियोजना के रूप में है। खोनोमा ग्राम नागालैंड के राजधानी कोहिमा से लगभग 20 कोलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। खोनोमा ग्राम भारत के पहले ग्रीन विलेज के रूप में जाना जाता हैं। यह नागालैंड के आदिवासी समूह और प्राकृतिक आवास की सुरक्षा के लिए जाना जाता हैं। नागालैंड की यात्रा पर आने वाले पर्यटक खोनोमा ग्राम की यात्रा करना पसंद करते हैं।
नागालैंड के आकर्षण में शामिल कोहिमा शहर से बहरी इलाके में स्थित किसामा गांव नागा हेरिटेज विलेज के रूप में जाना जाता हैं। इसका उद्देश्य नागा लोगों की संस्कृति और परंपराओं का संरक्षण और उनको बढ़ावा देना हैं। किसामा गांव का नाम दो गांवो के नाम किग्वेमा और फेमसा से मिलकर बना हैं। यहाँ मनाए जाने वाले हॉर्नबिल त्योहार के दौरान दिसंबर माह में एक सप्ताह के लिए गांव को जनता के लिए खोल दिया जाता है। पर्यटक दूर-दूर से नागालैंड के इन खूबसूरत गांव में घूमने के लिए आते हैं।
नागालैंड के पर्यटन स्थलों की सूची में शामिल तौफेमा एक हरे और बरामदे की पहाड़ी पर स्थित खूबसूरत बस्ती हैं। तौफेमा नागालैंड के पर्यटन विभाग के साथ साझेदारी में यहाँ के स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर बनाई गई छोटी झोपड़ियों का समूह हैं। तौफेमा विलेज की संस्कृति, जीवन शैली नागालैंड के निवासियों के लिए एक खूबसूरत श्रद्धांजलि है। नागालैंड की यात्रा के दौरान यह एक शानदार पर्यटन डेस्टिनेशन के रूप में सामना आता हैं।
नागालैंड में घूमने की जगह शीलोई झील पटकाई की पहाड़ियों की बीच स्थित एक खूबसूरत झील हैं। शीलोई लेक के चारो तरफ वर्धमान घाटी स्थित है। इस झील को लाटसम गांव के निवासियों के द्वारा बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस झील के बारे में कहा जाता हैं कि एक बच्चे की पवित्र आत्मा इस झील में रहती हैं। मछली पकड़ने के शौकीन व्यक्ति इस झील का दौरा जरूर करते हैं।
और पढ़े: गुवाहाटी के पर्यटन स्थल और घूमने की जानकारी
नागालैंड की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय सर्दियों के दौरान अक्टूबर से मार्च का माना जाता हैं। मानसून सीजन भारी वर्षा और बाढ़ जैसी भयानक स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि नागालैंड में अक्सर भारी वर्षा होती हैं। गर्मियों के मौसम में भी आप नागालैंड की यात्रा कर सकते हैं।
नागालैंड और इसके पर्यटन स्थलों की यात्रा करने के बाद यदि आप किसी आवास स्थान की तलाश में हैं, तो हम आपको बता दें कि नागालैंड में कई होटल उपलब्ध हैं। जोकि आपको लो-बजट से लेकर हाई-बजट की रेंज में मिल जाएंगे हैं।
और पढ़े: सात बहनों के राज्य (सेवन सिस्टर्स) के बारे में जानकारी
नागालैंड जाने के लिए आप फ्लाइट, ट्रेन और बस में से किसी का भी चुनाव कर सकते हैं।
नागालैंड की यात्रा के लिए यदि आपने हवाई मार्ग का चुनाव किया हैं तो हम आपको बता दें कि नागालैंड के लिए फ्लाइट से कोई डायरेक्ट कनेक्टिविटी नही हैं। लेकिन नागालैंड का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा दीमापुर हवाई अड्डा हैं। दीमापुर एयरपोर्ट नागालैंड से लगभग 75 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।
नागालैंड की यात्रा के लिए यदि आपने रेलवे मार्ग का चुनाव किया हैं तो हम आपको बता दें कि नागालैंड के रेल मार्ग से कोई डायरेक्ट कनेक्टिविटी नही हैं। नागालैंड का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन दीमापुर है जोकि कोलकत्ता और गुवाहाटी जैसे प्रमुख शहरों से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं। दीमापुर रेलवे स्टेशन से नागालैंड के लिए नियमित बसे और टैक्सी चलती हैं।
नागालैंड जाने के लिए यदि आपने सड़क मार्ग का चुनाव किया हैं तो हम आपको बता दें कि नागालैंड सड़क मार्ग के माध्यम से आसपास के शहरो से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं। इसलिए आप बस के माध्यम से भी नागालैंड आसानी से पहुँच जाएंगे।
और पढ़े: गंगटोक में घूमने की 15 खास जगह
इस आर्टिकल में आपने नागालैंड राज्य के इतिहास, संस्कृति और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी को जाना है आपको हमारा यह आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
और पढ़े:
Hills Station of Tamil Nadu In Hindi : तमिलनाडु भारत का एक खूबसूरत पर्यटक राज्य…
Ghaziabad in Hindi : गाजियाबाद उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख शहर है जो राष्ट्रीय…
Mumbai Zoo in Hindi : मुंबई जू मुंबई शहर के केंद्र में स्थित है जो…
Famous Forts Of Maharashtra in Hindi : महाराष्ट्र एक समृद्ध इतिहास वाला राज्य है जो…
Famous Lakes of Himachal Pradesh in Hindi : हिमाचल प्रदेश भारत का एक प्रमुख और…
Chintapurni Devi Temple in Hindi : चिन्तपूर्णी देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश राज्य के छोटे से…