Junagarh Fort In Hindi : राजस्थान के बीकानेर में स्थित जूनागढ़ किला एक बहुत ही खूबसूरत और शानदार संरचना है। बता दें कि इस किले के चारो तरफ बीकानेर शहर बसा हुआ है। पहले इस किले को “बीकानेर किले” के नाम से जाना-जाता था लेकिन फिर 20 वीं शताब्दी में इस किले का नाम बदलकर जूनागढ़ रख दिया गया। जूनागढ़ का किला दिखने में बेहद आकर्षक है, जो यहां आने वाले पर्यटकों कों अपनी तरफ खींचता है। जूनागढ़ किले की नींव 1478 में राव बीका द्वारा रखी गई थी लेकिन इस भव्य और खूबसूरत संरचना का निर्माण 17 फरवरी 1589 को राजा राय सिंह द्वारा शुरू किया गया था।
अगर आप इस खूबसूरत किले की सैर करना चाहते हैं तो बता दें कि यह किला राजस्थान आने वाले पर्यटकों के लिए बेहद खास है, इस किले की संरचना यहां आने वाले लोगों आश्चर्यचकित कर देती है। आइये आपको जूनागढ़ के बारे में कुछ खास बातें बताते हैं।
जूनागढ़ किले के निर्माण की शुरुआत 1478 में राव बीका द्वारा की गई थी। पहले यह चट्टान का बना एक किला था लेकिन बाद में बीकानेर के इस किले को सुरक्षित रखने के लिए इसके चारों ओर वर्तमान में स्थित जूनागढ़ किले का निर्माण करवाया गया। बीकानेर शहर 1472 में स्थापित किया गया था और यह शक्तिशाली किले के चारों ओर फैला हुआ है।
इतिहास की माने तो जूनागढ़ किले पर कई बार आक्रमण हुआ लेकिन सिर्फ एक शासक को छोड़कर बाकी सभी इस किले को हासिल करने में विफल रहे। बता दें कि बाबर के पुत्र कामरान मिर्जा 1534 में राव जैत सिंह के शासन के दौरान सिर्फ एक दिन के लिए जूनागढ़ के किले पर कब्ज़ा कर पाया था। इसके बाद अपने छठे शासक राजा राय सिंह के शासन काल में बीकानेर शहर का विकास हुआ। जिन्होंने 1571-1611 तक यहां शासन किया था। बाद में राजा राय सिंह ने मुग़ल शासन को स्वीकार कर लिया और उन्होंने अकबर और जहाँगीर के शासन में उच्च पद हासिल कर लिया। कई युद्ध में जीत हासिल करने के बाद राजा राय सिंह की काफी तारीफ की गई जिसके बाद उन्हें कई जागीरें दीं गई। मुग़ल शासन में अच्छा पद हासिल करने के बाद राजा राय सिंह ने 17 फरवरी 1589 जूनागढ़ किले का निर्माण शुरू किया जिसका काम 17 जनवरी 1594 को पूरा हुआ।
बता दें कि राजा राय सिंह एक बहुत ही कलात्मक व्यक्ति थे जो वास्तुकला का काफी ज्ञान रखते थे। उन्होंने इस किले को थार मरुस्थल के बीच एक बहुत ही भव्य और आकर्षक संरचना के रूप में बनवाया।
जूनागढ़ किले की संरचना दिखने में बेहद आकर्षक है, यह किला उत्क्रष्ट वास्तुकला का एक प्रतीक है। किले की वास्तुकला में कई संस्कृतियों का मिश्रण है, जिसकी वजह से जूनागढ़ किले की संरचना में इस पर राज करने वाले हर शासक का प्रभाव दिखता है। पहले यह किला राजपूत शैली में बना था लेकिन बाद में यह किला मुग़ल और राजस्थानी शैली से भी प्रभावित हुआ। जूनागढ़ का किला राजस्थान के सबसे सुंदर किलों में से एक है, क्योंकि इस किले का हर एक कोना तारीफ करने लायक है।
जूनागढ़ किला 1078 यार्ड की लंबाई के साथ एक आयताकार संरचना है। यह 63119 वर्ग यार्ड के क्षेत्र में फैला हुआ है। पहले इस किले का निर्माण बीका राव द्वारा बनाए गए पुराने पत्थर के किले की सुरक्षा के लिए करवाया गया था, लेकिन अब यह अस्तित्वहीन है। जूनागढ़ किला अपनी शानदार बाहरी डिजाईन के साथ कई महलों को घेरता है जिसकी बालकनियों, फाटकों और अन्य संरचनाओं को उन शासको ने प्रभावित किया है जिन्होंने इस पर राज किया था।
जूनागढ़ किले के अंदर कई महल हैं जिनकी अपनी अलग-अलग खासियत है। महल की नक्काशीदार दीवारें, चित्र, इस्तेमाल किये गए संगमरमर के पत्थर और लाल पत्थर इस किले की भव्यता को बढ़ाते हैं। जूनागढ़ किले के अंदर कुछ मुख्य महल है जिनके नाम अनुप महल, करण महल, गंगा महल, बादल महल और फूल महल है।
जूनागढ़ का किला खूबसूरती से डिज़ाइन किए गए महलों, इमारतों और कियोस्क से भरा है। यह किला पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करने के लिए वास्तुकला का एक चमत्कार है।
और पढ़े: आगरा के किले का इतिहास और रोचक जानकारी
इस किले में सात द्वार हैं। जिनमे से दो इसके मुख्य द्वार हैं – करण ध्रुव इस किले का मुख्य द्वार और सूरज पोल वर्तमान द्वार है। बता दें कि सूरज पोल पूर्व की तरफ है और जब इस पर सूरज की रोशनी पड़ती है तो इसका सुनहरा दृश्य देखने लायक होता है। इस द्वार के मुख पर महावत के साथ हाथियों की दो लाल पत्थर की मूर्तियाँ हैं जो बेहद आकर्षक लगती हैं। इस किले के सभी प्रवेश द्वारों पर वास्तुकला की बारीक और छोटी-छोटी कृतिया यहाँ आने वाले पर्यटकों को बेहद पसंद आती है।
इस किले के अन्य द्वार दौलत पोल (डबल गेट), चांद पोल और फतेह पोल है। दौलत पोल पर उन महिलाओं के हाथों के कई निशान हैं जिनके पति युद्ध के मैदान में मारे गए थे और उन्होंने अपने पति अंतिम संस्कार पर आत्महत्या कर ली थी।
जूनागढ़ के किले का शाही मंदिर हर नारायण मंदिर है जो भगवान लक्ष्मी नारायण और उनकी पत्नी लक्ष्मी जी को समर्पित है। इसके अलावा जूनागढ़ किले के पास रतन बिहारी मंदिर भी स्थित है जो भगवान कृष्ण को समर्पित है।
करण महल – Karan Mahal
करण महल को करन सिंह ने 1680 में औरंगजेब से जीत की याद में बनवाया था।
फूल महल- Phool Mahal
फूल महल इस किले का सबसे पुराना महल है जिसका निर्माण राजा राय सिंह ने करवाया था।
अनूप महल – Anup Mahal
जूनागढ़ किले के अनूप महल का उपयोग राज्य के प्रशासनिक मुख्यालय के रूप में किया जाता था। इस महल की इमारत में कई मंजिले हैं, जिसमें परिष्कृत डिजाइन हैं।
चंद्र महल – Chandra Mahal
चंद्र महल इस किले का सबसे शानदार और सौंदर्य से भरपूर महल है।
गंगा महल – Ganga Mahal
गंगा महल को 20 वीं शताब्दी में राजा गंगा सिंह ने बनवाया था। यह अब एक संग्रहालय बन चुका है।
बादल महल – Badal Mahal
बादल महल अनूप महल का विस्तार करके बनाया गया है और इसमें कई शानदार पेंटिंग हैं।
अगर आप राजस्थान के सबसे आकर्षक और सुंदर किलों में से एक जूनागढ़ किले को देखने जाने का प्लान बना रहे हैं तो आपको बता दें तो जूनागढ़ की यात्रा के लिए सर्दियों का मौसम समय अच्छा समय है। इसलिए आप अक्टूबर से मार्च तक किले को देखने के लिए जा सकते हैं।
और पढ़े: झाँसी का किला घूमने की जानकारी
बीकानेर से जूनागढ़ का किला 1.5 किमी की दूरी पर हैं। अगर आप यहाँ के खाने के बारे जानना चाहते हैं तो आपको बता दें कि बीकानेर में आपको खाने के लिए भुजिया, नमकीन, पापड़, राजस्थानी स्नैक्स जैसे कि समोसा, कचौरी और कई चीजों का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा आप बीकानेर में बाटी चोर्मा, गट्टे की सब्जी, खता, फिनाई, राबड़ी भी खा सकते हैं।
और पढ़े : राजस्थान का प्रसिद्ध खाना जिनके बारे में जानकार ही आ जायेगा आपके मुह में पानी
जूनागढ़ के चारो ओर फैला हुआ बीकानेर शहर रेल और रोड मार्ग से देश के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है जिसके चलते आप बिभिन्न माध्यमों से यहां पहुंच सकते हैं।
अगर आप जूनागढ़ किला देखने के लिए हवाई जहाज से आ रहे हैं तो बता दें कि यहां आने के लिए निकटतम हवाई अड्डा जोधपुर (256 किमी) है। जोधपुर के लिए आपको दिल्ली और मुंबई से फ्लाइट मिल जाएगी। इसके बाद आप जोधपुर से ट्रेन या बस की मदद से बीकानेर पहुँच सकते हैं। बीकानेर शहर से जूनागढ़ किला सिर्फ 1.5 किलोमीटर की दूरी पर है।
अगर आप ट्रेन या रेल द्वारा जूनागढ़ का किला देखने जा रहे हैं तो आप दिल्ली (470 किमी), जोधपुर (243 किमी) और जयपुर (321 किमी) से बीकानेर के लिए ट्रेन पकड़ सकते हैं।
बीकानेर शहर मार्ग से जैसलमेर, जयपुर, उदयपुर, अजमेर और दिल्ली से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है जिसके लिए आपको राजस्थान राज्य परिवहन निगम की कई बसें आसानी से मिल जाएँगी।
और पढ़े: भानगढ़ किले का रहस्य और खास बाते
और पढ़े:
Hills Station of Tamil Nadu In Hindi : तमिलनाडु भारत का एक खूबसूरत पर्यटक राज्य…
Ghaziabad in Hindi : गाजियाबाद उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख शहर है जो राष्ट्रीय…
Mumbai Zoo in Hindi : मुंबई जू मुंबई शहर के केंद्र में स्थित है जो…
Famous Forts Of Maharashtra in Hindi : महाराष्ट्र एक समृद्ध इतिहास वाला राज्य है जो…
Famous Lakes of Himachal Pradesh in Hindi : हिमाचल प्रदेश भारत का एक प्रमुख और…
Chintapurni Devi Temple in Hindi : चिन्तपूर्णी देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश राज्य के छोटे से…