Information About Visiting Anantnag In Hindi, अनंतनाग भारत के केंद्रशासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के सबसे खूबसूरत शहरों में से एक है। जो अपनी अदुतीय सुन्दरता से कश्मीर को स्वर्ग बनाती है। श्रीनगर से 53 किमी की दूरी पर स्थित अनंतनाग को कश्मीर घाटी की वाणिज्यिक और वित्तीय राजधानी माना जाता है, और यह घाटी का एक बड़ा व्यापारिक केंद्र भी है। अनंतनाग में पुराने स्मारकों और नए युग के आकर्षणों का एक सुंदर मिश्रण देखा जा सकता है, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण केंद्र बना हुआ है। और हर साल हजारों पर्यटक जम्मू के इस खूबसूरत शहर का दौरा करते हैं। अनंतनाग को प्यार से ‘द पैराडाइज़ ऑन अर्थ’ भी कहा जाता है।
भारत के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थानों में से एक अनंतनाग पर्यटन की पूरी जानकारी के लिए हमारे इस लेख को पूरा अवश्य पढ़े-
इस शहर का इतिहास कई सौ साल पुराना नही बल्कि कई युगों पुराना माना जाता है। पारंपरिक लोककथाओं के अनुसार माना जाता है, की भगवान शिव ने अमरनाथ गुफा जाते समय रास्ते में ही सभी कीमती वस्तुयों का त्याग कर दिया था, और साथ ही उन्होंने अपने गले में धारण करने वाले सापं का भी त्याग कर दिया था। और उसी समय से इस जगह को अनंतनाग के नाम से जाना जाने लगा।
जम्मू-कश्मीर का खुबसूरत शहर अनंतनाग झीलों, पार्को, मंदिरों जैसे बिभिन्न लोकप्रिय पर्यटक स्थलों से भरा हुआ है। तो हम यहाँ अनंतनाग के मनमोहक पर्यटक स्थलों के बारे में बताने जा रहे है जिन्हें आप अपनी अनंतनाग की यात्रा के दौरान घूमने जाना ना भूलें-
अनंतनाग से पांच मील की दूरी पर स्थित “मार्तंड सूर्य मंदिर” भगवान सूर्य को समर्पित एक शानदार मंदिर है। मार्तंड सूर्य मंदिर का निर्माण ललितादित्य ने 7 वी या 8 वी शताब्दी के बीच करबाया था, जो कर्कोटा राजवंश के तीसरे शासक थे। मार्तण्ड, संस्कृत में, हिंदू धर्म में सूर्य भगवान का दूसरा नाम है। मार्तंड सूर्य मंदिर भारत में निर्मित सबसे सुंदर संरचनाओं में से एक है। मंदिर चूना पत्थर से निर्मित है, और पूरा परिसर अनंतनाग के पास एक पठार के ऊपर बनाया गया है। मंदिर भारतीय ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता है, इसीलिए इसे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की सूची में भी शामिल किया गया है। जो पर्यटकों और इतिहास प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
अमरनाथ भगवान शिव के उपासकों के लिए जम्मू –कश्मीर और भारत में सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है। अमरनाथ गुफा प्राकृतिक रूप से बर्फ से निर्मित शिवलिंग को प्रदर्शित करता है। इस डेस्टीनेशन पर हर साल लाखों पर्यटक जाते हैं, जिसे अमरनाथ यात्रा के नाम से जाना जाता है। अनंतनाग शहर में स्थित अमरनाथ गुफा को तीर्थयात्रियों के लिए एक पवित्र स्थल माना जाता है। और आपको बता दे ये वही गुफा है, जहां भगवान शिव ने पार्वती को अमर कथा सुनाई थी और अपने अमर रहने का राज बताया था, इसलिए इस स्थान को अमरनाथ कहा जाता है।
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चीनाब नदी के एक पठार के उपर, नागिन सरासर ग्लेशियर के नीचे लगभग 2190 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला, किश्तवाड़ राष्ट्रीय उद्यान जम्मू और कश्मीर के प्रमुख वन्यजीव स्थलों में से एक है। किश्तवाड़ राष्ट्रीय उद्यान अपने समृद्ध वनस्पतियों और जीवों के साथ वन्यजीव प्रेमियों को आकर्षित करता है। वन्यजीव अभ्यारण्य रोमांच के अन्वेषण में और अधिक शानदार अवसर प्रदान करता है जहाँ कस्तूरी मृग, हिमालयी काले और भूरे भालू सहित 15 स्तनपायी प्रजातियां पाई जाती हैं। किश्तवाड़ राष्ट्रीय उद्यान अनंतनाग में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। तो अगर आप जम्मू के खुबसूरत शहर अनंतनाग घूमने की योजना बना रहे है, तो किश्तवाड़ राष्ट्रीय उद्यान को अपनी यात्रा सूची में अवश्य शामिल करें।
झेलम नदी पंजाब की पांच नदियों में सबसे बड़ी नदी है जो पश्चिमी और बहती हुई कश्मीर घाटी से होकर पाकिस्तान में प्रवेश करती है। झेलम नदी चिनाब नदी की एक सहायक नदी है और इसकी कुल लंबाई लगभग 450 मील (725 किलोमीटर) है झेलम नदी अनंतनाग का लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट है, जहाँ स्थानीय लोगो के साथ-साथ बड़ी मात्रा में पर्यटक इस नदी के किनारे पिकनिक मनाते हुए देखे जाते है। झेलम नदी का उद्गम अनंतनाग के वेरीनाग स्प्रिंग में है, जो कश्मीर घाटी में पीर पंजाल श्रेणी में है।
खेरबावनी अस्थापान मंदिर अनंतनाग के मोहला खाकी शबीबन इलाके में हजरत दाऊद खाकी की मस्जिद के निकट स्थित है। खेरबावनी मंदिर वसंत ऋतू के लिए समर्पित है, जो परिसर से ही उत्पन्न होता है। ऐसा माना जाता है कि कश्मीर के महाराजा प्रताप सिंह ने कई बार मंदिर में भगवान को दूध चढ़ाकर हवन किया। और उन्होंने मंदिर को कुछ कृषि योग्य भूमि भी भेंट की थी। और आपको बता दे खेरबावनी अस्थापान मंदिर अनंतनाग का महत्वपूर्ण स्थल होने के साथ-साथ झरने के बदलते पानी के रंग का नजारा भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
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मानसबल झील प्रकृति की एक अद्भुत सुंदरता के साथ कश्मीर की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक है। मानसबल झील श्रीनगर से 30 किमी की दूरी पर स्थित है, जिसे कश्मीर में झीलों के सर्वोच्च रत्न के रूप में भी जाना जाता है। मानसबल झील का नाम तिब्बत क्षेत्र में स्थित मानसरोवर झील से लिया गया है। मानसबल झील अनंतनाग में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है जिसे भारत में सबसे गहरी झील के रूप में भी माना जाता है। मानसबल झील प्रकृति प्रेमियों और बर्डवॉचर्स के लिए स्वर्ग के रूप में कार्य करती है, और अपनी मन मोहनीय सुन्दरता से पर्यटकों की विशाल भीड़ को आकर्षित करती है।
मस्जिद बाबा दाऊद खाकी अनंतनाग में खाकी मोहल्ला के शाबान रेशी बाज़ार में स्थित है। जो मुस्लिम समुदाय के लोगो के लिए प्रमुख स्थल के रूप में कार्य करती है। आपको बता दे मस्जिद बाबा दाऊद खाकी लगभग 600 साल पुरानी मस्जिद है जिसकी गिनती अनंतनाग शहर की सबसे पुरानी मस्जिदों में की जाती है। मस्जिद का नाम हजरत शेख बाबा दाऊद खाकी के नाम पर रखा गया था, जो इस क्षेत्र के प्रसिद्ध विद्वान थे। माना जाता है हज़रत शेख बाबा दाउद खाकी क्षेत्र में इस्लाम फैलाना चाहते थे और इसी उद्देश्य से उन्होंने अनंतनाग जिले में मस्जिद बाबा दाऊद खाकी सहित कई मस्जिदों की स्थापना की थी।
अनंतनाग जिले के दान्टर गाँव में स्थित ज़ियारत बाबा हैदर रेशी एक प्रसिद्ध मंदिर है, जिसे हरदा रेशी या रेशमी मोलू के नाम से भी जाना जाता है। आपको बता दे यह जगह इसीलिए महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि यहाँ बाबा हैदर रेशी और उनके 21 शिष्यों को एक साथ दफनाया गया था। और उन्ही के सम्मान में ज़ियारत बाबा हैदर रेशी तीर्थ स्थल की स्थापना की गयी थी। जहाँ विभिन्न धर्मों के लोग ज़ियारत बाबा हैदर रेशी के सम्मान में इस जगह का दौरा करते हैं। और ज़ियारत बाबा हैदर रेशी की सालगिरह यहाँ बड़ी धूमधाम के साथ मनाई जाती है, जहाँ तीर्थयात्री पूरे एक सप्ताह तक मांस खाने से बचते हैं।
चैपल ऑफ जॉन बिशप मेमोरियल हॉस्पिटल अनंतनाग के मोहल्ला शर्नल शहर में स्थित है और इसे वर्ष 1982 में बनाया गया था। यह प्राचीन मेमोरियल हॉस्पिटल अनंतनाग में घूमें जाने वाली सबसे अच्छी जगहों में से एक है। चैपल ऑफ जॉन बिशप मेमोरियल हॉस्पिटल से जुड़ी रोमांचक बात यह है की चैपल ऑफ जॉन बिशप मेमोरियल हॉस्पिटल को ईसाई अधिकारियों और प्रोटेस्टेंट ईसाइयों के लिए अलग से बनाया गया था, जिन्होंने अपने लिए अलग प्रार्थना मैदान की मांग की थी।
इमामबाड़ा गूम अनंतनाग एक धार्मिक आकर्षण केंद्र है, जो बारामूला के पास अहमदपोरा में स्थित है। इमामबाड़ा गूम मुस्लिम, हिंदू, सिख और बौद्ध सभी के लिए समान रूप से पवित्र स्थान है। आपको बता दे इमामबाड़ा गूम अपने धार्मिक स्थान के साथ-साथ प्राकृतिक सुन्दरता के लिए भी जाना जाता है, और बर्फ से ढके पहाड़ों का मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करता है। जो प्रत्येक बर्ष बड़ी संख्या में पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करने में कामयाब होता है।
श्रीनगर के बांदीपोरा जिले में स्थित वुलर झील,भारत की सबसे बड़ी ताजे पानी की झील है, जो 200 वर्ग किमी में फैली है। वुलर झील अनंतनाग में घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय जगहों में से एक है, जो नौका विहार, वाटर स्पोर्ट्स और वाटर स्कीइंग जैसे रोमंचक खेलों के लिए लोकप्रियता का बिषय बनी हुई है। इसके साथ ही वुलर झील स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच पिकनिक और सनसेट पॉइंट के रूप में भी पसंदीदा जगह बनी हुई है। इसके अलावा वुलर झील के केंद्र में एक छोटा सा द्वीप भी स्थित है, जिसे ‘ज़ैना लैंक’ के नाम से जाना जाता है। जिसे आप अपनी अनंतनाग की यात्रा के दौरान घूमने जाना मिस ना करें।
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झेलम नदी के तट पर श्रीनगर जिले से 48 किमी की दूरी पर स्थित सोपोर शहर की स्थापना राजा अवंतिवर्मन के शासन के दौरान 880 ईस्वी में की गयी थी। सोपोर उत्तरी कश्मीर क्षेत्र का सबसे बड़ा व्यापार केंद्र है और पर्यटकों के बीच एशिया के सेब शहर के रूप में जाना जाता है। सोपोर शहर जामिया मस्जिद, खान-शाह शाह-ए-हमदान और कई छोटे मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। सोपोर अनंतनाग की यात्रा में घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय जगहों में शुमार है, जो हर साल हजारों भारतीय और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने में कामयाब रहता है।
श्रीनगर से 26 किमी की दूरी पर स्थित परिहसपोरा शहर अनंतनाग के लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है। यह विशेष रूप से अपने प्राचीन पुरातात्विक स्मारकों के लिए पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है, जिन्हें पैटन बाजार और परिहसपोरा पट्टन के नाम से जाना जाता है और ये संरचनाएं प्राचीन काल की स्थापत्य शैली का प्रतिनिधित्व करती हैं।
अनंतनाग शहर का ऐतिहासिकस्थल लाल चौक का महत्व भारतीय इतिहास की किताबों में स्वतंत्रता के संघर्ष के बाद से मौजूद है। लाल चौक का नाम रूस में बहुत प्रसिद्ध लाल स्क्वायर के नाम पर रखा गया था। श्रीनगर शहर के केंद्र में स्थित लाल चोक 1948 में यहां राष्ट्रीय ध्वज को फहराने से लेकर तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी पर कुख्यात हमलों तक कई ऐतिहासिक क्षणों का गवाह रहा है।लाल चौक का बाजार प्रामाणिक गहने, आभूषण, शादी के सामान और चांदी के बर्तन बेचता है।
यह श्रीनगर में सबसे अधिक देखी जाने वाली और खरीददारी के लिए लोकप्रिय बाजारों में से एक है। आप सुंदर कश्मीरी पेंटिंग और पारंपरिक एथनिक वियर भी खरीद सकते हैं, जो अपनी कढ़ाई और जटिल डिज़ाइन जैसे कि फेरन, शानदार पश्मीना शॉल और पठानी सूट के लिए जाने जाते हैं।
यदि आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ अनंतनाग की यात्रा का प्लान बना रहे हैं और सोच रहें की हम अनंतनाग में पर्यटक स्थल में घूमने के अलावा क्या करें। तो हम आपको बता दे अनंतनाग प्रकृति के प्रति उत्साही लोगों के लिए एक आकर्षण का केंद्र है, जहाँ आप बिभिन्न साहसिक गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
स्कीइंग अनंतनाग की लोकप्रिय साहसिक गतिविधियों में से एक है अनंतनाग के पास पहलगाम और गुलमर्ग में दिसंबर से मार्च के महीनों के दौरान स्कीइंग देखी जा सकती है।
किराया – 500 से 1000 प्रति व्यक्ति
अनंतनाग के लोकप्रिय खेलों में से एक पैराग्लाइडिंग एक ऐसा एडवेंचर सपोर्ट है जिसमें आप हवा में किसी पक्षी की तरह उड़ सकते हैं और अपने आप को रोमांच से भर सकते हैं। पैराग्लाइडिंग आपको ऊपर से नीचे की खूबसूरत घाटियों और आस पास की पहाड़ियों का शानदार नज़ारा पेश करती है।
किराया – 2700 से 3000 रूपये तक
व्हाइट वाटर राफ्टिंग या रिवर राफ्टिंग जम्मू कश्मीर के सबसे लोकप्रिय वाटर स्पोर्ट्स में से एक है। यह एक ऐसी साहसिक गति-विधि है जो आपको ताज़ा पानी में डुबकी लगाने का मौका देती है। रिवर राफ्टिंग करना हर किसी को रोमांच से भर देता है इसलिए अगर आप अपनी यात्रा के दौरान किसी एडवेंचर खेल में लिप्त होना चाहते हैं तो आपको एक बार अवश्य व्हाइट वाटर राफ्टिंग या रिवर राफ्टिंग का मजा लेना चाहिए।
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यदि आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ अनंतनाग घूमने जाने का प्लान बना रहे है तो हम आपको बता दे अनंतनाग घूमने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून तक का समय होता है। अनंतनाग की यात्रा के लिए ग्रीष्मकाल का मोसम सुखद मौसम होता है जब आप यहाँ चिलचिलाती गर्मी में बर्फ के बीच रोमांचक समय व्यतीत कर सकते है। इसके अलावा आप इस हिल स्टेशन पर जाने के लिए मानसून का मौसम भी चुन सकते हैं। लेकिन सर्दियों के दौरान अनंतनाग जाने से बचने की सिफारिश की जाती है,क्योंकि भारी बर्फबारी के कारण यहाँ के तापमान में काफी गिरावट आती है, और कई सड़कें भी अवरुद्ध हो जाती हैं।
यदि आप अनंतनाग शहर और इसके पर्यटक स्थल घूमने जाने का प्लान बना रहे है और अनंतनाग में किसी होटल की तलाश में हैं तो हम आपको बता दें की इस खूबसूरत शहर अनंतनाग में आपको लो-बजट से लेकर हाई-बजट तक होटल मिल जायेंगे। जिनकी आप आपनी सुविधानुसार चुनाव कर सकते हैं।
अगर आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ जम्मू कश्मीर के प्रमुख शहर अनंतनाग घूमने जाने का प्लान बना रहे है और सोच रहे है की हम अनंतनाग केसे पहुचें ? तो हम आपको बता दे आप हवाई मार्ग, रेल मार्ग या सड़क मार्ग में से किसी का भी अपनी सुविधानुसार चुनाव करके अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं।
अनंतनाग शहर का निकटतम हवाई अड्डा श्रीनगर हवाई अड्डा और सतवारी हवाई अड्डा है, जो अनंतनाग से क्रमशः 62 किमी और118 किमी की दूरी पर स्थित है। एयर इंडिया, विस्तारा, स्पाइसजेट दिल्ली से श्रीनगर के लिए कई उड़ानें संचालित करती हैं। और हवाई अड्डा पहुचने के बाद आप टेक्सी या बस से यात्रा करके अनंतनाग पहुंच सकते हैं।
यदि आपने अनंतनाग की यात्रा के लिए रेल मार्ग का चुनाव किया है तो हम आपको बता दे रेल मार्ग द्वारा अनंतनाग जाने के लिए कोई सीधी रेल कनेक्टिविटी नहीं है। अनंतनाग का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन जम्मू रेलवे स्टेशन है जो अनंतनाग से 248 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जम्मू रेलवे स्टेशन रेल मार्ग द्वारा दिल्ली, मुंबई कोलकता और अन्य प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। जम्मू रेलवे स्टेशन पहुचने के बाद आप बस या टेक्सी से यात्रा करके अपने गंतव्य तक पहुँच सकते हैं।
यदि आप बस या सड़क मार्ग से यात्रा करके अनंतनाग घूमने जाने का प्लान बना रहे है, तो हम आपको बता दे अनंतनाग जाने के लिए कई निजी और राज्य सरकार द्वारा संचालित बस सेवाएं उपलब्ध हैं, जो अनंतनाग को जम्मू –कश्मीर के बिभिन्न शहरों से जोडती है। और इसके अलावा आप टैक्सी और अपनी निजी कार से भी यात्रा करके अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं।
शहर में चारों और घूमने के लिए परिवहन के सर्वोत्तम साधन ऑटो रिक्शा और टैक्सी सेवारत हैं। ऑटो रिक्शा मीटर पर नहीं आते हैं और इसलिए कीमतों में उतार-चढाव हो सकता है, और आपको ऑटो और रिक्शा चालको से सतर्क रहने की भी आवश्यकता है। इस बीच टैक्सियां ऑटो रिक्शा की तुलना में थोड़ी महंगी हैं।
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